उत्तर प्रदेश Switch to English
स्वास्तिक कमल उद्यान
चर्चा में क्यों?
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने लखनऊ स्थित राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (NBRI) में पहली बार स्थापित स्वास्तिक कमल उद्यान का उद्घाटन किया।
मुख्य बिंदु
स्वास्तिक कमल उद्यान के बारे में
- उद्देश्य:
- इस उद्यान का उद्देश्य जैवविविधता संरक्षण के केंद्र के रूप में कार्य करना और साथ ही उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
- इस उद्यान का मुख्य लक्ष्य पुष्पोत्पादन, स्वास्थ्य और कृषि-आधारित उद्योगों में अवसरों के साथ एक नया पर्यटन स्थल विकसित करना है।
- जैव विविधता:
- 930 वर्गमीटर में विस्तृत इस उद्यान में विश्वभर की 60 प्रजातियों के कमल और 50 प्रजातियों के जलकुम्भ (water lilies) हैं।
- यह उद्यान विश्व का पहला 108-पंखुड़ी वाले कमल का भी स्थल है, जिसे NBRI, लखनऊ में विकसित किया गया है।
- संरक्षण के तरीके:
- संरक्षण प्रयासों में उन्नत आनुवंशिक विधियाँ, प्रकाश जोखिम विनियमन और पौधों को संरक्षित करने के लिये वैज्ञानिक उपचार शामिल हैं।
- संरक्षण विधियाँ:
- संरक्षण के प्रयासों में उन्नत अनुवांशिक विधियाँ, प्रकाश नियंत्रण और पौधों को संरक्षित करने के लिये वैज्ञानिक उपचार शामिल हैं।
नमोह 108 कमल
- यह CSIR-NBRI, लखनऊ द्वारा विकसित किया गया है।
- इसे NBRI नमोह 108 नाम दिया गया, यह अद्वितीय कमल (Nelumbo nucifera) 108 पंखुड़ियों वाला है, जो कमल और संख्या 108 दोनों के धार्मिक महत्त्व का प्रतीक है।
- इसके बड़े, हल्के गुलाबी फूल हैं, जिनका अधिकतम व्यास 10 इंच तक होता है।
- अन्य प्रजातियों के विपरीत, यह लगभग पूरे वर्ष (मार्च-दिसंबर) खिलता है।
- इस उच्च गुणवत्ता वाली प्रजाति में पोषक तत्त्व जैसे अमीनो एसिड, पॉलीफेनोल्स, फ्लैवोनॉइड्स, कैटेचिन्स, फैटी एसिड्स, कार्बोहाइड्रेट्स और खनिज की उच्च मात्रा होती है।
- यह कमल की पहली प्रजाति है, जिसका जीनोम पूरी तरह अनुक्रमित किया गया है।
राष्ट्रीय करेंट अफेयर्स Switch to English
राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन– रबी अभियान 2025
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा पूसा, नई दिल्ली में दो दिवसीय ‘राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन– रबी अभियान 2025’ का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्य बिंदु
- सम्मेलन के बारे में:
- यह पहली बार है जब केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर रबी सम्मेलन दो दिवसीय कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया जा रहा है।
- थीम: सम्मेलन की थीम ‘वन नेशन – वन एग्रीकल्चर – वन टीम’ है, जिसका उद्देश्य भारत के कृषि क्षेत्र में समन्वित प्रयासों और साझेदारियों को बढ़ावा देना है।
- उद्देश्य:
- सम्मेलन का मुख्य लक्ष्य रबी सीज़न 2025-26 के लिये तैयारियों, उत्पादन लक्ष्यों और रणनीतियों पर विचार-विमर्श करना है, ताकि आगामी कृषि सीज़न के लिये व्यापक योजना सुनिश्चित हो सके।
- भारत की कृषि वृद्धि दर वर्तमान में 3.7% है, जो वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक है। इसका श्रेय किसानों, वैज्ञानिकों और सरकार की किसान-हितैषी नीतियों के संयुक्त प्रयासों को दिया जाता है।
- लक्षित क्षेत्र:
- कृषि विस्तार कार्य के महत्त्व पर ज़ोर दिया जाएगा तथा ज़मीनी स्तर की रणनीतियों में सुधार के लिये केंद्र सरकार, राज्य कृषि विभागों, कृषि विश्वविद्यालयों और अन्य संबंधित संस्थानों द्वारा संयुक्त कार्यक्रमों का आह्वान किया जाएगा।
- मंत्री ने नकली उर्वरक, बीज और कीटनाशक बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने तथा किसानों के हितों की रक्षा हेतु केवल मानक जैव-उत्तेजक उत्पाद की बिक्री सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
- मौसम पूर्वानुमान और फसल बीमा:
- मौसम की संरचना में बढ़ती अनिश्चितता को देखते हुए फसल बीमा कवरेज का विस्तार किया जाना आवश्यक है, विशेषकर किसानों को राहत सुनिश्चित करने के लिये प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिये।
- भावी कृषि अनुसंधान:
- भविष्य के कृषि अनुसंधान का ध्यान किसानों की वास्तविक समस्याओं को हल करने पर होना चाहिये, न कि केवल सैद्धांतिक शोधपत्र प्रकाशित करने पर।
- खेती की चुनौतियों का समाधान करने के लिये अक्तूबर 2025 में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' चलाया जाएगा।