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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने के क्रम में स्वास्थ्य एक सबसे महत्त्वपूर्ण आधार है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 को ध्यान में रखते हुए चर्चा कीजिये। (150 शब्द)

    21 Jun, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 2 सामाजिक न्याय

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश का संक्षिप्त विवरण दीजिये।
    • जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने के लिये स्वास्थ्य के महत्त्व पर प्रकाश डालिए।
    • इसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 के प्रमुख उद्देश्यों पर चर्चा कीजिये और बताइए कि किस प्रकार इस नीति का उद्देश्य भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश के लाभों को प्राप्त करना है।

    संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यू.एन.एफ.पी.ए.) द्वारा दी गई परिभाषा के अनुसार जनसांख्यिकीय लाभांश का अभिप्राय, ‘आर्थिक वृद्धि का सामर्थ्य जिसके परिणामस्वरूप जनसंख्या की आयु संरचना में परिवर्तन होता है, मुख्यत: जब कार्य करने की आयु वाली जनसंख्या (15 से 64) का हिस्सा कार्य नहीं करने वाली आयु की जनसंख्या (14 और इससे कम आयु और 65 और इससे अधिक) से अधिक होता है’।

    • वर्तमान में, भारत की कुल जनसंख्या का 62.5% समूह कार्य करने वाली आयु का है। वर्ष 2036 में कार्य करने वाली आयु की जनसंख्या अपने सर्वोच्च अनुपात लगभग 65% तक पहुँच जाएगी।
    • यू.एन.एफ.पी.ए. के अनुसार देश युवा जनसंख्या की आर्थिक संभावनाओं का उपयोग केवल तभी कर सकेंगे यदि वे अपनी पूरी जनसंख्या को बेहतर स्वास्थ्य, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अच्छे रोज़गार उपलब्ध करवाने में सक्षम होंगे।

    भारत में जनसांख्यिकीय लाभांश का फायदा उठाने के लिये बेहतर स्वास्थ्य एक महत्त्वपूर्ण आधार रहेगा। इस संबंध में, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 तैयार की गई है जिसमें निम्नलिखित तरीकों से भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाया जा सकता है:

    • इस नीति का उद्देश्य स्वास्थ्य प्रणालियों को आकार देने और संबंधित सभी आयामों जैसे स्वास्थ्य में निवेश, स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ स्थापित करने, बीमारियों की रोकथाम और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने आदि में सरकार की भूमिका के बारे में सूचित करने, स्पष्टता लाने, मज़बूती लाने और प्राथमिकता देना है।
    • इसका उद्देश्य सभी विकासशील नीतियों में निवारक और प्रोत्साहक स्वास्थ्य देखभाल उन्मुखीकरण के माध्यम से सभी आयु वर्ग के लोगों के लिये स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती का सर्वोच्च संभावित स्तर प्राप्त करना भी है।
    • इस नीति का उद्देश्य वर्ष 2025 तक जन्म के समय जीवन प्रत्याशा को 67.5 से बढ़ाकर 70 करने तथा राष्ट्रीय एवं उप-राष्ट्रीय स्तर पर कुल प्रजनन दर (टी.एफ.आर.) की 2.1 तक कम करना है तथा कार्य करने वाली आयु के स्वस्थ समूह का विस्तार करना है।
    • इसका उद्देश्य वर्ष 2025 तक रोग की व्यापकता/घटनाओं जैसे एच.आई.वी., कुष्ठ रोग आदि को कम करना और 25% तक हृदय रोगों, कैंसर, मधुमेह या दीर्घकालिक साँस संबंधी रोग आदि से असमय होने वाले मृत्यु दर को कम करना है।
    • इस नीति का लक्ष्य स्वास्थ्य वित्त, स्वास्थ्य बुनियादी ढाँचे, मानव संसाधन और स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली जैसी स्वास्थ्य प्रणालियों को सशक्त बनाना भी है।

    इस प्रकार, यह नीति युवाओं की रोगों के प्रति अतिसंवेदनशीलता को कम करने में, कार्यबल की उत्पादकता में सुधार करने और युवाओं को उनकी पूरी क्षमताओं का आभास करवाने के लिये आवश्यक वातावरण तैयार करने में सहायक होगी। भारतीय जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ केवल तभी उठाया जा सकता है जब हमारे मानव संसाधन को बेहतर तरीके से विकसित किया जाए। आर्थिक लाभ के संदर्भ में स्वास्थ्य प्रणाली में निवेश बढ़ाने से बड़ा लाभ पहुँचेगा।

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