रैपिड फायर
पीएम धन-धान्य कृषि योजना
- 11 Dec 2025
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प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PM-DDKY) – FPO संगम को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया गया, जिसमें 15 राज्यों से 72 से अधिक कृषक उत्पादक संगठनों (FPOs) ने भाग लिया।
- कृषक उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organizations- FPO) संगम एक ऐसा मंच है जो FPOs को खरीदारों, प्रसंस्कर्त्ताओं और रिटेल चेन से जोड़ता है, ताकि दीर्घकालिक आपूर्ति साझेदारी और बाज़ार विस्तार को प्रोत्साहित किया जा सके।
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना
- परिचय: पीएम धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY) (2025–26 से 2030–31) एक समग्र कृषि कार्यक्रम है, जिसे उत्पादकता बढ़ाने, सतत प्रथाओं को प्रोत्साहित करने और आजीविका सुधारने के लिये डिज़ाइन किया गया है। यह 11 विभागों की 36 मौजूदा योजनाओं को एकीकृत करता है।
- लगभग 40% सब्सिडी के लिये, 30% बुनियादी ढाँचे के लिये, 20% ऋण के लिये तथा 10% प्रशिक्षण और बाज़ार समर्थन के लिये निर्धारित किया गया है।
- मुख्य उद्देश्य:
- कृषि उत्पादकता में वृद्धि करना।
- फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करना।
- कटाई के बाद भंडारण और मूल्य संवर्द्धन का विस्तार करना।
- सहायक क्षेत्रों में महिलाओं और युवाओं का समर्थन करना।
- खाद्यान्न, दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना।
- ज़िला चयन मानदंड: ज़िलों का चयन निम्नलिखित आधारों पर किया जाता है:
- कम फसल उत्पादकता: ऐसे ज़िले जिनकी उपज राष्ट्रीय औसत से कम है।
- मध्यम फसल तीव्रता: ऐसे ज़िले जहाँ प्रति वर्ष औसतन 1.55 से कम फसल चक्र होते हैं।
- कम ऋण पहुँच: ऐसे ज़िले जहाँ बैंक ऋण या किसान क्रेडिट कार्ड की पहुँच सीमित है अर्थात् ज़िले के कुल किसानों में से 30% से कम को ऋण सुविधा प्राप्त है।
- कार्यान्वयन संरचना: प्रत्येक चयनित ज़िले में एक ज़िला DDKY समिति स्थापित की जाएगी, जिसकी अध्यक्षता ज़िला कलेक्टर करेंगे। यह समिति ज़िला कृषि विकास योजना (DADP) को लागू करेगी, जबकि इसकी निगरानी 100 केंद्रीय नोडल अधिकारियों (मुख्यतः संयुक्त सचिव स्तर) द्वारा की जाएगी।

