मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश पी.सी.एस. पाठ्यक्रम : मुख्य परीक्षा
- 01 May 2025
- 38 min read
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) SSE की मुख्य परीक्षा उम्मीदवारों की विश्लेषणात्मक क्षमताओं और प्रशासन से संबंधित विभिन्न विषयों की समझ का गहन अध्ययन करती है। यह विभिन्न विषयों में ज्ञान का मूल्यांकन करता है। यह लोक प्रशासन में उच्च ज़िम्मेदारियों के लिये उम्मीदवार की उपयुक्तता निर्धारित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
संदर्भ के लिये MPPSC मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा नीचे दी गई है।
प्रश्न पत्र |
खण्ड |
विषय |
पूर्णांक |
अवधि |
परीक्षा का माध्यम |
सामान्य अध्ययन - प्रथम प्रश्न पत्र |
A |
इतिहास |
150 |
03 घंटे |
हिंदी या अंग्रेज़ी |
B |
भूगोल |
150 |
03 घंटे |
हिंदी या अंग्रेज़ी |
|
सामान्य अध्ययन - द्वितीय प्रश्न पत्र |
A |
राजनीति विज्ञान |
150 |
03 घंटे |
हिंदी या अंग्रेज़ी |
B |
समाजशास्त्र |
150 |
03 घंटे |
हिंदी या अंग्रेज़ी |
|
सामान्य अध्ययन - तृतीय प्रश्न पत्र |
A |
अर्थशास्त्र |
150 |
03 घंटे |
हिंदी या अंग्रेज़ी |
B |
विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं जन स्वास्थ्य |
150 |
03 घंटे |
हिंदी या अंग्रेज़ी |
|
सामान्य अध्ययन - चतुर्थ प्रश्न पत्र |
A |
दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, लोक प्रशासन एवं केस स्टडी |
150 |
03 घंटे |
हिंदी या अंग्रेज़ी |
B |
उद्यमिता, प्रबंधन, व्यक्तित्व विकास एवं केस स्टडी |
150 |
03 घंटे |
हिंदी या अंग्रेज़ी |
|
पंचम प्रश्न पत्र |
- |
सामान्य हिंदी एवं व्याकरण |
200 |
02 घंटे |
हिंदी |
छठा प्रश्न पत्र |
- |
हिंदी निबंध एवं प्रारूप लेखन |
100 |
02:30 घंटे |
हिंदी |
सामान्य अध्ययन- प्रथम प्रश्न पत्र
खण्ड (A) – इतिहास
इकाई |
विषय और उप-विषय |
इकाई -1 |
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इकाई-2 |
|
इकाई-3 |
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इकाई-4 |
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इकाई-5 |
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खण्ड (B) – भूगोल
- इकाई-1 भारत का भौतिक स्वरूप एवं जलवायु
- प्राचीन भारत में भौगोलिक ज्ञान।
- भारत के प्रमुख भू-आकृतिक (भौतिक) विखण्ड - हिमालय पर्वत, उत्तर भारत का विशाल मैदान और प्रायद्वीपीय पठार।
- प्रमुख पहाड़ियाँ, पठार, नदियाँ और झीलें।
- भारत में मिट्टियाँ - प्रकार एवं वितरण।
- जलवायु— ऋतुएँ, तापमान, वर्षा, मानसून की उत्पत्ति, ऊपरी वायु परिसंचरण - जेट स्ट्रीम।
- जलवायु घटनाएँ - अल-नीनो, ला नीना, दक्षिणी दोलन, पश्चिमी विक्षोभ, हिंद महासागर, द्विध्रुव, जलवायु परिवर्तन के परिणाम।
- इकाई-2 भारत - कृषि एवं जल संसाधन
- कृषि - प्रमुख फसलें और श्रीअन्न (मोटे अनाज), उनका उत्पादन और वितरण।
- सिंचाई - सिंचाई तकनीकों के प्रकार, सिंचाई के स्रोत और बहुउद्देशीय परियोजनाएँ
- खाद्य सुरक्षा, हरित क्रांति, द्वितीय हरित क्रांति और सतत् कृषि के लिये रणनीतियाँ
- जल संसाधनों का संरक्षण और संवर्द्धन, वर्षा जल संचयन, जल संरक्षण के तरीके, नदियों को आपस में जोड़ना, राष्ट्रीय जल नीति।
- इकाई-3 भारत - प्राकृतिक संसाधन एवं उद्योग
- वन संसाधन, इनके प्रकार और वितरण।
- प्रमुख खनिज और ऊर्जा संसाधन।
- ऊर्जा संकट और ऊर्जा के गैर-पारंपरिक स्रोत।
- प्रमुख उद्योग- लोहा और इस्पात, सीमेंट, कागज, शक्कर, सूती वस्त्र उद्योग।
- प्रमुख खाद्य प्रसंस्करण उद्योग।
- इकाई-4 आपदाएँ और तकनीकें
- भारत में प्राकृतिक खतरे और आपदाएँ- भूकंप, सुनामी, सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, कोहरा, बादल फटना, तड़ित झंझा, भारत में उष्णकटिबंधीय चक्रवात।
- पर्यावरण प्रदूषण- वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मिट्टी या भूमि प्रदूषण एवं उनका रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन, प्रदूषण को कम करने के उपाय।
- भारत में जनसंख्या वृद्धि, संसाधनों पर जनसंख्या का दबाव, ग्रामीण - शहरी प्रवास।
- भूगोल में उन्नत तकनीकें - सुदूर संवेदन, भौगोलिक सूचना प्रणाली (जी.आई.एस.), भौगोलिक स्थिति निर्धारण प्रणाली ( जी.पी.एस.) तथा इनके अनुप्रयोग। उपग्रहो के प्रकार।
- इकाई-5 मध्य प्रदेश का भूगोल
- प्रमुख भू-आकृतिक (भौतिक) विखण्ड - मालवा का पठार, मध्य भारत का पठार, बुन्देलखण्ड पठार, विंध्याचल श्रेणी, बघेलखंड पठार, नर्मदा - सोन घाटी, सतपुड़ा श्रेणी।
- प्रमुख नदियाँ और उनकी सहायक नदियाँ !
- जलवायु - ऋतुएँ, तापमान, वर्षा।
- मध्यप्रदेश की मिट्टियाँ, प्रकार एवं वितरण, मृदा अपरदन एवं मृदा संरक्षण।
- प्राकृतिक वनस्पति- वनों के प्रकार और वितरण, प्रमुख वनोपज।
- प्रमुख फसलें, सिंचाई एवं सिंचाई परियोजनाएँ।
- प्रमुख खनिज और ऊर्जा संसाधन, ऊर्जा के गैर-पारंपरिक स्रोत ! प्रमुख उद्योग, लघु एवं कुटीर उद्योग।
- जनसंख्या वृद्धि, वितरण और घनत्व, नगरीकरण।
सामान्य अध्ययन- द्वितीय प्रश्न पत्र
खण्ड (A) – संविधान, शासन, राजनीतिक और प्रशासनिक संरचना
इकाई |
विषय |
इकाई-1 |
|
इकाई-2 |
|
इकाई-3 |
|
इकाई-4 |
|
इकाई-5 |
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खण्ड (B) – समाजशास्त्र
- इकाई-1 समाजशास्त्र की आधारभूत अवधारणा
- समाज की भारतीय संकल्पना - कुटुम्ब, परिवार, नातेदारी, वंश, गोत्र परंपरा।
- समुदाय, संस्था, संघ, संस्कृति, मानदंड और मूल्य।
- सामाजिक समरसता के तत्व, सभ्यता एवं संस्कृति की अवधारणा। भारतीय संस्कृति की विशेषताएँ।
- सामाजिक संस्थाएँ - परिवार, शिक्षा, धर्म, वर्ण, ऋण, यज्ञ, संस्कार।
- अनुष्ठान - विभिन्न संदर्भ, जाति व्यवस्था। आश्रम, पुरुषार्थ, समाज और विवाह पर धर्म और संप्रदायों का प्रभाव।
- इकाई-2 भारतीय समाज में विविधता और चुनौतियाँ
- भारतीय समाज की संकल्पना - भारत के लोग, विविधता में एकता।
- सांस्कृतिक विविधता- क्षेत्रीय, भाषाई, धार्मिक और जनजातीय।
- अपराध का बदलता परिदृश्य- नशाखोरी, आत्महत्या, साइबर अपराध, महिलाओं के विरुद्ध अपराध और घरेलू हिंसा।
- वर्तमान बहस- भारत में परंपरा और आधुनिकता।
- राष्ट्र निर्माण की समस्याएँ- धर्मनिरपेक्षता, बहुलवाद और राष्ट्र निर्माण।
- इकाई-3 ग्रामीण एवं नगरीय समाजशास्त्र
- ग्रामीण समाज के अध्ययन के उपागम ग्रामीण-शहरी अंतर, ग्रामीणवाद और नगरवाद।
- किसान अध्ययन, 73वें संशोधन से पहले और बाद में पंचायती राज व्यवस्था, ग्रामीण नेतृत्व, गुटबाजी, लोक सशक्तीकरण।
- ग्रामीण विकास के सामाजिक मुद्दे और रणनीतियाँ- बंधुआ और प्रवासी मजदूर, ग्रामीण समाज में बदलाव के रुझान।
- नगरीय समुदाय की विशेषताएँ, नगरीय समुदाय में परिवर्तन, नगरीकरण के कारण एवं प्रभाव।
- नगर नियोजन की अवधारणा, नगर नियोजन को प्रभावित करने वाले कारक, भारत में नगरीय प्रबंध की समस्याएँ।
- इकाई-4 औद्योगीकरण, वैश्वीकरण, सामाजिक विकास और जनसंख्या
- भारत में औद्योगीकरण और सामाजिक परिवर्तन- परिवार, शिक्षा, स्तरीकरण पर प्रभाव। औद्योगिक समाज में वर्ग और वर्ग संघर्ष।
- वैश्वीकरण की चुनौतियाँ, समाजशास्त्र का भारतीयकरण, शिक्षा का निजीकरण। सामाजिक संरचना और विकास, सुविधाप्रदाता, अवरोधक, विकास और सामाजिक-आर्थिक असमानताएँ।
- संस्कृति और विकास - सहायक / बाधक के रूप में संस्कृति, उत्तर-आधुनिकीकरण, पश्चिमीकरण।
- भारत में जनसंख्या वृद्धि और वितरण - 1901 से वृद्धि, कारण और प्रभाव।
- अवधारणाएँ– प्रजनन क्षमता, मृत्यु दर, रुग्णता, प्रवास, आयु और लिंग संरचना।
- इकाई-5 मानव संसाधन विकास और सामाजिक कल्याण की योजनाएँ
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 - विजन, सिद्धांत, स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, ऑनलाइन और डिजिटल शिक्षा, वयस्क शिक्षा और जीवन - पर्यन्त सीखना। सामाजिक वर्गों और उनके कल्याण कार्यक्रमों से संबंधित मुद्दे - वरिष्ठ नागरिक, बच्चे, महिलाएँ, विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग और विकासात्मक परियोजनाओं से उत्पन्न विस्थापित समूह, बालिकाओं की शिक्षा से जुड़े मुद्दे।
- सामुदायिक विकास कार्यक्रम, विस्तार शिक्षा, पंचायती राज, सामुदायिक विकास में गैर-सरकारी संगठनों (एन.जी.ओ.) की भूमिका।
- मध्यप्रदेश में जनजातियों की स्थिति एवं सामाजिक संरचना, रीति-रिवाज। जनजातियों में विश्वास, विवाह रिश्तेदारी, धार्मिक विश्वास, परंपराएँ, त्यौहार और उत्सव।
- मध्यप्रदेश की लोक संस्कृति।
सामान्य अध्ययन- तृतीय प्रश्न पत्र
खण्ड (A) – अर्थशास्त्र
इकाई |
विषय |
इकाई -1 |
भारतीय अर्थव्यवस्था के मौलिक पहलू
|
इकाई -2 |
कराधान और नीति परिदृश्य
|
इकाई-3 |
मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था का अवलोकन:
|
इकाई-4 |
मध्य प्रदेश में सामाजिक एवं आर्थिक विकास
|
इकाई-5 |
सांख्यिकी, डेटा विश्लेषण और प्रायिकता
|
खण्ड (B) – विज्ञान, तकनीकी एवं जन स्वास्थ्य
- इकाई-1 सामान्य विज्ञान
- विज्ञान के साधारण अनुप्रयोग।
- सूक्ष्मजीव संरचना एवं प्रकार, जैविक कृषि।
- कोशिका - संरचना, प्रकार, विभाजन एवं कार्य, जन्तुओं एवं पौधों का वर्गीकरण।
- पौधों, पशुओं एवं मनुष्यों में पोषण, संतुलित आहार, विटामिन, हीनताजन्य रोग, हार्मोन्स, मानव शरीर के अंग, संरचना एवं कार्य - प्रणाली।
- जैव प्रौद्योगिकी - परिभाषा, स्वास्थ्य और चिकित्सा, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, उद्योग और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में उपयोग।
- ईथनोबायोलॉजी के अनुप्रयोग।
- प्राचीन समय में आर्यभट्ट, वराहमिहिर, ब्रहमगुप्त एवं भास्कर प्रथम एवं द्वितीय द्वारा खगोल शास्त्र में योगदान। प्राचीन एवं आधुनिक भारतीय वेधशालाओं से संबंधित प्रारंभिक जानकारी।
- बौद्धिक संपदा के अधिकार एवं पेटेंट (ट्रिप्स, ट्रिम्स)।
- इकाई-2 कंप्यूटर विज्ञान
- कंप्यूटर के प्रकार, विशेषताएँ एवं पीढ़ी (जनरेशन)।
- मेमोरी, इनपुट और आउटपुट डिवाइसेस, स्टोरेज डिवाइस, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम, विंडोज, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के उपयोग।
- कंप्यूटर की भाषाओं का सामान्य ज्ञान, (सी, सी ++, जावा), ट्रांसलेटर, इन्टरपिटर तथा एसेंबलर।
- इन्टरनेट एवं ई-मेल।
- सोशल मीडिया।
- ई-गवर्नेस।
- कृत्रिम बुद्धिमता का आधारभूत ज्ञान (ए.आई.), क्लाउड कम्प्यूटिंग, विभिन्न उपयोगी पोर्टल और वेबसाइट तथा वेबपेजेस।
- गणितीय विज्ञान
- संख्याएँ एवं इसके प्रकार इकाई मापन की विधियाँ समीकरण एवं गुणनखंड, लाभ-हानि, प्रतिशत, साधारण एवं चक्रवृद्धि ब्याज, अनुपात -समानुपात।
- ज्यामितीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं पृष्ठीय क्षेत्रफल।
- इकाई-3
- आयुष (AYUSH )- आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा, सोवा रिग्पा, होम्योपैथी चिकित्सा पद्धतियों के मूल सिद्धांत।
- वन नेशन वन हेल्थ सिस्टम / पॉलिसी-2030।
- आयुर्वेद - त्रिदोष, पंचमहाभूत (आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी), दिनचर्या, ऋतुचर्या, पंचकर्म की प्रारंभिक जानकारी। जैविक घड़ी।
- केंद्र, राज्य, ज़िला एवं ग्राम स्तर पर आयुष सहित स्वास्थ्य प्रशासन। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (NHP) एवं इसमें आयुर्वेद का क्षेत्र।
- योग - पंचकोष सिद्धांत, अष्टांग योग, षट्कर्म, मुद्रा की प्रारंभिक जानकारी। प्राकृतिक चिकित्सा - मिट्टी चिकित्सा, धूप सेवन (Sun Bath), जल चिकित्सा के चिकित्सकीय प्रभाव एवं प्रकार।
- षोडश संस्कार - नामकरण, निष्क्रमण, कर्णवेध आदि का सामान्य ज्ञान एवं इनका वैज्ञानिक महत्व।
- इकाई-4
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम - स्वास्थ्य स्वच्छता एवं बीमारियाँ, कुष्ठ (एन.एल.ई.पी.), एड्स ( एन. ए. सी.पी.), अंधत्व (एन.पी.सी.बी.), पोलियो, राष्ट्रीय क्षय निवारण कार्यक्रम, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य ( आर.सी.एच.) कार्यक्रम, इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेव्हलपमेंट स्कीम (आई.सी.डी.एस.), सार्वभौमिक एवं राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम। राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एन.एफ.एच.एस.)।
- स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.आर. एच. एम. और एन.यू.एच.एम.), मध्यप्रदेश में मातृ मृत्यु दर।
- विभिन्न बायोमार्कर यथा - हेमेटोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, सीरोलॉजी के सामान्य स्तर की जानकारी।
- प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल - प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का सिद्धांत और तत्व, स्वास्थ्य देखभाल का स्तर, उपकेन्द्र एवं ग्राम स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की संरचना, प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र (PHC), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और ग्रामीण चिकित्सालयों के स्तर।
- इकाई-5
- भारतीय परंपरा और संस्कृति में पर्यावरण की अवधारणा। जनपदोध्वंस - वायु, जल, देश, काल की विकृतियाँ।
- मानव गतिविधियों का पर्यावरण पर प्रभाव, पर्यावरण से संबंधित नैतिकता और मूल्य, जैव-विविधता (विशेष रूप से मध्यप्रदेश के संदर्भ में), पर्यावरण- प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन। लुप्तप्राय एवं विलुप्त प्रजातियाँ।
- पर्यावरण से संबंधित समस्याएँ और चुनौतियाँ, पर्यावरणीय क्षरण के कारण और प्रभाव।
- पर्यावरण शिक्षा - सार्वजनिक जन जागरुकता के कार्यक्रम, पर्यावरण शिक्षा एवं उसका स्वास्थ्य एवं सुरक्षा से संबंध।
- पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी, पर्यावरण संरक्षण के संवैधानिक प्रावधान। पर्यावरण संरक्षण नीतियाँ और नियामक ढाँचा।
- पर्यावरण संरक्षण में मध्यप्रदेश की जनजातियों की भूमिका ( बैगा, सहरिया, भारिया, भील, गोंड इत्यादि।
- ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन - नगरीय और औद्योगिक अपशिष्ट के कारण, प्रभाव एवं नियंत्रण के उपाय।
- स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान - उद्देश्य, विभिन्न चरण, उपलब्धियाँ तथा भविष्य।
- जल सुरक्षा !
- जल संरक्षण के क्षेत्र में किये जाने वाले विभिन्न प्रयास।
सामान्य अध्ययन- चतुर्थ प्रश्न पत्र
खण्ड (A) – दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, लोक प्रशासन एवं केस स्टडी
इकाई |
विषय |
इकाई-1 |
भारतीय षड्दर्शन, दार्शनिक/विचारक, समाज सुधारक
|
इकाई-2 |
राष्ट्र निर्माण एवं नैतिक अवधारणाएँ
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इकाई-3 |
मानवीय व्यवहार एवं मनोचिकित्सा
|
इकाई-4 |
लोक प्रशासन में नैतिक मूल्य:
|
इकाई-5 |
केस स्टडी:
|
खण्ड - (B) उद्यमिता, प्रबंधन, व्यक्तित्व विकास एवं केस स्टडी
इकाई- 1 उद्यमिता अवधारणा और विकास
- उद्यमिता की अवधारणा एवं महत्व।
- उद्यमशीलता के लक्षण, सिद्धांत, विशेषताएँ एवं नवाचार का महत्व।
- उद्यमशीलता की प्रक्रिया - सृजनशीलता, विचार सृजन, अनुवीक्षण एवं व्यवसाय योजना।
- नए उद्यम प्रबंधन में मुख्य मुद्दे एवं वैधानिक आवश्यकताएँ, महिला उद्यमियों के सामने आने वाली चुनौतियाँ।
- भारत में उद्यमिता का विकास - स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया, भारत में उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने वाले संस्थान।
इकाई- 2 व्यावसायिक संगठन एवं प्रबंधन
- प्रबंध - अवधारणा, महत्व, क्षेत्र, प्रबंध एवं प्रशासन। क्रय तथा सामग्री प्रबंधन।
- प्रबंध प्रक्रिया, संसाधन प्रबंधन एवं प्रबंध के कार्य नियोजन, संगठन, निर्देशन, नियंत्रण, समन्वय, निर्णयन, अभिप्रेरणा, नेतृत्व एवं संचार।
- समय प्रबंधन एवं संगठन।
- ब्रांडिंग, मार्केटिंग एवं नेटवर्किंग।
इकाई- 3 प्रशासन एवं प्रबंधन
- लोक प्रशासन में प्रबंध के महत्वपूर्ण आयाम। मानव संसाधन प्रबंध !
- वित्तीय प्रबंध - लोक प्रशासन में उनका कार्यक्षेत्र एवं महत्व।
- लोक कार्य क्षेत्र में तनाव प्रबंधन एवं विवाद प्रबंधन की विभिन्न तकनीकें एवं उनका महत्व।
- बहुलता (अनेकता) का प्रबंधन एवं प्रशासन, जन प्रबंधन के अवसर एवं चुनौतियाँ।
- आपदा प्रबंधन।
इकाई- 4 समग्र व्यक्तित्व विकास
- समग्र व्यक्तित्व एवं राष्ट्रीय विकास।
- व्यक्तित्व विकास के विभिन्न घटक।
- सफलता की अवधारणा।
- सफलता प्राप्त करने में बाधाएँ।
- सफलता के लिये जिम्मेदार कारक।
- असफलता से सीखना - असफलताओं को मूल्यवान अंतर्दृष्टि और निरंतर सुधार के अवसर के रूप में स्वीकार करना।
- सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन - सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिये प्रभावी रणनीतियों को क्रियान्वित करना।
- निम्नांकित मुद्दों से संबंधित तथ्य और दृष्टिकोण - नागरिक बोध, संस्था के प्रति निष्ठा, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, यातायात प्रबंधन, नशाखोरी की प्रवृत्ति, खाद्य पदार्थों में मिलावट, नाइट कल्चर, मूल्य आधारित जीवन एवं विधिक जागरुकता कार्यक्रम।
इकाई- 5 केस स्टडी
- इकाई- 5 केस स्टडी - प्रश्नपत्र के खण्ड (ब) में सम्मिलित विषयवस्तु पर आधारित पाठ्यक्रम।
सामान्य हिन्दी एवं व्याकरण
(कुल अंक: 200)
- इस प्रश्नपत्र का स्तर स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों के समकक्ष होगा। इसका उद्देश्य उम्मीदवार की पढ़ने व समझने, भाषायी दक्षता, लेखन की योग्यता एवं हिन्दी में स्पष्ट तथा सही विचार व्यक्त करने की क्षमता का मूल्यांकन करना है !
- निम्नलिखित विषय-सामग्री पर प्रश्न पूछें जाएँगे। प्रत्येक प्रश्न की अंक योजना निर्दिष्ट है-"
हिंदी निबंध एवं प्रारूप लेखन (हिंदी निबंध एवं प्रारूप लेखन)
नोट: चूँकि इस प्रश्न पत्र का उद्देश्य ही अभ्यर्थी की हिन्दी भाषा की अभिव्यक्ति एवं उसके सामान्य हिंदी के ज्ञान का परीक्षण करना है। अतः इस प्रश्नपत्र के उत्तर देने का माध्यम केवल हिंदी रखा गया है।