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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    भावनात्मक बुद्धिमत्ता की अवधारणाओं का परीक्षण करते हुए प्रशासनिक प्रणाली में उनकी उपयोगिताओं एवं अनुप्रयोग पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)

    18 Jan, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • भावनात्मक बुद्धिमत्ता का संक्षिप्त परिचय लिखिये।
    • भावनात्मक बुद्धिमत्ता की अवधारणाओं का उल्लेख कीजिये।
    • प्रशासनिक प्रथाओं में उपयोगिताओं और अनुप्रयोगों का उल्लेख कीजिये।
    • तद्नुसार निष्कर्ष लिखिये।

    परिचय:

    भावनात्मक बुद्धिमत्ता (EI) से तात्पर्य अपनी भावनाओं को पहचानने, समझने, प्रबंधित करने और प्रभावी ढंग से उपयोग करने की क्षमता के साथ-साथ दूसरों की भावनाओं को समझने एवं प्रतिक्रिया करने की क्षमता से है। इसमें कौशल और दक्षताओं का एक समूह शामिल है, जो व्यक्तियों को सामाजिक अंतःक्रियाओं को नेविगेट करने, सूचित निर्णय लेने तथा सहानुभूति एवं भावनात्मक जागरुकता के साथ पारस्परिक संबंधों को प्रबंधित करने में सक्षम बनाता है।

    निकाय:

    • भावनात्मक बुद्धिमत्ता की अवधारणाएँ:
      • स्व-जागरुकता: किसी की भावनाओं को समझना, उनके प्रभाव को पहचानना और भावनात्मक प्रतिक्रियाओं में व्यक्तिगत शक्तियों एवं कमज़ोरियों के बारे में जागरुक करना।
      • स्व-नियमन: विभिन्न परिस्थितियों में अपनी भावनाओं को प्रबंधित और नियंत्रित करना, चुनौतियों के प्रति अनुकूलनशीलता एवं रचनात्मक दृष्टिकोण प्रदर्शित करना।
      • प्रेरणा: व्यक्तिगत और व्यावसायिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये भावनाओं का उपयोग करना, लचीलापन प्रदर्शित करना एवं सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना।
      • सहानुभूति: दूसरों की भावनाओं को समझना, विविध दृष्टिकोणों की सराहना करना और मज़बूत पारस्परिक संबंधों को विकसित करना।
      • सामाजिक कौशल: सामाजिक परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटना, प्रेरक ढंग से संवाद करना एवं दूसरों के साथ सकारात्मक संबंध बनाना और बनाए रखना।
    • प्रशासनिक प्रथाओं में उपयोगिताएँ और अनुप्रयोग:
      • संघर्ष समाधान: भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक लोगों की भावनाओं को समझकर और उनके साथ सहानुभूति रखकर, समाधान हेतु रचनात्मक संचार को बढ़ावा देकर समस्याओं को कुशलतापूर्वक हल कर सकता है।
        • उदाहरण के लिये यदि किसी ज़िले में दंगा होता है, तो भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक परिस्थिति को शांत करने, मूल कारणों की पहचान करने और इसमें शामिल सभी पक्षों के लिये शांतिपूर्ण समाधान पर संवाद करने के लिये अपने कौशल का उपयोग कर सकता है।
      • प्रभावशाली नेतृत्व: भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक अपनी भावनाओं को प्रबंधित कर और टीम के सदस्यों की भावनाओं को समझ/प्रतिक्रिया करके टीमों को प्रेरित करते हैं।
        • उदाहरण के लिये एक चुनौतीपूर्ण परियोजना या कार्य में एक भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक सकारात्मक माहौल को बढ़ावा देने के लिये अपनी जागरूकता और विनियमन कौशल का उपयोग करता है। वह लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से संप्रेषित करते हुए आत्मविश्वास बनाए रखता है और टीम के सदस्यों को सहायता प्रदान करता है।
      • निर्णय लेना: भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक एक संतुलित और विचारशील दृष्टिकोण को बढ़ावा देते हुए, हितधारकों पर भावनात्मक प्रभाव पर विचार करके निर्णय लेता है।
        • उदाहरण के लिये भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक भावनात्मक सुविधा, समझ और समस्या-समाधान का उपयोग करके प्रभावशाली नीतिगत निर्णय ले सकता है। वह विकल्पों का आकलन करता है, हितधारकों की प्रतिक्रियाओं का अनुमान लगाता है तथा निर्णयों को पारदर्शी एवं तर्कसंगत रूप से लागू करता है।
      • कर्मचारियों का जुड़ाव: भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक आवश्यकता की पहचान और उस संबोधित कर सकारात्मक कार्यशील वातावरण को बढ़ावा देने के साथ ही कर्मचारियों के मध्य जुड़ाव को बढ़ावा दे सकता है।
        • उदाहरण के लिये भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक कर्मचारियों को सुनने, उनकी सराहना करने और विश्वास एवं सहयोग की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये सहानुभूति, सामाजिक जागरुकता तथा संबंध प्रबंधन कौशल का उपयोग करके उच्च टर्नओवर (high turnover) या कम मनोबल को संबोधित कर सकता है।
      • संकट नेतृत्व: भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक संयम बनाए रखकर, सूचित निर्णय लेकर और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने वाली टीमों एवं हितधारकों को सहायता प्रदान करके संकटों को प्रभावी ढंग से संभाल सकता है।
        • उदाहरण के लिये भावनात्मक रूप से बुद्धिमान सिविल सेवक प्राकृतिक आपदा या महामारी जैसे संकट के दौरान तनाव को प्रबंधित करने, संसाधनों का समन्वय और प्रभावित व्यक्तियों के साथ सहानुभूतिपूर्वक संवाद करने के लिये लचीलापन, अनुकूलनशीलता एवं नेतृत्व का लाभ उठाता है।

    निष्कर्ष:

    भावनात्मक बुद्धिमत्ता की अवधारणाएँ प्रशासनिक प्रथाओं, नेतृत्व प्रभावशीलता, निर्णय लेने, टीम सहयोग और समग्र संगठनात्मक सफलता को बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सिविल सेवक जो भावनात्मक बुद्धिमत्ता दक्षताओं को विकसित और लागू करते हैं, वे सकारात्मक कार्यशील वातावरण एवं स्थायी संगठनात्मक विकास में योगदान करते हैं।

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