डेली फ्री मेन्स आंसर राइटिंग प्रोग्राम
हमारे डेली फ्री मेन्स आंसर राइटिंग प्रोग्राम (Daily Free Mains Answer Writing Program) के साथ आप UPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की तैयारी प्रभावी ढंग से कर सकते हैं, इसे UPSC अभ्यर्थियों की मांगों को पूरा करने के लिये विशिष्ट रूप से तैयार किया गया है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत प्रतिदिन UPSC-मानक स्तर के दो प्रश्न प्रदान किये जा रहे हैं, जिन्हें परीक्षा के नवीनतम ट्रेंड्स को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया जाता है।
प्रत्येक प्रश्न को स्टैटिक विषय एवं समसामयिक घटनाक्रम (current affairs) के साथ एकीकृत करके तैयार किया गया है, जिससे अभ्यर्थियों को पाठ्यक्रम के अनुकूल समुचित अध्ययन में सहायता मिलती है। उत्तर के संबंध में आपकी सहायता हेतु हम विस्तृत मॉडल उत्तर/संदर्भ सामग्री भी प्रदान करते हैं, जो आपके उत्तर लेखन को संरचित करने एवं उच्च अंक प्राप्त करने में सहायक होगी।
इस प्रोग्राम के अंतर्गत हम आपको आपके द्वारा सबमिट किये उत्तरों का फ्री मूल्यांकन भी प्रदान करते हैं। अतः अभ्यर्थी अपने उत्तर सबमिट कर सकते हैं और अपने लेखन कौशल को संपुष्ट करने के लिये सुझाव प्राप्त कर सकते हैं। मूल्यांकन का उद्देश्य उत्तरों की स्पष्टता, एकरूपता और सटीकता को सुधारना है, जो मुख्य परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त करने के लिये महत्त्वपूर्ण हैं। इसके अतिरिक्त, हम निबंध लेखन पर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, जिसमें शोधित विषय, समृद्ध संदर्भ सामग्री और फ्री निबंध मूल्यांकन शामिल हैं, ताकि अभ्यर्थी इस महत्त्वपूर्ण खंड में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
डेली मेन्स आंसर राइटिंग प्रोग्राम के लिये शेड्यूल
दिवस | प्रमुख विषय |
---|---|
सोमवार | सामान्य अध्ययन पेपर 1 – भारतीय विरासत, संस्कृति, इतिहास और विश्व का भूगोल और समाज |
मंगलवार | सामान्य अध्ययन पेपर 2 – शासन, संविधान, राजव्यवस्था, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध |
बुधवार | सामान्य अध्ययन पेपर 3 – आर्थिक विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जैव विविधता एवं पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन |
गुरुवार | सामान्य अध्ययन पेपर 4 (सैद्धांतिक प्रश्न) – नैतिकता, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि |
शुक्रवार | सामान्य अध्ययन पेपर 4 (केस स्टडी) – व्यावहारिक नैतिक परिदृश्य |
शनिवार | निबंध लेखन – बहु-विषयक एवं गहन शोध के माध्यम से तैयार टॉपिक्स |
कुल प्रश्नों की संख्या : 4793
-
प्रश्न. डिजिटल मीडिया के उदय ने भारतीय समाज की पारंपरिक संरचना को परिवर्तित कर दिया है। समकालीन भारत में सामाजिक व्यवहार, राजनीतिक भागीदारी और पहचान निर्माण पर सोशल मीडिया के प्रभाव पर चर्चा कीजिये। (250 शब्द)
07 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाज -
प्रश्न. मुगल काल के दौरान शुरू किये गए स्थापत्य कला संबंधी नवाचारों पर चर्चा कीजिये तथा फारसी और भारतीय शैलियों के मिश्रण की विवेचना कीजिये। (150 शब्द)
07 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाज -
1. तेजी से बदलते विश्व में, विकास और मूल्यों के संरक्षण के बीच संघर्ष मानवता के भविष्य को आकार प्रदान करता है।
05 Jul, 2025 निबंध लेखन निबंध
2. पहचान का तात्पर्य यह नहीं है कि हम कौन हैं, बल्कि यह है कि हम क्या नहीं हैं। -
अंजलि वर्मा, एक युवा तथा अत्यंत प्रेरित भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी हैं जिन्हें एक वर्ष से अधिक समय से प्रवर्तन निदेशालय (ED) में नियुक्त किया गया है। वे एक परिश्रमी और कर्त्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं, जो विधि के पालन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिये प्रसिद्ध हैं। हाल ही में, अंजलि को शहर के एक प्रसिद्ध व्यावसायिक समूह पर छापेमारी की कार्रवाई की निगरानी का दायित्व सौंपा गया है। इस कंपनी के मालिक, जो एक प्रभावशाली उद्योगपति हैं, पर बड़े पैमाने पर कर-चोरी, धन-शोधन तथा अवैध वित्तीय लेन-देन का संदेह है।
जैसे-जैसे छापे की कार्रवाई आगे बढ़ती है, अंजलि की टीम को कई महत्त्वपूर्ण वित्तीय अनियमितताओं के प्रमाण मिलते हैं, जिनमें अदृश्य संपत्तियाँ और अघोषित विदेशी बैंक खातों की जानकारी शामिल है। लेकिन जैसे ही यह कार्रवाई अपने अंतिम चरण में पहुँचती है, अंजलि को एक गुमनाम फोन कॉल प्राप्त होता है, जिसमें यह दावा किया जाता है कि उन्हीं के एक करीबी रिश्तेदार, जो उसी व्यावसायिक समूह में एक वरिष्ठ पद पर कार्यरत हैं, इन अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। हालाँकि, कॉल करने वाला कोई ठोस प्रमाण नहीं देता, केवल एक अस्पष्ट दावा करता है।
अंजलि एक नैतिक और व्यावसायिक दुविधा में हैं। वह सदैव अपने कर्त्तव्य के प्रति दृढ़ निष्ठा रखती रही हैं और सामाजिक या राजनीतिक परिणामों की परवाह किये बिना न्याय की स्थापना को प्राथमिकता देती आई हैं। परंतु अब, जब मामला उनके परिवार से जुड़ता प्रतीत हो रहा है, तो उनके व्यक्तिगत जीवन में जटिलताएँ उत्पन्न होने लगी हैं। उन्हें भय है कि यदि वह अपने रिश्तेदार की भूमिका की जाँच को आगे बढ़ाती हैं, तो इससे उनके परिवार को मानसिक आघात पहुँच सकता है और यह उनके पारिवारिक संबंधों तथा कॅरियर दोनों पर विपरीत असर डाल सकता है।
इस व्यावसायिक साम्राज्य का व्यापारिक एवं राजनीतिक दायरों में अच्छा संबंध है और अंजलि पर यह दबाव डाला जा रहा है कि इस छापे को शीघ्रता से और बिना अधिक सार्वजनिक असर के समाप्त कर दिया जाये। इसके बावजूद, अंजलि को लगता है कि अब तक मिले साक्ष्य यह दर्शाते हैं कि अपराध गंभीर हैं और इनकी गहन जाँच अनिवार्य है।
उनके प्रत्यक्ष उच्चाधिकारी ने उनसे छापे पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है और यह संकेत दिया है कि मामले को ‘बिना अनावश्यक उथल-पुथल के’ सुलझाया जाये। ऐसे में अंजलि पर जाँच की निष्पक्षता के साथ-साथ व्यक्तिगत और पेशेवर प्रभावों को संतुलित करने का बहुत दबाव है, जिसका सामना उन्हें अपने रिश्तेदार की इस मामले में संलिप्तता के लिये करना पड़ सकता है।
प्रश्न:
1. इस स्थिति में प्रमुख नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
04 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. अंजलि के लिये सबसे उपयुक्त कार्रवाई क्या होगी, साथ ही यह भी चर्चा कीजिये कि नैतिक दुविधाओं को हल करने के लिये कौन-सा नैतिक कार्यढाँचा उसका मार्गदर्शन करेगा।
3. उच्च-स्तरीय जाँच में पेशेवर ईमानदारी और निष्पक्षता बनाए रखने में जाँच अधिकारियों को सहायता देने के लिये कौन-सी दीर्घकालिक रणनीतियाँ क्रियान्वित की जा सकती हैं? -
प्रश्न. नैतिक शासन के संदर्भ में, संयम का गुण असमानता और पर्यावरणीय स्थिरता जैसे मुद्दों को सुलझाने में निर्णय-निर्माण का मार्गदर्शन कैसे कर सकता है? (150 शब्द)
03 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. क्रिप्टोकरेंसी का उदय वित्तीय स्वतंत्रता और संभावित हानि (जैसे बाजार अस्थिरता व दुरुपयोग) के बीच एक विरोधाभास प्रस्तुत करता है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी से उत्पन्न नैतिक चुनौतियों का प्रमुख नैतिक सिद्धांतों की दृष्टि से समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये। (150 शब्द)
03 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. “भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति समय के साथ आतंकवाद के बदलते स्वरुप के जवाब में विकसित हुई है”। भारत की वर्तमान आतंकवाद विरोधी रणनीति के प्रमुख घटकों पर चर्चा कीजिये तथा सीमा पार आतंकवाद को रोकने में इसकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन कीजिये। (250 शब्द)
02 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 3 आंतरिक सुरक्षा -
प्रश्न. चिकित्सा अनुप्रयोगों, विशेषकर दवा वितरण प्रणालियों में नैनो प्रौद्योगिकी की भूमिका की जाँच कीजिये। इसके व्यापक उपयोग से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिम और नियामक चुनौतियाँ क्या हैं? (250 शब्द)
02 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी -
प्रश्न. लोक प्रशासन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और स्वचालन (ऑटोमेशन) का आगमन भारत में शासन संरचनाओं को नया आकार दे रहा है। सार्वजनिक सेवाओं में AI को एकीकृत करने की संस्थागत और प्रक्रियात्मक चुनौतियों का मूल्यांकन कीजिये। (250 शब्द)
01 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था -
प्रश्न. चीन और पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों से उत्पन्न चुनौतियों का प्रबंधन करते हुए अपने भू-राजनीतिक लक्ष्यों के लिये शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का लाभ उठाने के भारत के दृष्टिकोण पर चर्चा कीजिये। (250 शब्द)
01 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 2 अंतर्राष्ट्रीय संबंध -
प्रश्न. "विजयनगर साम्राज्य की कला और संस्कृति न केवल सौंदर्य उत्कृष्टता की अभिव्यक्ति थी, बल्कि राजनीतिक वैधता एवं धार्मिक सुदृढ़ीकरण के साधन भी थे।" चर्चा कीजिये। (250 शब्द)
30 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 1 संस्कृति -
प्रश्न. भारतीय मानसून के आगमन और निवर्तन में उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी एवं उष्णकटिबंधीय पूर्वी जेट धाराओं की भूमिका की व्याख्या कीजिये। (250 शब्द)
30 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोल -
1. दूसरों की पहचान करना बुद्धिमत्ता है, स्वयं को पहचानना वास्तविक ज्ञान है।"
2. "तकनीकी प्रगति, नैतिक जिम्मेदारी का विकल्प नहीं, बल्कि उसकी अभिव्यक्ति का साधन है।"
28 Jun, 2025 निबंध लेखन निबंध -
विक्रम एक तेजी से बढ़ते महानगरीय शहर में शहरी योजनाकार हैं। उनके विभाग को एक पुराने औद्योगिक क्षेत्र को आधुनिक आवासीय पड़ोस में पुनर्विकास करने की देखरेख का काम सौंपा गया है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर के जीर्ण-शीर्ण हिस्से को पुनर्जीवित करना और सैकड़ों परिवारों को किफायती आवास प्रदान करना है। हालाँकि, जिस क्षेत्र में यह पुनर्विकास होना है, वहाँ एक जीवंत लेकिन निम्न-आय वाली समुदाय वर्षों से निवास कर रहा है। जबकि स्थानीय सरकार ने वादा किया है कि यह परियोजना आर्थिक अवसर और बेहतर जीवन स्तर लाएगी, विक्रम ने कुछ चिंताजनक तथ्य उजागर करने शुरू कर दिये हैं। वहाँ रहने वाले कई लोग दशकों से उस क्षेत्र में बसे हुए हैं और उनकी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान उस जगह से जुड़ी हुई है। वे छोटे व्यवसाय भी चलाते हैं जो उनकी जीविका के लिये आवश्यक हैं।
पुनर्विकास योजना में उनके घरों और व्यवसायों को तोड़ने, उन्हें उस क्षेत्र से हटाकर शहर के एक अलग हिस्से में पुनर्वासित करने का प्रस्ताव है, जो उनके वर्तमान समुदाय और समर्थन प्रणाली से काफी दूर है। इसके अलावा, यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार किस प्रकार विस्थापित परिवारों के लिये किफायती आवास सुनिश्चित करेगी या उन्हें उचित मुआवज़ा दिया जाएगा या नहीं। विक्रम यह भी जानते हैं कि इस परियोजना के पीछे बड़े आर्थिक हित छिपे हैं। कई प्रभावशाली रियल एस्टेट डेवलपर्स को इस पुनर्विकास से भारी लाभ होने की संभावना है, और उनके दबाव ने योजना प्रक्रिया को काफी प्रभावित किया है। विक्रम, जो शुरू में इस परियोजना की संभावनाओं को लेकर उत्साहित थे, अब गहरी उलझन में हैं।
एक ओर, यह परियोजना आर्थिक विकास ला सकती है, लेकिन दूसरी ओर, यह एक हाशिये पर खड़े समुदाय को भारी सामाजिक नुकसान पहुँचा सकती है। जैसे-जैसे परियोजना आगे बढ़ती है, विक्रम पर उनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बिना और जाँच-पड़ताल के इसे मंज़ूरी देने का दबाव डाला जा रहा है, क्योंकि किसी भी देरी से फंडिंग खतरे में पड़ सकती है तथा शहर की समग्र विकास योजना प्रभावित हो सकती है।
विक्रम जानते हैं कि यदि वे आपत्ति उठाते हैं या योजना की समीक्षा की मांग करते हैं तो उनके करियर को नुकसान पहुँचाया जा सकता है। लेकिन साथ ही वे यह भी महसूस करते हैं कि सिर्फ आर्थिक विकास और रियल एस्टेट के लाभ के लिये एक संवेदनशील समुदाय को विस्थापित करना नैतिक रूप से गलत है। यह स्थिति विक्रम को एक गहरे नैतिक द्वंद्व में डाल देती है, जहाँ एक ओर एक शहरी योजनाकार के रूप में उनकी व्यावसायिक ज़िम्मेदारी है, वहीं दूसरी ओर एक नागरिक के रूप में उनकी सामाजिक और नैतिक ज़िम्मेदारी।
प्रश्न:
- इस स्थिति में प्रमुख नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
- विक्रम को इस स्थिति में हितों के टकराव को कैसे संभालना चाहिये, जिसमें शक्तिशाली डेवलपर्स परियोजना के लिये दबाव डाल रहे हैं तथा हाशिए पर पड़े समुदाय को विस्थापित कर रहे हैं?
- क्या आर्थिक विकास किसी समुदाय के विस्थापन को उचित ठहरा सकता है? ऐसी विकास परियोजनाओं की योजना बनाते समय नीति निर्माताओं को किन नैतिक सिद्धांतों का मार्गदर्शन करना चाहिये
-
प्रश्न. "युद्ध शांत भविष्य के निर्माण के लिये अच्छे औज़ार नहीं हैं।" – मार्टिन लूथर किंग जूनियर।
26 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न
उपर्युक्त कथन के संदर्भ में चर्चा कीजिये कि क्या स्थायी शांति हिंसात्मक तरीकों से प्राप्त की जा सकती है, या अहिंसा ही एकमात्र नैतिक मार्ग है? (150 शब्द) -
प्रश्न. क्या नैतिक सापेक्षवाद जैसे विचार को भारत जैसे बहुसांस्कृतिक समाज में शासन का एक वैध दृष्टिकोण माना जा सकता है? नीति-निर्माण पर इसके प्रभावों की चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
26 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: "हिमालय केवल एक भौगोलिक विशेषता नहीं है, बल्कि एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र है, जो पर्यावरण, जैव विविधता और आजीविका के लिये अत्यंत आवश्यक है।" चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
25 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 3 पर्यावरण -
प्रश्न: राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन के भारत के विनिर्माण क्षेत्र पर संभावित प्रभाव का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये। यह पहल इस क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्द्धात्मकता को कैसे बढ़ा सकती है? (250 शब्द)
25 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था -
प्रश्न. "भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 को सर्वोच्च न्यायालय ने एक संकीर्ण प्रक्रियात्मक गारंटी से मौलिक अधिकारों के व्यापक दायरे में बदल दिया है।" प्रासंगिक केस कानूनों के संदर्भ में चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
24 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था -
प्रश्न. G7 के साथ भारत की भागीदारी किस तरह से उसकी वैश्विक कूटनीतिक आकांक्षाओं और रणनीतिक स्वायत्तता में योगदान करती है? वैश्विक दक्षिण में अपनी नेतृत्वकारी भूमिका को बनाए रखते हुए G7 की प्राथमिकताओं के साथ तालमेल बिठाने में भारत के समक्ष आने वाली चुनौतियों पर चर्चा कीजिये। (250 शब्द)
24 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 2 अंतर्राष्ट्रीय संबंध -
प्रश्न. “औपनिवेशिक भूमि राजस्व समझौतों ने न केवल कृषि संबंधों को परिवर्तित कर दिया, बल्कि आधुनिक भारत में ग्रामीण समाज और राजनीति को भी नया रूप दिया।” टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)
23 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास -
प्रश्न.“आज भारतीय समाज अपनी सामाजिक शब्दावली की तुलना में कहीं अधिक तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।” लैंगिक समानताओं, प्रौद्योगिकी एवं पीढ़ीगत आकांक्षाओं के इर्द-गिर्द बदलते मानदंडों के सामाजिक निहितार्थों का विश्लेषण कीजिये। (250 शब्द)
23 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाज -
प्रश्न 1. हम सूचना के युग में जी रहे हैं, लेकिन बुद्धिमत्ता एक दुर्लभ संसाधन बन गई है।
प्रश्न 2. सच्ची स्वतंत्रता वही है, जहाँ हम अपनी सीमाएँ स्वयं तय करने के लिये स्वतंत्र हों।
21 Jun, 2025 निबंध लेखन निबंध -
मीरा भारत की एक सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी में वरिष्ठ कार्यपालक हैं, जो नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में विशेषज्ञता रखती है। यह कंपनी एक दूरदराज़ क्षेत्र में एक बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण हेतु एक सरकारी अनुबंध के लिये बोली लगाने की प्रक्रिया में है। यह अनुबंध अत्यधिक प्रतिस्पर्द्धात्मक है, जिसमें कई शीर्ष स्तर की कंपनियाँ भाग ले रही हैं और इस अनुबंध को जीतने से मीरा की कंपनी को उल्लेखनीय आर्थिक लाभ एवं व्यापक प्रतिष्ठा प्राप्त हो सकती है।
कुछ महीने पहले मीरा के देवर राजीव को नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में एक वरिष्ठ पद पर नियुक्त किया गया था, जो मंत्रालय उस अनुबंध की निगरानी और स्वीकृति के लिये उत्तरदायी है। मीरा और राजीव के बीच घनिष्ठ संबंध हैं और हालाँकि मीरा जानती है कि राजीव की पेशेवर प्रतिष्ठा मज़बूत है, वह यह भी समझती है कि उन पर सरकार की सौर ऊर्जा पहल को सफल बनाने का काफी दबाव है।
मीरा की कंपनी इस निविदा के प्रमुख दावेदारों में से एक है, लेकिन उसे पता चलता है कि राजीव निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं और यह संभावना है कि वह अपने निजी संबंध के कारण मीरा की कंपनी को परोक्ष रूप से सहायता पहुँचा सकते हैं। मीरा एक अंतर्द्वंद्व में फँसी हुई है: वह जानती है कि उसकी कंपनी इस अनुबंध को पूरा करने में सक्षम है, लेकिन साथ ही यह भी समझती है कि राजीव से पारिवारिक संबंध हितों के टकराव की धारणा को जन्म दे सकते हैं और पक्षपात के आरोप लग सकते हैं।
मीरा की दुविधा इस तथ्य से और भी बढ़ जाती है कि कंपनी के शेयरधारक आक्रामक विस्तार के लिये दबाव डाल रहे हैं तथा यह अनुबंध जीतने से कंपनी का बाज़ार मूल्य काफी बढ़ सकता है। हालाँकि, मीरा नैतिक मानकों, जनधारणाओं तथा अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रतिष्ठा दोनों की की शुचिता को लेकर भी गहराई से चिंतित है।
प्रश्न:
(a) इस स्थिति में प्रमुख नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
(b) चूँकि मीरा की राजीव से पारिवारिक संबंध है, ऐसे में बोली प्रक्रिया में अपनी भागीदारी को नैतिक और पारदर्शी बनाये रखने के लिये उसे कौन-कौन से कदम उठाने चाहिये?
(c) विशेषकर सार्वजनिक क्षेत्र के अनुबंधों में, कॉर्पोरेट प्रशासन संबंधी निर्णयों को व्यक्तिगत संबंधों से प्रभावित होने देने के क्या संभावित जोखिम हो सकते हैं और ये जोखिम कंपनी की दीर्घकालिक सफलता को किस प्रकार प्रभावित कर सकते हैं?
20 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न. वस्तुनिष्ठता तटस्थता और निष्पक्षता से किस प्रकार भिन्न है? अपने उत्तर को लोक सेवा के उपयुक्त उदाहरणों से स्पष्ट कीजिये। (150 शब्द)
19 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. क्या मानवीय कृत्य नैतिक माने जा सकते हैं यदि वे सामाजिक मानदंडों का उल्लंघन करते हों, किंतु किसी उच्चतर नैतिक उद्देश्य की पूर्ति करते हों? उदाहरण सहित चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
19 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. भारत के संवहनीय अर्थव्यवस्था में परिवर्तन में हरित निवेश की भूमिका का आकलन कीजिये। वर्ष 2070 तक भारत अपने 'नेट-ज़ीरो' उत्सर्जन लक्ष्य के संदर्भ में पर्यावरणीय संधारणीयता को आर्थिक विकास के साथ किस प्रकार एकीकृत कर सकता है? (250 शब्द)
18 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था -
प्रश्न. भारतीय शहरों द्वारा अपनाई गई वर्तमान बाढ़ प्रबंधन रणनीतियों पर चर्चा कीजिये। शहरी बाढ़ को कम करने में ये रणनीतियाँ कितनी प्रभावी हैं तथा बाढ़ जोखिम प्रबंधन एवं आपदा शमन में क्या सुधार किये जा सकते हैं? (250 शब्द)
18 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 3 आपदा प्रबंधन -
प्रश्न. भारत एक तेजी से जटिल और गतिशील भू-राजनीतिक वातावरण का सामना कर रहा है। चर्चा कीजिये कि भारत किस प्रकार अपनी बहुपक्षीय प्रतिबद्धताओं को विदेश नीति में रणनीतिक स्वायत्तता के साथ संतुलित करने का प्रयास करता है। (150 शब्द)
17 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 2 अंतर्राष्ट्रीय संबंध -
प्रश्न. भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) की भूमिका और संस्थागत स्वायत्तता हाल के दिनों में चर्चा का विषय रही है। इसकी कार्यप्रणाली को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा कीजिये और इसकी स्वायत्तता बढ़ाने के लिये सुधार सुझाइये। (250 शब्द)
17 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था