मध्य प्रदेश
BSF ने दुर्गा ड्रोन स्क्वाड्रन लॉन्च किया
- 13 Nov 2025
- 17 min read
चर्चा में क्यों?
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने अपनी पहली महिला ड्रोन संचालन इकाई, ‘दुर्गा ड्रोन स्क्वाड्रन’, की स्थापना की।
- यह प्रयास BSF तथा अन्य सुरक्षा बलों में महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।
मुख्य बिंदु
- स्क्वाड्रन के बारे में:
- यह अग्रणी पहल महिला शक्ति को उन्नत प्रौद्योगिकी से जोड़ती है, जिसका लक्ष्य भारत के पश्चिमी और पूर्वी दोनों सीमाओं पर सुरक्षा अभियानों को सशक्त बनाना है।
- स्थल:
- यह प्रशिक्षण ग्वालियर में BSF अकादमी के स्कूल ऑफ ड्रोन वारफेयर (SDW) में आयोजित किया जाता है, जो BSF के भीतर ड्रोन प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण का प्रमुख संस्थान है।
- प्रशिक्षण कार्यक्रम
- स्क्वाड्रन को हवाई निगरानी, खुफिया जानकारी जुटाना, अवलोकन और ड्रोन विरोधी अभियानों में उन्नत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
- इसके अतिरिक्त, प्रशिक्षु निम्नलिखित क्षेत्रों में भी दक्षता प्राप्त कर रही हैं:
- खोज और बचाव अभियानों का संचालन।
- सीमा पार ड्रोन खतरों का सामना करने हेतु इलेक्ट्रॉनिक डिटेक्शन और न्यूट्रलाइजेशन सिस्टम का उपयोग।
- स्क्वाड्रन के लक्ष्य:
- इस स्क्वाड्रन का उद्देश्य तकनीकी रूप से उन्नत और सीमा सुरक्षा संरचना को मज़बूत करना तथा समग्र प्रभावशीलता को बढ़ाना है।
- महिला कर्मी भारत की सीमाओं पर निगरानी कवरेज को उल्लेखनीय रूप से सुदृढ़ करेंगी, वास्तविक समय में खुफिया जानकारी संग्रहण की क्षमता में सुधार लाएंगी और घुसपैठ विरोधी तथा आपदा प्रतिक्रिया अभियानों में निर्णायक भूमिका निभाएंगी।
सीमा सुरक्षा बल (BSF)
- BSF की स्थापना वर्ष 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद की गई थी।
- यह गृह मंत्रालय (MHA) के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत संघ के सात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है।
- अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल हैं: असम राइफल्स (AR), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और सशस्त्र सीमा बल (SSB)
- 2.65 लाख पुलिस कर्मी पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा पर तैनात हैं।
- इसे भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा, नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारतीय सेना के साथ तथा नक्सल विरोधी अभियानों में तैनात किया जाता है।