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स्टेट पी.सी.एस.

  • 17 Jun 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

2 साल में 2 मातृत्व अवकाश ले सकती है महिला

चर्चा में क्यों? 

16 जून, 2022 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मातृत्व अवकाश के मामले में महिला कर्मचारियों को 2 साल में 2 मातृत्व अवकाश देने का बड़ा फैसला दिया है।  

प्रमुख बिंदु 

  • हाईकोर्ट ने कहा कि मातृत्व लाभ अधिनियम में ऐसी कोई बंदिश नहीं है कि दो साल के बाद ही मातृत्व अवकाश का लाभ दिया जाए। यह लाभ दो साल के अंदर भी दिया जा सकता है। किसी महिला कर्मचारी को दो साल में दो मातृत्व अवकाश का लाभ देना कानून के खिलाफ है।   
  • यह आदेश जस्टिस सिद्धार्थ ने फिरोजाबाद के उच्च प्राथमिक विद्यालय नगला बालू में तैनात सहायक अध्यापिका सुनीता यादव की याचिका को स्वीकार करते हुए दिया है।  
  • याची ने 2020 में 180 दिनों का वैतनिक मातृत्व अवकाश लिया था। इसके बाद उसने दूसरे मातृत्व अवकाश के लिये मई, 2022 में BSA को आवेदन किया। BSA ने याची के आवेदन को इस आधार पर निरस्त कर दिया कि दो मातृत्व अवकाशों के बीच दो साल का अंतराल ज़रूरी है।  
  • विदित है कि मातृत्व लाभ (संशोधन) अधिनियम, 2017 के अनुसार गर्भवती महिला 26 सप्ताह यानी साढ़े छह महीने तक मातृत्व अवकाश की पात्र होती है। यह प्रसव की अनुमानित तारीख से 8 सप्ताह पहले से शुरू हो सकती है। मगर, इस अवकाश के साथ यह शर्त जुड़ी है कि कोई भी महिला अपनी पहली दो गर्भावस्थाओं के लिये यह अवकाश ले सकती है। तीसरा बच्चा होने पर 12 सप्ताह के लिये मैटरनिटी लीव देने का प्रावधान भी इसमें शामिल है।  
  • कोर्ट ने कहा कि मातृत्व लाभ अधिनियम के अनुसार याची को मातृत्व अवकाश दिया जाना न्याय के हिसाब से है। फाइनेंशियल हैंडबुक में दिये नियम मातृत्व लाभ अधिनियम के प्रावधानों को निष्प्रभावी नहीं कर सकते हैं। कोर्ट ने BSA के आदेश को रद्द करते हुए याची को 180 दिनों का वैतनिक मातृत्व अवकाश देने का आदेश दिया। 

उत्तर प्रदेश Switch to English

मथुरा के इस्कॉन और प्रेम मंदिर को मिला भोग प्रमाण-पत्र

चर्चा में क्यों?

16 जून, 2022 को एफएसएसएआई भारत सरकार की तरफ से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने ‘ईट राइट’ कार्यक्रम के तहत मथुरा के वृंदावन के प्रेम मंदिर और इस्कॉन मंदिर को भोग प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है।

प्रमुख बिंदु

  • गौरतलब है कि मंदिर में अपने आराध्य भगवान को अर्पित किये जाने वाले भोग तथा प्रसाद की गुणवत्ता के संबंध में मंदिर परिसर में बनाए जाने वाले भोग को हाइजीन वातावरण एवं रसोईघर में सभी कार्यरत व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण, पानी की जाँच एवं पेस्ट कंट्रोल (चूहे आदि) की गहन जाँच करने के उपरांत स्वतंत्र ऑडिट एजेंसी द्वारा दो बार ऑडिट किया गया।
  • ऑडिट रिपोर्ट को एफएसएसएआई भारत सरकार को भेजा गया। परीक्षण के बाद, वृंदावन के इस्कॉन एवं प्रेम मंदिर को भोग प्रमाण-पत्र भारत सरकार ने जारी किया है।
  • सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन गौरी शंकर ने बताया कि ‘ईट राइट’ कार्यक्रम के तहत जीएलए विश्वविद्यालय, केडी मेडिकल कॉलेज, संबिद गुरुकुलम, वात्सल्य ग्राम एवं अक्षय पात्र (वृंदावन, मांट) कैंपस को ‘ईट राइट कैंपस’ के सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को भी भोग प्रमाण-पत्र दिलवाने की प्रक्रिया जारी है।
  • सहायक आयुक्त गौरी शंकर ने कहा कि ब्रज के अन्य प्रमुख मंदिर बरसाना के राधा रानी मंदिर, गोवर्धन के गिरिराज जी मंदिर के प्रबंधकों व रिसीवर से भी अनुरोध किया गया है कि वे भी अपने यहाँ चल रही रसोई की जाँच कराएँ, जिससे उनको भी यह प्रमाण-पत्र मिल सके और प्रसाद लोगों के घर तक पहुँचाया जा सके।

बिहार Switch to English

बिहार के हर ज़िले में होगा एक ट्रैफिक पार्क

चर्चा में क्यों?

हाल ही में बिहार में हो रहे रोड एक्सीडेंट को कम करने के लिये परिवहन विभाग ने राज्य के सभी ज़िलों में स्थायी ट्रैफिक पार्क बनाने हेतु नियमावली जारी कर दी है।

प्रमुख बिंदु

  • इसके तहत राज्य के हर ज़िले में एक-एक स्थायी ट्रैफिक पार्क बनाने की कवायद पटना के वीर कुंवर सिंह पार्क से शुरू हो गई है। इस पार्क के 4900 वर्ग फुट में अगस्त से एजेंसी के माध्यम से इस पार्क को बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही, बाकी ज़िलों में धीरे-धीरे काम शुरू किया जाएगा।
  • यह बिहार का पहला स्थायी ट्रैफिक पार्क होगा। अभी गया, पटना में अस्थायी ट्रैफिक पार्क चल रहा है, जहाँ सबसे अधिक स्कूल व कॉलेज के छात्र पहुँचते हैं।
  • ट्रैफिक पार्क में बच्चों व युवाओं को यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी। इसके लिये ट्रैफिक पार्क में सड़क, छोटा फुट ओवर ब्रिज, डमी बिल्डिंग, प्रोजेक्टर, साउंड सिस्टम सभी की व्यवस्था की जाएगी। वहीं, ट्रैफिक पार्क में सड़क के साथ ट्रैफिक सिग्नल, जेब्रा क्रॉसिंग, यू-टर्न, जैसे- साइनेज, छोटे फुट ओवरब्रिज का निर्माण, स्कूल, बस स्टॉप आदि का डमी निर्माण, लैंप पोस्ट व लाइटिंग की व्यवस्था, अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार और प्रोजेक्टर के साथ रोड सेफ्टी क्लास रूम आदि की सुविधा होगी।
  • परिवहन विभाग की नियमावली के मुताबिक चयन की गई एजेंसी को 10 साल के लिये इस ट्रैफिक पार्क की ज़िम्मेदारी दी जाएगी। ज़मीन और राशि परिवहन विभाग उपलब्ध कराएगा। इसके लिये एजेंसी से पूरी योजना का बजट मांगा गया है। एजेंसी को मज़दूर, उपकरण और सामग्री से लेकर मैन पावर का प्रबंध करना होगा।
  • ट्रैफिक पार्क में स्कूली बच्चों और युवाओं को खेल-खेल में मनोरंजक तरीके से यातायात नियमों की जानकारी मिल सकेगी। यहाँ वे सुरक्षित गाड़ी चलाना सीख सकेंगे। इसके ज़रिए सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जा सकेगा।

बिहार Switch to English

बिहार के पाँच ज़िलों में लगेंगे 26 लाख प्रीपेड मीटर

चर्चा में क्यों?

16 जून, 2022 को बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने हेतु बिज़ली कंपनी और सिक्योर मीटर्स के बीच सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किये गए।

प्रमुख बिंदु

  • इस सहमति-पत्र के तहत उत्तर बिहार के पाँच ज़िलों- सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण व पश्चिमी चंपारण में अगले 30 महीने में 26 लाख प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।
  • राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिये अभी तक देश का यह सबसे बड़ा करार है।
  • ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव व बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड के सीएमडी संजीव हंस ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर के प्रति उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया सुखद एवं उत्साहजनक है।
  • उन्होंने कहा कि बिहार में अब तक 8.39 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मीटर लगाने हेतु सिक्योर मीटर्स के साथ सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है।

राजस्थान Switch to English

पाँच दिवसीय ‘हैंडलूम प्रदर्शनी-कम सेल’ का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

15 जून, 2022 को राजस्थान स्टेट हैंडलूम डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आरएचडीसी) की ओर से चौमूँ हाउस स्थित कार्यालय में पाँच दिवसीय ‘हैंडलूम प्रदर्शनी-कम सेल’ का शुभारंभ किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • आरएचडीसी की सीएमडी नेहा गिरि ने बताया कि पोस्ट कोविड महामारी की समस्याओं से जूझ रहे राज्य के हथकरधा एवं हस्तशिल्प वस्त्र उद्योग को समुचित विपणन प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से 15 से 19 जून तक हैंडलूम प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
  • उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में उत्पादों के शोकेस व बिक्री की व्यवस्था भी की गई है। प्रदर्शनी में डिजाइनर कोटा डोरिया, जरी की साड़ियाँ, हैंड ब्लॉक प्रिंटेड साड़ियाँ, कॉटन ड्रेस मटेरियल, बेड शीट्स, कलात्मक दोहर, दरियाँ, कुर्ते, प्लाजो व शर्ट आदि प्रदर्शित व बिक्री की जाएगी।
  • इसमें प्रदेश के नेशनल अवार्डी, उत्कृष्ट बुनकरों तथा दस्तकारों के वस्त्र एवं परिधानों का शोकेस किया जाएगा। प्रदर्शनी में उत्पादों पर 50 प्रतिशत तक की विशेष छूट दी जाएगी।

हरियाणा Switch to English

हरियाणा ने इज़राइल के साथ जल सहयोग पर संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किये

चर्चा में क्यों?

हाल ही में नई दिल्ली में हरियाणा सरकार और इज़राइल ने एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किये हैं।

प्रमुख बिंदु

  • इस संबंध में जानकारी देते हुए अटल भूजल योजना हरियाणा के सह परियोजना निदेशक एवं इंजीनियर-इन-चीफ डॉ. सतबीर सिंह कादयान ने बताया कि संयुक्त सहयोग समझौते पर विदेश मंत्रालय, इज़राइल के राजदूत इनायत शेलिन (Head MASHAV) के साथ हस्ताक्षर किये गए हैं।
  • डॉ. सतबीर सिंह कादयान ने बताया कि जल क्षेत्र को बदलने और एसडीजी, 2030 लक्ष्यों को पूरा करने के लिये इज़राइल हरियाणा के साथ साझेदारी कर रहा है।
  • इस संयुक्त घोषणा के हिस्से के रूप में, MASHAV जल प्रबंधन क्षेत्र में हरियाणा के विकास के लिये ज्ञान, क्षमता निर्माण और इज़राइली प्रौद्योगिकियों को साझा करेगा।
  • गौरतलब है कि माशव (MASHAV) इज़रायल के विदेश मामलों के मंत्रालय में अंतर्राष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी के लिये हिब्रू का संक्षिप्त नाम है। माशव विकासशील देशों में इज़रायल के विश्वव्यापी विकास और सहयोग कार्यक्रमों के डिजाइन, समन्वय और कार्यान्वयन के लिये ज़िम्मेदार हैं।

छत्तीसगढ़ Switch to English

मुख्यमंत्री ने किया शाला प्रवेश उत्सव का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

16 जून, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय से आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश के स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • शाला प्रवेश उत्सव के साथ ही प्रदेश के प्राथमिक स्कूल परिसरों में 6 हजार 536 बालवाड़ियों को भी शुरू किया।
  • मुख्यमंत्री ने नक्सल प्रभावित चार जिलों- सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में डेढ़ दशक से बंद पड़े 260 स्कूलों को फिर से शुरू किया। इन स्कूलों में 11 हजार 13 बच्चों ने प्रवेश लिया है।
  • बीजापुर जिले में सबसे अधिक 158, सुकमा जिले में 97, नारायणपुर जिले में 4 और दंतेवाड़ा जिले में एक बंद स्कूल फिर से खोला जा रहा है।
  • मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में महात्मा गांधी के आदर्शों पर आधारित स्कूलों में लगाए जाने वाले पोस्टर का विमोचन भी किया गया।
  • शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान ‘पढ़ाई तुंहर दुआर’ प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया था, जिसका अच्छा उपयोग शिक्षकों, पालकों और विद्यार्थियों ने किया।
  • प्रदेश में शिक्षा की अधोसंरचना और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम के स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत प्रदेश में 171 अंग्रेजी माध्यम और 32 हिन्दी माध्यम के स्कूलों का संचालन किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

जूनियर वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर देश की नंबर वन वेटलिफ्टर बनी ज्ञानेश्वरी

चर्चा में क्यों?

16 जून, 2022 को हिमाचल प्रदेश में चल रहे वेटलिफ्टिंग रैंकिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजनांदगांव की वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव ने जूनियर वर्ग के 49 किग्रा. भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर देश की नंबर वन वेटलिफ्टर बन गई हैं।

प्रमुख बिंदु

  • इस प्रतियोगिता में ज्ञानेश्वरी ने सीनियर वर्ग के 49 किग्रा. भार वर्ग में रजत पदक प्राप्त किया है। इस वर्ग में उन्होंने देश की नंबर वन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू से मुकाबला किया था और सिल्वर मेडल पदक प्राप्त किया है।
  • उल्लेखनीय है कि हाल ही में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में छत्तीसगढ़ की ज्ञानेश्वरी यादव ने 164 किग्रा. वजन उठाकर अपने पुराने रिकार्ड को तोड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था।
  • इससे पहले ज्ञानेश्वरी ने ग्रीस के हेराक्लिओन शहर में 1 से 10 मई, 2022 तक आयोजित जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 49 किग्रा. भार वर्ग में स्नेच, क्लीन एंड जर्क स्पर्द्धा में 156 किग्रा. वजन उठाकर 3 सिल्वर मेडल जीतकर छत्तीसगढ़ की पहली महिला वेटलिफ्टर बन गई हैं, जिन्होंने विदेशी धरती पर जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल का खिताब हासिल किया है।
  • गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के नगरोटा बगवाँ के रेनबो इंटरनेशनल स्कूल में 14 से 22 जून, 2022 तक राष्ट्रीय खेलो इंडिया वेटलिफ्टिंग रैंकिंग सीनियर, जूनियर व यूथ वर्ग की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

बोरवेल में फँसे बच्चे के रेस्क्यू ऑपरेशन पर बनेगी डॉक्यूमेंटरी फिल्म

चर्चा में क्यों?

16 जून, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि जांजगीर-चांपा ज़िले के बोरवेल में फँसे बच्चे को निकालने के लिये चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन पर डॉक्यूमेंटरी फिल्म बननी चाहिए।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने बोरवेल में फँसे बच्चे के रेस्क्यू ऑपरेशन में उल्लेखनीय भूमिका अदा करने वाले ज़िला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ, सेना और पुलिस के जवानों सहित इस ऑपरेशन में सहयोग देने वाले लोगों के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए ये बात कही।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि इस डॉक्यूमेंटरी फिल्म द्वारा रेस्क्यू टीम के अनुभव को प्रदेश और देश के लोग समझ सकेंगे। यह फिल्म भविष्य में ऐसी होने वाली घटनाओं को रोकने के लिये भी सीख बनेगी।
  • कार्यक्रम में रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टेक्निकल टीम, लाइट, टेंट, जनरेटर, वेल्डिंग मशीन, गैस कटर, मशीनरी लेबर प्रोवाइडर, बोरवेल कैमरा सेटअप संचालक, ड्रीलिंग, पोकलेन चलाने वाले, एसईसीएल की रेस्क्यू टीम और फूड प्रोवाइडर्स को भी सम्मानित किया गया।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे राहुल साहू को बोरवेल से निकालने वाले बालक अजरूल और पूरी टीम को राज्योत्सव में आमंत्रित किया जाएगा और वहाँ पर सभी को सम्मानित किया जाएगा।
  • गौरतलब है कि जांजगीर-चांपा ज़िले के ग्राम पिहरीद के बोरवेल में फँसे बच्चे राहुल साहू को बचाने के लिये 104 घंटे तक चला यह देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

​​​​’जगार-2022’: सिद्धहस्त शिल्पियों को वर्ष 2019-20 तथा 2020-21 के राज्यस्तरीय पुरस्कार से नवाज़ा गया

चर्चा में क्यों?

16 जून, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर के छत्तीसगढ़ पंडरी हाट बाज़ार परिसर में आयोजित दस दिवसीय ‘जगार-2022’ मेले में सिद्धहस्त शिल्पकारों को राज्यस्तरीय हस्तशिल्प पुरस्कार और आईआईसीडी जयपुर से उत्तीर्ण हुए बुनकर छात्रों को प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि 10 जून से 19 जून तक चलने वाले इस दस दिवसीय जगार मेले में छत्तीसगढ़ सहित 12 राज्यों के शिल्पकारों एवं बुनकरों के विभिन्न उत्पाद के प्रदर्शन सह विक्रय के लिये 140 स्टॉल लगे हैं।
  • राज्यस्तरीय पुरस्कार हेतु चयनित शिल्पियों में अंबालाल झारा, ढ़ोकरा शिल्पकार (रायगढ़), तिलोचनी देवांगन, तुमा शिल्पी (बस्तर), रेणु विश्वकर्मा, पेपर मेशी आर्ट शिल्पी (रायपुर), फरहारो प्रजापति, गोदना शिल्पी (सरगुजा) और प्रतिमा डहरवाल, भित्ति चित्र शिल्पी (रायपुर) को वर्ष 2019-20 का राज्यस्तरीय हस्तशिल्प पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • इसी तरह जितेंद्र कुमार बैद्य, ढ़ोकरा शिल्पकार (कोंडागाँव) और चांईबाई झारा, ढ़ोकरा शिल्पी (रायगढ़), भागेलाल सोड़ी, लौह शिल्पकार (कोंडागाँव), दशरथ कश्यप, काष्ठ शिल्पकार, (बस्तर) तथा चंपा पावले, गोदना शिल्पी (सरगुजा) को वर्ष 2020-21 का राज्यस्तरीय हस्तशिल्प पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • कार्यक्रम में आईआईसीडी जयपुर से उत्तीर्ण हुए छात्रों में राजेश कुमार, दीपक झोरका, मनोज कुमार तथा राजेंद्र को वर्ष 2020 (क्राफ्ट डिजाइन) हार्ड मटीरियल एप्लीकेशन में 4 वर्षीय डिप्लोमा के लिये प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
  • उल्लेखनीय है कि यह जगार-2022 मेला कोरोना संक्रमण काल के कारण दो वर्षों बाद लगा है। इस मेले में हस्तशिल्प के विभिन्न उत्पादों के साथ ही हथकरघा, खादी ग्रामोद्योग, माटीकला के अनेक आकर्षक उत्पादों की प्रदर्शनी बिक्री के लिये लगाई गई है।
  • इन स्टॉलों में से छत्तीसगढ़ के लिये कुल 80 स्टॉल आवंटित किये गए हैं। वहीं मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और जम्मू एवं कश्मीर के शिल्पकार 60 स्टॉलों में अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं।
  • जगार मेला-सह प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य के सुप्रसिद्ध हस्तशिल्प बेलमेटल शिल्प, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बाँस शिल्प कालीन शिल्प, शिसल शिल्प, गोदना शिल्प, तुमा शिल्प, टेराकोटा शिल्प, छिंद काँसा, हथकरघा वस्त्रों में कोसे की साड़ियाँ, दुपट्टा, सलवार-सूट, ड्रेस मटेरियल, बेडशीट, चादरें एवं विभिन्न प्रकार के रेडीमेड वस्त्र का प्रदर्शन सह-विक्रय किया जाएगा।
  • जगार मेला-2022 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ की चिकनकरी, बनारस की बनारसी साड़ी, मध्य प्रदेश की चंदेरी, महेश्वरी एवं टीकमगढ़ का ब्रांस, पश्चिम बंगाल का जूटवर्क, कांथावर्क एवं बंगाली साड़ियों के अतिरिक्त पंजाब की फूलकारी, राजस्थान की मोजरी व गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार एवं जम्मू-कश्मीर सहित कुल 11 राज्यों की शिल्प कलाओं का संग्रह देखने को मिल रहा है।

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