समय प्रबंधन में छिपा है सफलता का रहस्य!
21 Dec, 2020 | प्रवीण झाजीवन में हर सुबह नई होती है, हर दिन नया होता है, हर आने वाला मिनट नया होता है। लेकिन लक्ष्य तो निश्चित है, जहाँ हमें एक तय समय में पहुँचना है। मुझे यह प्रश्न अक्सर सुनने...
जीवन में हर सुबह नई होती है, हर दिन नया होता है, हर आने वाला मिनट नया होता है। लेकिन लक्ष्य तो निश्चित है, जहाँ हमें एक तय समय में पहुँचना है। मुझे यह प्रश्न अक्सर सुनने...
- नहीं, ऊपर आसमान में नहीं देखो, चाँद निकल गया है!- अरे, इसीलिए तो देखने जा रहे हैं कि चाँद निकल गया है।- आज के दिन चाँद को बिना हाथ में फल-फूल लिए नहीं देखना चाहिए, चोरी का झूठा...
बहुत दिनों की बात है, झारखंड के सबसे पिछड़े ज़िले के एक स्कूल में नवीं क्लास की एक बच्ची की कॉपी के पहले पन्ने पर लिखा था - "इंतज़ार करने वाले को उतना ही मिलता है जितना संघर्ष...
“का हो बब्बू इ 20 लाख करोड़ रुपयवा में से हम्ह्नो के कुछ लाभ मिली”? चाचा जी के इस सवाल को पहले तो मैंने मजाक में टालने की कोशिश की पर उनके बहुत ज़ोर देने पर मैंने बोल दिया...
सामान का क्या करना है? सिलेंडर और बर्तन राकेश को दे-देना, चेयर टेबल और बैड हिमांशु को दे- देना उसका भाई आ रहा है तैयारी करने के लिये राकेश ने रवि के प्रश्न का उत्तर दिया। राकेश...
सुबह 7 बजे भइया बचा लो, भइया बचा लो हाॅस्टल में एम के पास शोर के साथ नींद खुली तो देखा 4th ईयर के सीनियर्स की भीड़ किसी लड़के को पीट रही थी। हाॅस्टल में यह आम बात थी और चूंकि बात...
विकासशील देशों में संसाधनों एवं तकनीक की कमी आर्थिक संवृद्धि के रास्ते में एक बड़ी बाधा है ऐसे में विदेशी निवेश के रूप में FDI, ऋण मुक्त वित्त प्रबंधन में महत्त्वपूर्ण...
मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है क्योंकि लोकतंत्र को और सुदृढ़ करने एवं राजनीतिक दलों की जवाबदेही सुनिश्चित करने में मीडिया की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है,...
वैश्विक स्तर पर चीन के साथ द्विपक्षीय साझे व्यापार में विश्व के लगभग सभी देश चाहे अमेरिका हो या यूरोपियन यूनियन सभी घाटे की स्थिति में हैं। स्वयं भारत भी चीन के साथ आपसी...
20 मार्च को अंकुश, कॉलेज के मेरे सबसे अच्छे दोस्त अंकुश की चार मिस कॉल आ चुकी थी। पाँचवी रिंग पर फोन उठाते ही अंकुश ने पूछा- फोन क्यों नहीं उठा रहा था?" बता क्या हुआ?...
अधिकार और उत्तरदायित्व की दो पटरियों पर ही समाज, राष्ट्र एवं संपूर्ण विश्व अर्थव्यवस्था की रेल टिकी हुई है अर्थात्, अधिकारों के साथ-साथ उत्तरदायित्व के सही निर्वहन से ही...
आवाज़ उठेगी तो मचेगा शोर फिर नई उम्मीदों की होगी भोर। - (“मुलाकरम” नामक लघु कथा से उद्धृत) दहलीज़ से बाहर कदम रखते ही एक महिला अचानक सामाजिक-आर्थिक रूप से महत्त्वपूर्ण हो...
संभावित अनिष्ट की आशंका जिसे रोका या नियंत्रित नहीं किया जा सकता, डर है। डर के तमाम रूप और गुण हैं, पर डर का व्यक्तिनिष्ठ होना उसकी प्रमुख विशेषता है। यानी, हर व्यक्ति के पास...
सीमाओं के विस्तार का जोखिमयुक्त अतिवादी रवैया आक्रामकता है। सीमाएँ हमारे इर्द-गिर्द अनगिनत रूपों और प्रकारों में मौजूद हैं। हमारा जीवन संघर्ष कुछ और नहीं बल्कि इन...
मेरा निजी अनुभव है कि जब तक हम घटिया और दिखावटी चीज़ों को ऊँची कीमत पर खरीद नहीं लेते, तब तक हम यह समझ ही नहीं पाते कि दुनिया की सबसे खूबसूरत और अच्छी चीज़ें तो दरअसल मुफ्त होती...
अभी किचन में गया तो देखा कि RO से बाथरूम की बाल्टी भरी जा रही थी और RO से उतना ही पानी बेकार बह रहा था। मैंने RO का पाइप बाल्टी में डाल दिया, जिससे बेकार बह रहा पानी भी बाल्टी में...
सजीव हों या निर्जीव, सभी के अस्तित्व का कुछ-न-कुछ औचित्य होता है। मनुष्य के संदर्भ में विशेष यह है कि मानसिक उद्विकास ने मनुष्य के जीवन में औचित्य के अतिरिक्त एक अन्य तत्त्व...
‘वीरता’ शब्द के उच्चारण या मनन के साथ ही मन में किसी महाराणा प्रतापनुमा व्यक्ति की छवि उभरती है जो युद्ध के दौरान अकेले बीस शत्रुओं पर भारी पड़ता हो। एक लंबे समय तक...
बचपन में किसी को कहते सुना था या शायद कहीं पढ़ा था कि 'आप वही जानते हैं जो आपको पता है, आप वह नहीं जानते जिसके बारे में आपको नहीं पता है'। बचपन की यह बात मन में ऐसा घर कर गयी है कि...
हम कभी थानेदार या दरोगा दिवस नहीं मनाते हैं। पहलवान दिवस भी नहीं मनाते और न ही अंग्रेज़ी दिवस मनाते हैं। परसाईं जी पहले ही कह चुके हैं ‘दिवस’ हमेशा कमज़ोरों के मनाए जाते...