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स्टेट पी.सी.एस.

  • 03 Dec 2021
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उत्तराखंड Switch to English

रॉकेट इंडिया प्रा. लि. के विस्तार परियोजना का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रॉकेट इंडिया प्रा.लि. की नवीनतम विस्तार परियोजना का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने बताया कि रॉकेट इंडिया प्रा.लि. कंपनी के विस्तार से राज्य की अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा।
  • इस परियोजना से आने वाले समय में व्यापारियों, कार्मिकों को काफी फायदा होगा।
  • इस परियोजना के विस्तार से मक्का इकाई क्षमता भी बढ़कर 1200 टन हो जाएगी, जिससे किसानों को भी लाभ होगा।
  • कंपनी को उत्पादों को बनाने के लिये आसानी से मक्का मिलेगा तथा किसानों को उनके मक्का के लिये बाज़ार ढूंढने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे किसानों और कंपनी दोनों लाभान्वित होंगे।

उत्तर प्रदेश Switch to English

सहारनपुर में माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहारनपुर ज़िले के पुंवारका ग्राम में माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।

प्रमुख बिंदु 

  • माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय की स्थापना कुल 50.43 एकड़ क्षेत्रफल में की जाएगी तथा निर्माण कार्य 18 माह में पूरा कर लिया जाएगा।
  • विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन, छात्रावास, आवासीय भवन आदि के निर्माण हेतु प्रथम चरण में 92.04 करोड़ रुपए की लागत के निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों हेतु लोक निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।
  • माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार में सहारनपुर मंडल के तीनों जनपद मुज़फ्फरनगर, सहारनपुर एवं शामली को सम्मिलित किया गया है।
  • इन तीनों जनपदों के 264 महाविद्यालय इस विश्वविद्यालय से संबद्ध किये गए हैं। विश्वविद्यालय की स्थापना से सहारनपुर मंडल के छात्र-छात्राओं को निकटतम स्थान पर ही उच्च शिक्षा की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
  • इस विश्वविद्यालय से जारी डिग्री पर माँ शाकुम्भरी का चित्र होगा। 
  • विश्वविद्यालय में नर्सिंग, फार्मेसी, कंप्यूटर एवं विभिन्न रोज़गारपरक पाठ्यक्रम संचालित होंगे।

उत्तराखंड Switch to English

सरस मेला

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के रुद्रपुर स्थित गांधी मैदान में राष्ट्रीय सरस मेला-2021 का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सरस मेले का आयोजन महिलाओं के सशक्तीकरण तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं को बाज़ार देने के उद्देश्य से किया गया है।
  • उल्लेखनीय है कि ग्राम विकास, विभाग द्वारा आयोजित यह मेला 10 दिसंबर तक चलेगा।
  • इस मेले में राज्य सरकार द्वारा 119 करोड़ रुपए का पैकेज राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत उन महिला समूहों को दिया गया, जो कोई-न-कोई हुनर रखती हैं।
  • गौरतलब है कि राष्ट्रीय सरल मेले में 147 स्वयं सहायता समूहों ने हिस्सा लिया है।
  • मुख्यमंत्री ने स्वरोज़गार एवं राज्य के आर्थिकी संसाधनों में वृद्धि हेतु शीघ्रता से ऋण मुहैया कराने के लिये बैंकों को निर्देश दिये हैं।
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि रोज़गार एवं स्वरोज़गार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न रोज़गार योजनाएँ चलाई जा रही हैं।

बिहार Switch to English

जमुई विधायक श्रेयसी सिंह ने गोल्ड मेडल जीता

चर्चा में क्यों?

हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय शूटर और बिहार की जमुई विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक श्रेयसी सिंह ने पटियाला में आयोजित 64वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि पंजाब के पटियाला में 22 नवंबर, 2021 से 64वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है, जो 14 दिसंबर, 2021 तक चलेगा।
  • इस प्रतियोगिता में जमुई विधायक और शूटर श्रेयसी सिंह ने भी हिस्सा लिया था, उन्होंने महिलाओं की क्ले पीजन ट्रैप शूटिंग स्पर्धा में यह उपलब्धि हासिल की।
  • उल्लेखनीय है कि श्रेयसी सिंह ने वर्ष 2019 में आयोजित 63वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप की शॉटगन स्पर्धा में भी बिहार के लिये स्वर्ण पदक जीता था ।

राजस्थान Switch to English

डॉ. शिवसिंह राठौड़ बने आरपीएससी के कार्यवाहक अध्यक्ष

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को डॉ. शिवसिंह राठौड़ को राजस्थान लोक सेवा आयोग का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। 

प्रमुख बिंदु 

  • डॉ. शिवसिंह राठौड़ अध्यक्ष पद के दायित्व का निर्वहन करने वाले सबसे युवा व्यक्ति हैं। 30 जनवरी, 2016 को सदस्य के पद पर नियुक्त डॉ. राठौड़ आयोग के सबसे युवा सदस्य भी रहे।
  • इस अवसर पर डॉ. शिवसिंह राठौड़ ने कहा कि अभ्यर्थियों से सीधा संवाद कायम हो सके, इसकी व्यवस्था की जाएगी। जिन परीक्षाओं का आयोजन किया जा चुका है, उनका परिणाम जारी करने, लंबित वादों के निस्तारण के लिये प्रभावी प्रयास उनके द्वारा किये जाएंगे। 
  • इसके अतिरिक्त राज्य सरकार की अपेक्षानुसार भर्ती परीक्षाओं, परिणामों व अभिस्तावना भिजवाने संबंधी कार्यों को समयबद्ध रूप से संपन्न करना उनकी प्राथमिकता होगी। कर्मचारियों की विभिन्न मांगों पर शीघ्र कार्यवाही करने के प्रयास उनकी ओर से किये जाएंगे।  
  • मूलत: जोधपुर के रहने वाले डॉ. शिवसिंह राठौड़, भूगर्भशास्त्र में अधिस्नातक (गोल्ड मेडलिस्ट) व हाइड्रोजियो टूरिज्म विषय में पीएचडी हैं। इनकी विशेषज्ञता पर्यावरण एवं भूगर्भ, जल संरक्षण एवं क्षेत्रीय विकास संबंधी क्षेत्रों में भी है। आर्द्रभूमि संरक्षण संबंधी विभिन्न शोध-पत्र तथा जियो पार्क के निर्माण संबंधी विभिन्न आलेख डॉ. राठौड़ के द्वारा प्रकाशित किये गए हैं।
  • आयोग में अपनी नियुक्ति के बाद से डॉ राठौड़ ने विभिन्न नवाचारों को बढ़ावा देने व परीक्षा प्रणाली के संवर्धन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
  • ऑन स्क्रीन मार्किंग प्रणाली के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रणाली की सराहना देश के विभिन्न आयोगों के अध्यक्षों द्वारा भी की गई।

मध्य प्रदेश Switch to English

साहित्य अकादमी के वर्ष 2017 के शेष कृति पुरस्कार घोषित

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को संस्कृति विभाग की साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद ने कैलेंडर वर्ष 2017 के शेष 6 अखिल भारतीय और 6 प्रादेशिक कृति पुरस्कारों की घोषणा की।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय पुरस्कार में एक लाख रुपए और प्रादेशिक पुरस्कार में 51 हज़ार रुपए की सम्मान राशि प्रदान की जाती है।
  • अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने बताया कि छ: अखिल भारतीय पुरस्कारों में ‘आत्मकथा-जीवन’ श्रेणी में ‘अखिल भारतीय विष्णु प्रभाकर पुरस्कार’ वाराणसी के संदीप देव को रचना ‘हमारे श्री गुरु जी’ के लिये, ‘संस्मरण’ श्रेणी में ‘अखिल भारतीय निर्मल वर्मा पुरस्कार’ खंडवा के  संतोष तिवारी को उनकी रचना ‘रिश्ते मन से मन के’ के लिये, ‘रेखाचित्र’ श्रेणी में ‘अखिल भारतीय महादेवी वर्मा पुरस्कार’ दिल्ली के संजय सिन्हा को ‘शुक्रिया’ के लिये, ‘यात्रा वृत्तांत’ श्रेणी में ‘अखिल भारतीय प्रो. विष्णुकांत शास्त्री पुरस्कार’ गाज़ियाबाद के विनोद बब्बर को ‘भगीरथ के देश में’ के लिये, ‘अनुवाद’ श्रेणी में ‘अखिल भारतीय भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार’ दिल्ली के अमरनाथ श्रीवास्तव को ‘कारगिल के परमवीर’ के लिये और ‘फेसबुक/ब्लॉग/नेट’ श्रेणी में ‘अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार’ उज्जैन के सुरेश चिपलूनकर को उनके पेज: ‘ब्लॉक/फेसबुक’ के लिये दिया गया है।
  • शेष छ: प्रादेशिक पुरस्कारों में ‘संवाद, पटकथा लेखन’ श्रेणी में ‘प्रादेशिक नरेश मेहता पुरस्कार’भोपाल के अयोध्या प्रसाद सोनी को उनकी रचना ‘खाली पिंजरा और हिंदुस्तान का पानी’के लिये, ‘लघुकथा’श्रेणी में ‘प्रादेशिक जैनेन्द्र कुमार ‘जैन’ पुरस्कार’ भोपाल के घनश्याम मैथिल ‘अमृत’को उनकी रचना ‘एक लोहार की’ के लिये, ‘एकांकी’ श्रेणी में ‘प्रादेशिक सेठ गोविंद दास पुरस्कार’ भोपाल के अरविंद शर्मा को ‘सपना सच हो गया’ के लिये, ‘व्यंग्य’ श्रेणी में ‘प्रादेशिक शरद जोशी पुरस्कार’उज्जैन के मुकेश जोशी को ‘ऑल इज वेल’ के लिये, ‘गीत’श्रेणी में ‘प्रादेशिक वीरेंद्र मिश्र पुरस्कार’सतना के छोटेलाल पांडेय को ‘वीरव्रती आज़ाद’और ‘गजल’श्रेणी में ‘प्रादेशिक दुष्यंत कुमार पुरस्कार’ ग्वालियर के मनीष जैन ‘रौशन’ को उनकी रचना ‘रंग खुशबू के’के लिये दिया गया है।

मध्य प्रदेश Switch to English

5वाँ टी-20 मास्टर कप (वेटरन) का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने ओल्ड कैम्पियन ग्राउंड में बल्ला चलाकर 5वें टी-20 मास्टर कप (वेटरन) का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इसके पूर्व उन्होंने उद्घाटन मैच की टीमों- ‘मीडिया मास्टर्स’ और ‘सेकेंड इनिंग मास्टर्स’ के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। 
  • स्पोर्ट्स क्लब ऑफ भोपाल समिति संरक्षक राहुल कोठारी ने बताया कि समिति द्वारा पाँचवीं बार टी-20 मास्टर्स कप (वेटरन) और सीनियर डिवीज़न इंटर क्लब क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन स्पोर्ट्स क्लब ऑफ भोपाल और भोपाल क्रिकेट अकादमी के संयुक्त तत्वावधान किया जा रहा है। 
  • विगत 2 वर्षों से प्रतियोगिता कोविड-19 महामारी के कारण नहीं कराई जा सकी। इस बार प्रतियोगिता में 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं। प्रतियोगिता लीग आधारित आयोजित की गई है। इसमें सभी खिलाड़ी कलरफुल ड्रेस में सफेद लेदर बॉल से खेलेंगे।
  • आयोजन सचिव योगेंद्र व्यास ने बताया कि प्रतियोगिता में बेस्ट बॉलर, बैट्समैन, फील्डर, विकेट-कीपर और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार दिया जाएगा।

मध्य प्रदेश Switch to English

महिला आरक्षक को लिंग परिवर्तन कराने की मिली अनुमति

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मध्य प्रदेश में गृह विभाग ने पहली बार किसी महिला को लिंग परिवर्तन कराने की अनुमति दी है।

प्रमुख बिंदु

  • गौरतलब है कि इस महिला आरक्षक ने पुरुष बनने के लिये लिंग परिवर्तन कराने की अनुमति मांगी थी। जिन्हें पुलिस महानिदेशक ने लिंग परिवर्तन करवाने की अनुमति दी है। 
  • राष्ट्रीय स्तर के मनोचिकित्सकों ने इस बात की पुष्टि की है कि महिला आरक्षक को बचपन से ही जेंडर आइडेंटिटी संबंधी डिसऑर्डर रहा है।
  • महिला आरक्षक ने अपने ज़िले में पुरुषों की तरह पुलिस के काम किये हैं। साथ ही विधिवत आवेदन दिया व शपथ-पत्र पेश किया।
  • भारत सरकार के राजपत्र में 2019 में लिंग बदलने की मंशा की अधिसूचना प्रकाशित की गई थी। इसके बाद ही आवेदन पुलिस मुख्यालय को भेजा गया था। पुलिस मुख्यालय ने इस आवेदन पर गृह विभाग से अनुमति मांगी थी।
  • विधि विभाग ने गृह विभाग को दिये परामर्श में कहा था कि भारतीय नागरिक को उसके धर्म या जाति पर ध्यान दिये बिना अपने लिंग का चुनाव करने की स्वतंत्रता है। इसके बाद अनिता को लिंग परिवर्तन की अनुमति देने में कोई दिक्कत नहीं है।
  • उल्लेखनीय है कि पाँच वर्ष पहले बीड की 29 वर्षीय महिला कॉन्स्टेबल ललिता साल्वे ने लिंग परिवर्तन की अनुमति मांगी थी। वह देश का पहला केस था। तमाम कानूनी अड़चनों को दूर करने के बाद वह ललिता साल्वे से ललित साल्वे बन गई थीं।
  • जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर/जेंडर डिस्फोरिया वह स्थिति होती है, जिसमें व्यक्ति को यह महसूस होता है कि उसका प्राकृतिक लिंग उसकी लैंगिक पहचान से मेल नहीं खाता।

हरियाणा Switch to English

सिविल अस्पताल जगाधरी में ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट का उद्घाटन

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने राज्य के यमुनानगर ज़िले के जगाधरी सिविल अस्पताल में लगभग एक करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से बने ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • विदित है कि एक हज़ार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन क्षमता वाला यह प्लांट एचडीएफसी बैंक ने बनवाया है। 
  • इस ऑक्सीजन प्लांट के  लगने से नागरिक अस्पताल की ऑक्सीजन की आवश्यकता पूरी होगी। 
  • शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश के हर ज़िले के अस्पतालों में इसी तरह के ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। 
  • ज़िला यमुनानगर में 3500 लीटर प्रति मिनट उत्पादन के ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके हैं, जिनमें से एक-एक हज़ार लीटर प्रति मिनट के ऑक्सीजन प्लांट- सिविल अस्पताल यमुनानगर, ईएसआई अस्पताल जगाधरी व सिविल अस्पताल जगाधरी के प्रांगण में तथा 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट सीएचसी सरस्वती नगर में लगाया गया है।

हरियाणा Switch to English

मिल्खा सिंह एडवेंचर स्पोर्ट्स क्लब का गठन

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटेर ने साहसिक खेलों और संबद्ध पर्यटन गतिविधियों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिये फ्लाइंग सिख के नाम से प्रसिद्ध धावक मिल्खा सिंह के नाम पर ‘मिल्खा सिंह एडवेंचर स्पोर्ट्स क्लब’ का गठन किया है।

प्रमुख बिंदु

  • क्लब की स्थापना मौजूदा हरियाणा एकेडमी ऑफ एडवेंचर स्पोर्ट्स (एक पंजीकृत सोसायटी) के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य राज्य में साहसिक खेलों को शुरू करने, बढ़ावा देने और विकसित करने के साथ-साथ साहसिक खेलों के लिये प्रशिक्षण सुविधाओं का निर्माण तथा गुणवत्ता के बुनियादी ढाँचे का विकास करना है।
  • उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटेर ने जून में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने और फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के नाम पर एक क्लब बनाने की घोषणा की थी। 
  • हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों के विभाग के प्रधान सचिव ए.के. सिंह द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार खेल एवं युवा मामलों के मंत्री क्लब की प्रबंध समिति के अध्यक्ष होंगे, जबकि विभाग के प्रशासनिक सचिव इसके उपाध्यक्ष होंगे। राज्य में साहसिक खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये संबंधित विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने हेतु 11 सदस्यीय समिति में पर्यटन, वन और वन्यजीव विभाग, नागरिक उडन्न्यन विभाग के प्रशासनिक सचिव भी होंगे।
  • क्लब को ग्राउंड स्पोर्ट्स, एयरो स्पोर्ट्स और वाटर स्पोर्ट्स सहित साहसिक खेलों में प्रशिक्षण, कोचिंग और भ्रमण पर्यटन आयोजित करने तथा पर्वतारोहण, ट्रैकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, स्नो स्कीइंग, साइकिलिंग में साहसिक खेल प्रशिक्षण सुविधाओं का निर्माण करने का काम सौंपा गया है।
  • यह क्लब साहसिक खेल प्रशिक्षण केंद्रों, अकादमियों, उपग्रह केंद्रों, आधार शिविरों आदि की स्थापना करेगा और देश एवं विदेश में ऐसे संस्थानों के साथ समन्वय करेगा तथा ऐसे अन्य संगठनों के बीच नेशनल एडवेंचर क्लब (इंडिया), इंडिया माउंटेनियरिंग फाउंडेशन के साथ सहयोग करेगा।
  • इसके अलावा, क्लब साहसिक खेलों में उत्कृष्टता के लिये अग्रिम प्रशिक्षण में व्यक्तियों की सहायता करने हेतु फेलोशिप भी प्रदान करेगा और निजी क्षेत्र को ऐसी सुविधाओं के विकास में वित्तीय योगदान देने के लिये प्रोत्साहित करेगा। अधिसूचना के अनुसार यह एडवेंचर स्पोर्ट्स कोचिंग, वाटर स्पोर्ट्स में लाइफगार्ड, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट से लेकर सामान्य रोज़गार के अवसरों तक में सर्टिफिकेट कोर्स भी प्रदान करेगा। 

झारखंड Switch to English

‘प्रोजेक्ट कवच’

चर्चा में क्यों?

हाल ही में झारखंड में स्थित बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) के प्रबंधन ने प्लांट स्तर पर सुरक्षा प्रदर्शन में सुधार के उद्देश्य से सुरक्षा संस्कृति में परिवर्तन के लिये ‘प्रोजेक्ट कवच’ लॉन्च किया है।

प्रमुख बिंदु

  • बीएसएल ने ‘सुरक्षा सांस्कृतिक परिवर्तन’ को सफलतापूर्वक प्राप्त करने के लिये एक रोड मैप की सुविधा, संचालन और प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु एक प्रतिष्ठित सुरक्षा सलाहकार ‘एएसके-ईएचएस इंजीनियरिंग एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड’ नियुक्त किया है। 
  • इस प्रमुख सुरक्षा पहल सह सांस्कृतिक अभियान को बीएसएल द्वारा ‘परियोजना कवच’ नाम दिया गया है। 
  • प्रोजेक्ट कवच का संपूर्ण उद्देश्य सभी कर्मचारियों और अनुबंध कर्मचारियों द्वारा सुरक्षित व्यवहार के माध्यम से कार्यस्थल के खतरों को कम करना है। कार्यस्थल पर खतरों और जोखिमों के खिलाफ सुरक्षित व्यवहार सबसे प्रभावी ‘कवच’ है।
  • बोकारो इस्पात कारखाना सार्वजनिक क्षेत्र में चौथा इस्पात कारखाना है। यह सोवियत संघ के सहयोग से 1965 में प्रारंभ हुआ था।
  • आरंभ में इसे 29 जनवरी, 1964 को एक लिमिटेड कंपनी के तौर पर निगमित किया गया और बाद में सेल के साथ इसका विलय हुआ। पहले यह सेल की एक सहायक कंपनी और बाद में सार्वजनिक क्षेत्र लोहा और इस्पात कंपनियाँ (पुनर्गठन एवं विविध प्रावधान) अधिनियम, 1978 के अंतर्गत एक यूनिट बनाई गई। कारखाने का निर्माण कार्य 6 अप्रैल, 1968 को प्रारंभ हुआ।
  • यह कारखाना देश के पहले स्वदेशी इस्पात कारखाने के नाम से विख्यात है। इसमें अधिकतर उपकरण, साज-सामान तथा तकनीकी कौशल स्वदेशी ही हैं।
  • कारखाने का 17 लाख टन इस्पात पिंड का प्रथम चरण 2 अक्टूबर, 1972 को पहली धमन भट्ठी चालू होने के साथ ही शुरू हुआ तथा निर्माण कार्य तीसरी धमन भट्ठी चालू होने पर 26 फरवरी, 1978 को पूरा हो गया। 
  • 40 लाख टन चरण की सभी यूनिटें चालू हो चुकी हैं और 1990 के दशक में आधुनिकीकरण से कारखाने की क्षमता बढ़ाकर 45 लाख टन तरल इस्पात की कर दी गई है।

झारखंड Switch to English

‘हमार अपना बजट’ पोर्टल और मोबाइल ऐप

चर्चा में क्यों? 

2 दिसंबर, 2021 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री आवास कार्यालय से वित्त विभाग द्वारा तैयार हमार ‘अपना बजट पोर्टल’ और मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस पोर्टल के माध्यम से राज्य की आम जनता 2022-23 के बजट के लिये अपने बहुमूल्य सुझाव साझा कर सकेगी।
  • सरकार को सुझाव देने के लिये https://finance.jharkhand.gov.in/budgetvichar पर लॉग इन करना होगा और ‘हमार अपना बजट पोर्टल’ पर अपना पंजीकरण कराना होगा।
  • होम पेज पर दिये गए स्थान में अपना मोबाइल नंबर और ई-मेल (वैकल्पिक) दर्ज करने के बाद ओटीपी जनरेट करने के लिये क्लिक करना होगा। ओटीपी को किसी की सुविधा के अनुसार किसी भी समय ई-मेल या मोबाइल द्वारा ऑर्डर किया जा सकता है। मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी और उसके स्थान पर दिखाए गए कैप्चा कोड को दर्ज करने के बाद एक पंजीकरण पृष्ठ में प्रवेश किया जा सकेगा।

छत्तीसगढ़ Switch to English

राज्यस्तरीय पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ गठित

चर्चा में क्यों?

2 दिसंबर, 2021 को भारत सरकार द्वारा राज्यस्तरीय पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ (प्राधिकरण, छत्तीसगढ़) का गठन किया गया। 

प्रमुख बिंदु 

  • इसके गठन के लिये भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा विगत दिवस 23 नवंबर, 2021 को अधिसूचना जारी कर दी गई थी। संबंध में राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे केंद्र सरकार द्वारा यथावत स्वीकार किया गया।
  • जारी अधिसूचना के तहत पूर्व प्रधान व मुख्य वन संरक्षक, छत्तीसगढ़ वन विभाग देवाशीष दास को प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ का अध्यक्ष बनाया गया है। इसी तरह सहायक आचार्य रसायन विभाग, नागार्जुन स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय, रायपुर डॉ. दीपक सिन्हा को सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड, नवा रायपुर अटल नगर इसके सदस्य-सचिव होंगे।
  • इसी तरह प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ की सहायता के प्रयोजन के लिये भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के परामर्श से राज्यस्तरीय विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (एसईएसी) छत्तीसगढ़ का गठन किया गया है। 
  • उक्त एसईएसी, छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्य वन संरक्षक और पूर्व अपर प्रबंध निदेशक छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम डॉ. बी.पी. नॉनहरे को अध्यक्ष बनाया गया है। इसके सदस्यों में धातु शोधन और सामग्री अभियांत्रिकी विभाग राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान डॉ. मनोज कुमार चोपकर, सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता महानदी परियोजना रायपुर प्री ध्रुव, जैव प्रौद्योगिकी अध्ययन विद्यालय, पंडित रविशंकर शुक्ल, विश्वविद्यालय डॉ. शैलेश कुमार जाधव, नवाजेदवन सोसायटी पचपेड़ी नाका रायपुर श्री एन.के. चंद्रिका तथा आचार्य इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग महाविद्यालय जगदलपुर डॉ. मोहम्मद रफीक खान शामिल हैं। उप सचिव आवास और पर्यावरण विभाग छत्तीसगढ़ एसईएसी छत्तीसगढ़ के सदस्य-सचिव होंगे।
  • यह प्राधिकरण छत्तीसगढ़ राज्यस्तरीय विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (एसईएसी, छत्तीसगढ़) की सिफारिशों पर अपना निर्णय लेगा। 
  • प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ और एसईएसी, छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष एवं सदस्य अपने कार्यकाल के दौरान ऐसी किसी भी परियोजना के लिये पर्यावरण प्रभाव आकलन (ईआईए), पर्यावरण प्रबंधन योजना तैयार करने में न तो कोई परामर्श देंगे, न ही उससे जुड़ेंगे, जिसका मूल्यांकन प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ और एसईएसी, छत्तीसगढ़ द्वारा किया जाना है। 
  • यदि गत 5 वर्ष में प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ और एसईएसी, छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष या किसी सदस्य ने किसी परियोजना प्रस्तावक के लिये कोई परामर्श सेवा प्रदान की है या ईआईए अध्ययनों का संचालन किया है, ऐसी स्थिति में, वे ऐसे प्रस्तावकों द्वारा प्रस्तावित की जाने वाली किसी परियोजना के मूल्यांकन की प्रक्रिया में प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ और एसईएसी, छत्तीसगढ़ की बैठकों में स्वयं सम्मिलित होने से बचेंगे।

छत्तीसगढ़ Switch to English

वृत्त स्तरीय चयन प्रतियोगिता

चर्चा में क्यों? 

2 दिसंबर, 2021 तक कांकेर वृत्त स्तर से खिलाड़ियों का चयन करने हेतु वृत्त स्तरीय चयन प्रतियोगिता का आयोजन नगर सेनानी ग्राउंड सिंगारभाट एवं शासकीय नरहरदेव ग्राउंड कांकेर में स्थित इन्डोर स्टेडियम में संपंन किया गया। 

प्रमुख बिंदु

  • कांकेर वन वृत्त के मुख्य वन संरक्षक राजू आगसिमनी द्वारा 1 दिसंबर को समस्त खिलाड़ियों को शपथ वाचन के साथ वृत्त स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के उद्घाटन की घोषणा की गई।
  • प्रतियोगिता में वनवृत्त कांकेर के अंतर्गत वनमंडल कांकेर, नारायणपुर, कोंडागाँव, केशकाल, पूर्व भानुप्रतापपुर, पश्चिम भानुप्रतापपुर एवं वन विकास निगम अंतागढ़ (भानुप्रतापपुर) के 168 नियमित अधिकारियों ने, कर्मचारी प्रतिभागी के रूप में विभिन्न खेलों में हिस्सा लिया। 
  • प्रत्येक प्रतिस्पर्धा के लिये राष्ट्रीय कीर्तिमानों को आधार मानकर प्रतिभागियों का चयन राज्यस्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के लिये किया जाएगा। कांकेर वृत्त स्तरीय खेलकूद के नोडल अधिकारी अरविंद पी.एम. (भा.व.से.) वनमंडलाधिकारी कांकेर हैं। 
  • उल्लेखनीय है कि वन जलवायु एवं परिवर्तन विभाग के अंतर्गत प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी 26वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन माह फरवरी 2022 में पंचकूला (हरियाणा) में किया जाएगा, जिसके लिये इन खिलाड़ियों का चयन किया गया है। 
  • विगत वर्ष 25वीं वन खेलकूद प्रतियोगिता भुवनेश्वर (ओडिशा) में आयोजित की गई थी।

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