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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 25 Jul 2025
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राजस्थान में 435 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन

चर्चा में क्यों?

केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने राजस्थान के बीकानेर ज़िले में 435 मेगावाट की गोरबिया सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन किया, जो भारत की नवीकरणीय ऊर्जा यात्रा में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।

मुख्य बिंदु

परियोजना के बारे में: 

  • यह परियोजना 1,250 एकड़ में फैली है और इससे प्रतिवर्ष 755 गीगावाट घंटा (GWh) स्वच्छ बिजली का उत्पादन होगा। इससे प्रत्येक वर्ष 705,000 टन CO₂ उत्सर्जन को रोका जा सकेगा तथा लगभग 1,28,000 परिवारों की आवश्यकताओं की पूर्ति होगी।
  • इस परियोजना में मॉड्यूल दक्षता बनाए रखने के लिये 1,300 से अधिक रोबोटिक सफाई इकाइयाँ शामिल हैं।
  • राजस्थान की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता अब उसकी कुल विद्युत क्षमता का 70% है, जिसमें सौर ऊर्जा से 29.5 गीगावाट और पवन ऊर्जा से 5.2 गीगावाट शामिल है, जिससे यह राज्य भारत में हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बन गया है।
  • नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार (जून 2025 तक), राजस्थान (31,967 मेगावाट), गुजरात (21,451 मेगावाट) और महाराष्ट्र (12,575 मेगावाट) स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता के मामले में अग्रणी राज्य हैं।
    • गुजरात (13,816 मेगावाट), तमिलनाडु (11,830 मेगावाट), कर्नाटक (7,714 मेगावाट), महाराष्ट्र (5,307 मेगावाट) और राजस्थान (5,208 मेगावाट) पवन ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी राज्य हैं।
  • राजस्थान की एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा नीति 2024, जिसका लक्ष्य 2030 तक 125 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करना है।
  • भारत द्वारा वर्ष 2030 की समय-सीमा से पाँच वर्ष पहले ही अपनी कुल स्थापित विद्युत क्षमता का 50% गैर-जीवाश्म स्रोतों से प्राप्त करने के साथ, गोरबिया परियोजना, स्वच्छ ऊर्जा में परिवर्तन के माध्यम से पर्यावरणीय स्थिरता, जलवायु लक्ष्यों और आर्थिक विकास के प्रति देश की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।

नोट:

  • मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के इंजीनियरों ने सौर पैनलों से धूल हटाने के लिये इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रतिकर्षण का उपयोग करते हुए एक जलरहित, संपर्क रहित सफाई विधि विकसित की है।
  • एक साधारण इलेक्ट्रोड सौर पैनल की सतह के ऊपर से गुजरता है, जो धूल के कणों को विद्युत आवेश प्रदान करता है, जो पैनल पर उपस्थित आवेश द्वारा प्रतिकर्षित होते हैं, जिससे वे अलग हो जाते हैं और वस्तुतः सतह से हट जाते हैं।

भारत की ऊर्जा क्षमता 

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भारत का जलवायु लक्ष्य

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