रैपिड फायर
खेलों में डोपिंग के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय
- 25 Oct 2025
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पेरिस स्थित UNESCO मुख्यालय में आयोजित खेलों में डोपिंग के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय के पक्षकारों के सम्मेलन (COP10) के 10वें सत्र में भारत को पुनः एशिया-प्रशांत ब्यूरो का उपाध्यक्ष चुना गया जिसकी अवधि वर्ष 2025-2027 होगी।
खेलों में डोपिंग के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय
- विषय: यह खेलों में डोपिंग की रोकथाम करने और इसे पूर्णतः समाप्त करने के लिये 19 अक्तूबर, 2005 को अपनाई गई UNESCO की बहुपक्षीय संधि है, जो 1 फरवरी, 2007 से प्रभावी है।
- इसका 192 सदस्य देशों (भारत सहित) द्वारा अनुसमर्थन किया गया है, जिससे यह UNESCO की दूसरी सबसे अधिक अनुसमर्थित संधि बन गई है (सर्वाधिक अनुसमर्थित: विश्व विरासत अभिसमय, 196 सदस्य देशों का अनुसमर्थन)।
- उद्देश्य: यह विधिक रूप से एकमात्र बाध्यकारी अंतर्राष्ट्रीय साधन है जिसे खेलों में डोपिंग की रोकथाम करने और इसे पूर्णतः समाप्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय और वैश्विक उपायों में सामंजस्य स्थापित करने और उन्हें सुदृढ़ बनाने के लिये डिज़ाइन किया गया है, जिससे एक समान और सुरक्षित अवसर सुनिश्चित होते हैं।
- शासन: COP एक संप्रभु निकाय है, जिसकी द्विवार्षिक बैठक होती है। यह अभिसमय के कार्यान्वयन, विकास और सदस्य देशों द्वारा अनुपालन की निगरानी के लिये उत्तरदायी है।
- वित्तीय तंत्र: इसे फंड फॉर द एलिमिनेशन ऑफ डोपिंग इन स्पोर्ट से वित्तीय सहायता प्राप्त होती है। इसने वर्ष 2008 से अभी तक 120 से अधिक देशों में 200 से अधिक परियोजनाओं में शिक्षा, जागरूकता और क्षमता निर्माण के लिये 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
- शैक्षिक भूमिका: यह अभिसमय, खेल के माध्यम से मूल्य शिक्षा (VETS) कार्यक्रम को बढ़ावा देता है, जिसमें खेल को सक्रिय अधिगम और पाठ्येतर मूल्यों के शिक्षण हेतु एक साधन के रूप में उपयोग में लाया जाता है, जिससे डोपिंग रोधी प्रयासों के नीतिपरक सिद्धांतों का सुदृढ़ीकरण होता है।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी
- NADA, जिसकी स्थापना वर्ष 2005 में सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम, 1860 के तहत एक रजिस्ट्रीकृत संस्था के रूप में हुई थी, भारत में डोप-मुक्त खेलों को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध है।
- NADA, विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) की संहिता और विनियमों के अनुसार देश की डोपिंग रोधी गतिविधियों की योजना तैयार करती है, उनका क्रियान्वन करती है और उनका समन्वय सुनिश्चित करती है।
- राष्ट्रीय डोपिंग रोधी अधिनियम, 2022, के अंतर्गत NADA को खेलों में डोपिंग रोधी गतिविधियों को विनियमित करने और खेलों में डोपिंग के विरुद्ध UNESCO अंतर्राष्ट्रीय अभिसमय का क्रियान्वन करने का विधिक प्राधिकार प्रदान किया गया है।
- राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) अधिनियम, 2025 ने प्रवर्तन तंत्र को सुदृढ़ बनाकर, अधिक जवाबदेही सुनिश्चित करके और भारत की डोपिंग रोधी व्यवस्था को उभरते वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाकर इस ढाँचे को और अधिक सुदृढ़ बनाया है।
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