राजस्थान
राजस्थान में 'मरू ज्वाला' अभ्यास
- 12 Nov 2025
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चर्चा में क्यों?
भारतीय सशस्त्र बलों ने देश के सबसे बड़े त्रि-सेवा अभ्यास के तहत 11 नवंबर, 2025 को राजस्थान के थार रेगिस्तान में ऑपरेशन त्रिशूल के ‘मरु ज्वाला’ चरण का सफल आयोजन किया।
मुख्य बिंदु
- मरु ज्वाला अभ्यास:
- इस व्यापक युद्धाभ्यास में टी-90 भीष्म टैंकों, सटीक मिसाइल प्रक्षेपण, UAV निगरानी तथा लाइव-फायर अभ्यास शामिल थे, जिसमें रेगिस्तानी अभियानों के लिये थल सेना और वायु सेना की संयुक्त युद्ध रणनीति का परीक्षण किया गया।
- इस अभ्यास ने दोनों सेनाओं के बीच वास्तविक समय समन्वय और एकीकृत थिएटर कमान (Integrated Theatre Command) दृष्टिकोण की प्रभावशीलता को प्रदर्शित किया।
- अगाडावा हवाई पट्टी:
- राजस्थान के बाड़मेर ज़िले में राष्ट्रीय राजमार्ग 925A पर स्थित 3 किमी. लंबी अगाडावा हवाई पट्टी, जो पाकिस्तान सीमा से लगभग 40 किमी दूर है, इस अभ्यास का प्रमुख स्थल रही।
- यहाँ राफेल, तेजस और सुखोई-30 MKI जैसे लड़ाकू विमानों ने आपातकालीन लैंडिंग तथा टेक-ऑफ अभ्यासों का प्रदर्शन किया।
- सितंबर 2021 में उद्घाटित, यह भारत की पहली राष्ट्रीय राजमार्ग-आधारित आपातकालीन लैंडिंग सुविधा है, जिसे भारतीय वायुसेना (IAF) और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।