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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 06 Aug 2025
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मध्य प्रदेश Switch to English

अंजना सिंह द्वारा माउंट एल्ब्रूस पर नशा मुक्ति संदेश

चर्चा में क्यों?

मध्य प्रदेश के मैहर के अमरपाटन क्षेत्र की 26 वर्षीय अंजना सिंह ने यूरोप की सबसे ऊँची चोटी माउंट एल्ब्रूस (18,510 फीट) पर “नशे से दूरी है ज़रूरी” संदेश वाला बैनर फहराया।

  • यह पहल मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा मादक पदार्थों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और नशे की लत से उबरने में सहायता करने के व्यापक अभियान का हिस्सा है।
  • मैहर पुलिस किशोरियों को सुरक्षा, सामाजिक जोखिमों के बारे में शिक्षित करने तथा उन्हें शिक्षा और कैरियर लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिये प्रेरित करने हेतु 'प्रबोधिनी' कार्यक्रम भी चला रही है।

मुख्य बिंदु

  • अंजना सिंह के बारे में: 
    • वह लगभग 72 घंटों में माउंट एल्ब्रूस की चोटी पर पहुँचीं और बैनर के संदेश के लिये हिंदी को प्राथमिक भाषा के रूप में गर्व से प्रचारित किया।
    • माउंट एल्ब्रूस से लौटने पर, उन्हें नशा-विरोधी अभियान में उनके योगदान के लिये वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया।
    • अपनी पर्वतारोहण उपलब्धियों के अलावा, सिंह अपने ज़िले में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान की ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी काम करती हैं।
    • यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने तथा उनकी शिक्षा और सुरक्षा को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। 
  • माउंट एल्ब्रूस

 

  • माउंट एल्ब्रूस, कॉकस पर्वतमाला की सर्वोच्च चोटी है, जो दक्षिणी रूस में, जॉर्जिया की सीमा के उत्तर में स्थित है और इसे यूरोप की सबसे ऊँची चोटी (5642 मीटर) के रूप में जाना जाता है। 
  • कॉकस पर्वतमाला एक लंबी (1200 किमी से अधिक) एवं बीहड़ शृंखला है, जो काला सागर को कैस्पियन सागर से जोड़ती है।
  • एल्ब्रूस एक प्राचीन ज्वालामुखी (सुप्त ज्वालामुखी) है, इसमें लगभग 2000 वर्षों से विस्फोट नहीं हुआ है।
  • एल्ब्रूस की संरचना में दो ज्वालामुखी शिखर (पूर्व और पश्चिम) शामिल हैं। 
  • ये शिखर ट्रेकिंग एवं पर्वतारोहण के लिये लोकप्रिय स्थल हैं; इनके मध्य स्थित सैडल (खाई/संयोग बिंदु) इस क्षेत्र तक पहुँचने का मार्ग प्रदान करता है।

प्रबोधिनी अभियान

  • यह अभियान अक्तूबर 2024 में प्रारंभ किया गया था और तब से इसने स्कूलों तथा गाँवों तक व्यापक पहुँच बनाई है।
  • इस अभियान को ज़िले में किशोर लड़कियों को शिक्षित करने हेतु शुरू किया गया था, जो सुरक्षा, सामाजिक जोखिमों पर केंद्रित है और बालिकाओं को शैक्षिक एवं करियर लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिये प्रोत्साहित करता है।
  • पुलिस टीमें स्कूलों और गाँवों का दौरा करती हैं, जिसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना तथा युवा लड़कियों की कमज़ोरियों को कम करना है।
  • अभियान के निरंतर विस्तार के एक भाग के रूप में, स्कूली छात्राओं के लिये एक व्हाट्सएप समूह बनाया जाएगा, ताकि जागरूक और सशक्त युवा लड़कियों का एक मज़बूत नेटवर्क तैयार किया जा सके, जो दुर्व्यवहार की पहचान कर सकें, उसकी रिपोर्ट कर सकें तथा अन्य लोगों को भी इसी प्रकार की कार्रवाई के लिये प्रेरित कर सकें।


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