मुख्य परीक्षा
कौशल विकास के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना
- 11 Oct 2025
- 56 min read
चर्चा में क्यों?
भारत की दो-तिहाई आबादी कृषि पर निर्भर है, इसलिये कौशल विकास के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना एक प्राथमिकता बन गई है। सरकार किसानों की उत्पादकता बढ़ाने और सतत् वृद्धि सुनिश्चित करने के लिये कौशल विकास को प्राथमिकता दे रही है।
कृषि कौशल विकास पर केंद्रित प्रमुख पहल क्या हैं?
- किसान प्रशिक्षण के लिये संस्थागत मंच:
- कृषि विज्ञान केंद्र (KVKs): ICAR द्वारा स्थापित ज़िला स्तरीय KVK व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं; 58.02 लाख किसानों को प्रशिक्षित किया गया (वर्ष 2021-2024) और फरवरी 2025 तक 18.56 लाख किसानों को प्रशिक्षित किया गया।
- कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (ATMA): ATMA विकेंद्रीकृत विस्तार सुधारों को बढ़ावा देता है; राज्य के नेतृत्व वाले प्रशिक्षण, प्रदर्शनों और प्रदर्शन यात्राओं के माध्यम से 1.27 करोड़ किसानों (वर्ष 2021-2025) को प्रशिक्षित किया गया।
- ग्रामीण युवाओं को कौशल प्रदान करना और मशीनीकरण को बढ़ावा देना:
- ग्रामीण युवाओं का कौशल प्रशिक्षण (STRY): संबद्ध क्षेत्रों में अल्पकालिक व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करता है; 43,000 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया (वर्ष 2021-2024), कुशल ग्रामीण जनशक्ति का निर्माण किया गया।
- कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन (SMAM): SMAM कृषि मशीनीकरण और कस्टम हायरिंग सेवाओं को बढ़ावा देता है; 57,139 किसानों को प्रशिक्षित किया गया (वर्ष 2021-2025)।
- मृदा, संसाधन और मूल्य शृंखलाओं पर ज्ञान को सुदृढ़ बनाना:
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना: जुलाई 2025 तक 25.17 करोड़ कार्ड वितरित किये गए; 93,000 से अधिक प्रशिक्षण सत्र और 6.8 लाख प्रदर्शन आयोजित किये गए, जिससे संतुलित पोषक तत्त्व प्रबंधन को प्रोत्साहन मिला।
- किसान उत्पादक संगठन (FPOs): 10,000 से अधिक पंजीकृत, कृषि-व्यवसाय, बाज़ार संपर्क और e-NAM एवं GeM जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्मों के उपयोग पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
- क्षेत्र-विशेष कौशल विकास पहलें:
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY 4.0) बड़े पैमाने पर कृषि कौशल प्रशिक्षण और प्रमाणन के माध्यम से किसानों की रोज़गार क्षमता बढ़ाती है।
- यह योजना कृषि कौशल को एकीकृत करती है, वर्ष 2015 से अब तक 1.64 करोड़ व्यक्तियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया और 1.29 करोड़ व्यक्तियों को प्रामाणित किया गया है।
- एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) बेहतर उत्पादकता और आय के लिये वैज्ञानिक बागवानी प्रथाओं को बढ़ावा देता है।
- इस मिशन के तहत वर्ष 2014–2024 तक 9.73 लाख किसानों को बागवानी पद्धतियों में प्रशिक्षण दिया गया।
- राष्ट्रीय गोकुल मिशन (RGM) प्रजनन और कृत्रिम गर्भाधान में प्रशिक्षण के माध्यम से पशुधन की गुणवत्ता सुधारने पर केंद्रित है।
- इस मिशन के तहत 38,736 तकनीशियनों को कृत्रिम गर्भाधान और पशुपालन में प्रशिक्षण दिया गया।
- प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY) किसानों की आय बढ़ाने और नुकसान कम करने के लिये कृषि प्रसंस्करण क्षेत्र को सुदृढ़ बनाती है।
- इस योजना के तहत 1,601 कृषि प्रसंस्करण परियोजनाएँ स्वीकृत की गईं, जिससे 34 लाख किसानों को लाभ हुआ।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY 4.0) बड़े पैमाने पर कृषि कौशल प्रशिक्षण और प्रमाणन के माध्यम से किसानों की रोज़गार क्षमता बढ़ाती है।
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कृषि संबंधी निष्कर्ष (आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25)
- कृषि विकास: कृषि क्षेत्र ने वर्ष 2016-23 के बीच प्रतिवर्ष 5% की वृद्धि दर्ज की, जबकि सकल मूल्य संवर्द्धन (GVA) में इसका हिस्सा 24.38% (2014-15) से बढ़कर 30.23% (2022-23) हो गया।
- पिछले दशक में कृषि आय प्रतिवर्ष 5.23% की दर से बढ़ी है।
- क्षेत्रीय प्रदर्शन: वर्ष 2013-14 से 2022-23 के बीच मत्स्यन क्षेत्र की वृद्धि दर सबसे अधिक रही (13.67%), इसके बाद पशुपालन (12.99%) रहा, जबकि तिलहन क्षेत्र में (1.9%) की धीमी वृद्धि हुई।
- सिंचाई कवरेज: यह सकल फसल क्षेत्र (GCA) के 49.3% (2015-16) से बढ़कर 55% (2020-21) हो गया, जबकि सिंचाई तीव्रता 144.2% से बढ़कर 154.5% हो गई।
- पंजाब (98%), हरियाणा (94%), उत्तर प्रदेश (84%) और तेलंगाना (86%) में सिंचाई कवरेज उच्च है, जबकि झारखंड एवं असम में यह 20% से कम है।
- GCA एक कृषि वर्ष में खेती की जाने वाली कुल भूमि है, जिसमें एक ही भूमि पर कई फसल चक्र शामिल हैं।
- पंजाब (98%), हरियाणा (94%), उत्तर प्रदेश (84%) और तेलंगाना (86%) में सिंचाई कवरेज उच्च है, जबकि झारखंड एवं असम में यह 20% से कम है।
दृष्टि मेन्स प्रश्न: प्रश्न: कौशल विकास और प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना भारतीय कृषि को जीविकोपार्जन आधारित से उद्यम-प्रधान विकास की दिशा में बदलने के लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। चर्चा कीजिये। |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1. मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना क्या है?
इसमें किसानों को फसल उत्पादकता और मृदा उर्वरता में सुधार के लिये विस्तृत मृदा पोषक तत्त्व स्थिति रिपोर्ट एवं उर्वरक सुझाव प्रदान किया जाता है।
प्रश्न 2. भारत में कृषि कौशल विकास के लिये प्रमुख संस्थागत मंच और योजनाएँ कौन-सी हैं?
VKS (ग्राम ज्ञान केंद्र), ATMA (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी), PMKVY 4.0 (प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0) और PMKSY- आधुनिक कृषि तथा कृषि-उद्यमिता में लाखों लोगों को प्रशिक्षण प्रदान करने वाली प्रमुख योजनाएँ हैं।
प्रश्न 3. मशीनीकरण और ग्रामीण कौशल विकास से कृषकों तथा युवाओं के लिये कौन-से अवसरों का सृजन होता है?
SMAM (कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन) और STRY (ग्रामीण युवाओं का कौशल प्रशिक्षण) मशीनीकरण तथा व्यावसायिक कौशल को बढ़ावा देते हैं, जिससे ग्रामीण रोज़गार एवं उत्पादकता में वृद्धि संभव होती है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न
प्रिलिम्स:
प्रश्न. जलवायु-अनुकूल कृषि (क्लाइमेट-स्मार्ट एग्रीकल्चर) के लिये भारत की तैयारी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2021)
- भारत में 'जलवायु-स्मार्ट ग्राम (क्लाइमेट-स्मार्ट विलेज)' दृष्टिकोण, अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान कार्यक्रम-जलवायु परिवर्तन, कृषि एवं खाद्य सुरक्षा (CCAFS) द्वारा संचालित परियोजना का एक भाग है।
- CCAFS परियोजना, अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान हेतु परामर्शदात्री समूह (CGIAR) के अधीन संचालित किया जाता है, जिसका मुख्यालय फ्राँस में है।
- भारत में स्थित अंतर्राष्ट्रीय अर्द्धशुष्क उष्णकटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान (ICRISAT), CGIAR के अनुसंधान केंद्रों में से एक है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर: (d)
प्रश्न. भारत में, निम्नलिखित में से किन्हें कृषि में सार्वजनिक निवेश माना जा सकता है? (2020)
- सभी फसलों के कृषि उत्पाद के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित करना
- प्राथमिक कृषि साख समितियों का कंप्यूटरीकरण
- सामाजिक पूंजी विकास
- कृषकों को निशुल्क बिजली की आपूर्ति
- बैंकिंग प्रणाली द्वारा कृषि ऋण की माफी
- सरकारों द्वारा शीतागार सुविधाओं को स्थापित करना
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1,2 और 5
(b) केवल 1,3, 4 और 5
(c) केवल 2, 3 और 6
(d) 1, 2, 3, 4, 5 और 6
उत्तर: (c)
मेन्स:
प्रश्न. भारतीय कृषि की प्रकृति की अनिश्चितताओं पर निर्भरता के मद्देनज़र, फसल बीमा की आवश्यकता की विवेचना कीजिये और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख कीजिये। (2016)
प्रश्न. भारत में स्वतंत्रता के बाद कृषि क्षेत्र में हुई विभिन्न प्रकार की क्रांतियों की व्याख्या कीजिये। इन क्रांतियों ने भारत में गरीबी उन्मूलन और खाद्य सुरक्षा में किस प्रकार मदद की है? (2017)