भारत में हरित ऊर्जा की संभावनाएँ
05 Jan, 2023 | शालिनी बाजपेयीमानव सभ्यता का भविष्य या तो हरा होगा या होगा ही नहीं। बॉब ब्राउन की लिखी ये पंक्तियाँ जलवायु परिवर्तन से त्रस्त धरती के प्रत्येक जीव की तकलीफ को बहुत संजीदगी से बयां करती...
मानव सभ्यता का भविष्य या तो हरा होगा या होगा ही नहीं। बॉब ब्राउन की लिखी ये पंक्तियाँ जलवायु परिवर्तन से त्रस्त धरती के प्रत्येक जीव की तकलीफ को बहुत संजीदगी से बयां करती...
कुछ दिनों पहले मैं अपने विद्यालय में आठवीं कक्षा में एक स्थानापन्न कालांश में गया था. वह कालांश शायद सामाजिक विज्ञान विषय का था. बच्चों से मैंने पूछा "कोई 5 कारण बताओ जिसके...
यथा शिखा मयूराणाम, नागाणाम मणयो यथा।तद वेदाङ्ग शास्त्राणाम, गणितम मूर्धनिस्थितम।। अर्थात जिस प्रकार मोर में उसकी कलगी और नागों में उसकी मणि का विशिष्ट स्थान है उसी...
सार्वजनिक जीवन में मान्य मूल्यों के विरुद्ध आचरण को भ्रष्ट आचरण माना जाता है। जब कोई व्यक्ति न्याय व्यवस्था के नियमों के विपरीत जाकर, अपनी स्वार्थसिद्धि हेतु गलत व्यवहार...
भारत एक नैसर्गिक सांस्कृतिक-भौगोलिक प्राकृतिक राष्ट्र है। यहाँ ज्ञान की वैविध्य सभ्यता अत्यंत प्राचीन है और इस सभ्यता का विस्तार ऋषि मुनियों के द्वारा किया गया हैl भारत...
" खुदा का शुक्र है कि इन्सान उड़ नहीं सकतेऔर आसमान तथा धरती दोनों को ही बर्बाद नहीं कर सकते।”~हेनरी डेविड थोरू यदि इस वाक्य के संदर्भ में विचार किया जाए तो यह बताना निरर्थक...
“जो बात जानना सबसे जरुरी है वह यह कि इस विशाल भूमि में फैले भारतवासी सबसे ज्यादा मायने रखते हैं। भारत माता यही करोड़ों-करोड़ जनता है और भारत माता की जय उसकी भूमि पर रहने...
"झूठ नहीं बोलेंगी हवाएँझूठ नहीं बोलेगी पर्वत-शिखरों परबची हुई थोड़ी-सी बर्फझूठ नहीं बोलेंगे चिनारों के शर्मिंदा पत्तेउनसे ही पूछोसुमित्रा के मुँह में चीथड़े ठूँसकरउसे...
26 नवम्बर को भारत ने अपना संविधान दिवस मनाया। एक सामान्य सी जिज्ञासा हमारे मन में आती है कि आखिर संविधान है क्या और इसकी महत्ता क्या है? इस दस्तावेज में आखिर क्या खास है कि...
"स्वयं नहीं पीता, औरों को, किन्तु पिला देता हाला,स्वयं नहीं छूता, औरों को, पर पकड़ा देता प्याला,पर उपदेश कुशल बहुतेरों से मैंने यह सीखा है,स्वयं नहीं जाता, औरों को पहुँचा देता...
प्रतिभाएँ किसी जगह की मोहताज नहीं हुआ करती हैं। अठारहवीं-उन्नीसवीं शताब्दी साम्राज्यवादी देशों के अतिशय लूट का गवाह बनीं। इसके पीछे एक बड़ी वजह है कि शिक्षा व तकनीकी का...
इस लेख में हम मैक्स वेबर के नौकरशाही सिद्धांतों के बारे में जानेंगे। नौकरशाही किसी भी संगठन का एक ज़रूरी हिस्सा है। प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह छोटा हो या बड़ा किसी न किसी...
प्रगतिशील कविता और नई कविता के मध्य सेतु गजानन माधव 'मुक्तिबोध' का जन्म 13 नवंबर, 1917 को तात्कालिक मध्य प्रदेश के ग्वालियर ज़िले में स्थित श्यौपुर कस्बे में हुआ था।...
आईआईटी की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने के कारण रोहन बहुत उदास था। वह अपने माँ-बाप के गले लगकर जी भरकर रोना चाहता था और कहना चाहता था कि, वह उनकी इच्छाओं पर खरा नहीं...
सुनामी का नाम लेते ही हम भारतीय लोगों के लिये समुद्री लहरों द्वारा तटीय क्षेत्रों में किये गए अप्रतिम विनाश की तस्वीरें आंखों के आगे नाच उठती हैं, जबकि वास्तव में यह...
“स्कूल प्रयोगशालाएं हैं जो देश के भावी नागरिक तैयार करती हैं।” उपरोक्त दूरदर्शी कथन भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का है। आज़ाद, स्वतंत्र भारत के...
एक आदमीरोटी बेलता हैएक आदमी रोटी खाता हैएक तीसरा आदमी भी हैजो न रोटी बेलता है, न रोटी खाता हैवह सिर्फ़ रोटी से खेलता हैमैं पूछता हूँ--'यह तीसरा आदमी कौन है ?'मेरे देश की संसद...
“एक गाँव ने मुझे जन्म दियाएक धक्के ने शहर में फेंक दियाशहर ने कविता में उछाल कर मुझे कहीं का नहीं रक्खा।” हिंदी साहित्य के ठेठ कवि चंद्रकांत देवताले ने एक साक्षात्कार...
टाटा फंडामेंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट में एक शिक्षक छात्रों को परमाणु ऊर्जा के बारे में समझा रहा था। इतने में ही इस शिक्षक के निजी सहायक उन्हें धीरे से बुलाते है और कान में...
सामान्य परिचय साहित्य की दुनिया में ख्याति प्राप्त मृदुला गर्ग 25 अक्टूबर 1938 को कलकत्ता में जन्मीं। शुरुआती तीन वर्षों तक उनका बचपन कलकत्ता में बीता, इसके पश्चात उनका...