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इतिहास, विचार और दुनिया

माॅब लिंचिंग, विषाक्त होते समाज का लक्षण मात्र है

25 Jun, 2020 | अरविंद सिंह

सुबह 7 बजे भइया बचा लो, भइया बचा लो हाॅस्टल में एम के पास शोर के साथ नींद खुली तो देखा 4th ईयर के सीनियर्स की भीड़ किसी लड़के को पीट रही थी। हाॅस्टल में यह आम बात थी और चूंकि बात...

इतिहास, विचार और दुनिया

‘सुख कवच के रूप में नवीन FDI नीति’

18 Jun, 2020 | अरविंद सिंह

विकासशील देशों में संसाधनों एवं तकनीक की कमी आर्थिक संवृद्धि के रास्ते में एक बड़ी बाधा है ऐसे में विदेशी निवेश के रूप में FDI, ऋण मुक्त वित्त प्रबंधन में महत्त्वपूर्ण...

इतिहास, विचार और दुनिया

राजनीतिक दल एवं मीडिया गठजोड़

08 May, 2020 | अरविंद सिंह

मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है क्योंकि लोकतंत्र को और सुदृढ़ करने एवं राजनीतिक दलों की जवाबदेही सुनिश्चित करने में मीडिया की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है,...

समाचारों में-आओ बात करें

चीन से इकोनॉमिक डिस्टेंसिंग

23 Apr, 2020 | अरविंद सिंह

वैश्विक स्तर पर चीन के साथ द्विपक्षीय साझे व्यापार में विश्व के लगभग सभी देश चाहे अमेरिका हो या यूरोपियन यूनियन सभी घाटे की स्थिति में हैं। स्वयं भारत भी चीन के साथ  आपसी...

इतिहास, विचार और दुनिया

अगली गणना में आप भी हो सकते हैं - COVID 19

07 Apr, 2020 | अरविंद सिंह

20 मार्च को अंकुश, कॉलेज के मेरे सबसे अच्छे दोस्त अंकुश की चार मिस कॉल आ चुकी थी। पाँचवी रिंग पर फोन उठाते ही अंकुश ने पूछा-  फोन क्यों नहीं उठा रहा था?"  बता क्या हुआ?...

इतिहास, विचार और दुनिया

क्रेच में सीएसआर

27 Mar, 2020 | पिंकी कुमारी

अधिकार और उत्तरदायित्व की दो पटरियों पर ही समाज, राष्ट्र एवं संपूर्ण विश्व अर्थव्यवस्था की रेल टिकी हुई है अर्थात्, अधिकारों के साथ-साथ उत्तरदायित्व के सही निर्वहन से ही...

इतिहास, विचार और दुनिया

बाज़ारवाद बनाम कार्यशील महिलाएँ

19 Feb, 2020 | पिंकी कुमारी

आवाज़ उठेगी तो मचेगा शोर फिर नई उम्मीदों की होगी भोर। - (“मुलाकरम” नामक लघु कथा से उद्धृत) दहलीज़ से बाहर कदम रखते ही एक महिला अचानक सामाजिक-आर्थिक रूप से महत्त्वपूर्ण हो...

इतिहास, विचार और दुनिया

डर को जीतना ही ज्ञान की शुरुआत है

05 Feb, 2020 | हिमांशु सिंह

संभावित अनिष्ट की आशंका जिसे रोका या नियंत्रित नहीं किया जा सकता, डर है। डर के तमाम रूप और गुण हैं, पर डर का व्यक्तिनिष्ठ होना उसकी प्रमुख विशेषता है। यानी, हर व्यक्ति के पास...

इतिहास, विचार और दुनिया

क्योंकि आर्थिक-आक्रामकता सैन्य-आक्रामकता से अधिक प्रभावी होती है।

22 Jan, 2020 | हिमांशु सिंह

सीमाओं के विस्तार का जोखिमयुक्त अतिवादी रवैया आक्रामकता है। सीमाएँ हमारे इर्द-गिर्द अनगिनत रूपों और प्रकारों में मौजूद हैं। हमारा जीवन संघर्ष कुछ और नहीं बल्कि इन...

इतिहास, विचार और दुनिया

ज़िंदगी की सबसे अच्छी चीज़ें मुफ्त हैं

16 Jan, 2020 | हिमांशु सिंह

मेरा निजी अनुभव है कि जब तक हम घटिया और दिखावटी चीज़ों को ऊँची कीमत पर खरीद नहीं लेते, तब तक हम यह समझ ही नहीं पाते कि दुनिया की सबसे खूबसूरत और अच्छी चीज़ें तो दरअसल मुफ्त होती...

इतिहास, विचार और दुनिया

तो क्या तीसरा विश्वयुद्ध पानी के लिये लड़ा जाएगा? (Part 1)

30 Dec, 2019 | हिमांशु सिंह

अभी किचन में गया तो देखा कि RO से बाथरूम की बाल्टी भरी जा रही थी और RO से उतना ही पानी बेकार बह रहा था। मैंने RO का पाइप बाल्टी में डाल दिया, जिससे बेकार बह रहा पानी भी बाल्टी में...

इतिहास, विचार और दुनिया

क्या छोटे लक्ष्य अपराध हैं?

19 Dec, 2019 | हिमांशु सिंह

सजीव हों या निर्जीव, सभी के अस्तित्व का कुछ-न-कुछ औचित्य होता है। मनुष्य के संदर्भ में विशेष यह है कि मानसिक उद्विकास ने मनुष्य के जीवन में औचित्य के अतिरिक्त एक अन्य तत्त्व...

इतिहास, विचार और दुनिया

कायरों के लिये वीरता एक बुराई है

12 Dec, 2019 | हिमांशु सिंह

‘वीरता’ शब्द के उच्चारण या मनन के साथ ही मन में किसी महाराणा प्रतापनुमा व्यक्ति की छवि उभरती है जो युद्ध के दौरान अकेले बीस शत्रुओं पर भारी पड़ता हो। एक लंबे समय तक...

अपरंपरागत बुद्धि

अज्ञान का स्वीकार ही ज्ञान की दिशा में पहला कदम है

04 Dec, 2019 | हिमांशु सिंह

बचपन में किसी को कहते सुना था या शायद कहीं पढ़ा था कि 'आप वही जानते हैं जो आपको पता है, आप वह नहीं जानते जिसके बारे में आपको नहीं पता है'। बचपन की यह बात मन में ऐसा घर कर गयी है कि...

इतिहास, विचार और दुनिया

मानवाधिकार दिवस क्यों? थानेदार दिवस क्यों नहीं?

23 Nov, 2019 | प्रतिमा सिंह

हम कभी थानेदार या दरोगा दिवस नहीं मनाते हैं। पहलवान दिवस भी नहीं मनाते और न ही अंग्रेज़ी दिवस मनाते हैं। परसाईं जी पहले ही कह चुके हैं ‘दिवस’ हमेशा कमज़ोरों के मनाए जाते...

इतिहास, विचार और दुनिया

आदिम संस्कृति के संरक्षण की कवायद

16 Nov, 2019 | अरविंद कुमार यादव

पिछले कुछ वर्षों में पर्यटन के क्षेत्र में ट्राइब टूरिज़्म का तेज़ी से विकास हुआ है। परिभाषा की बात करें तो, ट्राइब टूरिज़्म में लोग दूरदराज के जंगलों में रहने वाले वहाँ के...

क्या, कहाँ, कब?

सूडान और सच्चे लोकतंत्र का संघर्ष

17 Aug, 2019 | कवीन्द्र कबीर

जून 2019 के पहले सप्ताह में सूडानी डॉक्टरों ने यह कहकर पूरी दुनिया में खलबली मचा दी कि सूडान के अर्द्धसैनिक बलों ने राजधानी खार्तूम (Khartoum) में विरोध प्रदर्शन के दौरान जमकर खूनी...

इतिहास, विचार और दुनिया

नया भस्मासुर

21 Nov, 2018 | कवीन्द्र कबीर

कनाट प्लेस, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 7 के बाहर चाय की चुस्कियाँ लेते हुए देश-दुनिया के तमाम ज्वलंत मुद्दों पर हम दोनों दोस्तों के बीच गरमा-गरम बहस जारी थी। मसलन,...

मीडिया और रचनात्मकता

किताबें, जो संघर्ष के दरमियान खास दोस्त की तरह साथ निभाती हैं।

13 Oct, 2018 | कवीन्द्र कबीर

किताबें, जो संघर्ष के दरमियान खास दोस्त की तरह साथ निभाती हैं। Books, which are with us as a special friend during the struggle. अच्छी किताबें किसी गुरु से कम नहीं होती हैं। जब भविष्य की मीठी धुन तीखी बनकर आँखों...

मोटिवेशन

इच्छा का दमन

06 Oct, 2018

महान दार्शनिक अरस्तु ने कहा है कि "शत्रुओं पर विजय पाने वाले की अपेक्षा मैं अपनी इच्छाओं का दमन करने वाले को अधिक साहसी मानता हूँ। उनका यह विचार दूरदर्शी महत्त्व का है।...

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