उत्तराखंड
सूखाताल झील
- 12 Nov 2025
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चर्चा में क्यों?
उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने सूखाताल झील में चल रहे सौंदर्यीकरण और निर्माण कार्यों के संबंध में नैनीताल ज़िला विकास प्राधिकरण से रिपोर्ट मांगी है।
मुख्य बिंदु
- झील के बारे में:
- यह एक मीठे पानी की झील है, जो नैनीताल नगर से लगभग 1.5 किमी दूर स्थित है और अपने वेटलैंड स्वरूप के कारण नैनी झील को जल आपूर्ति करती है।
- यह झील वर्ष के केवल तीन महीने पानी से लबालब भरी रहती है और शेष समय में सूख जाती है, यही कारण है कि इसे सूखाताल कहा जाता है।
- इस झील को पूर्व में खुदरिया ताल के नाम से जाना जाता था, क्योंकि झील का सारा पानी नैनीताल झील के सबसे बाहरी क्षेत्र में प्रवाहित कर दिया जाता था।
- वर्ष 1841 में पीटर बैरन द्वारा नैनीताल की खोज के समय झील में अधिकांश समय पानी भरा रहता था और सर्दियों में इसमें आइस स्केटिंग भी की जाती थी।
- वर्ष 1992 के बाद झील के आसपास के अत्यधिक निर्माण और जलवायु परिवर्तन के कारण यह अधिकांश समय शुष्क रहती है।
- वर्तमान में झील का सौंदर्यीकरण न केवल पर्यटक आकर्षण बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि इसके पारिस्थितिकी संरक्षण को भी सुदृढ़ करेगा।