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झारखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 18 Nov 2025
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जैव-इनपुट संसाधन केंद्र

चर्चा में क्यों?

झारखंड के पलामू ज़िले के नीलांबर-पीतांबरपुर ब्लॉक स्थित नौडीहा गाँव में एक नए जैव-इनपुट संसाधन केंद्र (BRC) का उद्घाटन किया गया है, जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर उत्पादित जैव-उर्वरक और जैविक इनपुट उपलब्ध कराकर प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों को सहायता प्रदान करना है।

मुख्य बिंदु 

  • पलामू केंद्र के बारे में:
    • इसका प्रबंधन एक महिला उद्यमी द्वारा किया जाता है, जो ग्रामीण महिलाओं द्वारा संचालित कृषि व्यवसाय को प्रोत्साहित करती है। यह केंद्र क्षेत्र के 600 से अधिक किसानों को सेवा प्रदान करेगा। 
    • इसे राज्य के प्राकृतिक कृषि विस्तार प्रयासों के तहत स्थापित किया गया है तथा झारखंड राज्य आजीविका संवर्द्धन सोसाइटी (JSLPS) के सहयोग से संचालित किया जाता है। 
    • यह पूरे भारत में जैव-इनपुट संसाधन केंद्रों की स्थापना के लिये राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF) की राष्ट्रीय रणनीति के अनुरूप कार्य करता है। 
  • जैव-इनपुट संसाधन केंद्र (BRC) के बारे में:
    • BRC क्लस्टर-स्तरीय इकाइयाँ हैं, जिन्हें प्राकृतिक कृषि इनपुट जैसे जैव-उर्वरक, जैव-कीटनाशक, जीवामृत, घनजीवामृत, नीमास्त्र और अन्य सूक्ष्मजीवी फार्मूलेशन का उत्पादन तथा आपूर्ति करने के लिये विकसित किया गया है। 
    • ये राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF) का हिस्सा हैं, जिसके तहत वर्ष 2022-23 से 2025-26 के बीच 15,000 BRC स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।
    • BRC का संचालन किसान उत्पादक संगठनों (FPO), स्वयं सहायता समूहों (SHG), सहकारी समितियों या प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों द्वारा सरकार से वित्तीय और तकनीकी सहायता के साथ किया जा सकता है।

राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स Switch to English

अजय वारियर-25 अभ्यास

चर्चा में क्यों?

भारत और यूनाइटेड किंगडम ने भारतीय सेना तथा ब्रिटिश सेना के मध्य द्विपक्षीय सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास अजय वारियर-25 के 8वें संस्करण की शुरुआत की है।

मुख्य बिंदु

  • अभ्यास के बारे में:
    • अजय वारियर भारतीय सेना और ब्रिटिश सेना के बीच एक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास है, जो वर्ष 2011 से द्विवार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है।
    •  इसका उद्देश्य अंतर-संचालनीयता बढ़ाना, सामरिक समन्वय में सुधार लाना तथा आतंकवाद-रोधी और शांति अभियानों में श्रेष्ठ प्रथाओं का आदान-प्रदान करना है। 
    • यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र के अधिदेश के तहत आयोजित किया जाता है, विशेषकर संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के अनुरूप, जो शांति के लिये खतरे, शांति भंग और आतंकवाद रोधी परिदृश्यों से सम्बंधित शांति स्थापना कर्तव्यों से संबंधित है।
  • संस्करण 2025
    • 8वाँ संस्करण 17 से 30 नवंबर, 2025 तक फॉरेन ट्रेनिंग नोड, महाजन फील्ड फायरिंग रेंज, राजस्थान में आयोजित किया जा रहा है। 
    • इसमें दोनों सेनाओं से समान प्रतिनिधित्व के साथ कुल 240 कर्मी भाग ले रहे हैं। भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व सिख रेजिमेंट कर रही है। 
    • प्रशिक्षण में सिमुलेशन-आधारित परिदृश्य, ब्रिगेड-स्तरीय मिशन योजना तथा वास्तविक जीवन की आतंकवाद विरोधी परिस्थितियों से संबंधित क्षेत्रीय अभ्यास शामिल हैं।

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