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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    उपयुक्त उदाहरण सहित कार्य परिवेश के संदर्भ में, 'ज़बरदस्ती' और 'अनुचित प्रभाव' में अंतर स्पष्ट कीजिये।

    16 Nov, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    कार्य परिवेश में, "ज़बरदस्ती" का तात्पर्य किसी को उसकी इच्छा के विरुद्ध कार्य करने,  मजबूर करने के लिये बल या धमकी का उपयोग करना है, जबकि "अनुचित प्रभाव" में दूसरों के निर्णयों में हेरफेर करने के लिये किसी के अधिकार या शक्ति का शोषण करना शामिल है।

    • ये विशिष्ट अवधारणाएँ पेशेवर समायोजन के भीतर नैतिक आचरण और कानूनी अनुपालन को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

          पक्ष

    ज़बरदस्ती (Coercion)

    अनुचित प्रभाव (Undue Influence)

    प्रभाव की प्रकृति

    स्पष्टतः इसमें अक्सर धमकियाँ शामिल होती हैं (जैसे-  समाप्ति की धमकी)।

    जटिल और चालाकीपूर्ण, विश्वास का शोषण (जैसे- किसी कर्मचारी की वफादारी में हेरफेर करना)।

    कानूनी स्थिति

    आमतौर पर स्पष्ट धमकियों या बल (जैसे- ब्लैकमेल) के कारण अवैध।

    हमेशा अवैध नहीं हो सकता लेकिन चुनौती दी जा सकती है (जैसे- किसी कर्मचारी को अतिरिक्त कार्य करने के लिये राजी करना)

    मनोवैज्ञानिक प्रभाव

    तत्काल भय, तनाव और भावनात्मक संकट (जैसे- चिंता पैदा करना)।

    दीर्घकालिक मनोवैज्ञानिक प्रभाव, आत्मविश्वास का क्षरण (जैसे- किसी कर्मचारी के आत्म-सम्मान को कम करना)।

    रिपोर्टिंग व्यवहार

    पीड़ितों द्वारा तुरंत रिपोर्ट किये जाने की अधिक संभावना है (जैसे- कर्मचारी मानव संसाधन को धमकियों की रिपोर्ट कर रहे हैं)।

    लंबे समय तक किसी का ध्यान नहीं जा सकता या रिपोर्ट नहीं की जा सकती (जैसे- कर्मचारी चुप रहने के लिये दबाव महसूस कर रहे हैं)।

    कार्यस्थल निहितार्थ

    कानूनी और नैतिक मानकों का स्पष्ट उल्लंघन (जैसे- श्रम कानूनों का उल्लंघन)।

    अनैतिक आचरण संभावित कानूनी मुद्दों (जैसे- पदोन्नति में पक्षपात) को जन्म दे सकता है।

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