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कुल प्रश्नों की संख्या : 1101
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आप मध्य भारत के एक खनिज-समृद्ध जनजातीय ज़िले में ज़िला मजिस्ट्रेट (DM) के पद पर नियोजित हैं। यह ज़िला लौह अयस्क, बॉक्साइट और कोयले के महत्त्वपूर्ण भंडारों से समृद्ध है, जिससे यह खनन गतिविधियों का केंद्र बना है। हालाँकि, हाल के वर्षों में, अवैध खनन की गतिविधियाँ अनियंत्रित हो गई हैं, जिससे गंभीर पर्यावरणीय क्षति हुई है जिसमें बिना अनुमति के वनोन्मूलन किया जा रहा है, पिच्छिल विसर्जन के कारण नदियाँ विषाक्त हो रही हैं और कृषि भूमि बंजर होती जा रही है।
स्थानीय समुदाय, विशेषकर जनजातीय समूह, अपनी आजीविका के लिये वनों और नदियों पर निर्भर हैं। अब उन्हें स्वच्छ जल, वनोपज और उपजाऊ मृदा का अभाव है, जिससे असंतोष जनित हो रहा है। नागरिक समाज संगठनों ने ऐसे मामलों का दस्तावेज़ीकरण किया है जहाँ महिलाओं और साथ ही नाबालिगों सहित श्रमिकों को उचित सुरक्षा उपकरणों के बिना असुरक्षित परिस्थितियों में कार्य करने के लिये विवश किया जाता है। बारंबार जनित होने वाली दुर्घटनाओं, श्वसन संबंधी रोगों और क्षति के लिये प्रतिकर के अभाव से मानवीय संकट और बढ़ गया है।
इसके साथ ही, खनन गतिविधियाँ इस क्षेत्र में रोज़गार और राजस्व सर्जक हैं। हज़ारों परिवार खनन से संबद्ध नौकरियों पर निर्भर हैं और खनन के आकस्मिक समापन से बेरोज़गारी और अशांति की संभावना हो सकती है। स्थानीय राजनेता, जिनमें से कुछ के इनमें प्रत्यक्ष व्यावसायिक हित हैं, आप पर खनन कंपनियों के प्रति उदारवादी रुख अपनाने का दबाव डालते हैं। खनन और पुलिस विभागों के कई अवर स्तर के अधिकारी कथित रूप से इसमें शामिल हैं और उल्लंघनों की अनदेखी करने के लिये रिश्वत लेते हैं।
गैर-सरकारी संगठनों की याचिकाओं पर कार्रवाई करते हुए, न्यायपालिका ने अब ज़िला प्रशासन को अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिये एक व्यापक योजना प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। मीडिया द्वारा प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए अभियान आयोजित किये जा रहे हैं, जिससे आपके कार्यालय पर सार्वजनिक दबाव बढ़ गया है। हालाँकि, सख्त कार्रवाई करने राजनीतिक विरोध, धमकियों और आर्थिक अव्यवस्था जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
A. इस मामले में शामिल प्रमुख नीतिपरक मुद्दों की पहचान कीजिये।
B. आप आर्थिक हितों, राजनीतिक दबावों और पर्यावरण संरक्षण एवं श्रम कल्याण के प्रति अपने कर्तव्य के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करेंगे?
C. इस मामले में भ्रष्टाचार का निवारण करने के लिये प्रशासन में उत्तरदायित्व और पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु आप क्या उपाय करेंगे?
D. उन नीतिपरक मूल्यों का उल्लेख कीजिये जो आपका मार्गदर्शन करेंगे। (250 शब्द)
29 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न: जैन धर्म ने स्याद्वाद (सापेक्ष कथनपद्धति का सिद्धांत) और अनेकान्तवाद (अनेक दृष्टिकोणों का सिद्धांत) पर बल दिया। बहुलतावादी समाज में लोकतांत्रिक विमर्श और सहिष्णुता को सुदृढ़ करने में इनकी प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
28 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: सुन त्ज़ु ने कहा था, "युद्ध की सर्वोच्च कला बिना लड़े शत्रु को परास्त करना है।" वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में यह कहाँ तक लागू होता है? (150 शब्द)
28 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप उत्तर भारत के एक प्रमुख तीर्थस्थल में ज़िला मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं, जहाँ प्रत्येक वर्ष एक प्रमुख त्यौहार के दौरान लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस त्यौहार के मुख्य दिन, मंदिर परिसर के प्रवेश द्वार के समीप भगदड़ की एक दुखद घटना होती है, जिसमें 50 से अधिक श्रद्धालुओं की मृत्यु हो जाती है और सैकड़ों घायल हो जाते हैं। प्रारंभिक रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि भीड़ प्रबंधन में अकुशलता, अपर्याप्त बैरिकेडिंग और यातायात डायवर्जन में लापरवाही के कारण यह अफरा-तफरी मची।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्थानीय विक्रेताओं ने प्रमुख मार्गों पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया था, जबकि प्रभावशाली धार्मिक संगठनों ने ‘भक्तों की असुविधा’ का हवाला देते हुए भीड़ नियंत्रण के सख्त उपायों का विरोध किया। राजनीतिक नेताओं ने भी प्रशासन पर अधिकतम प्रवेश की अनुमति देने का दबाव डाला था, क्योंकि चुनाव से पहले प्रतिबंध जनता की धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकते थे।
आपकी आंतरिक जाँच से कई स्तरों पर खामियाँ सामने आती हैं, जिनमें: पुलिस एवं नगर निगम के अधिकारियों ने भीड़ नियंत्रण के लिये मानक संचालन प्रक्रियाओं की अनदेखी की, VIP के लिये विशेष प्रवेश पास जारी करने में भ्रष्टाचार हुआ तथा स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय गैर-सरकारी संगठनों के बीच तालमेल न होने के कारण आपातकालीन चिकित्सा सहायता में विलंब हुआ।
मीडिया ने इस घटना को ‘मानव निर्मित त्रासदी’ बताया है, साथ ही पीड़ित परिवार जवाबदेही और न्याय की माँग कर रहे हैं। ऐसे में एक जाँच आयोग गठित किये जाने की आवश्कता है और आपको भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने हेतु एक व्यापक रिपोर्ट एवं कार्ययोजना तैयार करने का कार्यभार सौंपा गया है।
- इस मामले से जुड़े नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये तथा उनकी विवेचना कीजिये।
- धार्मिक भावनाओं, राजनीतिक दबाव और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के अपने उत्तरदायित्व के बीच आप किस प्रकार संतुलन स्थापित करेंगे?
- आप अधिकारियों में किस प्रकार जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे तथा किस प्रकार पीड़ितों के साथ न्यायपूर्ण व्यवहार करेंगे?
- भगदड़ की दीर्घकालिक रोकथाम के लिये प्रमुख उपाय प्रस्तावित कीजिये तथा उन नैतिक मूल्यों का उल्लेख कीजिये जिनके आधार पर आप कार्यवाही करेंगे। (250 शब्द)
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प्रश्न. “लोक सेवा में सच्ची लैंगिक समानता न केवल तब प्राप्त होती है जब महिलाएँ प्रशासनिक व्यवस्था में प्रवेश करती हैं, बल्कि तब भी प्राप्त होती है जब प्रशासनिक व्यवस्था स्वयं सत्यनिष्ठा के मानकों से समझौता किये बिना उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप ढलती है।” प्रशासन में महिला अधिकारियों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का परीक्षण कीजिये और उनकी दक्षता बढ़ाने तथा सत्यनिष्ठा बनाए रखने के लिये सुधारों का सुझाव दीजिये। (150 शब्द)
21 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. “विश्वसनीयता विश्वास से आती है और निरंतरता धैर्य से बनी रहती है।” लोक प्रशासन के उदाहरणों के साथ इस कथन का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये। (150 शब्द)
21 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. नैतिक आघात (Moral Injury) की संकल्पना की समीक्षा कीजिये तथा विधि-प्रवर्तन एवं प्रशासनिक सेवाओं में कार्यरत पेशेवरों पर इसके प्रभावों की विवेचना कीजिये। (150 शब्द)
14 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. "लोक प्रशासन में नैतिकता व्यक्तिगत सद्गुण, व्यावसायिक निष्ठा और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रतिच्छेदन पर कार्य करती है।" चर्चा कीजिए। लोक प्रशासन में नैतिकता व्यक्तिगत सद्गुण, पेशेवर सत्यनिष्ठा तथा सामाजिक उत्तरदायित्व, इन तीनों के अंतर्संबंधों पर कार्य करती है। विवेचना कीजिये। (150 शब्द)
14 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप प्रमुख उत्तर भारतीय शहर (जो यमुना नदी के किनारे स्थित है) में नगर निगम आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं। यह नदी शहर की जीवनरेखा है, जो घरेलू, औद्योगिक तथा कृषि उपयोग के लिये जल प्रदान करती है। हालाँकि, पिछले कुछ वर्षों में यमुना नदी अशोधित सीवेज, औद्योगिक अपशिष्टों और धार्मिक सामग्री के विसर्जन के कारण अत्यधिक प्रदूषित हो गई है। हाल ही में राष्ट्रीय हरित अधिकरण की एक हालिया रिपोर्ट में आपके निगम की सीवेज ट्रीटमेंट के लक्ष्यों को पूरा करने में विफल रहने और अवैध औद्योगिक अपशिष्टों को अनुमति देने के लिये आलोचना की गई है।
कार्यभार ग्रहण करते ही आप पाते हैं कि कई वस्त्र व रंगाई इकाइयाँ रात के समय गुप्त रूप से नदी में अशोधित अपशिष्ट उत्सर्जित कर रही हैं। आपके अधिकार क्षेत्र में आने वाले कई सीवेज उपचार संयंत्र या तो काम नहीं कर रहे हैं या अपनी क्षमता से बहुत कम पर काम कर रहे हैं, जिसका एक कारण रखरखाव के अनुबंधों में व्याप्त भ्रष्टाचार है। धार्मिक संगठन सांस्कृतिक परंपराओं का हवाला देते हुए नदी में मूर्तियाँ और पुष्पांजलि विसर्जित करना जारी रखे हुए हैं और इनके विरुद्ध किसी भी प्रकार की रोक का विरोध कर रहे हैं और जन-भावनाओं को भड़का रहे हैं।
पर्यावरण कार्यकर्त्ता एक अभियान चला रहे हैं जो राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित कर रहा है, जबकि स्थानीय मीडिया ने त्वचा रोगों के बढ़ते मामलों और जलीय जीवन के नुकसान को सीधे नदी की स्थिति से जोड़ना शुरू कर दिया है। वहीं, राजनीतिक नेतागण आपको आगामी चुनावों तक प्रवर्तन में धीमी गति से आगे बढ़ने की सलाह देते हैं और चेतावनी देते हैं कि उद्योगों या धार्मिक समूहों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई से अशांति भड़क सकती है। इस बीच, सरकार ने आपको नदी पुनरुद्धार के लिये एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया है।
- इस मामले से जुड़े नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये और उन पर चर्चा कीजिये।
- आप पर्यावरणीय दायित्व को राजनीतिक और सांस्कृतिक दबावों के साथ किस प्रकार संतुलित करेंगे?
- आप औद्योगिक अनुपालन में जवाबदेही तथा सीवेज ट्रीटमेंट के संचालन में पारदर्शिता किस प्रकार सुनिश्चित करेंगे?
- सतत् नदी प्रबंधन के लिये प्रमुख उपायों का सुझाव दीजिये और आपका मार्गदर्शन करने वाले नैतिक मूल्यों की विवेचना कीजिये। (250 शब्द)
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प्रश्न . “नैतिकता के बिना ज्ञान निरर्थक है और ज्ञान के बिना नैतिकता भयावह होती है।” विश्लेषण कीजिये कि लोक सेवा में नैतिक सच्चरित्रता और व्यावसायिक दक्षता के बीच संतुलन क्यों आवश्यक है। (150 शब्द)
07 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न 1. “एक लोक सेवक को राजनीतिक रूप से तटस्थ होना चाहिये, लेकिन नैतिक रूप से उदासीन नहीं।” उदाहरणों सहित इस कथन की पुष्टि कीजिये। (150 शब्द)
07 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के विनिर्माण इकाई (मैन्युफैक्चरिंग यूनिट) में महाप्रबंधक (General Manager) के पद पर कार्यरत हैं। हाल ही में प्रबंधन और मज़दूर संघ (Workers’ Union) के बीच तनाव बढ़ गया है। यूनियन ने वेतन वृद्धि, बेहतर सुरक्षा मानकों और संविदा कर्मचारियों के स्थायी समायोजन की माँगें उठाई हैं।
हालाँकि उनकी कुछ माँगें श्रम कल्याण मानदंडों के अनुरूप और न्यायसंगत हैं, जबकि कुछ माँगों से कंपनी की वित्तीय स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इसी बीच, आपको पता चलता है कि कुछ प्रभावशाली यूनियन नेता कर्मचारियों को अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिये उकसा रहे हैं, जबकि वार्ता की प्रक्रिया अब भी जारी है।
इसी दौरान, कुछ कनिष्ठ कर्मचारी आपसे गोपनीय रूप से मिलते हैं और चिंता प्रकट करते हैं कि यूनियन की आक्रामक रणनीति से उनके कॅरियर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है और इससे फैक्टरी का लंबे समय तक बंद रहना भी संभव है। साथ ही, मंत्रालय की ओर से भी यह दबाव है कि उत्पादन में कोई बाधा न आये क्योंकि यह इकाई राष्ट्रीय आपूर्ति शृंखला का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है।
इन्हीं परिस्थितियों में, एक वरिष्ठ यूनियन नेता आपसे गोपनीय रूप से सौदा करने का प्रस्ताव देता है, यदि आप कुछ निजी लाभ (जैसे: उसके संबंधियों को पदोन्नति में प्राथमिकता और उससे जुड़ी फर्मों को ठेके देना) सुनिश्चित करें, तो वह आंदोलन को शांत कराने में सहयोग देगा।
अब आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि आप मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपें, जिसमें औद्योगिक शांति सुनिश्चित करने, श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने और किसी भी प्रकार के अनैतिक समझौते से बचने हेतु व्यावहारिक मार्ग सुझाये जायें।
प्रश्न. इस मामले में सम्मिलित नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये और उनकी विवेचना कीजिये।
प्रश्न. आप श्रमिक कल्याण को संगठनात्मक वहनीयता और जनहित के साथ किस प्रकार संतुलित करेंगे?
प्रश्न. आपको यूनियन नेता द्वारा दिये गए प्रस्ताव पर किस प्रकार प्रतिक्रिया देनी चाहिये? निष्पक्षता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिये किन तंत्रों का उपयोग किया जाना चाहिये?
प्रश्न. ऐसी स्थिति में लोक प्रशासन के कौन-से नैतिक मूल्य और सिद्धांत आपके आचरण का मार्गदर्शन प्रदान करेंगे? (250 words)
01 Aug, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न. जॉन रॉल्स ने ‘न्याय को निष्पक्षता’ के रूप में महत्त्व दिया। विश्लेषण कीजिये कि यह सिद्धांत किस प्रकार सरकारी पदाधिकारियों द्वारा सीमित संसाधनों के वितरण में विभिन्न सार्वजनिक हितों के बीच संतुलन बनाने में उपयोगी हो सकता है। (150 शब्द)
31 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न .“भावनात्मक रूप से विवेकपूर्ण नेतृत्व संकट प्रबंधन के लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण होता है। ”चर्चा कीजिये कि भावनात्मक बुद्धिमत्ता, सार्वजनिक आपात स्थितियों और आपदाओं के दौरान प्रशासनिक प्रभावशीलता किस प्रकार को बढ़ा सकती है। (250 शब्द)
31 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप ‘XYZ बायोटेक’ के प्रबंध निदेशक हैं, जो भारत में स्थित एक तेज़ी से बढ़ती हुई दवा कंपनी है और जिसका संचालन कई विकासशील देशों में है। आपकी कंपनी ने हाल ही में तेज़ी से उत्परिवर्तित होते किसी उष्णकटिबंधीय रोग (जो उप-सहारा अफ्रीका और दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों की बड़ी आबादी को प्रभावित कर रहा है) के लिये mRNA-आधारित एक सफल वैक्सीन विकसित की है।
इस वैक्सीन ने चरण-III के क्लिनिकल ट्रायल में 94% प्रभावशीलता प्रदर्शित की है और इसमें हज़ारों लोगों की जान बचाने की क्षमता है। हालाँकि, यह वैक्सीन निर्माण में महँगी है क्योंकि इसके लिये विशेष कोल्ड-चेन भंडारण और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों से लाइसेंस प्राप्त स्वामित्व बायोटेक्नोलॉजी इनपुट्स की आवश्यकता होती है। आपके निदेशक मंडल द्वारा प्रस्तावित मूल्य निर्धारण रणनीति अनुसंधान एवं विकास निवेश की भरपाई और लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से ₹3000 प्रति खुराक तय की गई है, जो लक्षित क्षेत्रों में कई कम आय वाली आबादी के लिये इस वैक्सीन को वहन करने योग्य नहीं बनाता है।
इस बीच, कई गैर-सरकारी संगठन, वैश्विक स्वास्थ्य संगठन और यहाँ तक कि कुछ सरकारें भी आपसे अपने पेटेंट अधिकारों को त्यागने या सस्ते संस्करणों की अनुमति देने के लिये मूल्य निर्धारण में स्तर-आधारित भिन्नता अपनाने या सार्वजनिक क्षेत्र में निर्माण के लिये स्वैच्छिक लाइसेंसिंग देने का आग्रह कर रही हैं।
आप निवेशकों के दबाव में भी हैं, जो नवाचार से उच्च लाभ की अपेक्षा रखते हैं। कुछ हितधारक सुझाव दे रहे हैं कि परीक्षणों को उन देशों में आउटसोर्स कर दिया जाये जहाँ विनियामक मानक कमज़ोर हैं, जबकि अन्य सुझाव देते हैं कि पहले समृद्ध ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित किया जाये और अविकसित/विकासशील देशों में उपलब्धता को टाल दिया जाये। आप इस बात को लेकर द्वंद में हैं, क्योंकि आप सार्वजनिक स्वास्थ्य को एक अधिकार मानते हैं, लेकिन साथ ही अपने शेयरधारकों, कर्मचारियों और कंपनी की दीर्घकालिक संवहनीयता का आप पर दायित्व भी है।प्रश्न:
25 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
1. इस मामले में शामिल नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये और उन पर चर्चा कीजिये।
2. ऊपर वर्णित स्थिति पर आपकी तत्काल प्रतिक्रिया क्या होगी?
3. यदि कोई वैश्विक स्वास्थ्य गठबंधन आपके टीके के स्वैच्छिक लाइसेंस की माँग करता है, तो आप नैतिक और रणनीतिक दोनों रूप से किस प्रकार की प्रतिक्रिया देंगे?
4. एक कर्त्तव्यनिष्ठ लोक-हितैषी कार्यकारी के रूप में, एक संतुलित रणनीति का सुझाव दीजिये जो नवाचार, सामर्थ्य और नैतिक सत्यनिष्ठा सुनिश्चित करे। -
प्रश्न. "प्रक्रियात्मक सत्यनिष्ठा सुशासन की आधारशिला है, फिर भी ऐसी परिस्थितियाँ उत्पन्न होती हैं जहाँ नियमों का सख्ती से पालन न्याय की भावना का उल्लंघन कर सकता है।” ऐसी परिस्थितियों में, क्या एक प्रशासनिक अधिकारी को प्रक्रियात्मक नियमों से हटकर वास्तविक (सार्थक) न्याय को प्राथमिकता देनी चाहिये? लोक प्रशासन से प्रासंगिक उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
24 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. “यद्यपि लोक सेवकों के लिये एक दृढ़ नैतिक दिशानिर्देश आवश्यक है, तथापि कठोर नैतिक निरपेक्षता कभी-कभी शासन की व्यावहारिक माँगों के साथ असंगत भी हो सकती है।” जटिल प्रशासनिक परिस्थितियों में आदर्शवाद और प्रभावी निर्णय लेने के बीच संतुलन बनाने में लोक सेवकों की सहायता करने में नैतिक व्यावहारिकता की भूमिका पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
24 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
विक्रम, राज्य सरकार के किसी विभाग में कार्यरत एक पर्यावरण अधिकारी हैं जो निर्माण एवं औद्योगिक क्षेत्रों में पर्यावरणीय नियमों की निगरानी और उनके अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिये ज़िम्मेदार है। हाल ही में, एक बड़ी रियल एस्टेट कंपनी ने शहर के बाह्य क्षेत्र में एक नए आवासीय परिसर का प्रस्ताव रखा है और विक्रम के विभाग को इस परियोजना के पर्यावरणीय प्रभाव का मूल्यांकन करने का काम सौंपा गया है। कंपनी ने आवश्यक पर्यावरणीय प्रभाव आकलन (EIA) रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है, जिसमें कहा गया है कि निर्माण का स्थानीय पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा।
रिपोर्ट की समीक्षा करते समय, विक्रम को कई विसंगतियाँ और चूक नज़र आती हैं। स्थानीय वन्यजीवों, मृदा की गुणवत्ता और जल स्रोतों पर पड़ने वाले प्रभाव के संदर्भ में महत्त्वपूर्ण विवरणों को या तो कम दर्शाया गया है या पूरी तरह से अनदेखा कर दिया गया है। विक्रम के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि निर्माण का स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन डेवलपर्स ने एक स्थानीय चैरिटी को एक बड़ा दान दिया है जिससे विक्रम का विभाग जुड़ा हुआ है। इस चैरिटी ने पूर्व में में कई पर्यावरणीय पहलों को वित्त पोषित किया है, साथ ही विक्रम को पता है कि यह चैरिटी, विभाग की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा तथा भविष्य में और अधिक वित्तीय संसाधन आकर्षित करेगा।
इसके अतिरिक्त, विक्रम के वरिष्ठ अधिकारी, जो विभाग के प्रमुख हैं, ने सार्वजनिक रूप से इस परियोजना की सराहना करते हुए इसे शहर के विकास के लिये अत्यंत आवश्यक बताया है तथा संकेत दिया है कि यदि पर्यावरणीय रिपोर्ट अनुकूल पाई जाती है तो रियल एस्टेट कंपनी को शीघ्र स्वीकृति मिल सकती है।
विक्रम पर्यावरणीय नियमों का पालन करने के अपने कर्त्तव्य, दीर्घकालिक पारिस्थितिक परिणामों को लेकर अपनी चिंता और अपने विभाग के लिये भविष्य में वित्त पोषण के अवसरों के बदले में विकास का समर्थन करने के दबाव के बीच उलझा हुआ महसूस कर रहे हैं।
(a) पर्यावरणीय समीक्षा प्रक्रिया की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिये विक्रम को इस स्थिति में क्या करना चाहिये ?
(b) यदि रियल एस्टेट कंपनी विसंगतियों के बावजूद विक्रम पर रिपोर्ट को स्वीकृति देने का दबाव डालती है, तो वह अपने निर्णय को किस प्रकार उचित ठहरा सकता है?
(c) इस मामले में व्यक्तिगत हित और बाह्य दबाव पर्यावरणीय नैतिकता से किस प्रकार समझौता करते हैं तथा भविष्य की परियोजनाओं में इस तरह के टकराव को रोकने के लिये क्या उपाय किये जा सकते हैं?
18 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न. "करुणा के बिना सत्यनिष्ठा कठोरता है, और सत्यनिष्ठा के बिना करुणा दुर्बलता है।" लोक सेवा में सत्यनिष्ठा और करुणा के बीच संतुलन के महत्त्व पर चर्चा कीजिये। उपयुक्त उदाहरणों द्वारा स्पष्ट कीजिये। (150 शब्द)
17 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. "लोक सेवा में सतत् नैतिक व्यवहार के लिये न केवल दृढ़ विश्वास, बल्कि मानसिक दृढ़ता की भी आवश्यकता होती है।" 'नैतिक श्रांति' की प्रवृत्ति पर चर्चा कीजिये तथा यह बताइये कि सिविल सेवा में इसका समाधान किस प्रकार किया जा सकता है। (150 शब्द)
17 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
सूरतवाड़ा ज़िले के ज़िलाधिकारी के रूप में आप एक सरकार-प्रायोजित ग्रामीण विकास परियोजना की निगरानी कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य बुनियादी अवसंरचना में सुधार लाना है। हालाँकि, शीघ्र ही आपको पता चलता है कि सड़क, स्वच्छता व्यवस्था और किफायती आवास निर्माण से संबद्ध जिन ठेकेदारों को ठेके दिये गये हैं, उनके स्थानीय तथा राज्य स्तर के राजनेताओं से मज़बूत राजनीतिक संबंध हैं। इन ठेकेदारों का पिछला रिकॉर्ड खराब रहा है। पिछली परियोजनाओं में घटिया काम और वित्तीय कुप्रबंधन के इतिहास के बावजूद, इन ठेकेदारों को उनके राजनीतिक प्रभाव के कारण आकर्षक निविदाएँ मिलती रहती हैं।
परियोजना की समीक्षा करने पर, आपको पता चलता है कि धन का दुरुपयोग हो रहा है, निर्माण लागत बढ़ा-चढ़ाकर बताई जा रही है और निम्नस्तरीय सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, स्थानीय भ्रष्ट अधिकारी अनुमोदन प्रक्रिया में हेरफेर करने में सहभागी पाये जाते हैं। यह जानते हुए भी, आप पर अपने राजनीतिक वरिष्ठों और प्रभावशाली स्थानीय हस्तियों, दोनों की ओर से परियोजना को बिना किसी हस्तक्षेप के जारी रखने देने का भारी दबाव है। यदि आप इस भ्रष्टाचार को उजागर करते हैं, तो परियोजना रुक सकती है, जिससे ज़िले का विकास प्रभावित होगा और साथ ही राजनीतिक प्रतिक्रिया के चलते आपको स्थानांतरण या अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।
आप एक गंभीर द्वंद्व में फँस गए हैं: क्या आपको भ्रष्टाचार का उजागर करके अपने कॅरियर और परियोजना के पूरा होने को जोखिम में डालना चाहिये या यह जानते हुए भी कि ऐसा करने से जनता के प्रति आपके नैतिक दायित्व से समझौता होगा, मौन हो जाना चाहिये? यह निर्णय इस बात से और भी जटिल हो जाता है कि आपके कार्यों से परियोजना का भविष्य और ज़िले में शासन की आपकी समग्र क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है।
प्रश्न:
1. परियोजना में भ्रष्टाचार की गहन जाँच सुनिश्चित करने तथा सार्वजनिक सेवाओं में न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिये आपके पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं?
2. अपनी निष्ठा बनाए रखने तथा जाँच को निरंतर सार्वजनिक सेवा प्रदान करने की आवश्यकता के साथ संतुलित करने के लिये आप क्या कदम उठाएंगे?
3. भविष्य में सरकारी परियोजनाओं में भ्रष्टाचार की इसी तरह की स्थिति को रोकने के लिये आप अपने ज़िले में कौन-से दीर्घकालिक सुधार लागू करने पर विचार करेंगे और आप यह किस प्रकार सुनिश्चित करेंगे कि राजनीतिक एवं प्रशासनिक प्रतिरोध के बावजूद ऐसे सुधार सफल हों?
11 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न. "संस्थागत उत्तरदायित्व और प्रदर्शन मानकों के इस युग में, क्या लोक प्रशासन में परोपकारिता के लिये अभी भी स्थान है? विवेचना कीजिये। (150 शब्द)
10 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. "करुणा एक आवश्यकता है, विलासिता नहीं। इसके बिना मानवता जीवित नहीं रह सकती।" नियम-आधारित शासन से समझौता किये बिना लोक सेवक करुणा को संस्थागत किस प्रकार बना सकते हैं? (150 शब्द)
10 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
अंजलि वर्मा, एक युवा तथा अत्यंत प्रेरित भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी हैं जिन्हें एक वर्ष से अधिक समय से प्रवर्तन निदेशालय (ED) में नियुक्त किया गया है। वे एक परिश्रमी और कर्त्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं, जो विधि के पालन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिये प्रसिद्ध हैं। हाल ही में, अंजलि को शहर के एक प्रसिद्ध व्यावसायिक समूह पर छापेमारी की कार्रवाई की निगरानी का दायित्व सौंपा गया है। इस कंपनी के मालिक, जो एक प्रभावशाली उद्योगपति हैं, पर बड़े पैमाने पर कर-चोरी, धन-शोधन तथा अवैध वित्तीय लेन-देन का संदेह है।
जैसे-जैसे छापे की कार्रवाई आगे बढ़ती है, अंजलि की टीम को कई महत्त्वपूर्ण वित्तीय अनियमितताओं के प्रमाण मिलते हैं, जिनमें अदृश्य संपत्तियाँ और अघोषित विदेशी बैंक खातों की जानकारी शामिल है। लेकिन जैसे ही यह कार्रवाई अपने अंतिम चरण में पहुँचती है, अंजलि को एक गुमनाम फोन कॉल प्राप्त होता है, जिसमें यह दावा किया जाता है कि उन्हीं के एक करीबी रिश्तेदार, जो उसी व्यावसायिक समूह में एक वरिष्ठ पद पर कार्यरत हैं, इन अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। हालाँकि, कॉल करने वाला कोई ठोस प्रमाण नहीं देता, केवल एक अस्पष्ट दावा करता है।
अंजलि एक नैतिक और व्यावसायिक दुविधा में हैं। वह सदैव अपने कर्त्तव्य के प्रति दृढ़ निष्ठा रखती रही हैं और सामाजिक या राजनीतिक परिणामों की परवाह किये बिना न्याय की स्थापना को प्राथमिकता देती आई हैं। परंतु अब, जब मामला उनके परिवार से जुड़ता प्रतीत हो रहा है, तो उनके व्यक्तिगत जीवन में जटिलताएँ उत्पन्न होने लगी हैं। उन्हें भय है कि यदि वह अपने रिश्तेदार की भूमिका की जाँच को आगे बढ़ाती हैं, तो इससे उनके परिवार को मानसिक आघात पहुँच सकता है और यह उनके पारिवारिक संबंधों तथा कॅरियर दोनों पर विपरीत असर डाल सकता है।
इस व्यावसायिक साम्राज्य का व्यापारिक एवं राजनीतिक दायरों में अच्छा संबंध है और अंजलि पर यह दबाव डाला जा रहा है कि इस छापे को शीघ्रता से और बिना अधिक सार्वजनिक असर के समाप्त कर दिया जाये। इसके बावजूद, अंजलि को लगता है कि अब तक मिले साक्ष्य यह दर्शाते हैं कि अपराध गंभीर हैं और इनकी गहन जाँच अनिवार्य है।
उनके प्रत्यक्ष उच्चाधिकारी ने उनसे छापे पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है और यह संकेत दिया है कि मामले को ‘बिना अनावश्यक उथल-पुथल के’ सुलझाया जाये। ऐसे में अंजलि पर जाँच की निष्पक्षता के साथ-साथ व्यक्तिगत और पेशेवर प्रभावों को संतुलित करने का बहुत दबाव है, जिसका सामना उन्हें अपने रिश्तेदार की इस मामले में संलिप्तता के लिये करना पड़ सकता है।
प्रश्न:
1. इस स्थिति में प्रमुख नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
04 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. अंजलि के लिये सबसे उपयुक्त कार्रवाई क्या होगी, साथ ही यह भी चर्चा कीजिये कि नैतिक दुविधाओं को हल करने के लिये कौन-सा नैतिक कार्यढाँचा उसका मार्गदर्शन करेगा।
3. उच्च-स्तरीय जाँच में पेशेवर ईमानदारी और निष्पक्षता बनाए रखने में जाँच अधिकारियों को सहायता देने के लिये कौन-सी दीर्घकालिक रणनीतियाँ क्रियान्वित की जा सकती हैं? -
प्रश्न. नैतिक शासन के संदर्भ में, संयम का गुण असमानता और पर्यावरणीय स्थिरता जैसे मुद्दों को सुलझाने में निर्णय-निर्माण का मार्गदर्शन कैसे कर सकता है? (150 शब्द)
03 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. क्रिप्टोकरेंसी का उदय वित्तीय स्वतंत्रता और संभावित हानि (जैसे बाजार अस्थिरता व दुरुपयोग) के बीच एक विरोधाभास प्रस्तुत करता है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी से उत्पन्न नैतिक चुनौतियों का प्रमुख नैतिक सिद्धांतों की दृष्टि से समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये। (150 शब्द)
03 Jul, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
विक्रम एक तेजी से बढ़ते महानगरीय शहर में शहरी योजनाकार हैं। उनके विभाग को एक पुराने औद्योगिक क्षेत्र को आधुनिक आवासीय पड़ोस में पुनर्विकास करने की देखरेख का काम सौंपा गया है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर के जीर्ण-शीर्ण हिस्से को पुनर्जीवित करना और सैकड़ों परिवारों को किफायती आवास प्रदान करना है। हालाँकि, जिस क्षेत्र में यह पुनर्विकास होना है, वहाँ एक जीवंत लेकिन निम्न-आय वाली समुदाय वर्षों से निवास कर रहा है। जबकि स्थानीय सरकार ने वादा किया है कि यह परियोजना आर्थिक अवसर और बेहतर जीवन स्तर लाएगी, विक्रम ने कुछ चिंताजनक तथ्य उजागर करने शुरू कर दिये हैं। वहाँ रहने वाले कई लोग दशकों से उस क्षेत्र में बसे हुए हैं और उनकी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान उस जगह से जुड़ी हुई है। वे छोटे व्यवसाय भी चलाते हैं जो उनकी जीविका के लिये आवश्यक हैं।
पुनर्विकास योजना में उनके घरों और व्यवसायों को तोड़ने, उन्हें उस क्षेत्र से हटाकर शहर के एक अलग हिस्से में पुनर्वासित करने का प्रस्ताव है, जो उनके वर्तमान समुदाय और समर्थन प्रणाली से काफी दूर है। इसके अलावा, यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार किस प्रकार विस्थापित परिवारों के लिये किफायती आवास सुनिश्चित करेगी या उन्हें उचित मुआवज़ा दिया जाएगा या नहीं। विक्रम यह भी जानते हैं कि इस परियोजना के पीछे बड़े आर्थिक हित छिपे हैं। कई प्रभावशाली रियल एस्टेट डेवलपर्स को इस पुनर्विकास से भारी लाभ होने की संभावना है, और उनके दबाव ने योजना प्रक्रिया को काफी प्रभावित किया है। विक्रम, जो शुरू में इस परियोजना की संभावनाओं को लेकर उत्साहित थे, अब गहरी उलझन में हैं।
एक ओर, यह परियोजना आर्थिक विकास ला सकती है, लेकिन दूसरी ओर, यह एक हाशिये पर खड़े समुदाय को भारी सामाजिक नुकसान पहुँचा सकती है। जैसे-जैसे परियोजना आगे बढ़ती है, विक्रम पर उनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बिना और जाँच-पड़ताल के इसे मंज़ूरी देने का दबाव डाला जा रहा है, क्योंकि किसी भी देरी से फंडिंग खतरे में पड़ सकती है तथा शहर की समग्र विकास योजना प्रभावित हो सकती है।
विक्रम जानते हैं कि यदि वे आपत्ति उठाते हैं या योजना की समीक्षा की मांग करते हैं तो उनके करियर को नुकसान पहुँचाया जा सकता है। लेकिन साथ ही वे यह भी महसूस करते हैं कि सिर्फ आर्थिक विकास और रियल एस्टेट के लाभ के लिये एक संवेदनशील समुदाय को विस्थापित करना नैतिक रूप से गलत है। यह स्थिति विक्रम को एक गहरे नैतिक द्वंद्व में डाल देती है, जहाँ एक ओर एक शहरी योजनाकार के रूप में उनकी व्यावसायिक ज़िम्मेदारी है, वहीं दूसरी ओर एक नागरिक के रूप में उनकी सामाजिक और नैतिक ज़िम्मेदारी।
प्रश्न:
- इस स्थिति में प्रमुख नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
- विक्रम को इस स्थिति में हितों के टकराव को कैसे संभालना चाहिये, जिसमें शक्तिशाली डेवलपर्स परियोजना के लिये दबाव डाल रहे हैं तथा हाशिए पर पड़े समुदाय को विस्थापित कर रहे हैं?
- क्या आर्थिक विकास किसी समुदाय के विस्थापन को उचित ठहरा सकता है? ऐसी विकास परियोजनाओं की योजना बनाते समय नीति निर्माताओं को किन नैतिक सिद्धांतों का मार्गदर्शन करना चाहिये
-
प्रश्न. "युद्ध शांत भविष्य के निर्माण के लिये अच्छे औज़ार नहीं हैं।" – मार्टिन लूथर किंग जूनियर।
26 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न
उपर्युक्त कथन के संदर्भ में चर्चा कीजिये कि क्या स्थायी शांति हिंसात्मक तरीकों से प्राप्त की जा सकती है, या अहिंसा ही एकमात्र नैतिक मार्ग है? (150 शब्द) -
प्रश्न. क्या नैतिक सापेक्षवाद जैसे विचार को भारत जैसे बहुसांस्कृतिक समाज में शासन का एक वैध दृष्टिकोण माना जा सकता है? नीति-निर्माण पर इसके प्रभावों की चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
26 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
मीरा भारत की एक सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी में वरिष्ठ कार्यपालक हैं, जो नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में विशेषज्ञता रखती है। यह कंपनी एक दूरदराज़ क्षेत्र में एक बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण हेतु एक सरकारी अनुबंध के लिये बोली लगाने की प्रक्रिया में है। यह अनुबंध अत्यधिक प्रतिस्पर्द्धात्मक है, जिसमें कई शीर्ष स्तर की कंपनियाँ भाग ले रही हैं और इस अनुबंध को जीतने से मीरा की कंपनी को उल्लेखनीय आर्थिक लाभ एवं व्यापक प्रतिष्ठा प्राप्त हो सकती है।
कुछ महीने पहले मीरा के देवर राजीव को नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में एक वरिष्ठ पद पर नियुक्त किया गया था, जो मंत्रालय उस अनुबंध की निगरानी और स्वीकृति के लिये उत्तरदायी है। मीरा और राजीव के बीच घनिष्ठ संबंध हैं और हालाँकि मीरा जानती है कि राजीव की पेशेवर प्रतिष्ठा मज़बूत है, वह यह भी समझती है कि उन पर सरकार की सौर ऊर्जा पहल को सफल बनाने का काफी दबाव है।
मीरा की कंपनी इस निविदा के प्रमुख दावेदारों में से एक है, लेकिन उसे पता चलता है कि राजीव निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं और यह संभावना है कि वह अपने निजी संबंध के कारण मीरा की कंपनी को परोक्ष रूप से सहायता पहुँचा सकते हैं। मीरा एक अंतर्द्वंद्व में फँसी हुई है: वह जानती है कि उसकी कंपनी इस अनुबंध को पूरा करने में सक्षम है, लेकिन साथ ही यह भी समझती है कि राजीव से पारिवारिक संबंध हितों के टकराव की धारणा को जन्म दे सकते हैं और पक्षपात के आरोप लग सकते हैं।
मीरा की दुविधा इस तथ्य से और भी बढ़ जाती है कि कंपनी के शेयरधारक आक्रामक विस्तार के लिये दबाव डाल रहे हैं तथा यह अनुबंध जीतने से कंपनी का बाज़ार मूल्य काफी बढ़ सकता है। हालाँकि, मीरा नैतिक मानकों, जनधारणाओं तथा अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रतिष्ठा दोनों की की शुचिता को लेकर भी गहराई से चिंतित है।
प्रश्न:
(a) इस स्थिति में प्रमुख नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
(b) चूँकि मीरा की राजीव से पारिवारिक संबंध है, ऐसे में बोली प्रक्रिया में अपनी भागीदारी को नैतिक और पारदर्शी बनाये रखने के लिये उसे कौन-कौन से कदम उठाने चाहिये?
(c) विशेषकर सार्वजनिक क्षेत्र के अनुबंधों में, कॉर्पोरेट प्रशासन संबंधी निर्णयों को व्यक्तिगत संबंधों से प्रभावित होने देने के क्या संभावित जोखिम हो सकते हैं और ये जोखिम कंपनी की दीर्घकालिक सफलता को किस प्रकार प्रभावित कर सकते हैं?
20 Jun, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़