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छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग - रणनीति
- 01 Aug 2021
- 14 min read
रणनीति की आवश्यकता क्यों?
छत्तीसगढ़ राज्य सेवा परीक्षा में सफलता सुनिश्चित करने के लिये, इसकी विशिष्ट प्रकृति के अनुरूप एक सुव्यवस्थित और गतिशील रणनीति विकसित करना आवश्यक है। यह रणनीति योजना की बुनियाद के रूप में कार्य करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि आधी लड़ाई शुरूआत में ही जीत ली जाए।
परीक्षा में आमतौर पर तीन अलग-अलग चरण होते हैं:
- प्रारंभिक परीक्षा
- मुख्य परीक्षा
- साक्षात्कार
प्रत्येक क्रमिक चरण में आगे बढ़ने के लिये पिछले चरण को पार करना आवश्यक है। चूँकि इन तीनों चरणों की प्रकृति काफी भिन्न है, इसलिये सफलता सुनिश्चित करने हेतु प्रत्येक चरण के लिये एक अलग रणनीति तैयार करना महत्त्वपूर्ण है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिये रणनीति
प्रारंभिक परीक्षा में सफलता सुनिश्चित करने के लिये पाठ्यक्रम का गहन अध्ययन करना और उसके समस्त पहलुओं पर सावधानीपूर्वक विचार करना महत्त्वपूर्ण है। इस समझ के आधार पर उम्मीदवारों को अपनी सुविधा और रुचि के अनुसार विषयों के लिये अपनी वरीयता का क्रम निर्धारित करना चाहिये।
विगत 5 से 10 वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का विस्तृत विश्लेषण आवश्यक है। विशेष रूप से उन बिंदुओं और विषयों पर ध्यान दें, जहाँ प्रश्न अक्सर पूछे गए हैं।
प्रथम पेपर, सामान्य अध्ययन, का पाठ्यक्रम दो मुख्य भागों में विभाजित है:
- पारंपरिक सामान्य अध्ययन एवं समसामयिक घटनाएँ: इस खंड में सामान्य ज्ञान एवं समसामयिक मुद्दों से संबंधित प्रश्न शामिल हैं।
- छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान और समसामयिक घटनाक्रम: यह खंड विशेष रूप से राज्य के ज्ञान आधार और हाल के घटनाक्रमों पर केंद्रित है।
पाठ्यक्रम और पिछले वर्षों के प्रश्नों की सावधानीपूर्वक जाँच से पता चलता है कि कुछ खंडों का गहन वैचारिक और तथ्यात्मक ज्ञान होना कितना महत्त्वपूर्ण है। उदाहरण के लिये:
- जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर कौन थे?
- कौन-सा हार्मोन गैसीय अवस्था में पाया जाता है?
- छत्तीसगढ़ का राज्य पशु कौन-सा है?
ऐसे तथ्यात्मक प्रश्नों के समाधान का सबसे प्रभावी तरीका संक्षिप्त नोट्स बनाना और उनकी नियमित रूप से समीक्षा करना है। उदाहरण के लिये भारत का प्रमुख जिप्सम उत्पादक राज्य कौन-सा है? जैसे प्रश्न का उत्तर भारत में प्रमुख खनिज उत्पादक राज्यों की सूची बनाकर आसानी से दिया जा सकता है।
सुझाए गए संसाधन और तकनीकें
- NCERT पुस्तकें: पारंपरिक सामान्य अध्ययन विषयों के लिए, एनसीईआरटी पुस्तकें अत्यधिक लाभकारी हैं।
- ऑनलाइन संसाधन: इंटरनेट और दृष्टि वेबसाइट जैसे प्लेटफार्मों पर उपलब्ध प्रासंगिक सामग्री का उपयोग करें।
- दृष्टि प्रकाशन की पुस्तकें: दृष्टि पीसीएस द्वारा लिखित द क्विक बुक ऑन जनरल साइंस एंड टेक्नोलॉजी विज्ञान और कंप्यूटर से संबंधित प्रश्नों को हल करने में सहायक हो सकती है।
समसामयिक घटनाएँ और राज्य-विशिष्ट प्रश्न
परीक्षा में प्रायः जनगणना डेटा, वर्तमान घटनाओं और राज्य-विशिष्ट विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। इन क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिये:
- द हिंदू या इंडियन एक्सप्रेस जैसे समाचार पत्र नियमित रूप से पढ़ें।
- दृष्टि PCS वेबसाइट पर उपलब्ध समसामयिक मामलों के अपडेट का अध्ययन करें।
- दृष्टि करेंट अफेयर्स टुडे जैसी मानक मासिक पत्रिकाओं का संदर्भ लें। राज्य-विशिष्ट प्रश्नों के लिये, छत्तीसगढ़ राज्य विशेष या छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रकाशित अन्य मानक संसाधनों जैसी पुस्तकों का अध्ययन करें।
योग्यता परीक्षण (CSAT) – पेपर-II
दूसरा पेपर, टेस्ट ऑफ एप्टीट्यूड (CSAT) में 100 प्रश्न होते हैं और कुल 200 अंक होते हैं।
- अभ्यास के लिये पिछले वर्षों के CSAT प्रश्नों को विभिन्न खंडों में वर्गीकृत करें।
- स्मरण रहे कि सभी प्रश्नों के अंक समान हैं, तथा नकारात्मक अंकन का प्रावधान है (प्रत्येक गलत उत्तर पर सही उत्तर के निर्धारित अंकों में से 1/3 अंक काट लिये जाएँगे)।
समय प्रबंधन और अभ्यास
- अभ्यास पत्रों और पिछले प्रश्नों को आवंटित दो घंटे की समय सीमा के भीतर हल करना उचित है। परीक्षा तिथि से 15-20 दिन पहले यह अभ्यास शुरू करें। इन प्रश्नों का अभ्यास करने से न केवल विषय की समझ में सुधार होता है, बल्कि दोहराए गए प्रश्नों का प्रभावी ढंग से उत्तर देने की क्षमता भी बढ़ती है।
- इस व्यवस्थित दृष्टिकोण का पालन करके और अनुशंसित संसाधनों का उपयोग करके, उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने की अपनी संभावनाओं को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं।
मुख्य परीक्षा के लिये रणनीति
CGPSC मुख्य परीक्षा के लिये तैयारी की रणनीति इसकी वर्णनात्मक और विश्लेषणात्मक प्रकृति के कारण प्रारंभिक परीक्षा से काफी भिन्न है। हालाँकि प्रारंभिक परीक्षा केवल क्वालीफाइंग होती है, मुख्य परीक्षा में प्राप्त अंक सीधे तौर पर अंतिम मेरिट सूची में जोड़े जाते हैं। यह मुख्य चरण को समग्र सफलता के लिये महत्त्वपूर्ण बनाता है।
मुख्य परीक्षा का अवलोकन
- भाषा
- निबंध
- सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र (पाँच)
- इतिहास, संविधान और लोक प्रशासन
- विज्ञान,प्रौद्योगिकी, योग्यता परीक्षण, तार्किक योग्यता व बुद्धिमत्ता एवं पर्यावरण
- अर्थव्यवस्था और भूगोल
- दर्शन एवं समाजशास्त्र
- कल्याणकारी, विकासात्मक कार्यक्रम एवं कानून, अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय खेल, घटनाएँ एवं संगठन एवं शैक्षणिक संस्थाएँ एवं मानव विकास
भाषा पेपर (पेपर-I)
- पहला पेपर सामान्य हिंदी, सामान्य अंग्रेज़ी और छत्तीसगढ़ी भाषा पर केंद्रित है।
- अभ्यर्थियों को व्याकरण से संबंधित प्रश्नों के लिये पूर्ण तैयारी करने की आवश्यकता है, जो इस खंड का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। बाज़ार में उपलब्ध मानक व्याकरण पुस्तकों का उपयोग करके नियमित अभ्यास की सिफारिश की जाती है।
निबंध पेपर (पेपर II)
- निबंध पत्र दो भागों में विभाजित है:
- राष्ट्रीय स्तर की समस्याएँ
- छत्तीसगढ़-विशिष्ट समस्याएँ
- प्रत्येक भाग में चार विषय होंगे, जिनमें से उम्मीदवारों को प्रत्येक से दो विषय चुनने होंगे और कुल चार विषयों पर निबंध लिखना होगा। इन निबंधों में कारण, डेटा सहित वर्तमान परिस्थितियाँ और सुझाए गए समाधान शामिल हों।
- निबंध को आकर्षक बनाने के लिये उद्धरण, कहावतें और प्रासंगिक छंद शामिल करें। एक मज़बूत लेखन शैली विकसित करना और नियमित रूप से निबंध लेखन का अभ्यास करना बेहतर अंक प्राप्त करने में मदद करेगा।
सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र
पेपर III: इतिहास, संविधान एवं लोक प्रशासन
- इस पेपर में निम्नलिखित प्रश्न शामिल हैं:
- भारत का इतिहास
- भारत का स्वतंत्रता आंदोलन
- छत्तीसगढ़ का इतिहास और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में इसकी भूमिका
- भारतीय संविधान और लोक प्रशासन
- अभ्यर्थियों को मानक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिये तथा परीक्षा की वर्णनात्मक प्रकृति के अनुरूप संक्षिप्त, बिंदुवार नोट्स बनाने चाहिये। विगत प्रश्नपत्रों का गहन अवलोकन तथा उत्तर लेखन का नियमित अभ्यास प्रदर्शन को बेहतर बनाएगा।
पेपर IV: विज्ञान,प्रौद्योगिकी, योग्यता परीक्षण, तार्किक योग्यता व बुद्धिमत्ता एवं पर्यावरण
- इस पेपर में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
- विज्ञान (भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान)
- प्रौद्योगिकी के व्यावहारिक अनुप्रयोग
- पर्यावरण (सागरीय प्रदूषण, जैव-विविधता)
- गणित और तर्क
- इस पेपर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिये वैचारिक समझ पर ध्यान केंद्रित करें और पिछले पेपरों से खंड-वार प्रश्नों का अभ्यास करें। सांख्यिकी और गणित के लिये मानक पुस्तकों का उपयोग करें और समस्या-समाधान तकनीकों पर ज़ोर दें।
पेपर V: अर्थव्यवस्था और भूगोल
- इस पेपर में शामिल हैं:
- भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना
- छत्तीसगढ़ का भूगोल और अर्थव्यवस्था
- छत्तीसगढ़ में कृषि, वन, उद्योग और प्राकृतिक संसाधन
- उम्मीदवारों को छत्तीसगढ़ के बारे में अपने ज्ञान को प्रासंगिक बनाते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था और भूगोल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिये। यह एकीकृत दृष्टिकोण पेपर की विशिष्ट मांगों को संबोधित करने में मदद करेगा।
पेपर VI: दर्शनशास्त्र और समाजशास्त्र
- इस पेपर में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
- भारतीय दर्शन और योग
- समाजशास्त्र
- छत्तीसगढ़ की जनजातियाँ, कला एवं संस्कृति
- छत्तीसगढ़-विशिष्ट समाजशास्त्र और सांस्कृतिक विषयों के साथ-साथ भारतीय दर्शन और योग का अध्ययन करें। बिंदुवार नोट्स बनाने से परीक्षा के दौरान त्वरित रिवीज़न और बेहतर तैयारी में मदद मिलेगी।
पेपर VII: कल्याणकारी, विकासात्मक कार्यक्रम एवं कानून
- यह पत्र निम्नलिखित प्रश्नों पर आधारित हैं:
- कल्याणकारी, विकासात्मक कार्यक्रम
- सामाजिक और महत्त्वपूर्ण कानून
- अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेल, कार्यक्रम और संगठन
- राष्ट्रीय शैक्षिक संस्थान एवं मानव विकास
- छत्तीसगढ़ में अधिनियम और योजनाएँ
- उम्मीदवारों को छत्तीसगढ़ में विभिन्न कानूनों और योजनाओं तथा उनके क्रियान्वयन को समझने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिये। दो मानक पुस्तकों का अध्ययन करना तथा विषय-विशिष्ट नोट्स तैयार करना संपूर्ण तैयारी में सहायक होगा।
साक्षात्कार रणनीति
- अपने विस्तृत आवेदन पत्र (DAF) को जानें: अपने विस्तृत आवेदन पत्र (DAF) में प्रत्येक विवरण को अच्छी तरह से समझें। अपनी शिक्षा, शौक, कार्य अनुभव और गृह ज़िले के बारे में सवालों के जवाब देने के लिये तैयार रहें।
- अपडेट रहें: वर्तमान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों, विशेषकर छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था, नीतियों, संस्कृति और शासन से संबंधित मुद्दों से अवगत रहें।
- राज्य-विशिष्ट ज्ञान: छत्तीसगढ़ के इतिहास, भूगोल, जनजातियों, उद्योगों, सरकारी योजनाओं और नक्सलवाद जैसी चुनौतियों जैसे विषयों की तैयारी करें।
- मॉक इंटरव्यू: आत्मविश्वास बढ़ाने और संचार कौशल में सुधार करने के लिये मॉक इंटरव्यू में भाग लें। उच्चारण, बॉडी लैंग्वेज और विचारों की स्पष्टता पर ध्यान दें।
- सॉफ्ट स्किल्स को निखारें: शांत व्यवहार बनाए रखें, आत्मविश्वास से मुस्कुराएँ और बहस करने से बचें।
- सामान्य प्रश्नों का अभ्यास करें: मानक प्रश्नों के उत्तर तैयार करें, जैसे "आप सिविल सेवा में क्यों शामिल होना चाहते हैं?" या "आप छत्तीसगढ़ के विकास में कैसे योगदान दे सकते हैं?"