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01 Aug 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
केस स्टडीज़
दिवस 41-
आप मध्य भारत के एक खनिज-समृद्ध क्षेत्र के ज़िलाधिकारी हैं। आपके ज़िले में बॉक्साइट की बड़ी मात्रा में उपलब्धता को देखते हुए खनिज मंत्रालय ने एक विशाल खनन परियोजना को स्वीकृति दी है। इस परियोजना का उद्देश्य स्थानीय युवाओं के लिये रोज़गार, राज्य के लिये राजस्व तथा बुनियादी अवसंरचना का विकास सुनिश्चित करना है। यह परियोजना एक प्रमुख बहुराष्ट्रीय निगम द्वारा समर्थित है और इसे राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर राजनीतिक समर्थन प्राप्त है।
किंतु प्रस्तावित खनन क्षेत्र जैव-विविधता से परिपूर्ण एक वन-क्षेत्र में आता है जहाँ जनजातीय समुदाय निवास करते हैं। पर्यावरण विशेषज्ञों ने वनों की कटाई, जलस्रोतों के संदूषण तथा दीर्घकालिक पारिस्थितिकीय क्षति को लेकर चिंता जताई है। स्थानीय जनजातीय नेता शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि उन्हें रोज़गार और संस्कृति से वंचित होने तथा विस्थापन का भय है।
कंपनी को प्रारंभिक स्वीकृतियाँ प्राप्त हो चुकी हैं, परंतु अंतिम पर्यावरण प्रभाव आकलन (EIA) तथा सार्वजनिक परामर्श की प्रक्रिया अभी शेष है। आपको EIA प्रक्रिया की देखरेख और पारदर्शिता एवं निष्पक्षता सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया है। इसी बीच, उच्चाधिकारियों से दबाव है कि आप ‘राष्ट्रीय हित’ में अनुमोदन की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण करें। एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने अनौपचारिक रूप से यह भी संकेत दिया है कि यदि आप परियोजना में ‘अवरोध’ उत्पन्न करते हैं तो आपकी भावी नियुक्तियाँ आपके निर्णयों से प्रभावित हो सकती हैं।
- इस परिस्थिति में विकासात्मक लक्ष्यों और पर्यावरणीय न्याय के बीच संतुलन स्थापित करने में आपको किन नैतिक दुविधाओं का सामना करना पड़ता है?
- लंबित पर्यावरणीय स्वीकृतियों और जनसुनवाई की प्रक्रिया को लेकर आपकी तात्कालिक कार्ययोजना क्या होनी चाहिये?
- आप किस प्रकार सुनिश्चित करेंगे कि वंचित समुदायों की आवाज़ सुनी जाये, साथ ही राज्य के विकासात्मक लक्ष्यों की उपेक्षा भी न हो?
- कौन-से संवैधानिक प्रावधान, पर्यावरणीय नैतिकता और सहभागी शासन के सिद्धांत आपके निर्णयों का मार्गदर्शन करेंगे? (250 शब्द)
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01 Aug 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
केस स्टडीज़
दिवस 41-
आप भारत के पूर्वी क्षेत्र के एक अर्द्ध-शहरी ज़िले के ज़िला कलेक्टर हैं। छह महीने पूर्व एक नदी पर बने एक प्रमुख सड़क पुल का बड़े धूमधाम से उद्घाटन किया गया था। यह पुल प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के अंतर्गत बनाया गया था, जिसमें राज्य सरकार ने भी सह-वित्तपोषण किया था। इसे ग्रामीण संपर्क और विकास का प्रतीक बताया गया था।
कल भारी वर्षा के कारण यह पुल ढह गया, जिससे 17 लोगों की मृत्यु हो गई, जिनमें स्कूल बस में सवार बच्चे और साप्ताहिक बाज़ार की ओर जा रहे किसान शामिल थे। प्रारंभिक जाँच में पाया गया कि निर्माण में निम्न गुणवत्ता सामग्री का इस्तेमाल किया गया था, चुनाव से पहले निर्माण कार्य जल्दबाज़ी में किया गया था और सुरक्षा मानदंडों की अनदेखी की गई थी। यह ठेका एक राजनीतिक रूप से जुड़े ठेकेदार को दिया गया था, जिसने ज़िले में कई अन्य बुनियादी अवसंरचना परियोजनाओं का निर्माण किया है।
ज़िला प्रशासन के प्रमुख के रूप में, आपने लोक निर्माण विभाग (PWD) और तृतीय-पक्ष गुणवत्ता ऑडिट द्वारा प्रस्तुत रिपोर्टों के आधार पर, निर्माण कार्य पूरा होने की रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किये थे। नागरिक समाज संगठन और मीडिया अब एक असुरक्षित अवसंरचना को मंज़ूरी देने में प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। पीड़ितों के परिवार जवाबदेही और मुआवज़े की माँग कर रहे हैं। राज्य सरकार ने न्यायिक जाँच की घोषणा की है।
अब आप न केवल प्रशासनिक निरीक्षण के लिये उत्तरदायी लोक सेवक के रूप में बल्कि न्याय, पारदर्शिता और संस्थागत विश्वास सुनिश्चित करने वाले राज्य के प्रतिनिधि के रूप में कड़े सार्वजनिक जाँच के घेरे में हैं।
- इस प्रकरण में कौन-कौन से नैतिक मुद्दे अंतर्निहित हैं?
- आप तत्काल इस संकट की स्थिति में किस प्रकार प्रतिक्रिया देंगे?
- संस्थागत संकट के इस दौर में कौन-कौन से संवैधानिक मूल्य और पेशेवर आचार संहिता आपके निर्णयों का मार्गदर्शन करेंगे?
- भविष्य में बुनियादी अवसंरचना के विकास में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिये आप कौन-से सुधार सुझाएँगे? (250 शब्द)
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01 Aug 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
केस स्टडीज़
दिवस 41-
आप राज्य शहरी विकास विभाग में एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में लोक सूचना अधिकारी (PIO) के पद पर कार्यरत हैं। एक दिन, आपको एक पत्रकार से एक RTI आवेदन प्राप्त होता है जिसमें पिछले तीन वर्षों में एक हाई-प्रोफाइल स्मार्ट सिटी परियोजना के लिये किये गए टेंडरों और वित्तीय आवंटन का विवरण मांगा गया है। मांगे गए दस्तावेज़ों में आंतरिक फाइल नोटिंग, अनुमोदन ज्ञापन, निजी ठेकेदारों के साथ पत्राचार और बैठकों के विवरण शामिल हैं।
जब आप दस्तावेज़ों का परीक्षण करते हैं, तो पाते हैं कि कुछ फाइलों से प्रक्रियागत चूक, लागत में बढ़ोतरी तथा अधिकारियों और मंत्रियों के बीच आंतरिक असहमति उजागर हो सकती है। विशेष रूप से एक फाइल में आपने स्वयं विक्रेता चयन को लेकर नैतिक आपत्तियाँ दर्ज की थीं, किंतु परियोजना को तब भी स्वीकृति दे दी गई थी। इन दस्तावेज़ों को सार्वजनिक करने से ये अनियमितताएँ सामने आ सकती हैं और वरिष्ठ अधिकारियों एवं निर्वाचित प्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा को आघात पहुँच सकता है।
इसी बीच, एक वरिष्ठ प्रशासक आपसे अनौपचारिक रूप से संपर्क करता है और आपको ‘व्यापक प्रशासनिक स्थिरता’ और प्रतिष्ठा के जोखिम का हवाला देते हुए जवाब देने में विलंब करने या कुछ संवेदनशील फाइलें ‘हटा देने’ की सलाह देता है। आप स्वयं भी इस बात को लेकर आशंकित हैं कि अगर आप अलिखित अपेक्षाओं के विरुद्ध काम करते हैं तो आपका स्थानांतरण हो सकता है या आपके कॅरियर में ठहराव जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस बीच, पत्रकार नियमित रूप से मामले की जाँच कर रहा है और एक ऐसी खबर प्रकाशित करने की योजना बना रहा है जिससे जनता में आक्रोश फैल सकता है।
- इस प्रकरण में कौन-कौन से नैतिक द्वंद्व मौजूद हैं?
- इस स्थिति में आपके पास कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं?
- प्रत्येक विकल्प का मूल्यांकन कीजिये तथा बताइये कि आप कौन-सा विकल्प अपनायेंगे और क्यों? (250 शब्द)
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01 Aug 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
केस स्टडीज़
दिवस 41-
आप एक महत्त्वपूर्ण रणनीतिक देश में नियुक्त वरिष्ठ भारतीय राजनयिक हैं। हाल ही में, भारत मेज़बान देश के साथ एक महत्त्वपूर्ण रक्षा सहयोग समझौते पर वार्ता कर रहा है, जिससे भारत के क्षेत्रीय प्रभाव और महत्त्वपूर्ण तकनीक तक पहुँच में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। यह वार्ता अब अंतिम चरण में है।
इसी दौरान, एक विदेशी मीडिया संस्थान ने एक गोपनीय आंतरिक रिपोर्ट लीक की, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उस मेज़बान देश की कुछ रक्षा कंपनियों ने अतीत में अन्य देशों से जुड़े सौदों में अज्ञात अधिकारियों को रिश्वत दी थी। हालाँकि ये आरोप असत्यापित हैं और वर्तमान समझौते से सीधे संबंधित नहीं हैं, परंतु आपके दूतावास के एक कर्मचारी ने आपको गुप्त रूप से सूचित किया है कि वर्तमान समझौते में शामिल कंपनियों में से एक इसी तरह की पृष्ठभूमि को लेकर भारत में अनौपचारिक जाँच चल रही है।
आपकी सरकार क्षेत्र में एक प्रतिद्वंद्वी शक्ति के बढ़ते प्रभाव के प्रतिकार के रूप में इस सौदे को अंतिम रूप देने के लिये उत्सुक है। हालाँकि, भारत में नागरिक समाज समूह हथियारों की खरीद में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर चिंताएँ जता रहे हैं।
साथ ही, एक रक्षा विश्लेषक आपसे निजी तौर पर संपर्क करता है और संकेत देता है कि अगर आप फर्म की विश्वसनीयता पर और सवाल उठाए बिना सौदे की ‘सुचारू प्रगति सुनिश्चित’ करते हैं, तो सेवानिवृत्ति के बाद आपको परामर्श के अवसर मिल सकते हैं।
अब आपको विदेश मंत्रालय को अपनी अंतिम रिपोर्ट भेजनी है, जो दिल्ली में निर्णय प्रक्रिया को बहुत प्रभावित कर सकती है।
- राष्ट्रीय रणनीतिक हितों और सत्यनिष्ठा व पारदर्शिता के बीच संतुलन स्थापित करने में आपको किन नैतिक दुविधाओं का सामना करना पड़ता है?
- वे आरोप जो कानूनी रूप से सिद्ध नहीं हुए हैं, किंतु इस सौदे की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकते हैं, आपको उन आरोपों से कैसे निपटना चाहिये?
- व्यक्तिगत लाभ का संकेत (जैसे: सेवानिवृत्ति के बाद परामर्श कार्य) अंतर्राष्ट्रीय समझौतों में नैतिक निर्णय-निर्माण को किस प्रकार प्रभावित कर सकता है? कौन-से सुरक्षा उपाय ऐसे समझौतों को रोक सकते हैं? ( 250 शब्द)
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31 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 40: अनीता एक युवा IAS अधिकारी हैं, जिन्हें राज्य डिजिटल गवर्नेंस मिशन (SDGM) की निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। उनके विभाग द्वारा एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत नागरिकों के स्वास्थ्य, शिक्षा, राशन, भूमि और पुलिस से जुड़े डेटा को JanSuraksha ID नामक एक एकीकृत डिजिटल पहचान प्रणाली में समाहित किया गया है। इसका उद्देश्य सेवा-प्रदान को सुगम बनाना, भ्रष्टाचार को कम करना तथा कल्याणकारी योजनाओं की अधिक प्रभावी लक्ष्यित पहुँच सुनिश्चित करना है।
हालाँकि, नागरिक स्वतंत्रता समूहों और डेटा गोपनीयता से जुड़े विशेषज्ञों ने इस पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि इस प्रणाली में डेटा सुरक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं है, नागरिकों से स्पष्ट सहमति नहीं ली गई है और क़ानून-प्रवर्तन एजेंसियों या निजी कंपनियों द्वारा इसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।
एक आंतरिक ऑडिट के दौरान अनीता को पता चलता है कि जिस निजी कंपनी को डेटा एनालिटिक्स का कार्य सौंपा गया है, उसने बिना विभाग को सूचित किये प्रोजेक्ट का एक हिस्सा एक विदेशी सब-कॉन्ट्रैक्टर को सौंप दिया है। प्रारंभिक रिपोर्ट यह भी संकेत देती है कि कुछ नागरिक डेटा का उपयोग अप्रत्यक्ष रूप से व्यावसायिक कंपनियों को पूर्वानुमान संबंधी विश्लेषण बेचने के लिये किया जा रहा है, जिससे लक्षित विज्ञापन चलाये जा सकें।
जब अनीता अपने वरिष्ठों के समक्ष यह मुद्दा उठाती है, तो उसे कहा जाता है कि वह इस मामले में कोई ढिलाई न बरतें, क्योंकि इस परियोजना को राजनीतिक समर्थन प्राप्त है और इसे शासन में ‘गेम-चेंजर’ के रूप में सराहा जा रहा है। अब अनीता पर विधानसभा चुनावों से पहले इस परियोजना को क्लीन चिट देने का दबाव है।
A. इस स्थिति में अनीता के समक्ष कौन-सी नैतिक दुविधाएँ हैं?
B. उसके समक्ष कौन-से विकल्प उपलब्ध हैं? प्रत्येक के परिणामों की समालोचनात्मक परीक्षण कीजिये।
C. आप किस प्रकार की कार्रवाईयों का सुझाव देंगे? अपने उत्तर को नैतिक तर्कों द्वारा स्पष्ट कीजिये। -
31 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
केस स्टडीज़
दिवस 40: अभय कुमार एक IPS अधिकारी हैं जिन्हें हाल ही में तीन राज्यों की सीमा पर स्थित एक ज़िले में पुलिस अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। यह क्षेत्र पहले नक्सली उग्रवाद और युवाओं में बढ़ती कट्टरता के लिये जाना जाता रहा है। हाल के वर्षों में निरंतर विकासात्मक प्रयासों और समुदाय-आधारित अभियानों के कारण हिंसक घटनाओं में कमी आयी है।
हालाँकि, अब खुफिया रिपोर्टें संकेत दे रही हैं कि नक्सली समूहों और कट्टरपंथी संगठनों द्वारा भूमिगत भर्ती की गतिविधियाँ फिर से शुरू हो रही हैं। इसके लिये वे डिजिटल प्रचार, सोशल मीडिया और स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों की सहायता ले रहे हैं।
हाल ही में एक 19 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र की गिरफ़्तारी से प्रशासन हैरान है। उसके पास कट्टरपंथ प्रेरित साहित्य मिला है, वह एन्क्रिप्टेड ऑनलाइन समूहों से जुड़ा था और उस पर एक सरकारी बुनियादी अवसंरचना परियोजना को नुकसान पहुँचाने की योजना का आरोप है। पूछताछ में पता चला कि वह बेरोज़गारी और व्यवस्थागत असमानताओं से निराश था तथा ऐसे विचारधारा से प्रेरित कंटेंट के प्रभाव में आ गया था।
अभय की टीम पर सख्त रुख अपनाने का दबाव है, जिसमें अधिक युवाओं की गिरफ़्तारी और आक्रामक निगरानी के ज़रिये दूसरों को डराने का सुझाव दिया जा रहा है। लेकिन अभय को आशंका है कि इससे स्थिति और बिगड़ सकती है, युवा और अधिक कट्टरपंथी विचारधाराओं की ओर बढ़ सकते हैं तथा सामाजिक अलगाव बढ़ सकता है। नागरिक समाज समूह भी पुलिस के दमन और प्रोफाइलिंग के खिलाफ चेतावनी दे रहे हैं।
A. वर्तमान स्थिति में अभय के समक्ष कौन-सी नैतिक दुविधाएँ हैं?
B. उसके समक्ष कौन-से विकल्प उपलब्ध हैं और प्रत्येक के क्या परिणाम होंगे?
C. आप किस प्रकार की कार्रवाईयों का सुझाव देंगे? अपने उत्तर को नैतिक तर्कों द्वारा स्पष्ट कीजिये।
D. सुभेद्य क्षेत्रों में युवाओं के कट्टरपंथ के मूल कारणों को दूर करने के लिये दीर्घकालिक रणनीतियों का सुझाव दीजिये। -
31 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
केस स्टडीज़
दिवस 40: आप एक वरिष्ठ अधिकारी हैं और अंतर्राष्ट्रीय जलवायु शिखर सम्मेलन में भारत के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के सदस्य हैं। यह सम्मेलन एक ऐसे महत्त्वपूर्ण मोड़ पर है जहाँ विकसित देश इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि भारत जैसी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं सहित सभी देश तुरंत उच्च उत्सर्जन कटौती लक्ष्य अपनाएँ। इन देशों का तर्क है कि जलवायु परिवर्तन की तात्कालिकता को देखते हुए विनाशकारी परिणामों से बचने के लिये एकीकृत और महत्त्वाकांक्षी वैश्विक कार्रवाई की आवश्यकता है।
हालाँकि, भारत का मानना है कि वैश्विक उत्सर्जन में उसका ऐतिहासिक योगदान न्यूनतम है और उसके विकास पथ, विशेषकर उन लाखों लोगों के लिये जिनके पास अभी भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है, को तीव्र कार्बन तटस्थता के नाम पर समझौता नहीं किया जाना चाहिये।
भारत की यह स्थिति समता (Equity) और सामान्य परंतु विभेदित उत्तरदायित्व (CBDR) के सिद्धांतों पर आधारित है और यह मानती है कि विकसित देशों को अपनी ऐतिहासिक ज़िम्मेदारी और अधिक वित्तीय क्षमता के आधार पर अधिक प्रयास करने चाहिये। हालाँकि इस रुख का घरेलू स्तर पर पुरज़ोर समर्थन है, लेकिन भारत पर जलवायु कार्रवाई पर आम सहमति को अवरुद्ध करने का आरोप लगाते हुए अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है।
इसी बीच एक प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय थिंक टैंक (नीतिगत शोध संस्थान) आपको एक प्रमुख विदेशी विश्वविद्यालय में एक प्रतिष्ठित फैलोशिप का प्रस्ताव देता है। यद्यपि वे स्पष्ट रूप से कोई शर्त नहीं रखते, परंतु यह संकेत मिलता है कि भारत के कठोर रुख को बदलने में आपका समर्थन आपको यह अवसर प्राप्त करने में सहायता कर सकता है।
आपको संदेह है कि यह प्रस्ताव पूरी तरह से परोपकारी नहीं है और आपकी निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता है। साथ ही, आपके एक सहकर्मी ने आपको चेतावनी दी है कि यदि भारत की स्थिति में कोई लचीलापन नहीं दिखाया गया, तो इससे भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि को नुकसान हो सकता है और भविष्य में तकनीक अंतरण तथा जलवायु वित्त सहयोग में भी बाधा आ सकती है।
A. वैश्विक मंच पर राष्ट्रीय हित का प्रतिनिधित्व करने वाले एक लोक सेवक के रूप में आपको किन नैतिक मुद्दों का सामना करना पड़ता है?
B. आप वैश्विक नैतिक उत्तरदायित्वों और राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के बीच संघर्ष से कैसे निपटेंगे?
C. आपको इस प्रस्ताव पर किस प्रकार प्रतिक्रिया देनी चाहिये? ऐसी वार्ताओं का मार्गदर्शन किन नैतिक मूल्यों और कूटनीतिक सिद्धांतों द्वारा किया जाना चाहिये? -
31 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
केस स्टडीज़
दिवस 40: आप कौशल विकास मंत्रालय के अंतर्गत एक प्रतिष्ठित सरकारी विभाग में निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। एक सुबह, एक कनिष्ठ महिला अधिकारी आपके कार्यालय में आती है और एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराती है, जिसमें वह बार-बार अश्लील टिप्पणियों, अनुचित टेक्स्ट संदेशों व असहज व्यवहार के रूप में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाती है। वह बताती है कि हालाँकि वह अपनी नौकरी को महत्त्व देती है तथा संस्थान का सम्मान करती है, लेकिन अब वह भावनात्मक तनाव एवं असुरक्षा की भावना के कारण कार्यालय जाने से डरती है।
जिस अधिकारी पर आरोप लगाया गया है, उसकी पेशेवर छवि अच्छी मानी जाती है और मंत्रालय में उसके प्रभावशाली संपर्क भी हैं। जब उससे इस विषय में बात की जाती है, तो वह आरोपों को पूरी तरह नकार देता है और यह संकेत देता है कि शिकायतकर्त्ता ने संभवतः सामान्य बातचीत को गलत समझा होगा या वह पेशेवर प्रतिद्वंद्विता के कारण ऐसा कर रही हो। विभाग में आंतरिक शिकायत समिति ( ICC) कार्यरत है, लेकिन शिकायतकर्त्ता औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने से झिझक रही है क्योंकि उसे सामाजिक बदनामी, पेशेवर नुकसान और कार्यस्थल पर अकेले पड़ जाने का डर है।
जैसे-जैसे घटना की खबर अनौपचारिक रूप से फैलती है, आपको अन्य कर्मचारियों में बेचैनी महसूस होने लगती है। शिकायतकर्त्ता गोपनीयता की गुहार लगाती है, लेकिन अपनी सुरक्षा के लिये तत्काल कार्रवाई की भी माँग करती है।
A. इस स्थिति में मुख्य नैतिक मुद्दे क्या हैं?
B. आप शिकायतकर्त्ता और अभियुक्त, दोनों के प्रति निष्पक्षता सुनिश्चित करते हुए इस स्थिति से कैसे निपटेंगे?
C. इस मामले में आपके निर्णय लेने में कौन-से नैतिक मूल्य मार्गदर्शन करेंगे?
D. कार्यस्थल संस्कृति को सुदृढ़ करने के लिये आप कौन-से दीर्घकालिक निवारक एवं सुधारात्मक उपायों का सुझाव देंगे? -
30 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 39: “जवाबदेही के बिना सत्यनिष्ठा एक सजावटी मूल्य है; और सत्यनिष्ठा के बिना जवाबदेही दमनकारी बन जाती है।” लोक प्रशासन में इन दोनों के अंतर्संबंधों पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
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30 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 39: "नैतिक नेतृत्व की शुरुआत नैतिक चरित्र से होती है।" ऐसे पाँच नैतिक गुण बताइये जो एक नैतिक रूप से दृढ़ सिविल सेवक को केवल एक कुशल सिविल सेवक से अलग बनाते हैं। (150 शब्द)
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30 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 39: “एक सिविल सेवक सत्तारूढ़ दल का नहीं, बल्कि संविधान का सेवक होता है।” लोक सेवा में नैतिक तटस्थता बनाये रखने में गैर-पक्षपातपूर्णता के महत्त्व का परीक्षण कीजिये। (250 शब्द)
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29 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 38: “हमारे विचार हमारे दृष्टिकोण को आकार देते हैं और हमारे दृष्टिकोण हमारे कार्यों को आकार देते हैं।” दृष्टिकोण, विचार और व्यवहार के बीच संबंध के संदर्भ में विवेचना कीजिये। (150 शब्द)
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29 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 38: “लोक सेवा का उद्देश्य जनमानस पर दबाव बनाना नहीं, बल्कि उन्हें साझा लक्ष्यों की ओर प्रेरणा और सहभागिता से अग्रसर करना होता है।” नैतिक रूप से लोक सेवक सार्वजनिक नीतिगत उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु सामाजिक प्रभाव का उपयोग किस प्रकार कर सकते हैं? (150 शब्द)
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29 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 38: “बच्चे मूल्यों को निर्देश से नहीं, बल्कि अवलोकन से सीखते हैं।” माता-पिता, शिक्षकों तथा समाजिक आदर्श-व्यक्तित्वों के अनुकरण द्वारा युवाओं के नैतिक विकास पर पड़ने वाले प्रभाव का विश्लेषण कीजिये। (250 शब्द)
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29 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 38: "यदि नैतिक दृष्टिकोण चरित्र को परिभाषित करते हैं; तो राजनीतिक दृष्टिकोण नागरिकता को परिभाषित करते हैं।" एक नैतिक रूप से उत्तरदायी सार्वजनिक जीवन को गढ़ने में नैतिक तथा राजनीतिक दृष्टिकोण के बीच अंतर्संबंध का परीक्षण कीजिये। (250 शब्द)
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28 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 37: "विधि न्यूनतम मानकों को निर्धारित करती है, जबकि नैतिकता उच्च आदर्शों की ओर अग्रसर करती है।" उदाहरणों सहित स्पष्टीकरण दीजिये कि जब शासन में नैतिकता का अभाव होता है, तो विधिक कमियों का दुरुपयोग किस प्रकार होता है। (150 शब्द)
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28 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 37: "एक नेता अपनी शक्ति के कारण महान नहीं बनता, बल्कि दूसरों को सशक्त बनाने की अपनी क्षमता के कारण होता है।" – जॉन मैक्सवेल
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इस उद्धरण का आपके लिये क्या अर्थ है? (150 शब्द)
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28 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 37: जब निजी संबंध सार्वजनिक कर्त्तव्यों को प्रभावित करते हैं, तो हितों का टकराव किस प्रकार उत्पन्न होता है, विवेचना कीजिये। प्रशासन में ऐसे संघर्षों के प्रबंधन के लिये उपयुक्त तंत्रों एवं रूपरेखाओं का सुझाव भी दीजिये। (250 शब्द)
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28 Jul 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 4
सैद्धांतिक प्रश्न
दिवस 37: “नैतिकता से रहित तकनीक, उत्तरदायित्वहीन शक्ति में परिवर्तित हो जाती है।”
डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) के नैतिक पक्षों का परीक्षण कीजिये और ऐसे संस्थागत सुरक्षा उपायों का सुझाव दीजिये जो DPI को संवैधानिक नैतिकता तथा मानवीय मूल्यों के अनुरूप बनाते हों। (250 शब्द)