शिक्षा में साहित्य की प्रासंगिकता
20 Jun, 2023 | डॉ. विवेक कुमार पाण्डेयसाहित्य का शाब्दिक अर्थ सहभाव है। सहभाव शब्द और अर्थ के मध्य विद्यमान होता है। साहित्य की परिभाषा इतनी व्यापकता लिए हुए है कि इसमें संपूर्ण मानव जीवन समाहित किया जा सकता...
साहित्य का शाब्दिक अर्थ सहभाव है। सहभाव शब्द और अर्थ के मध्य विद्यमान होता है। साहित्य की परिभाषा इतनी व्यापकता लिए हुए है कि इसमें संपूर्ण मानव जीवन समाहित किया जा सकता...
हिंदी वर्तमान समय में केवल शिक्षा एवं साहित्य की भाषा की परिधि तक सीमित नहीं रह गई है। भूमंडलीकरण अथवा वैश्वीकरण के दौर में हिंदी वैश्विक परिदृश्य में अपना महत्त्वपूर्ण...
भगवान स्वरूप कटियार की कविता की एक पंक्ति है “पिता के पास लोरियाँ नहीं होतीं”। असल में पिताओं के पास होती हैं थपकियाँ, जिससे बच्चा मीठी नींद में सोता है। ये थपकियाँ ही...
बीते दिनों की बात है मैं सुबह-सुबह बस स्टेशन पर बैठकर अपनी बस के आने का इंतज़ार कर रही थी। उसी बीच मेरे पास दो छोटे बच्चे आए, जिनमें एक की उम्र करीब 5 साल और दूसरे की 6 साल के...
भारत मे स्थानीय स्वशासन का इतिहास सदियों पुराना है। दक्षिण भारत के प्रसिद्ध चोल साम्राज्य के शासन के दौरान ऐसी संस्थाएं अनिवार्य रूप से उनके प्रशासन का हिस्सा थी। चोल...
हिंदी साहित्य का एक समृद्ध इतिहास रहा है। इसे हम आदिकाल, मध्यकाल एवं आधुनिक काल के रूप में देखते आए हैं। आदिकाल में भाषा का जो स्वरूप था वह अभी प्रारम्भिक हिंदी को गढ़ने का...
वह कबूतर क्या उड़ा छप्पर अकेला हो गया माँ के आँखें मूँदते ही घर अकेला हो गया हृदय को भेदने वाली मुनव्वर राना की ये पंक्तियाँ इस धरती पर माँ के दर्जे को बखूबी बयां कर रही...
''मैं हमेशा ये सोच के रोता रहा कि छोरा होता तो देश के लिये गोल्ड लाता। ये बात मेरे समझ में न आई कि गोल्ड तो गोल्ड होता है, छोरा लावे या छोरी।'' साल 2016 में आई आमिर खान की फिल्म 'दंगल'...
वर्ष 2010-12 का समय था। पहली बार घर से लगभग 400 किलोमीटर दूर रहकर पढ़ने आई थी शहर। हॉस्टल ही नया घर हुआ उसपर भी ये कि हॉस्टल में 2 सबसे जूनियर लड़कियों में थी एक मैं और दूसरी मेरी...
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में धर्म समाज को जोड़ने में कितना कारगर? "यतो ऽभ्युदयनिःश्रेयससिद्धिः स धर्मः।"अर्थात धर्म वह अनुशासित जीवन क्रम है, जिसमें लौकिक उन्नति (अविद्या)...
अब्राहम लिंकन ने कहा है कि “किताबें आदमी को ये बताने के काम आती हैं कि उसके मूल विचार आखिरकार इतने नये भी नहीं हैं।” सच में किताबों से गुजरना दुनिया के श्रेष्ठ अनुभवों...
एक कहावत है- “उत्तम खेती, मध्यम बान : अधम चाकरी, भीख निदान।” अर्थात् खेती करना सबसे अच्छा कार्य है। खेती के बाद व्यापार करना अच्छा कार्य है। इसके बाद चाकरी यानी नौकरी को...
किरिबाती देश के तरावा में रहने वाला तियाकारा का परिवार सुबह घर से दो किलोमीटर दूर कोरल रीफ उठाने लिए निकल जाता है। प्रशांत महासागर से उठने वाली लहरों से अपने आशियाने को...
"ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया:।" अर्थात 'सभी सुखी रहें, सभी रोगमुक्त रहें', प्राचीन काल से ही यह श्लोक भारत के कल्याणकारी राज्य में स्वाथ्य देखभाल क्षेत्र का मूल...
अतीत के बारे में जानना हो तो विरासत स्थलों की भेंट कर आइए! तमाम विरासत स्थल इतिहास और संस्कृति को मूर्त रूप में जिंदादिली के साथ बयां करते हुए पाए जाएंगे। प्रत्येक समाज की...
वल्लभभाई झावरभाई पटेल, जिन्हें भारत में प्रेमपूर्वक ‘सरदार पटेल’ के नाम से जाना जाता है, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के अग्रणी नेता थे। स्वतन्त्र भारत के महान दूरदर्शी...
‘नहीं कारण कि मेरा हृदय उथला या कि सूना है/ या कि मेरा प्यार मैला है/ बल्कि केवल यही/ ये उपमान मैले हो गए हैं/ देवता इन प्रतीकों के कर गए हैं कूच/ कभी बासन अधिक घिसने से मुलम्मा...
वृद्धाश्रम में रहने वाली 75 वर्षीय एक वृद्ध महिला के दो बेटे थे। बड़े बेटे ने यह कहकर अपनी माँ का सामान घर से बाहर फेंक दिया कि मेरे घर में तुम्हारे लिये जगह नहीं है, और न ही...
पिछले कुछ समय से दिल्ली के समाचार पत्रों में और न्यूज़ चैनलों पर यहाँ के सरकारी स्कूलों के 9वीं और 11वीं कक्षाओं के परीक्षा परिणाम चर्चा में हैं। 9वीं कक्षा में करीब 50% से...
कल्पना कीजिये कि आप किसी घर में रह रहे हैं और कोई बाहरी आकर आपको आपके घर से बेदखल कर देता है। इतना ही नहीं, अब आप के रहने के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना न बचा हो। ऐसे में आप क्या...