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कुल प्रश्नों की संख्या : 1072
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एक समर्पित और करुणाशील IAS अधिकारी अनन्या सिंह, वर्तमान में झारखंड के एक मुख्य रूप से जनजाति बहुल और अविकसित ज़िले में ज़िला कलेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। सरकार ने हाल ही में समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) के तहत एक संशोधित प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना शुरू की है, जिसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और दुग्धपान कराने वाली माताओं के लिये समय पर वित्तीय सहायता सुनिश्चित कर मातृ एवं बाल पोषण में सुधार करना है। इस नई प्रणाली की एक प्रमुख विशेषता यह है कि लाभ वितरण के दौरान आधार के माध्यम से अनिवार्य बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य लाभ वितरण में गड़बड़ी को रोकना, फर्ज़ी लाभार्थियों को हटाना और उक्त कल्याणकारी योजना की पारदर्शिता व जवाबदेही को बढ़ाना है।
हालाँकि, क्रियान्वयन के कुछ ही सप्ताहों के भीतर, कई ज़मीनी स्तर की समस्याएँ उभरने लगती हैं। कई बुजुर्ग देखभालकर्त्ता, विशेष तौर पर माता-पिता की अनुपस्थिति में बच्चों की देखभाल करने वाली दादी-नानी (उम्र, मेहनत और स्वास्थ्य कारणों से जिनकी उंगलियों के निशान मिट चुके होते हैं) बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण में फिंगरप्रिंट बेमेल की समस्या से जूझती हैं। दूरस्थ जनजातीय क्षेत्रों में, अपर्याप्त इंटरनेट कनेक्टिविटी और कार्यात्मक बायोमेट्रिक उपकरणों की कमी के कारण प्रायः लेन-देन विफल हो जाते हैं। स्थानीय आँगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं और आशा कार्यकर्त्ताओं ने बताया कि 30% से अधिक पात्र लाभार्थियों को धनराशि नहीं मिली है, जिससे काफी परेशानी हो रही है, विशेषकर सीमांत समुदाय के परिवारों में जो बुनियादी पोषण के लिये इस सहायता पर निर्भर हैं।
कमज़ोर समूहों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंतित अनन्या ने सत्यापन के लिये अस्थायी वैकल्पिक तरीकों, जैसे कि भौतिक पहचान जाँच, मोबाइल OTP या मैन्युअल रजिस्टर रखरखाव की अनुमति देने पर विचार किया। हालाँकि, राज्य विभाग ने उन्हें ऐसा न करने की सलाह दी है तथा सख्त केंद्रीय दिशानिर्देशों का हवाला दिया है, जो बायोमेट्रिक आधारित प्रक्रिया के वैकल्पिक तरीकों को प्रतिबंधित करते हैं। इस बीच, एक प्रतिष्ठित स्थानीय NGO ने विरोध प्रदर्शन आयोजित किया और मीडिया से संपर्क किया, जिसमें प्रशासन पर व्यवस्थित अपवर्जन तथा अनुच्छेद 21 (सम्मान के साथ जीवन का अधिकार) के उल्लंघन का आरोप लगाया गया।
प्रश्न:
1. मामले में शामिल मुख्य नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये।
2. अनन्या के पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं? उनमें से प्रत्येक का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये और सबसे उपयुक्त कार्यवाही का सुझाव दीजिये।
3. यह सुनिश्चित करने के लिये कि शासन में प्रौद्योगिकी के उपयोग से कमज़ोर वर्ग वंचित न रह जाए, सार्वजनिक संस्थाओं द्वारा क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
11 Apr, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न. नैतिक शासन के लिये व्यक्तिगत मूल्यों और पेशेवर कर्त्तव्यों के बीच संतुलन की आवश्यकता होती है। चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
10 Apr, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न.संसाधनों के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करने के लिये लोक प्रशासन में जवाबदेही आवश्यक है। मूल्यांकन कीजिये कि लोक सेवा में जवाबदेही किस प्रकार सुशासन में योगदान देती है। (150
10 Apr, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
एक युवा और ईमानदार IAS अधिकारी स्नेहा वर्मा, महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त ज़िले में ज़िला ग्रामीण विकास एजेंसी (DRDA) की CEO के रूप में कार्यरत हैं। वह जल शक्ति अभियान के तहत एक महत्त्वपूर्ण ₹50 करोड़ की जल संरक्षण परियोजना के कार्यान्वयन की देखरेख कर रही हैं, जिसका उद्देश्य फसल की विफलता और बड़े पैमाने पर पलायन को रोकना है। निविदाओं को अंतिम रूप देते समय, सबसे कम बोली लगाने वाला— XYZ प्राइवेट लिमिटेड, मज़बूत साख के साथ उभरता है। हालाँकि, स्नेहा को सहकर्मियों द्वारा अनौपचारिक रूप से फर्म के दूसरे राज्य में घटिया काम और रिश्वतखोरी में कथित संलिप्तता के बारे में चेतावनी दी जाती है, जबकि कोई औपचारिक दोषसिद्धि या ब्लैकलिस्ट स्थिति नहीं है।
स्थिति तब और बिगड़ जाती है जब एक स्थानीय विधायक स्नेहा से मिलने आता है तथा उसे सरस्वती इंफ्रा को ठेका देने के लिये दबाव डालता है, उसे तत्काल कार्रवाई करने का हवाला देता है और उसके आगामी तबादले के परिणामों का संकेत देता है। अगली सुबह, उसे एक अज्ञात ईमेल प्राप्त होता है जिसमें फर्म द्वारा पिछली परियोजनाओं में गुणवत्ता रिपोर्ट में हेरफेर करने के कथित साक्ष्य होते हैं। ग्रामीणों को मानसून-पूर्व परियोजना के निष्पादन की प्रतीक्षा है जिसमें स्नेहा ईमानदारी सुनिश्चित करने और विलंब से बचने के बीच उलझी हुई है जो आजीविका को नुकसान पहुँचा सकती है तथा राजनीतिक प्रतिक्रिया को आमंत्रित कर सकती है।
प्रश्न:
1. मामले में शामिल नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कर और उन पर चर्चा कीजिये।
2. स्नेहा के पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं? उनमें से प्रत्येक का मूल्यांकन कीजिये। स्नेहा के लिये सबसे उपयुक्त कार्यवाही क्या होगी?3.दीर्घकाल में, सार्वजनिक संस्थाओं को विकासात्मक आवश्यकताओं की तात्कालिकता को संतुलित करते हुए सार्वजनिक खरीद में नैतिक अखंडता और पारदर्शिता किस प्रकार सुनिश्चित की जानी चाहिये?
04 Apr, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न. समकालीन शासन और प्रशासन में गांधीवादी नैतिकता की प्रासंगिकता पर चर्चा कीजिये। उपयुक्त उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिये। (150 शब्द)
03 Apr, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. आप 'विवेक' और 'नैतिक तर्क' से क्या समझते हैं? वे लोक सेवा में नैतिक निर्णय लेने को किस प्रकार प्रभावित करते हैं? (150 शब्द)
03 Apr, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारी हैं। हाल ही में सोशल मीडिया को विनियमित करने के लिये एक बड़ी नीति बनाई गई है, और आपने इसके प्रारूपण एवं कार्यान्वयन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एक शाम, घर लौटते समय, आपको अपनी बेटी के कॉलेज काउंसलर का फोन आता है, जो आपसे अगली सुबह मिलने का अनुरोध करता है।
जब आप कॉलेज जाते हैं, तो काउंसलर आपको बताता है कि आपकी बेटी में तनाव के लक्षण दिख रहे हैं, वह कक्षा में कम भाग ले रही है और उसकी अनुपस्थिति बढ़ रही है। अपनी बेटी से निजी तौर पर बात करने पर आपको पता चलता है कि वह एक लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन उत्पीड़न (बुलीइंग) का शिकार हो रही है। उस पर उसके रूप-रंग और "उस अधिकारी की बेटी जो लोगों की पसंदीदा चीजों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं" जैसे तानों को लेकर मीम, वीडियो एवं पोस्ट बनाए जा रहे हैं।
वह बताती है कि उसके सहपाठी न केवल स्कूल में, बल्कि ऑनलाइन भी उसका मजाक उड़ा रहे हैं और उसके पिता की भूमिका के कारण उसे दोषी ठहरा रहे हैं, जिससे उसके माता-पिता के फैसलों के प्रति असंतोष झलकता है। वह आपसे अनुरोध करती है कि इस मामले में कोई आधिकारिक या सार्वजनिक कदम न उठाया जाए, क्योंकि उसे डर है कि इससे उसका अपमान और बढ़ जाएगा। आपके सहकर्मी आपको अपने मंत्रालय के प्रेस विंग के माध्यम से औपचारिक स्पष्टीकरण जारी करने या तथ्यों को प्रस्तुत करने और अपने परिवार का बचाव करने के लिये एक व्यक्तिगत वीडियो जारी करने की सलाह देते हैं। हालाँकि, वरिष्ठ लोक सेवक आपको इसे व्यक्तिगत या भावनात्मक बनाने के खिलाफ चेतावनी देते हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि यह एक गलत उदहारण पेश कर सकता है और संस्थागत प्रोटोकॉल को कमज़ोर कर सकता है।
प्रश्न
1. मामले में शामिल नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये और चर्चा कीजिये।
2. इस स्थिति में आप क्या कदम उठाएँगे और क्यों? नैतिक सिद्धांतों का उपयोग करके अपने उत्तर की पुष्टि कीजिये।
3. यह सुनिश्चित करने के लिये क्या नियामक कार्यढाँचा होना चाहिये कि सोशल मीडिया स्वतंत्र अभिव्यक्ति के लिये एक स्थान बना रहे तथा नागरिकों को ऑनलाइन दुर्व्यवहार, गलत सूचना और डिजिटल हेरफेर से सुरक्षित रखा जा सके?
28 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न. लोक सेवा के अंतर्गत वित्तीय संयम प्रशासनिक ईमानदारी में किस प्रकार योगदान देता है? उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
27 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. "भावनात्मक बुद्धिमत्ता नैतिक और सहानुभूतिपूर्ण लोक सेवा की आधारशिला है।" उपयुक्त उदाहरणों के साथ इस कथन की पुष्टि कीजिये। (150 शब्द)
27 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक प्रतिष्ठित सरकारी विश्वविद्यालय में प्रवेश निदेशक हैं। प्रवेश प्रक्रिया चल रही है जिसमें सख्त योग्यता-आधारित मानदंड लागू किये गए हैं। अंतिम चयन से कुछ दिन पूर्व, आपको राज्य सरकार के एक वरिष्ठ लोक सेवा अधिकारी का फोन आता है, जो अपने बेटे के लिये (जो कट-ऑफ अंकों को पूरा नहीं करता है) प्रवेश का अनुरोध करता है। वह इस बात पर बल देता है कि विश्वविद्यालय के विस्तार परियोजनाओं के लिये सरकारी अनुदान प्राप्त करने में उसका समर्थन महत्त्वपूर्ण रहा है।
साथ ही, कुलपति (VC) आपको एक निजी बैठक में सूचित करते हैं कि विश्वविद्यालय का वित्तपोषण एक महत्त्वपूर्ण मोड़ पर है और अधिकारी की सद्भावना भविष्य के अनुदान को सुरक्षित करने में मदद कर सकती है। कुलपति सुझाव देते हैं कि आप विश्वविद्यालय में उक्त छात्र के प्रवेश को समायोजित करने के लिये ‘विवेकाधीन कोटा’ का पता लगाएं।
इस बीच, प्रवेश समिति का कनिष्ठ संकाय सदस्य प्रवेश सूची में अंतिम समय में किये गए असामान्य परिवर्तनों के बारे में निजी तौर पर आपके समक्ष चिंता व्यक्त करता है तथा संभावित बाह्य हस्तक्षेप की ओर संकेत करता है। आप निष्पक्षता बनाए रखने के अपने कर्त्तव्य और विश्वविद्यालय के वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने की व्यावहारिक चुनौतियों के बीच दुविधा में हैं।
प्रश्न
1. इस मामले में शामिल नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये और उनका विश्लेषण कीजिये।
2. प्रवेश निदेशक के रूप में आपके लिये उपलब्ध संभावित कार्यवाही के तरीकों का परीक्षण कीजिये। प्रत्येक विकल्प के गुण और दोष पर चर्चा कीजिये। आप कार्यवाही का कौन-सा रास्ता अपनाएंगे और क्यों?
3. विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता, निष्पक्षता और बाह्य दबावों का प्रतिरोध सुनिश्चित करने के लिये कौन-से संस्थागत सुधार लागू किये जा सकते हैं?
21 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न लोक सेवा में ‘नैतिक संकट’ की अवधारणा किस प्रकार उत्पन्न होती है तथा लोक सेवक रचनात्मक रूप से इसके शमन के लिये कौन-सी रणनीति अपना सकते हैं? (150 शब्द)
20 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न "नैतिक साहस के लिये अकेले खड़े होने की इच्छा और अपनी स्थिति बदलने की विनम्रता दोनों की आवश्यकता होती है।" लोक प्रशासन में नैतिक साहस के उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
20 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. "संधारणीयता केवल एक नीतिगत लक्ष्य नहीं है, बल्कि एक नैतिक दायित्व है।" स्थायी पर्यावरणीय प्रथाओं को बढ़ावा देने में निगमित नैतिकता, प्रशासन और व्यक्तिगत उत्तरदायित्व की भूमिका पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
13 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. शासन में भावनात्मक बुद्धिमत्ता को प्रायः संज्ञानात्मक बुद्धिमत्ता के समान ही महत्त्वपूर्ण माना जाता है। नैतिक नेतृत्व और लोक सेवा में इसकी भूमिका पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
13 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
अदिति, एक भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी हैं, जो जनजाति बहुल क्षेत्र में प्रभागीय वन अधिकारी (DFOO) के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें जनजातीय नेताओं के माध्यम से एक निजी बुनियादी अवसंरचना कंपनी द्वारा वन भूमि के बड़े हिस्से का निर्वनीकरण करने की शिकायतें मिली हैं। उनकी जाँच से पुष्टि होती है कि परियोजना वन अधिकार अधिनियम का उल्लंघन करती है, लेकिन राज्य सरकार इसे एक प्रमुख विकास पहल के रूप में बढ़ावा देती है। जनजातीय विस्थापन और पारिस्थितिकी विनाश के डर से परियोजना का सख्त विरोध करते हैं, जबकि कुछ कार्यकर्त्ता विरोध की धमकी देते हैं।
जैसे ही अदिति कार्रवाई करने के लिये तैयार होती है, मुख्य सचिव उसे ‘विकास के व्यापक हित’ में ‘सहयोग’ करने की सलाह देते हैं और यह संकेत देते हैं कि अगर वह विरोध करती है तो उसका तबादला भी हो सकता है। अदिति अब दुविधा का सामना कर रही है। अगर वह परियोजना पर रोक लगाती है, तो उसे राजनीतिक प्रतिक्रिया और कॅरियर के परिणामों का जोखिम उठाना पड़ता है। अगर वह ऐसा करने देती है, तो वह अपनी ईमानदारी और कानून से समझौता करती है। अगर वह जानकारी लीक करती है, तो वह राष्ट्रीय जाँच को आमंत्रित करती है, लेकिन उस पर कदाचार का आरोप लगाया जा सकता है।
प्रश्न:
1. इस मामले में कानूनी दायित्वों, शासन नैतिकता, पर्यावरण न्याय और व्यक्तिगत अखंडता पर ध्यान केंद्रित करते हुए नैतिक दुविधाओं का परीक्षण कीजिये।
07 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. एक नैतिक लोक सेवक के रूप में, अदिति के लिये उपलब्ध संभावित कार्यवाई के तरीकों और उनके नैतिक एवं व्यावसायिक निहितार्थों का विश्लेषण कीजिये।
3. पारिस्थितिक संधारणीयता और हितधारक भागीदारी सुनिश्चित करते हुए भारत की पर्यावरणीय अनुमोदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के उपाय सुझाइये। -
प्रश्न. "नैतिक उपभोक्तावाद सतत् विकास का भविष्य है।" इस विषय पर चर्चा कीजिये कि नैतिक विचार उपभोक्ता विकल्पों और निगमित उत्तरदायित्व को किस प्रकार प्रभावित करते हैं। (150 शब्द)
06 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. "नैतिकता हमारे द्वारा चयनित विकल्पों से संबद्ध नहीं होती, बल्कि उन विकल्पों के पीछे के कारणों में ही निहित होती है।" नैतिक तर्क और निर्णय लेने के संदर्भ में इस कथन का परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
06 Mar, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. डॉ. अंजलि, एक प्रतिबद्ध और ईमानदार आईएएस अधिकारी, हाल ही में राज्य स्वास्थ्य विभाग की निदेशक के रूप में नियुक्त हुई हैं। कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, उन्हें सरकारी अस्पतालों के लिये जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों की खरीद में बड़े पैमाने पर अनियमितताएँ पता चलती हैं।
वेंटिलेटर के लिये एक विशेष अनुबंध एक निजी कंपनी को दिया गया था जो सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में विफल रही। हाल ही में एक स्वास्थ्य संकट के दौरान तकनीकी खराबी के कारण कई मरीज़ों की जान चली गई। जाँच के दौरान, अंजलि ने पाया कि निविदा प्रक्रिया में हेरफेर कर कंपनी को अनुचित लाभ पहुँचाया गया था। खरीद से संबंधित फाइल उनके पूर्ववर्ती द्वारा संदेहास्पद परिस्थितियों में मंज़ूर की गई थी, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। विभाग के कई कनिष्ठ अधिकारी इन अनियमितताओं से अवगत हैं, लेकिन पेशेवर जोखिम के भय से खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं।
इस बीच, एक वरिष्ठ पत्रकार अंजलि के पास खरीद सौदे में भ्रष्टाचार साबित करने वाले लीक हुए दस्तावेज़ों के साथ पहुँचता है। एक पत्रकार इस खुलासे को प्रकाशित करने के लिये तैयार है, लेकिन वह आगाह करता है कि प्रभावशाली व्यावसायिक और प्रशासनिक हित इसे दबाने का प्रयास कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, एक कार्यकर्त्त्ता समूह तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए एक औपचारिक शिकायत दर्ज करता है।
अंजलि जब विचार-विमर्श करती हैं, तो उन्हें वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से राजनीतिक प्रभाव के तहत स्थानांतरण के जोखिम के कारण पिछले निर्णयों पर पुनर्विचार करने से बचने और भविष्य के शासन पर ध्यान केंद्रित करने के लिये सूक्ष्म दबाव मिलता है। कुछ सहकर्मी उन्हें चेतावनी देते हैं कि इस मुद्दे को आक्रामक रूप से उठाने से अचानक तबादला हो सकता है या प्रशासनिक स्तर पर उन्हें हाशिये पर डाला जा सकता है।
1. इस मामले में नैतिक मुद्दे क्या हैं?
28 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. एक कर्त्त्तव्यनिष्ठ सिविल सेवक के रूप में अंजलि के लिये उपलब्ध विकल्पों का मूल्यांकन कीजिये?
3. सार्वजनिक खरीद में भ्रष्टाचार को रोकने, प्रशासनिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने और सरकारी संस्थाओं में मुखबिरों की सुरक्षा के लिये कौन-से प्रणालीगत सुधारों की आवश्यकता है? -
प्रश्न. समकालीन लोक प्रशासन में अरस्तू की सद्गुण नैतिकता कितनी प्रासंगिक है? नैतिक शासन को सुनिश्चित करने में सद्गुणों के विकास की क्या भूमिका है? (150 शब्द)
27 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. नैतिक नेतृत्व में करुणा और व्यावहारिकता दोनों आवश्यक हैं। एक नेता किस प्रकार नैतिक मूल्यों से समझौता किये बिना इन परस्पर विरोधी आवश्यकताओं के बीच संतुलन स्थापित कर सकता है? (150 शब्द)
27 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
एक महानगर में पुलिस उपायुक्त (DCP) के रूप में, आप अपराधियों पर नज़र रखने और अपराधों को रोकने के लिये तैयार किये गए AI-आधारित फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम (FRS) के कार्यान्वयन की देखरेख करते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित यह सिस्टम चोरी को कम करने, संदिग्धों की पहचान करने और लंबित मामलों को सुलझाने में सहायक रहा है। हालाँकि, AI के एल्गोरिदम में गलत सकारात्मकता, गोपनीयता के उल्लंघन और संभावित पूर्वाग्रहों के संदर्भ में चिंताएँ सामने आई हैं।
हाल ही में, सिस्टम ने 22 वर्षीय कॉलेज छात्र रवि को कथित तौर पर हिंसक हो चुके एक विरोध प्रदर्शन में मौजूद होने के लिये चिह्नित किया। AI द्वारा उत्पन्न रिपोर्ट के आधार पर, रवि को पूछताछ के लिये कुछ समय के लिये हिरासत में लिया गया, जबकि उसने बल देते हुए कहा था कि वह इसमें शामिल नहीं था। उसके परिवार और नागरिक समाज समूहों का तर्क है कि AI सिस्टम में तकनीकी त्रुटि के कारण उसकी गलत पहचान की गई थी। जाँच से पता चलता है कि सीमांत पृष्ठभूमि के कई व्यक्तियों को असंगत रूप से चिह्नित किया गया है, जिससे AI-संचालित पुलिसिंग में पूर्वाग्रह के बारे में चिंताएँ बढ़ रही हैं।
शहर का प्रशासन अब विभाजित है। कुछ अधिकारी गोपनीयता संबंधी चिंताओं और अनुचित गिरफ्तारियों का हवाला देते हुए स्वतंत्र समीक्षा के लिये AI परियोजना को रोकने का समर्थन करते हैं। अन्य लोग तर्क देते हैं कि लाभ जोखिमों से अधिक हैं और AI त्रुटियों को समय के साथ सुधारा जा सकता है। इस बीच, रवि के मामले पर जनता का आक्रोश बढ़ रहा है और पुलिस विभाग की विश्वसनीयता दाँव पर है।
1. कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ AI-संचालित फेशियल रिकॉग्निशन के लाभों को झूठी सकारात्मकता, गोपनीयता के उल्लंघन और एल्गोरिदम संबंधी पूर्वाग्रह की चिंताओं के साथ किस प्रकार संतुलित कर सकती हैं?
2. AI उपकरणों को तैनात करने में कानून प्रवर्तन को किन नैतिक सिद्धांतों का मार्गदर्शन करना चाहिये, विशेष रूप से गैर-भेदभाव सुनिश्चित करने और सीमांत समुदायों की सुरक्षा करने में?
3. यह सुनिश्चित करने के लिये कि AI-संचालित पुलिसिंग पारदर्शी, निष्पक्ष और जवाबदेह बनी रहे, कौन-से कानूनी, प्रक्रियात्मक और तकनीकी सुरक्षा उपाय लागू किये जाने चाहिये?
21 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न ‘बुद्ध का मध्यम मार्ग’ निर्णय लेने और शासन में लोक सेवकों के लिये नैतिक कार्यढाँचे के रूप में किस प्रकार काम कर सकता है? (150 शब्द)
20 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न ‘लोक प्रशासनिक मूल्य’ लोक सेवकों में नैतिक निर्णय लेने की क्षमता को किस प्रकार आकार देते हैं? प्रासंगिक उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
20 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक तेज़ी से शहरीकृत हो रहे ज़िले के ज़िला कलेक्टर हैं। आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों को किफायती घर उपलब्ध कराने के लिये एक बड़ी सरकारी आवास परियोजना निर्माणाधीन है। इस परियोजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत एक निजी ठेकेदार द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
किसी शाम, निर्माणाधीन आवासीय ब्लॉक का एक हिस्सा ढह गया, जिससे पाँच श्रमिकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रारंभिक जाँच से पता चलता है कि निर्माण कार्य में निम्नस्तरीय गुणवत्ता वाली सामग्री का प्रयोग किया गया था। इसके अलावा, यह पता चला है कि परियोजना की स्वीकृति प्रक्रिया में कई अनियमितताएँ थीं, जिसमें पर्यावरण अनुमोदन मानदंडों का उल्लंघन और स्वीकृत योजना से परे अनधिकृत विस्तार शामिल है। इस परियोजना को आपके पूर्ववर्ती अधिकारी के कार्यकाल के दौरान मंज़ूरी दी गई थी, जो अब राज्य सरकार में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं।
जैसे ही आप गहन जाँच शुरू करते हैं, कई हितधारक आप पर भारी दबाव डालते हैं। वरिष्ठ अधिकारी आपको अपने पूर्ववर्ती को दोषी ठहराने ने से बचने की सलाह देते हैं, यह तर्क देते हुए कि इससे प्रशासन की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है। ठेकेदार जो कि एक राजनीतिक रूप से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ व्यवसायी है, रिपोर्ट को कमज़ोर करने के बदले में आपको सेवानिवृत्ति के बाद एक सलाहकार के रूप में आकर्षक भूमिका प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, स्थानीय राजनेता गरीबों को आवास प्रदान करने की तात्कालिकता का हवाला देते हुए, आपसे खामियों के बावजूद परियोजना को जारी रखने का आग्रह करते हैं। इस दौरान, श्रमिक संघ और नागरिक समाज समूह जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।
1. इस मामले में नैतिक दुविधाओं का अभिनिर्धारण कर प्रासंगिक नैतिक सिद्धांतों को अपनाते हुए उनका विश्लेषण कीजिये।
14 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. सभी हितधारकों के हितों में संतुलन बनाए रखते हुए दायित्व सुनिश्चित करने के लिये आपको क्या कदम उठाना चाहिये?
3. बुनियादी संरचना से संबद्ध ऐसी विफलताओं की पुनरावृत्ति को रोकने में कौन-सी नीतिगत सिफारिशें सहायक सिद्ध हो सकती हैं? -
प्रश्न. एक कल्याणकारी राज्य के अपने नागरिकों के प्रति नैतिक दायित्व क्या हैं? भारत के संवैधानिक दर्शन और सामाजिक न्याय नीतियों के संदर्भ में विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
13 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. क्या विवेक नैतिक आचरण के लिये एक अचूक मार्गदर्शक है, या यह सामाजिक परिस्थितियों से प्रभावित होता है? लोक सेवकों के लिये व्यावसायिक नैतिकता के संदर्भ में परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
13 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
पुनीत एक ऊर्जावान और सक्रिय अधिकारी हैं, जो राज्य खेल परिषद के निदेशक पद पर कार्यरत हैं। उनका कार्य ज़मीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देना, बुनियादी ढाँचे में सुधार करना और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिये एथलीटों का निष्पक्ष चयन सुनिश्चित करना है।
अपने कार्यकाल के दौरान, पुनीत को युवा एथलीटों और कोचों से प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजन की चयन प्रक्रिया में व्यापक पक्षपात तथा भ्रष्टाचार की कई शिकायतें प्राप्त हुईं। आरोपों से पता चलता है कि राजनीतिक संबंधों और रिश्वत के कारण कई अयोग्य उम्मीदवारों का चयन किया गया, जबकि प्रतिभाशाली एथलीटों, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमज़ोर पृष्ठभूमि से, को नज़रअंदाज़ कर दिया गया।
जाँच के दौरान, पुनीत को वरिष्ठ अधिकारियों, प्रभावशाली राजनेताओं और खेल महासंघ के सदस्यों की संलिप्तता वाले कदाचार के ठोस साक्ष्य मिलते हैं। जब वह अपने वरिष्ठों के सामने इस मुद्दे को उठाता है, तो उसे “दूसरी तरफ देखने” की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें शामिल व्यक्ति राजनीतिक रूप से शक्तिशाली हैं। कुछ अधिकारियों ने पुनीत को चेतावनी दी कि यदि वह इस मुद्दे को उजागर करता है, तो उसके कॅरियर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, उसे बार-बार तबादलों का सामना करना पड़ सकता है या प्रशासनिक रूप से हाशिये पर डाला जा सकता है।
एथलीटों और उनके परिवारों ने न्याय एवं पारदर्शिता की मांग करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन तेज़ कर दिया है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है। इस मुद्दे ने मीडिया का व्यापक ध्यान आकर्षित किया है, जिससे अधिकारियों पर कार्रवाई करने का काफी दबाव है। इस बीच, एक प्रसिद्ध पत्रकार पुनीत से संपर्क करता है, ताकि घोटाले को उजागर करने के लिये अंदरूनी जानकारी प्राप्त कर सके। हालाँकि पुनीत को एक दुविधा का सामना करना पड़ता है—यदि वे कदाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, तो टीम चयन प्रक्रिया में विलंब हो सकता है, जिससे प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में देश की भागीदारी प्रभावित हो सकती है। दूसरी ओर, यदि वे निष्क्रिय रहते हैं, तो यह उनकी ईमानदारी, निष्पक्षता और जवाबदेही के सिद्धांतों से समझौता करेगा।
प्रश्न:
1. इस स्थिति में पुनीत को किन नैतिक दुविधाओं का सामना करना पड़ता है?
2. इस परिदृश्य में, पुनीत किन संभावित कदमों को अपना सकते हैं? उनकी नैतिक ज़िम्मेदारियों और व्यापक सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक दृष्टिकोण के लाभों और संभावित परिणामों का सम्यक मूल्यांकन कीजिये।
3. खेल प्रशासन में पक्षपात और भ्रष्टाचार को रोकने तथा खिलाड़ियों, विशेषकर आर्थिक रूप से कमज़ोर पृष्ठभूमि वाले खिलाड़ियों, के लिये उचित अवसर सुनिश्चित करने के लिये कौन-से संस्थागत और ज़मीनी स्तर पर सुधार लागू किये जा सकते हैं?
07 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न: कार्यकुशलता और परिणामों से संचालित विश्व में, क्या सदाचार और नैतिकता अभी भी शासन में प्रासंगिक हैं? उपयुक्त उदाहरणों के साथ आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
06 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: “अन्यायपूर्ण कानूनों का पालन करना अपने आप में अनैतिक है।” कानूनी आज्ञाकारिता और नैतिक प्रतिरोध की नैतिकता का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
06 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आरव एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी है जो एक दूरस्थ ज़िले के ज़िला मजिस्ट्रेट (DM) के रूप में कार्यरत है। उसकी पत्नी मीरा एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर है। उनकी एक छह वर्ष की बेटी है, जिसकी मुख्य रूप से देखभाल उनके (आरव और मीरा) कामकाज़ी जीवन के कारण दादी-नानी और एक घरेलू सहायिका ही करती हैं।
एक शाम, आरव दिन भर के कार्य के बाद ऑफिस से निकलने ही वाला होता है कि उसे मुख्य सचिव का एक ज़रूरी फोन आता है। ज़िले के बाहरी इलाके में किसी फैक्ट्री में एक बड़ी औद्योगिक दुर्घटना हुई है, जिसमें गंभीर संख्या में लोग हताहत हुए हैं। बचाव कार्यों की देखरेख और आपदा प्रबंधन टीमों के साथ समन्वय के लिये उसकी तत्काल उपस्थिति की आवश्यकता है।
उसी समय, उसे एक और कॉल आती है—इस बार उसकी पत्नी से; जिसमें उसे बताया जाता है कि उनकी बेटी अचानक बीमार पड़ गई है और उसे तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता है। घर पर उसकी उपस्थिति उसके परिवार को भावनात्मक सहारा प्रदान करेगी, विशेषकर इसलिये क्योंकि मीरा की अस्पताल में आपातकालीन सर्जरी होनी है।
आरव अपने पेशेवर कर्त्तव्य के बीच दुविधा में उलझा हुआ है, जिसके तहत कई लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाली विपत्ति से मोचन के लिये तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, तो दूसरी ओर एक पति और पिता के रूप में उसकी नैतिक जिम्मेदारी है। उसे तय करना है कि इस स्थिति में उसकी प्राथमिकता क्या है।
प्रश्न:
(क) इस मामले में शामिल नैतिक दुविधाओं का अभिनिर्धारण कीजिये।
31 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
(ख) यदि आप आरव की जगह होते तो इस स्थिति को कैसे संभालते?
(ग) इस मामले के संदर्भ में, लोक सेवकों के लिये बेहतर कार्य-जीवन संतुलन सुनिश्चित करने में संस्थागत तंत्र के महत्त्व पर चर्चा कीजिये।