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उत्तर प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 16 Sep 2025
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स्वास्तिक कमल उद्यान

चर्चा में क्यों? 

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने लखनऊ स्थित राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (NBRI) में पहली बार स्थापित स्वस्तिक कमल उद्यान का उद्घाटन किया। 

मुख्य बिंदु 

स्वस्तिक कमल उद्यान के बारे में 

  • उद्देश्य: 
    • इस उद्यान का उद्देश्य जैवविविधता संरक्षण के केंद्र के रूप में कार्य करना और साथ ही उद्यमिता को बढ़ावा देना है।  
    • इस उद्यान का मुख्य लक्ष्य पुष्पोत्पादन, स्वास्थ्य और कृषि-आधारित उद्योगों में अवसरों के साथ एक नया पर्यटन स्थल विकसित करना है। 
  • जैव विविधता: 
    • 930 वर्गमीटर में विस्तृत इस उद्यान में विश्वभर की 60 प्रजातियों के कमल और 50 प्रजातियों के जलकुम्भ (water lilies) हैं। 
    • यह उद्यान विश्व का पहला 108-पंखुड़ी वाला कमल का भी घर है, जिसे NBRI, लखनऊ में विकसित किया गया है। 
  • संरक्षण के तरीके: 
    • संरक्षण प्रयासों में उन्नत आनुवंशिक विधियाँ, प्रकाश जोखिम विनियमन और पौधों को संरक्षित करने के लिये वैज्ञानिक उपचार शामिल हैं। 
  • संरक्षण विधियाँ: 
    • संरक्षण के प्रयासों में उन्नत अनुवांशिक विधियाँ, प्रकाश नियंत्रण और पौधों को संरक्षित करने के लिये वैज्ञानिक उपचार शामिल हैं।

नमोह 108 कमल 

  • यह CSIR-NBRI, लखनऊ द्वारा विकसित किया गया है। 
  • इसे NBRI नमोह 108 नाम दिया गया, यह अद्वितीय कमल (Nelumbo nucifera) 108 पंखुड़ियों वाला है, जो कमल और संख्या 108 दोनों के धार्मिक महत्त्व का प्रतीक है। 
  • इसके बड़े, हल्के गुलाबी फूल हैं, जिनका अधिकतम व्यास 10 इंच तक होता है। 
  • अन्य प्रजातियों के विपरीत, यह लगभग पूरे वर्ष (मार्च-दिसंबर) खिलता है। 
  • इस उच्च गुणवत्ता वाली प्रजाति में पोषक तत्त्व जैसे अमीनो एसिड, पॉलीफेनोल्स, फ्लैवोनॉइड्स, कैटेचिन्स, फैटी एसिड्स, कार्बोहाइड्रेट्स और खनिज की उच्च मात्रा होती है। 
  • यह कमल की पहली प्रजाति है, जिसका जीनोम पूरी तरह अनुक्रमित किया गया है। 

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