इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 09 Oct 2021
  • 0 min read
  • Switch Date:  
छत्तीसगढ़ Switch to English

ग्रामीण औद्योगिक पार्क में उपयोग किये जाएंगे आईजीएयू के नवाचार

चर्चा में क्यों?

8 अक्टूबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कृषि उत्पादों को संसाधित करने के प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिये इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (आईजीएयू) के नवाचारों का उपयोग गाँवों में स्थापित किये जा रहे ग्रामीण औद्योगिक पार्क में किया जाएगा। 

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि आईजीकेयू के नवाचार कृषि और लघु वनोपज उत्पादों के प्रसंस्करण में मदद करेंगे। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी के ‘ग्राम स्वराज’ के दृष्टिकोण के अनुसार गाँवों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार काम कर रही है।
  • इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने आईजीएयू परिसर में एक कृषि विज्ञान केंद्र भवन, एक अक्ती जैवविविधता संग्रहालय और एक ज्ञान केंद्र भवन का भी उद्घाटन किया।
  • इसके साथ ही उन्होंने धान (paddy), सोयाबीन (soyabean), मक्का (maize) और रास्पबेरी (raspberry) सहित आठ फसलों की उन्नत किस्मों के बीज लॉन्च किये और विश्वविद्यालय द्वारा विकसित चावल से प्रोटीन और ग्लूकोज को अलग करने की तकनीक का उद्घाटन भी किया।
  • गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ लघु वनोपजों के संग्रहण के मामले में विगत दो वर्षों से देश में लगातार अव्वल बना हुआ है। द ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (ट्राईफेड) द्वारा जारी किये गए आँकड़ों के अनुसार राज्य में चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान प्रथम तिमाही, माह अप्रैल से जून तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 80 करोड़ 12 लाख रुपए की राशि के 2 लाख 77 हज़ार 958 क्विंटल लघु वनोपजों की खरीदी की गई है, जो देश में इस दौरान 93 करोड़ रुपए मूल्य के कुल संगृहीत लघु वनोपजों का 88.36 प्रतिशत है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

प्रदेश में मनाया गया ‘मद्यपान निषेध सप्ताह’

चर्चा में क्यों?

2 से 8 अक्टूबर, 2021 तक प्रदेश में महात्मा गांधी की 152वीं जयंती के अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा ‘मद्यपान निषेद्य सप्ताह’ का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को नशापान के बुरे प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • समाज कल्याण मंत्री अनिला भेड़िया ने भारत माता वाहिनी योजना के तहत बालोद ज़िले में नशामुक्ति रथ को रवाना करते हुए, इसका शुभारंभ किया था। इसके साथ ही विभिन्न ज़िलों में कलेक्टरों द्वारा जागरूकता रथ को रवाना किया गया। 
  • स्कूल और कॉलेजों में नशा उन्मूलन विषय पर सेमीनार और निबंध लेखन, रंगोली-चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
  • इसके साथ ही संगोष्ठियों और जागरूकता रैली के माध्यम से लोगों को समझाया गया कि नशा व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक तौर पर नुकसान पहुँचाता है।
  • योग आयोग के माध्यम से योग शिविर आयोजित कर नशापान से होने वाली बीमारियों के संबंध में लोगों को जानकारी दी गई और समझाया गया कि योग के माध्यम से जीवन को संयमित और स्वस्थ बनाया जा सकता है। 
  • शराब व्यसन मुक्ति अभियान के तहत ये रथ गाँव-गाँव घूमकर नशामुक्ति हेतु जनजागरूकता लाने का काम करेंगे। इस अवसर पर भारत माता वाहिनी दल की महिलाओं द्वारा भी जागरूकता रैली निकाली गई।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2