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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    अपने कर्त्तव्यों के प्रभावी और नैतिक निर्वहन हेतु सिविल सेवकों में अभिक्षमता कौशल तथा आधारभूत मूल्य जैसे गुण होने आवश्यक हैं। चर्चा कीजिये। (150 शब्द)

    08 Jun, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • परिचय: अभिक्षमता/अभिरुचि तथा आधारभूत/बुनियादी मूल्यों को परिभाषित कीजिये।
    • मुख्य भाग: अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्यों से संबंधित कुछ उदाहरणों का उल्लेख कीजिये।
    • निष्कर्ष: इससे संबंधित मुख्य बिंदुओं को बताते हुए निष्कर्ष दीजिये।

    परिचय:

    सिविल सेवा के लिये अभिरुचि और बुनियादी मूल्य आवश्यक हैं। यह गुण सिविल सेवकों को अपने कर्त्तव्यों को प्रभावी ढंग से निभाने के साथ नैतिक रूप से कार्य करने हेतु आवश्यक हैं। अभिरुचि का आशय किसी कौशल को सीखने या हासिल करने की प्राकृतिक क्षमता से है जबकि बुनियादी मूल्य ऐसे नैतिक सिद्धांत हैं जिनसे किसी सिविल सेवक के आचरण और व्यवहार निर्देशित होते हैं।

    मुख्य भाग:

    नोलन समिति ने सार्वजनिक जीवन से संबंधित ऐसे सात सिद्धांतों को रेखांकित किया है जिनका पालन सिविल सेवकों को करना चाहिये जैसे: निःस्वार्थ भाव, सत्यनिष्ठा, वस्तुनिष्ठता, जवाबदेहिता, खुलापन, ईमानदारी और नेतृत्व क्षमता।

    सिविल सेवा के लिये आवश्यक अभिरुचि और बुनियादी मूल्य:

    • सत्यनिष्ठा: सत्यनिष्ठा का तात्पर्य मन, वचन और कर्म से ईमानदार और नैतिक होना है। इससे भ्रष्टाचार पर रोक लगने के साथ सत्ता का दुरुपयोग नहीं होता है। सत्यनिष्ठा के मूल्य से प्रेरित सिविल सेवक जनहित में कार्य करता है।
    • भेदभाव रहित तथा गैर-तरफदारी: भेदभाव रहित रहने का आशय निर्णय लेने में निष्पक्ष और उद्देश्यपूर्ण रहना है। इसमें विविधता, बहुलवाद और संवैधानिक मूल्यों का सम्मान करना शामिल है। भेदभाव रहित तथा गैर-तरफदारी वाले सिविल सेवक जाति, पंथ, धर्म, लिंग आदि के आधार पर किसी के साथ भेदभाव या पक्षपात नहीं करते हैं और किसी भी राजनीतिक दल या विचारधारा से प्रेरित नहीं होते हैं।
    • निष्पक्षता: निष्पक्षता का अर्थ निर्णय निर्माण और दृष्टिकोण में तर्कसंगत, तार्किक एवं साक्ष्य-आधारित रहना है। इसमें भावनाओं, पूर्वाग्रहों या धारणाओं के बजाय तथ्यों एवं डेटा पर भरोसा करना शामिल है। निष्पक्षता जैसे मूल्य से सिविल सेवक विभिन्न स्थितियों और मुद्दों का निष्पक्ष मूल्यांकन करते हैं तथा अपने निर्णयों में ईमानदार रहते हैं।
    • सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पणः सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण का अर्थ है कि अपने कार्यों के प्रति प्रतिबद्ध एवं उत्तरदायी रहने के साथ जनहित को सर्वोपरि रखना। इसमें अपने कार्यों में उत्कृष्टता और दक्षता हेतु प्रयास करना शामिल है।
    • सहानुभूति, सहिष्णुता तथा संवेदना: इसे 2nd ARC की रिपोर्ट में रेखांकित किया गया था। सहानुभूति का तात्पर्य दूसरों की भावनाओं और स्थितियों को समझने के साथ उनका सम्मान करना है। इन मूल्यों से प्रेरित सिविल सेवक लोक कल्याण की दिशा में कार्य करता है।

    निष्कर्ष:

    सिविल सेवा के लिये ये अभिरुचि और बुनियादी मूल्य महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि इससे प्रशासन में जनता के विश्वास को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इनसे सिविल सेवकों की जवाबदेहिता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सकती है। इसके अलावा इनसे सिविल सेवकों में नैतिक मूल्यों और व्यावसायिक उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा मिल सकता है।

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