मध्य प्रदेश Switch to English
जनजातीय पर्यटन परियोजना
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड की प्रमुख जनजातीय पर्यटन परियोजना को धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत केंद्रीय स्वीकृति मिल गई है।
मुख्य बिंदु
- परियोजना के बारे में:
- इस परियोजना के अंतर्गत अनूपपुर, मंडला और डिंडोरी ज़िलों में नर्मदा परिक्रमा मार्ग पर स्थित 14 गाँवों में 86 जनजातीय आवास स्थापित किये जाएंगे।
- इसकी कुल अनुमानित लागत 10.5 करोड़ रुपये है, जिसका वित्तपोषण पर्यटन मंत्रालय तथा राज्य पर्यटन बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।
- इससे 400 से अधिक जनजातीय परिवारों को प्रत्यक्ष आय प्राप्त होने की संभावना है, साथ ही हस्तशिल्प, परिवहन और स्थानीय खाद्य उत्पादों में अतिरिक्त आजीविका के अवसर भी सृजित होंगे।
- इसका उद्देश्य उत्तरदायी जनजातीय पर्यटन को प्रोत्साहित करना, स्थानीय संस्कृति को संरक्षित करना और दूरस्थ गाँवों को मुख्यधारा के पर्यटन सर्किट में एकीकृत करना है।
- धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान:
- यह जनजातीय कार्य मंत्रालय की एक प्रमुख पहल है, जो जनजातीय बहुल गाँवों में विकास परिणामों में सुधार लाने पर केंद्रित है।
- यह योजना आजीविका संवर्द्धन, आधारभूत सुविधाओं, सामाजिक सेवाओं तथा ग्रामीण उद्यम विकास जैसे क्षेत्रों में बहु-मंत्रालयी समन्वय के माध्यम से कार्य करती है।
- परियोजना के अंतर्गत पर्यटन आधारित आय-सृजन, विशेषकर समुदाय-आधारित आवासों का विकास, आजीविका और आर्थिक सशक्तीकरण घटक का एक केंद्रीय तत्त्व है।
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