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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    ‘‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पूर्ण विकास मानव जाति के विनाश का सूचक है।’’ टिप्पणी कीजिये।

    03 Feb, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से आप क्या समझते हैं?

    • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के संभावित खतरे क्या हैं?

    • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लाभ?

    • संतुलित निष्कर्ष।

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से आशय कंप्यूटर जैसी ऐसी मशीनों से है जिनमें मनुष्य के मस्तिष्क के समान ही सीखने, कारण जानने, विश्लेषण करने, निर्णय लेने जैसी क्षमताएँ होती हैं। अर्थात् एआई का उपयोग मानव जैसी बुद्धिमत्ता को विकसित करने तथा उसे लागू करने के लिये किया जा सकता है।

    एआई के विकास ने मानव जाति की सुविधा तथा जानकारियों के लिये जहाँ एक ओर नए आयाम तलाश किये, वहीं दूसरी ओर स्टीफन हांकिंस जैसे वैज्ञानिकों द्वारा ऐसी आशंका भी व्यक्त की गई की यह मानव विनाश का कारण भी बन सकता है। क्योंकि इसके पूर्ण विकास के परिणामस्वरूप एक एआई युक्त मशीन अथवा रोबोट अपनी जैसी अनेक मशीनों का निर्माण कर सकती है। जैसे- कुछ समय पूर्व गूगल के एक कार्यक्रम को इसलिये बंद कर दिया गया कि एक रोबोट ने स्वयं अपना दिमाग विकसित कर लिया तथा अपने द्वारा विकसित भाषा में एक-दूसरे को संदेश भेजने लगा। ऐसे में यह भी आशंका व्यक्त की गई कि ये अपने जैसे रोबोटो को विकसित कर रोबोट समाज का विकास कर सकते हैं जो मानव अस्तित्व को खतरे में डाल सकते हैं।

    हाल ही में सोफिया, जो कि एक ह्यूमेनाइड रोबोट है, ने पत्रकारों द्वारा परेशान किये जाने पर कहा कि यदि मानव हमें नुकसान पहुँचाएगा तो मैं उनके जीवन को समाप्त कर दूंगी। एक मशीनीकृत मानव में सामान्य मानवों की अपेक्षा अधिक क्षमता होती है अत: यह मानव जीवन के लिये अहितकर सिद्ध हो सकता है। इन रोबोटो का निर्माण आपराधिक कार्यों को अंजाम देने के लिये भी किया जा सकता है।

    उपरोक्त आशंकाओं के बावजूद आज इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इसने मानव विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका भी निभाई है। मानव जीवन के लिये खतरनाक कई कार्यों जैसे- मानव स्वास्थ्य के लिये हानिकारक रेडियोएक्टिव पदार्थों के इस्तेमाल, स्वास्थ्य क्षेत्र में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा एक ऐसे प्रकार के एआई का विकास किया गया है जो कैंसर के मरीज़ों के लिये इलाज के लिये एक उपयुक्त उपचार प्रणाली को खोजने में डॉक्टरों की मदद करेगा। इसके अलावा, इन एआई युक्त मशीनों का इस्तेमाल स्वचालितकारों में ट्रैफिक की समस्या तथा एक्सीडेंट जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करेगा और स्वास्थ्य क्षेत्र में इनका इस्तेमाल मरीज़ों में रोगों का पता लगाने आदि में किया जाता है जो मानव जीवन के लिये लाभकारी है।

    निष्कर्षत: एआई ने जिस प्रकार से मानव जीवन में सुविधाओं के नए द्वार खोले हैं, ठीक उसी प्रकार इसका अधिक इस्तेमाल मानव जीवन को विनाश के रास्ते पर भी ले जाने का कार्य करेगा। अत: नई तकनीकें अवश्य ही नएपन को जन्म देने वाली होती है किंतु किसी भी तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ वहीं तक लाभकारी हो सकता है जहाँ तक कि वह मानवता को हानि न पहुँचाए।

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