बिहार Switch to English
मुफ्त बिजली और सौर ऊर्जा पहल
चर्चा में क्यों?
बिहार सरकार 1.67 करोड़ परिवारों को 125 यूनिट मुफ्त बिजली देगी और उपभोक्ताओं की सहमति से अगले तीन वर्षों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करेगी।
मुख्य बिंदु
घोषणा के मुख्य अंश:
- मुफ्त बिजली योजना:
- 1 अगस्त 2025 से बिहार के 1.67 करोड़ परिवारों को प्रति माह 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी, जिससे घरेलू उपभोक्ताओं को आर्थिक राहत मिलेगी।
- वित्तीय प्रभाव:
- इस योजना से राज्य सरकार पर लगभग 3,375 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा। इस पूरी पहल के लिये लगभग 19,370 करोड़ रुपए की सब्सिडी की आवश्यकता होगी।
- सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना:
- अगले तीन वर्षों में, घरेलू उपभोक्ताओं की सहमति से, राज्य सरकार छतों और आस-पास के सार्वजनिक स्थानों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की भी योजना बना रही है।
- इस पहल का उद्देश्य स्थायी ऊर्जा समाधान प्रदान करना तथा पारंपरिक बिजली स्रोतों पर निर्भरता कम करना है।
- वित्तीय सहायता:
- अन्य उपभोक्ताओं के लिये सरकार सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
- बिहार सरकार कुटीर ज्योति योजना के तहत अत्यंत गरीब परिवारों के लिये सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की पूरी लागत वहन करेगी।
- सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य:
- अनुमान है कि अगले तीन वर्षों में राज्य में 10,000 मेगावाट तक सौर ऊर्जा उपलब्ध होगी, जो राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण प्रयास होगा।
कुटीर ज्योति योजना
- यह भारत में एक सरकारी पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे (BPL) रहने वाले ग्रामीण परिवारों को बिजली उपलब्ध कराकर उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है।
- वित्त वर्ष 1988-89 में केंद्र द्वारा वित्तपोषित कार्यक्रम के रूप में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में BPL परिवारों को एकल-बिंदु विद्युत कनेक्शन (single-point light connections) प्रदान करना था, जिसमें अनुसूचित जाति (SC) और जनजातीय समुदायों के परिवार भी शामिल थे।

