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स्टेट पी.सी.एस.

  • 15 Nov 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

लखनऊ समेत कानपुर नगर व वाराणसी के पूरे क्षेत्र में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश डीजीपी मुख्यालय ने लखनऊ, कानपुर नगर और वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के पुनर्गठन को मंज़ूरी दे दी। कानपुर नगर और वाराणसी में एक-एक ज़ोन बढ़ाया गया है, जबकि लखनऊ ग्रामीण के थानों को लखनऊ में समायोजित कर दिया गया है।

प्रमुख बिंदु 

  • एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि तीनों ही ज़िलों में कमिश्नरेट के पहले के ढाँचे में बदलाव किया गया है। अब लखनऊ में 52 थाने, 16 सर्किल और पाँच ज़ोन होंगे। कानपुर नगर पुलिस कमिश्नरेट में 49 थाने, 14 सर्किल और चार ज़ोन होंगे। वहीं वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में 30 थाने, 9 सर्किल और तीन ज़ोन होंगे।
  • कानपुर में सेंट्रल और वाराणसी में गोमती नया ज़ोन बनाया गया है। कानपुर में एक डीसीपी, एक एडीसीपी और चार एसीपी का पद बढ़ाया गया है। इसी तरह वाराणसी में एक डीसीपी, एक एडीसीपी और तीन एसीपी का पद बढ़ा है।
  • लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में कोई नया ज़ोन नहीं बनाया गया है। ग्रामीण के सात थानों को अलग-अलग ज़ोन में शामिल कर दिया गया है। हालाँकि, लखनऊ में तीन एसीपी का पद बढ़ाया गया है।
  • वाराणसी में गोमती नया ज़ोन होगा। इसके साथ ही वाराणसी में अब ज़ोन की संख्या दो से बढ़कर तीन हो गई है। सर्किल की संख्या भी छह से बढ़कर नौ हो गई है। काशी ज़ोन में 13 थाने, वरुणा ज़ोन में 10 थाने और गोमती ज़ोन में सात थाने रखे गए हैं। काशी ज़ोन में चार सर्किल, वाराणसी ज़ोन में तीन सर्किल और गोमती ज़ोन में दो सर्किल रहेंगे।

बिहार Switch to English

मैथिली साहित्य के प्रयोगधर्मी साहित्यकार आचार्य सोमदेव का निधन

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को बिहार के भोजपुर ज़िले के मैथिली साहित्य के प्रयोगधर्मी साहित्यकार आचार्य सोमदेव का निधन हो गया।

प्रमुख बिंदु 

  • वरिष्ठ साहित्यकार विभूति आनंद ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 24 फरवरी, 1934 को जन्मे सोमदेव ने मैथिली साहित्य में ‘यात्री-नागार्जुन’ के बाद नई ऊर्जा भरी थी। प्रयोगवाद (कालध्वनि कविता संग्रह, जिसकी प्रख्यात भूमिका डॉ. धीरेंद्र ने लिखी थी) से शुरू होकर उन्होंने कई तरह के प्रयोग किये।
  • पारंपरिक लोक धुनों को आधार बनाकर उन्होंने कई जनगीत लिखे, जो काफी चर्चित रहे। कविता में दोहा के साथ ही उन्होंने उपन्यास में भी अलग तरह के प्रयोग किये। उनकी लिखी ‘चरपतिया’ लोगों की जुबान पर आज भी है।
  • गौरीशंकर, यानी सोमदेव ने दरभंगा को अपना कार्यक्षेत्र चुना था। एक दशक तक वे अपने पुत्र के साथ सहरसा में भी रहे।
  • साहित्य अकादमी से पुरस्कृत सोमदेव पॉकेट बुक्स के प्रयोग को पहली बार मैथिली में लाए। उन्होंने प्रयोग के तौर पर मैथिली में ‘होटल अनारकली’ जैसे उपन्यास लिखे। सहसमुखी चौक पर, सोम पदावली, चरैवेति, चानोदाई जैसी उनकी किताबें चर्चित रहीं।
  • आचार्य सोमदेव ने यात्री-नागार्जुन की रचनाओं के साथ ही ‘मेघदूत’ व ‘नामदेव’ का मराठी अनुवाद भी किया। उनकी कथा ‘भात’माइल स्टोन माना जाता है। उन्होंने ‘मिथिला भूमि’ व ‘मिथिला टाइम्स’जैसे पत्र-पत्रिकाओं का संपादन-प्रकाशन भी किया। नक्सलबाड़ी आंदोलन के दौरान उन्होंने ‘अग्नि संकलन’का प्रकाशन तथा मैथिली की प्रख्यात पत्रिका ‘वैदेही’का संपादन भी किया था।
  • आचार्य सोमदेव को ‘यात्री चेतना पुरस्कार’, ‘सुभद्रा कुमारी चौहान शताब्दी पुरस्कार’आदि से भी सम्मानित किया जा चुका है। 

बिहार Switch to English

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार में किया परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार के बक्सर में 3,390 करोड़ रुपए की दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और रोहतास में एलिवेटेड पुल का शिलान्यास किया।

प्रमुख बिंदु 

  • मंत्री नितिन गडकरी ने बक्सर में दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-922 पर 1662 करोड़ रुपए की लागत से 44 किलोमीटर लंबा 4-लेन वाला कोइलवर से भोजपुर खंड तैयार किया गया है।
  • इसी तरह से राष्ट्रीय राजमार्ग-922 पर 48 किलोमीटर 4-लेन भोजपुर से बक्सर खंड 1728 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ है।
  • केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि इन दोनों परियोजनाओं के बनने से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी आसान होगी। इससे बिहार से लखनऊ होते हुए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुँचने में लगने वाला 15 घंटे का समय अब घटकर 10 घंटे हो जाएगा।
  • इस सड़क से आरा में ट्रैफिक जाम से लोगों को राहत मिलेगी और कृषि उत्पादों की नए बाज़ार तक पहुँच आसान होगी। वहीं गंगा पुल के निर्माण से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच यातायात सुगम हो जाएगा। इस मार्ग पर 37 अंडर पास पैदल चलने वालों और वाहनों की आवाजाही की सुविधा प्रदान करेंगे।
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार के रोहतास में सोन नदी पर पंडुका के पास बनने वाले 5 किलोमीटर लंबे 2-लेन के एलिवेटेड आर.सी.सी. पुल का शिलान्यास भी किया। इसके निर्माण पर 210 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है।
  • इस पुल के निर्माण से राष्ट्रीय राजमार्ग-19 और राष्ट्रीय राजमार्ग-39 सीधे जुड़ जाएंगे। पुल के बनने के बाद बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच यातायात का आवागमन सुगम बनेगा।
  • केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्तमान में रोहतास ज़िले के पंडुका तथा झारखंड के गढ़वा ज़िले से श्रीनगर पहुँचने के लिये 150 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है और एलिवेटेड पुल के निर्माण से  इस यात्रा समय में करीब चार घंटे की बचत होगी। अब पुल की मदद से डेहरी पुल पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा और औरंगाबाद तथा सासाराम जैसे शहरों को जाम की समस्या से मुक्ति मिल सकेगी।  

राजस्थान Switch to English

41वाँ भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में राजस्थान मंडप का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में शुरू हुए चौदह दिवसीय भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में इस वर्ष की थीम ‘वोकल फॉर लोकल, लोकल फॉर ग्लोबल’ के अनुरूप राजस्थान मंडप नए रूप-रंग के साथ प्रारंभ हुआ।

प्रमुख बिंदु

  • राजस्थान मंडप का उद्घाटन राजस्थान लघु उद्योग निगम (राजसीको) के चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने किया। मेला के पहले दिन ही राजस्थान मंडप राजस्थानी कला और संस्कृति के प्रतीक रूप में दर्शकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा।
  • इस अवसर पर राजीव अरोड़ा ने कहा कि व्यवसाय जगत् और जनता के बीच राजस्थान राज्य सरकार के कार्यक्रमों एवं नीतियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड (राजसीको) द्वारा प्रगति मैदान में स्थापित राजस्थान पवेलियन देश-विदेश से आए व्यापारियों और दर्शकों के लिये राजस्थान को समझने और वहाँ निवेश करने के नए अवसरों को समझने का मौका प्रदान करेगा।
  • राजसीको की प्रबंध निदेशक डॉ. मनीषा अरोड़ा ने कहा कि इस बार ट्रेड फेयर में आरएसआईसी के साथ-साथ रीको, बीआईपी और उद्योग विभाग भाग ले रहे हैं। B2B और B2C घटकों के साथ यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला सबसे बड़े एकीकृत व्यापार मेलों में से एक है, जिसमें भारत के लगभग सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भाग ले रहे हैं।
  • राजस्थान मंडप के निदेशक दिनेश सेठी ने बताया कि मंडप में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से व्यापार मेले में भाग लेने आए उद्यमियों द्वारा लगभग 27 स्टॉलों का प्रदर्शन किया गया है, जिसमें राजस्थान के विश्वप्रसिद्व हस्तशिल्प उत्पादों को विशेषरूप से देश-विदेश में धूम मचाने वाली राजस्थानी हस्तशिल्प वस्तुओं में लाख की चूड़ियाँ, महिलाओं के श्रृंगार के विविध आईटम्स, टेक्सटाईल्स का सामान, चद्दरें और मोजड़ियों के उत्पादों के स्टॉल शामिल हैं।
  • मंडप के मुख्य द्वार पर राजस्थान पर्यटन द्वारा एक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जिसमें प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को प्रदर्शित किया गया है। मंडप स्थल पर रीको, रूडा और राजस्थली द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जिसमें प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा उद्योगों और हैंडीक्राफ्ट को बढ़ावा देने के लिये चलाए जा रहे कार्यक्रमों का विवरण प्रदर्शित किया है।
  • अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थान मंडप के उद्घाटन के दिन विशेष अतिथियों में स्लोवाकिया के राजदूत महामहिम राबर्ट मैक्सियन, अफगानिस्तान के उप राजदूत कादिर शाह, केन्या के राजनयिक पैट्रिक ओमिनियो सहित व्यापार और फिल्म जगत् की कई हस्तियों ने भ्रमण किया।

राजस्थान Switch to English

हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान (एचसीएम रीपा) एवं इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट्स डिपार्टमेंट के मध्य एमओयू

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान (एचसीएम रीपा) एवं भारत सरकार के अंकेक्षण एवं लेखा विभाग के मध्य सिविल सेवा व राजकीय अधिकारियों की क्षमता निर्माण को प्रोत्साहित करने एवं बढ़ावा देने हेतु एमओयू हुआ।

प्रमुख बिंदु 

  • हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान के महानिदेशक व अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रशिक्षण सुधांश पंत व अंकेक्षण एवं लेखा विभाग के क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान के महानिदेशक आशुतोष जोशी ने एचसीएम रीपा परिसर में इस पाँच वर्षीय MoU पर हस्ताक्षर किये।
  • दोनों प्रशिक्षण संस्थान इस पाँच वर्ष की अवधि में विभिन्न अनुसंधान योजना (Research Projects), संकाय सहयोग, लोक प्रशासन व सुशासन से जुड़े हुए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करने तथा आपसी सहमति से अन्य कार्यक्रम आयोजित करने में आपसी सहयोग करेंगे।

मध्य प्रदेश Switch to English

यूएस और मध्य प्रदेश के बीच सहयोग की संभावनाएँ

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से यूएस के कॉन्सुलेट जनरल (महा वाणिज्य दूत) मिचेल हेंकी ने भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश और यूएस के मध्य विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की व्यापक संभावनाएँ हैं।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री ने यूएस के कॉन्सुलेट जनरल मिचेल हेंकी को जनवरी में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिये भी आमंत्रित किया।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और यूएस के मध्य विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की व्यापक संभावनाएँ हैं। द्विपक्षीय व्यापार और निवेश की प्राथमिकताओं पर कार्य के लिये यह बैठक महत्त्वपूर्ण है।
  • गत तीन वर्ष में मध्य प्रदेश से यूएस में होने वाले निर्यात में वृद्धि हुई है। वर्ष 2019-20 में 05 बिलियन यूएस डॉलर का निर्यात हुआ, वहीं यह आँकड़ा वर्ष 2020-21 में बढ़ कर 1.28 और वर्ष 2021-22 में बढ़ कर 1.43 बिलियन यूएस डॉलर हो गया है। मुख्य रूप से जो उत्पाद मध्य प्रदेश से यूएस निर्यात होते हैं, उनमें बासमती चावल, दवाइयाँ, सूती वस्त्र, खाद्य तेल आदि शामिल हैं।
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि निवेश के रूप में मध्य प्रदेश की केंद्रीय और आदर्श भूमिका है। देश के करीब 60 प्रतिशत भू-भाग को मध्य प्रदेश से आसानी से कवर किया जा सकता है। राज्य सरकार द्वारा निवेशकों से नियमित संवाद होता है।
  • यूएस एवं मध्य प्रदेश की उन्नत विनिर्माण, रिन्यूएबल एनर्जी, मशीनरी इक्विपमेंट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा और चिकित्सा उपकरण क्षेत्रों में साझेदारी है। इसे यूएस एवं मध्य प्रदेश की सरकारी संस्था एमपीआईडीसी और यूएसटीडीए के मध्य एमओयू कर और आगे ले जाया जा सकता है।
  • प्रदेश में कृषि विकास, उद्यानिकी और खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में बहुत अच्छा आधार स्थापित है। मध्य प्रदेश, भारत में गेहूँ का सबसे बड़ा निर्यातक राज्य है। इस क्षेत्र में भी यूएस के साथ साझेदारी कर टेक्नोलॉजी ट्रांसफर कर निवेश की संभावनाएँ तलाशी जा रही हैं।
  • कौशल विकास एवं प्रशिक्षण, नवाचार और अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेन्सेस, इन्क्यूबेशन सेंटर और कॉमन फेसिलिटी सेंटर को यूएस कंपनियों के साथ साझेदारी कर स्थापित करने के प्रयास हैं। प्रदेश में स्मार्ट सिटी विकास में साझेदारी एवं नवाचार के नवीन अवसर खोजने का कार्य भी प्राथमिकता में शामिल है।
  • मध्य प्रदेश इन्फ्रा-स्ट्रक्चर (सड़क), वित्तीय और नवकरणीय क्षेत्रों में अधिक निवेश के लिये प्रयासरत् है। प्रदेश में चयनित ओडीओपी उत्पादों को अमेरिका में विपणन के अवसर प्रदान करने की संभावनाएँ विद्यमान हैं। ‘स्टार्ट योर बिज़नेस इन थर्टी डेज़’की व्यवस्था का लाभ उद्यमियों को मिल रहा है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश, देश का हृदय प्रदेश है। स्वच्छता के क्षेत्र में मध्य प्रदेश देश में सबसे आगे है। नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में रीवा ज़िले में स्थापित ‘रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट’एक प्रमुख परियोजना है, जिसकी लागत 4 हज़ार 500 करोड़ रुपए और क्षमता 750 मेगावाट है।
  • उन्होंने बताया कि ओंकारेश्वर में सौर ऊर्जा से संचालित फ्लोटिंग संयंत्र की स्थापना की पहल की गई है। भविष्य में बरगी और गांधी सागर जलाशय पर भी ऐसे संयंत्र लगाने का विचार है।

हरियाणा Switch to English

कुश्ती प्रशिक्षक सहित हरियाणा के तीन लोगों को मिलेगा राष्ट्रीय खेल पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को युवा कार्य और खेल मंत्रालय ने वर्ष 2022 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा की। खेल-कूद और गेम्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये 25 खिलाड़ी 2022 के अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करेंगे, जिनमें हरियाणा के सोनीपत के दो खिलाड़ी सीमा अंतिल व पहलवान सरिता मोर शामिल हैं। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक राज सिंह छिक्कारा को द्रोणाचार्य अवार्ड (लाइफटाइम कैटेगरी) के लिये नामित किया गया है।

प्रमुख बिंदु 

  • पुरस्कार विजेता 30 नवंबर, 2022 को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष रूप से आयोजित समारोह में भारत की राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करेंगे।
  • देश के प्रतिष्ठित खेल सम्मान अर्जुन अवार्ड के लिये नामित देश की सबसे अनुभवी एथलीट डिस्कस थ्रोअर सीमा अंतिल पूनिया राष्ट्रमंडल खेलों में पदकों की हैट्रिक जमाने का कारनामा कर चुकी हैं। यह कारनामा उन्होंने वर्ष 2006, 2010 व 2014 में किया था। यही नहीं वह वर्ष 2004, 2012, 2016 व 2022 में भी ओलंपिक कोटा हासिल कर चुकी हैं।
  • सीमा अंतिल का जन्म सोनीपत के गाँव खेवड़ा में हुआ था। परिवार में खेलों का माहौल शुरू से था। खेलों के इसी माहौल के बीच सीमा ने डिस्कस थ्रो करना शुरू किया।
  • 2016 के रियो ओलंपिक के लिये सीमा ने 62 मीटर डिस्कस थ्रो कर ओलंपिक में जगह बनाई थी। यह उनका अब तक का बेस्ट रिकॉर्ड रहा। सीमा वर्ष 2004 एथेंस में खेलीं, वर्ष 2006 के राष्ट्रमंडल खेल में रजत पदक जीता, वर्ष 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता, वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक में 61.91 का थ्रो करते हुए 13वें स्थान रहीं, वर्ष 2014 के राष्ट्रमंडल खेल में रजत पदक, वर्ष 2014 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक, वर्ष 2018 में एशियन गेम्स में कांस्य पदक और वर्ष 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता।
  • वहीं पहलवान सरिता मोर ने 12 साल की उम्र में चौधरी भरत सिंह मेमोरियल स्पोर्ट्स स्कूल, निडानी में कुश्ती का अभ्यास शुरू किया था। सरिता मोर का जन्म 16 अप्रैल, 1995 को सोनीपत के गाँव बरोदा में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। वह तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं।
  • सरिता मोर एक भारतीय फ्री स्टाइल पहलवान हैं। इन्होंने 2017 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 58 किग्रा. भार वर्ग में रजत पदक, 59 किग्रा. भार वर्ग में 2020 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, 2021 में रोम इटली में आयोजित सीरीज में 57 किग्रा. भार वर्ग स्पर्धा में रजत पदक और हाल ही में विश्व रैंकिंग श्रृंखला 2022 अल्माटी (कज़ाखस्तान) में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी श्रेणी (59 किग्रा. भार वर्ग) में विश्व नंबर 1 रैंकिंग तक पहुँचने में कामयाबी हासिल की।
  • भारतीय जूनियर कुश्ती टीम के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक राज सिंह छिक्कारा को कुश्ती के खेल में दिये गए उनके योगदान को देखते हुए द्रोणाचार्य अवार्ड (लाइफटाइम अवार्ड) दिया जाएगा। राज सिंह छिक्कारा ने देश को करीब 70 अंतर्राष्ट्रीय पहलवान दिये हैं। ओलंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त, एशियन गेम्स मेडलिस्ट मौसम खत्री, परवेश, युद्धवीर, कुलबीर, रविंद्र भूरा, डालमिया, सुनील कुमासपुर, सतपाल, सोनू आदि ने इनके मार्गदर्शन में कुश्ती में देश का नाम चमकाया है।
  • उल्लेखनीय है की खेलों में उत्कृष्टता को पहचानने और पुरस्कृत करने के लिये हर साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिये जाते हैं। पिछले चार वर्षों की अवधि में ‘खेल-कूद और गेम्घ्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन ए नेतृत्व, खेल भावना और अनुशासन जैसी खूबियाँ दिखाने के लिये अर्जुन पुरस्कार’दिया जाता है।
  • द्रोणाचार्य पुरस्कार खेल-कूद और गेम्‍स में लगातार उत्कृष्ट और सराहनीय कार्य करने वाले और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए सक्षम बनाने वाले कोचों को दिया जाता है। 

छत्तीसगढ़ Switch to English

मुख्यमंत्री ने ‘नेहरू का भारत डॉटकॉम’ वेबसाइट का किया लोकार्पण

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर उनके विचारों, व्यक्तित्व और कृतित्व पर ‘नेहरू का भारत डॉट कॉम’ http://nehrukabharat.com वेबसाइट का लोकार्पण किया।

प्रमुख बिंदु 

  • गौरतलब है कि पंडित नेहरू के विचारों और उनके ‘आइडिया ऑफ इंडिया’से आम जनता को परिचित कराने एवं जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से ‘पॉलिसी एनालिसिस, रिसर्च एंड नॉलेज फाउंडेशन’(पार्क फाउंडेशन) द्वारा यह वेबसाइट तैयार कराई गई है। इसके अंतर्गत डिजिटल पाक्षिक बुलेटिन भी प्रारंभ किया जा रहा है।
  • इस वेबसाइट में पंडित नेहरू, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और स्वतंत्रता संग्राम पर सत्य एवं तथ्यात्मक जानकारियाँ उपलब्ध होंगी।
  • इस वेबसाइट का उद्देश्य आम जनता तक सत्य और तथ्यात्मक जानकारी उपलब्ध कराकर समाज के सभी वर्गों के मध्य प्रेम, सौहार्द्र, समरसता, भाईचारा और आपसी विश्वास कायम करना तथा पंडित नेहरू के ‘आइडिया ऑफ इंडिया’और संविधानवाद का संरक्षण करना है।
  • वेबसाइट में देश के पहले प्रधानमंत्री और स्वप्नदृष्टा पंडित जवाहर लाल नेहरू का ‘आइडिया ऑफ इंडिया’, जिसमें उनकी वैश्विक समझ, विश्व बंधुत्व, मानवतावादी दृष्टि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और धर्मनिरपेक्ष सोच के साथ-साथ समावेशी विचारधारा, उनके प्रगतिशील विचार समाहित हैं।

छत्तीसगढ़ Switch to English

प्रदेश के 26 स्कूल स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती बाल दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में छत्तीसगढ़ के 11 ज़िलों के 26 स्कूलों को राज्यस्तरीय स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित किया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस कार्यक्रम का आयोजन यूनिसेफ और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इसमें ओवरऑल परफॉर्मेंस पर 20 स्कूलों को और उप-श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये छह स्कूलों को सम्मानित किया गया।
  • प्रबंध संचालक (समग्र शिक्षा) नरेंद्र कुमार दुग्गा ने बताया कि यह पुरस्कार दो श्रेणियों में दिया जाता है, जिसमें सभी उप-श्रेणियों (कुल स्कोर) में समग्र प्रदर्शन और प्रत्येक उप-श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, अर्थात् पानी, शौचालय, धुलाई, संचालन रख-रखाव, क्षमता निर्माण और व्यवहार परिवर्तन एवं कोविड-19 की तैयारी के लिये दिया जाता है।
  • स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम द्वारा कार्यक्रम में ओवरआल परफॉर्मेंस पर 20 स्कूलों को सम्मानित किया गया। इनमें हायर सेकेंडरी स्कूल आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल रावन ज़िला बलौदाबाजार, सेंट जेवियर्स पी.एस.राजपुर ज़िला बलरामपुर, शासकीय उच्च विद्यालय पाली और टैगोर इंटरनेशनल स्कूल सकरी ज़िला बिलासपुर, शासकीय शिव सिंह वर्मा बालिका हायर सेकेंडरी स्कूल धमतरी, शासकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पोटिया और स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल, कुम्हारी ज़िला दुर्ग शामिल हैं।
  • इसके साथ ही जशपुर ज़िले की शासकीय उच्च प्राथमिक शाला दुलदुला, स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेज़ी माध्यम नवीन आदर्श हायर सेकेंडरी स्कूल जशपुर, शासकीय उच्च प्राथमिक बासनताला जशपुर, सेंट मैरी इएमएस, कुनकुरी, डीएवी पब्लिक स्कूल, कंडोरा, कवर्धा ज़िले की शासकीय उच्च प्राथमिक शाला परसवारा और शासकीय उच्च प्राथमिक शाला भगतपुर, कोरिया ज़िले का किड्स कैंपस पब्लिक स्कूल, हीरागिरी हल्दीबाड़ी, महासमुंद ज़िले का शासकीय उच्च प्राथमिक शाला कासेकेरा और जवाहर नवोदय विद्यालय सरायपाली, रायगढ़ ज़िले का शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल रायकेरा, रायपुर ज़िले का बीपी पुजारी उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल राजातालाब और द ग्रेट इंडिया स्कूल आरंग शामिल हैं।
  • इसी प्रकार उप-श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये छह स्कूलों को सम्मानित किया गया। इनमें धमतरी ज़िले में कुरूद के ग्राम दर्रा का शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल, दुर्ग ज़िले का केपीएस इंग्लिश मीडियम स्कूल और बीएसपी हायर सेकेंडरी स्कूल, कोरिया ज़िले का जवाहर नवोदय विद्यालय केनापारा, महासमुंद ज़िले का केंद्रीय विद्यालय और राजधानी रायपुर माना कैंप स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय शामिल हैं।
  • स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि प्रदेश के बिलासपुर ज़िले के टैगोर इंटरनेशनल स्कूल सकरी तखतपुर को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित किये जाने वाले राष्ट्रीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिये चुना गया है।
  • उन्होंने बताया कि देश भर के 39 स्कूलों को राष्ट्रीय पुरस्कार 2022 हेतु चुना गया है। छत्तीसगढ़ के 55,217 स्कूलों सहित देश भर के लगभग आठ लाख स्कूलों ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार, 2021-22 में भाग लिया है।
  • छत्तीसगढ़ राज्य ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 में अधिकतम स्कूल भागीदारी के लिये 97.7 प्रतिशत आवेदन जमा करने के रिकॉर्ड के साथ देश में तीसरा स्थान हासिल किया है।  

उत्तराखंड Switch to English

प्राकृतिक खेती के लिये प्रति हेक्टेयर पाँच हज़ार रुपए देगी केंद्र सरकार

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को उत्तराखंड के कृषि निदेशक गौरीशंकर ने बताया कि उत्तराखंड में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिये केंद्र सरकार प्रति हेक्टेयर पाँच हज़ार रुपए प्रतिवर्ष किसानों को देगी। इस धनराशि से किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • कृषि निदेशक गौरीशंकर ने बताया कि योजना के तहत पहले साल किसानों को खेती करने के तरीके और खाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रदेश में प्राकृतिक खेती के लिये 11 ज़िलों में 128 क्लस्टर का चयन भी किया गया है।
  • उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग व ऊधमसिंह नगर ज़िले को फिलहाल प्राकृतिक खेती योजना में शामिल नहीं किया गया है। अन्य 11 ज़िलों में प्राकृतिक खेती पर काम किया जाएगा। चयनित क्लस्टरों में किसी तरह की रासायनिक खादों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
  • केंद्र और राज्य सरकार की ओर से पर्यावरण संरक्षण, मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ाने के लिये प्राकृतिक खेती पर ज़ोर दिया जा रहा है। केंद्र सरकार ने प्राकृतिक खेती के लिये दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
  • प्रदेश सरकार की ओर से प्राकृतिक खेती के लिये लगभग 6400 हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल चयनित किया गया है, जिसमें 50 हेक्टेयर का एक क्लस्टर होगा। प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक खेती के लिये ‘मुख्यमंत्री प्राकृतिक कृषि योजना’शुरू की है। इस योजना के माध्यम से भी किसानों को प्रोत्साहित करने के साथ ही गैप फंडिंग की जाएगी।

उत्तराखंड Switch to English

प्रसिद्ध जौलजीबी मेला का हुआ शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काली एवं गोरी नदी के संगम स्थल जौलजीबी में भारत और नेपाल सीमा पर आयोजित होने वाले ऐतिहासिक जौलजीबी मेला एवं विकास प्रदर्शनी-2022 का शुभारंभ किया। यह मेला 24 नवंबर तक लगेगा।

प्रमुख बिंदु 

  • सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय जौलजीबी मेला भारत, नेपाल तथा तिब्बत के पारस्परिक व्यापार को बढ़ावा देता रहा है। यह मेला भारत और नेपाल के बीच संस्कृति, सभ्यता, व्यापारिक संबंधों को बढ़ाकर देश के रिश्तों को ऑक्सीजन देता है।
  • अंतर्राष्ट्रीय जौलजीबी मेले के शुभारंभ पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आपदा प्रभावित धारचूला के एलधारा भूस्खलन क्षेत्र का उपचार उत्तरकाशी के वरुणावत पर्वत की तर्ज़ पर किया जाएगा। क्षेत्र की काली नदी सहित सीमा पर अन्य स्थानों के भूस्खलन स्थलों के लिये बृहद् योजना की जा रही है। प्रस्ताव रक्षा और गृह मंत्रालय को भेजे गए हैं।
  • उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र के विकास के लिये काली नदी पर डबल लेन मोटर पुल का निर्माण किय जा रहा है, जिससे भारत और नेपाल के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग का भी निर्माण और चौड़ीकरण किया जा रहा है। इस क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग बन जाने से कैलाश मानसरोवर जाने वाले यात्री इसी मार्ग से होकर जाएंगे, जिससे व्यापार बढ़ेगा और क्षेत्र का विकास होगा।

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70वें राजकीय औद्यौगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले (गौचर मेला) का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 70वें राजकीय औद्यौगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले (गौचर मेला) का शुभारंभ किया और मेले के संस्थापक पत्रकार स्व. गोविंद प्रसाद नौटियाल की मूर्ति का अनावरण किया।

प्रमुख बिंदु 

  • कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ पत्रकार रमेश गैरोला ‘पहाड़ी’को गोविंद प्रसाद नौटियाल स्मृति पत्रकार सम्मान से नवाजा। इस मौके पर सीएम ने देवेश जोशी की ओर से ‘कै. धूमसिंह चौहान’पर लिखी पुस्तक का विमोचन भी किया।
  • उल्लेखनीय है कि गौचर मेला लगभग 75 वर्षों से आयोजित होता आ रहा है। पहले यह मेला व्यापार के लिये प्रसिद्ध था, मगर समय के साथ मेले का रूप बदला और अब ये सांस्कृतिक मेले के रूप में मनाया जाता है। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गढ़-कुमाऊँ की संस्कृति दिखती है।
  • गौचर मेला अब तक 11 बार अलग-अलग कारणों से नहीं हो पाया। गौचर मेला वर्ष 1943 के नवंबर माह में भोटिया व्यापारिक मेले के नाम से शुरू हुआ था, जो 1953 तक इसी नाम से चलता रहा।
  • यह मेला उस समय पूर्णतया एक व्यापारिक मेला था। मेले में मुख्यतया तिब्बती ऊन, तिब्बती पश्मीना ऊन, च्यालकू, बकरियाँ, तिब्बती कालीन, दन, हींग, तिब्बती नमक, कस्तूरा एवं भोटिया चाय का व्यापार होता था, लेकिन 1962 में युद्ध के बाद चीन के साथ आए रिश्तों में तनाव के कारण अचानक तिब्बत के व्यापारिक मार्ग बंद हो गए थे।
  • वर्ष 1947 से मेले का आयोजन नवंबर में शुभ तिथि निकालकर किया जाता था। तिब्बत से व्यापार बंद होने के बाद यह मेला औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले के रूप में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर होने लगा। इस मेले को एक बार ज़िला परिषद चमोली और दो बार टाउन एरिया कमेटी गौचर की ओर से संचालित किया जा चुका है।

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लक्ष्य सेन को मिलेगा राष्ट्रीय खेल पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर, 2022 को युवा कार्य और खेल मंत्रालय ने वर्ष 2022 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा की। खेल-कूद और गेम्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये देश भर से 25 खिलाड़ी 2022 के अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करेंगे, जिनमें उत्तराखंड के अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन भी शामिल हैं।

प्रमुख बिंदु 

  • पुरस्कार विजेता 30 नवंबर, 2022 को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष रूप से आयोजित समारोह में भारत की राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करेंगे।
  • 16 अगस्त, 2001 को अल्मोड़ा में जन्मे शटलर लक्ष्य सेन मूलरूप से ज़िले के सोमेश्वर के ग्राम रस्यारा निवासी हैं। इनके दादा जी सीएल सेन ने सिविल सर्विसेस में राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। वहीं कई खिताब अपने नाम किये, जबकि पिता डीके सेन भी वर्तमान में कोच हैं। पहले वह साई के कोच थे।
  • लक्ष्य ने ज़िला, राज्य के बाद राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक अपने नाम किये। इसके बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पैठ जमाई। 10 वर्ष की उम्र में लक्ष्य ने इज़राइल में पहला अंतर्राष्ट्रीय खिताब स्वर्ण पदक के रूप में जीता था।
  • लक्ष्य ने 8 अगस्त, 2022 को बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में बैडमिंटन के पुरुष एकल में स्वर्ण पदक जीता था। फाइनल में उन्होंने मलेशिया के एंग जे योंग को 19-21, 21-9, 21-16 से हराया था। लक्ष्य पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता और वर्ष 2022 में जनवरी में इंडिया ओपन में सुपर 500 का खिताब जीत चुके हैं। 
  • लक्ष्य ने लिनिंग सिंगापुर यूथ इंटरनेशनल सीरीज़ में स्वर्ण, इज़राइल जूनियर इंटरनेशनल के डबल और सिंगल में स्वर्ण, इंडिया इंटरनेशनल सीरीज़ के सीनियर वर्ग में स्वर्ण, योनेक्स जर्मन जूनियर इंटरनेशनल में रजत, डच जूनियर में कांस्य, यूरेशिया बुल्गारियन ओपन में स्वर्ण, ऐशिया जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण, यूथ ओलंपिक में रजत, वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक समेत कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को पदक दिलाया है।
  • उल्लेखनीय है की खेलों में उत्कृष्टता को पहचानने और पुरस्कृत करने के लिये हर साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिये जाते हैं। पिछले चार वर्षों की अवधि में ‘खेल-कूद और गेम्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं नेतृत्व, खेल भावना और अनुशासन जैसी खूबियाँ दिखाने के लिये अर्जुन पुरस्कार’ दिया जाता है।  

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