उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड में हिमालयी चमगादड़ की नई प्रजाति मिली
चर्चा में क्यों?
भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही में किये गए एक अध्ययन में विज्ञान के लिये एक नई चमगादड़ प्रजाति, हिमालयन लॉन्ग-टेल्ड मायोटिस (मायोटिस हिमालयकस) का पता चला है, जो उत्तराखंड में पाई गई है।
- इससे पहले इसकी पहचान वर्ष 1998 में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हुई थी।
मुख्य बिंदु
अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष और निहितार्थ
- अध्ययन के बारे में: भारतीय वैज्ञानिकों ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सर्वेक्षण के दौरान वर्ष 2017 तथा 2021 के बीच 29 चमगादड़ प्रजातियों का दस्तावेज़ीकरण किया।
- नई चमगादड़ प्रजाति: उत्तराखंड के केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य में पाए जाने वाले हिमालयन लॉन्ग-टेल्ड मायोटिस को ज़ूटाक्सा जर्नल में औपचारिक रूप से एक नई प्रजाति के रूप में वर्णित किया गया है।
- इसके साथ ही भारत में चमगादड़ प्रजातियों की कुल संख्या 135 हो गई है।
- ज्ञात प्रजातियों का विस्तार: ईस्ट एशियन फ्री-टेल्ड बैट (Tadarida insignis), जिसे पहले यूरोपीय प्रजाति समझा जाता था, को पहली बार भारत में स्पष्ट रूप से पहचाना गया है।
- यह प्रजाति चीन और ताइवान से लगभग 2,500 किमी दूर भारत के पश्चिमी हिमालय में दर्ज की गई है।
- बाबू पिपिस्टरेल की वैध प्रजाति के रूप में पुष्टि:
- अध्ययन ने बाबू पिपिस्ट्रेल (पिपिस्ट्रेलस बाबू) को जावा पिपिस्ट्रेल (पी. जावानिकस) से अलग एक वैध प्रजाति के रूप में पुनर्स्थापित किया गया है।
- पहले इसे रूपात्मक समानताओं के कारण समानार्थी माना जाता था, लेकिन अब यह पुष्टि हो गई है कि बाबू पिपिस्ट्रेल पाकिस्तान, भारत और नेपाल में पाया जाता है।
- भारत में पहली बार रिकॉर्ड:
- इस अध्ययन में निम्नलिखित प्रजातियों की भारत में पहली बार नमूना आधारित पुष्टि की गई है:
- सावीज़ पिपिस्ट्रेल (Hypsugo savii)
- जापानी ग्रेटर हॉर्सशू बैट (Rhinolophus nippon)
- इस अध्ययन में निम्नलिखित प्रजातियों की भारत में पहली बार नमूना आधारित पुष्टि की गई है:
- प्रमुख प्रजातियाँ एवं संरक्षण:
- प्रमुख प्रजातियों में ब्लैंडफोर्ड का फलाहारी चमगादड़, जापानी और चीनी हॉर्सशू बैट्स, नेपाली व्हिस्कर्ड बैट, मंडेल्ली का माउस-ईयर्ड बैट, कश्मीर गुफा मायोटिस, चॉकलेट पिपिस्ट्रेल एवं ईस्टर्न लॉन्ग-विंग्ड बैट शामिल थे।
- भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ZSI) के अनुसार यह शोध भारत में विशेषकर पारिस्थितिकी रूप से संवेदनशील हिमालयी क्षेत्र में लघु स्तनधारी विविधता के संरक्षण तथा प्रलेखन को मज़बूती प्रदान करेगा।
भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ZSI)
- ZSI पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का एक अधीनस्थ संगठन है और इसकी स्थापना वर्ष 1916 में एक राष्ट्रीय पशु सर्वेक्षण एवं संसाधनों की खोज केंद्र के रूप में की गई थी, जिससे देश की असाधारण रूप से समृद्ध पशु विविधता के बारे में ज्ञान में वृद्धि हुई।
- इसका मुख्यालय कोलकाता में है और देश के विभिन्न भौगोलिक स्थानों पर इसके 16 क्षेत्रीय केंद्र स्थित हैं।

