रैपिड फायर
अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस
भारत ने हिम तेंदुआ संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये ‘#23for23’ अभियान के साथ अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस मनाया।
- वर्ष 2024 में संयुक्त राष्ट्र ने हिम तेंदुओं के संरक्षण और पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण हेतु सहयोग को बढ़ावा देने हेतु 23 अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस के रूप में घोषित किया।
- #23for23: वैश्विक हिम तेंदुआ और पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षण कार्यक्रम (GSLEP) और समग्र विश्व के हिम तेंदुआ ट्रस्ट द्वारा शुरू किया गया यह अभियान, हिम तेंदुओं के संरक्षण के लिये 23 मिनट तक शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने को प्रोत्साहित करने के लिये है।
- हिम तेंदुआ: हिम तेंदुआ (Panthera uncia), जिसे प्रायः 'घोस्ट ऑफ माउंटेन' कहते हैं, एक दुर्ग्राह्य बिग कैट है जो भारत, नेपाल, भूटान, चीन और कई मध्य एशियाई देशों सहित एशिया के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
- यह पारिस्थितिक रूप से महत्त्वपूर्ण है और CITES के परिशिष्ट I और वन्य जीवों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण अभिसमय के अंतर्गत सूचीबद्ध है।
- इसे IUCN (2017) द्वारा सुभेद्य के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस प्रजाति को पर्यावास ह्रास, शिकार की अपर्याप्त उपलब्धता, अवैध शिकार, अवैध व्यापार और जलवायु परिवर्तन से गंभीर खतरों का सामना करना पड़ता है।
- ये एकांतप्रिय जीव हैं, 3,000 से 4,500 मीटर की ऊँचाई के पर्यावास में पाए जाते हैं। ये ऋतुनिष्ठ रूप से प्रजनन करते हैं, जिनका गर्भावस्था काल 90-100 दिनों का होता है।
- हिम 'तेंदुआ' कहे जाने के बावजूद, ये आनुवंशिक रूप से तेंदुओं की तुलना में बाघों से अधिक निकटता से संबंधित हैं।
- भारत के संरक्षण उपाय: हिम तेंदुआ संख्या आकलन (SPAI) के अनुसार भारत में 718 हिम तेंदुएँ हैं, जिनमें से 477 लद्दाख में हैं, जो भारतीय हिमालय में पहला वैज्ञानिक जनसंख्या सर्वेक्षण है।
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के अनुसार इसे अनुसूची I प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
और पढ़ें: हिम तेंदुआ
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कश्मीर का पहला गुलदाउदी उद्यान
जम्मू और कश्मीर ने पर्यटन सत्र को वसंत से आगे बढ़ाने के प्रयासों के उद्देश्य से पहला गुलदाउदी/क्रिसेंथमम गार्डन (गुल-ए-दाऊद) आरंभ किया है, जो ट्यूलिप (गुल-ए-लाला) से गुलदाउदी/क्रिसेंथमम के खिलने तक पर्यटन की निरंतरता बनाए रखने का प्रयास है।
- यह श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन के समीप, ज़बरवान पर्वत और डल झील के बीच, चश्मा शाही में स्थित है।
गुलदाउदी/क्रिसेंथमम (Dendranthema Grandiflora)
- परिचय: यह एस्टेरेसी परिवार का एक बारहमासी शाकीय पादप है, जिसे "क्वीन ऑफ द ईस्ट" के नाम से जाना जाता है। यह पूर्वी एशिया और यूरोप का स्थानिक है और जापान का राष्ट्रीय पुष्प है।
- वाणिज्यिक महत्त्व: यह एक प्रमुख सजावटी पादप है जिसकी कृषि मुख्य रूप से कट फ्लावर, लूज़ फ्लावर और पॉट प्लांट के लिये की जाती है।
- जलवायु एवं मृदा आवश्यकताएँ:
- जलवायु: उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में उगता है। इष्टतम तापमान सीमा दिन के दौरान 20-28°C और रात में 15-20°C है।
- मृदा: अच्छी जल निकासी वाली लाल दोमट मृदा को प्राथमिकता देता है।
और पढ़ें: वुलर झील में कमल का पुनरुद्धार
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खेलों में डोपिंग के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय
पेरिस स्थित UNESCO मुख्यालय में आयोजित खेलों में डोपिंग के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय के पक्षकारों के सम्मेलन (COP10) के 10वें सत्र में भारत को पुनः एशिया-प्रशांत ब्यूरो का उपाध्यक्ष चुना गया जिसकी अवधि वर्ष 2025-2027 होगी।
खेलों में डोपिंग के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय
- विषय: यह खेलों में डोपिंग की रोकथाम करने और इसे पूर्णतः समाप्त करने के लिये 19 अक्तूबर, 2005 को अपनाई गई UNESCO की बहुपक्षीय संधि है, जो 1 फरवरी, 2007 से प्रभावी है।
- इसका 192 सदस्य देशों (भारत सहित) द्वारा अनुसमर्थन किया गया है, जिससे यह UNESCO की दूसरी सबसे अधिक अनुसमर्थित संधि बन गई है (सर्वाधिक अनुसमर्थित: विश्व विरासत अभिसमय, 196 सदस्य देशों का अनुसमर्थन)।
- उद्देश्य: यह विधिक रूप से एकमात्र बाध्यकारी अंतर्राष्ट्रीय साधन है जिसे खेलों में डोपिंग की रोकथाम करने और इसे पूर्णतः समाप्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय और वैश्विक उपायों में सामंजस्य स्थापित करने और उन्हें सुदृढ़ बनाने के लिये डिज़ाइन किया गया है, जिससे एक समान और सुरक्षित अवसर सुनिश्चित होते हैं।
- शासन: COP एक संप्रभु निकाय है, जिसकी द्विवार्षिक बैठक होती है। यह अभिसमय के कार्यान्वयन, विकास और सदस्य देशों द्वारा अनुपालन की निगरानी के लिये उत्तरदायी है।
- वित्तीय तंत्र: इसे फंड फॉर द एलिमिनेशन ऑफ डोपिंग इन स्पोर्ट से वित्तीय सहायता प्राप्त होती है। इसने वर्ष 2008 से अभी तक 120 से अधिक देशों में 200 से अधिक परियोजनाओं में शिक्षा, जागरूकता और क्षमता निर्माण के लिये 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
- शैक्षिक भूमिका: यह अभिसमय, खेल के माध्यम से मूल्य शिक्षा (VETS) कार्यक्रम को बढ़ावा देता है, जिसमें खेल को सक्रिय अधिगम और पाठ्येतर मूल्यों के शिक्षण हेतु एक साधन के रूप में उपयोग में लाया जाता है, जिससे डोपिंग रोधी प्रयासों के नीतिपरक सिद्धांतों का सुदृढ़ीकरण होता है।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी
- NADA, जिसकी स्थापना वर्ष 2005 में सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम, 1860 के तहत एक रजिस्ट्रीकृत संस्था के रूप में हुई थी, भारत में डोप-मुक्त खेलों को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध है।
- NADA, विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) की संहिता और विनियमों के अनुसार देश की डोपिंग रोधी गतिविधियों की योजना तैयार करती है, उनका क्रियान्वन करती है और उनका समन्वय सुनिश्चित करती है।
- राष्ट्रीय डोपिंग रोधी अधिनियम, 2022, के अंतर्गत NADA को खेलों में डोपिंग रोधी गतिविधियों को विनियमित करने और खेलों में डोपिंग के विरुद्ध UNESCO अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय का क्रियान्वन करने का विधिक प्राधिकार प्रदान किया गया है।
- राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) अधिनियम, 2025 ने प्रवर्तन तंत्र को सुदृढ़ बनाकर, अधिक जवाबदेही सुनिश्चित करके और भारत की डोपिंग रोधी व्यवस्था को उभरते वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाकर इस ढाँचे को और अधिक सुदृढ़ बनाया है।
और पढ़ें: डोपिंग
प्रारंभिक परीक्षा
कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेज़बानी भारत करेगा
चर्चा में क्यों?
भारत 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) के शताब्दी संस्करण की मेज़बानी करने जा रहा है, जिसमें अहमदाबाद को प्रस्तावित स्थल के रूप में चुना गया है। यह कदम 2036 ओलंपिक की मेज़बानी के लिये भारत की तैयारी और दावे को मज़बूती प्रदान करता है।
- भारत ने पिछली बार वर्ष 2010 में CWG की मेज़बानी की थी (दिल्ली)।
- भारत का CWG रिकॉर्ड अच्छा है और वह बर्मिंघम 2022 में चौथे स्थान पर रहा।
- 2026 के CWG का आयोजन ग्लासगो, स्कॉटलैंड में होगा।
कॉमनवेल्थ गेम्स क्या हैं?
- परिचय: CWG विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मल्टी-स्पोर्ट्स इवेंट है (ओलंपिक खेलों के बाद), जो 71 देशों और क्षेत्रों के एथलीटों को एक साथ लाता है तथा कॉमनवेल्थ की विविधता तथा एकता का जश्न मनाते हैं।
- विकास: इसे पहली बार वर्ष 1930 में हैमिल्टन, कनाडा में ब्रिटिश एम्पायर गेम्स के रूप में आयोजित किया गया था।
- यह आयोजन वर्ष 1954 में ब्रिटिश एम्पायर और कॉमनवेल्थ गेम्स के नाम से जाना जाता था, तथा वर्ष 1978 से इसका नाम बदलकर कॉमनवेल्थ गेम्स कर दिया गया।
- शासी निकाय: कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन (CGF) इन खेलों के संचालन और नियंत्रण के लिये ज़िम्मेदार है।
- उद्देश्य और मूल्य: ये खेल हर चार वर्ष में एक बार आयोजित किये जाते हैं और इन्हें प्रायः “फ्रेंडली गेम्स” कहा जाता है, जो मानवता, समानता और नियति के मूल्यों को प्रतिबिंबित करते हैं।
- इनका उद्देश्य खेल, शिक्षा और मनोरंजन को प्रोत्साहित करना है, साथ ही राष्ट्रमंडल की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता का उत्सव मनाना भी है।
‘कॉमनवेल्थ’
- परिचय: यह 56 स्वतंत्र और समान देशों का एक स्वैच्छिक संगठन है, जो लगभग 2.7 अरब की जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है तथा विकास, लोकतंत्र और शांति के साझा लक्ष्यों पर आधारित है।
- ऐतिहासिक उत्पत्ति:
- इम्पीरियल कॉन्फ्रेंस (1926): यूनाइटेड किंगडम और डोमिनियन ने ब्रिटिश साम्राज्य के भीतर समान सदस्य होने पर सहमति व्यक्त की, जिसमें वे सम्राट के प्रति निष्ठा रखते हुए भी स्वायत्तता बनाए रखते थे।
- लंदन घोषणा (1949): आधुनिक राष्ट्रमंडल राष्ट्रों की स्थापना की गई, जिसमें गणराज्यों और गैर-ब्रिटिश राजतंत्रों को शामिल होने की अनुमति दी गई।
- सदस्यता: इसमें 56 स्वतंत्र देश शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश पूर्व में ब्रिटिश उपनिवेश थे। इसकी सदस्यता स्वैच्छिक है और कोई भी देश इसमें शामिल हो सकता है। गैबॉन और टोगो वर्ष 2022 में इसमें शामिल हुए।
- मूल्य एवं शासन: यह कॉमनवेल्थ चार्टर द्वारा निर्देशित है, जो विकास, लोकतंत्र और शांति को प्रोत्साहित करता है। इसका सचिवालय लंदन में स्थित है, जो सदस्य देशों को इन लक्ष्यों की प्राप्ति में सहयोग प्रदान करता है।
- भारत और राष्ट्रमंडल: जनसंख्या की दृष्टि से भारत राष्ट्रमंडल का सबसे बड़ा सदस्य है तथा वित्तीय योगदान देने वाला चौथा सबसे बड़ा देश है।
- इसने कॉमनवेल्थ शिखर सम्मेलन (1983) और नई दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम (2010) की मेजबानी की है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. कॉमनवेल्थ गेम क्या हैं?
कॉमनवेल्थ गेम 71 राष्ट्रमंडल देशों और क्षेत्रों के एथलीटों के लिये एक चतुर्भुज बहु-खेल आयोजन है, जो खेल, सांस्कृतिक विविधता और एकता को बढ़ावा देता है।
2. पहला कॉमनवेल्थ गेम कब और कहाँ आयोजित किया गया था?
उद्घाटन खेल 1930 में हैमिल्टन, कनाडा में ब्रिटिश साम्राज्य खेलों के रूप में आयोजित किये गए थे।
3. राष्ट्रमंडल राष्ट्र क्या है?
कॉमनवेल्थ 56 स्वतंत्र देशों, जिनमें से अधिकांश पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश हैं, का एक स्वैच्छिक संघ है, जो सहयोग के माध्यम से विकास, लोकतंत्र और शांति को बढ़ावा देता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न
प्रिलिम्स
प्रश्न. वर्ष 2000 में प्रारंभ किये गए लॉरियस विश्व खेल पुरस्कार (लॉरियस वर्ल्ड स्पोट्र्स अवार्ड) के संबंध में
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2021)
- अमरीकी गोल्फ खिलाड़ी टाइगर वुड्स इस पुरस्कार के सर्वप्रथम विजेता थे।
- अब तक यह पुरस्कार अधिकतर 'फॉर्मूला वन' के खिलाड़ियों को मिला है।
- अन्य खिलाड़ियों की तुलना में रॉजर फेडरर को यह पुरस्कार सर्वाधिक बार मिला है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर: (c)

