इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    अभिवृत्ति एवं अभिवृत्ति परिवर्तन से आप क्या समझते हैं? उन कारकों को रेखांकित कीजिये जो अभिवृत्ति परिवर्तन को प्रभावित करते हैं। (150 शब्द)

    29 Apr, 2022 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • उचित उदाहरणों का प्रयोग करते हुए अभिवृत्ति एवं अभिवृत्ति परिवर्तन पद को परिभाषित कीजिये।
    • अभिवृत्ति परिवर्तन हेतु उत्तरदायी कारकों की चर्चा कीजिये।
    • किसी व्यक्ति के व्यवहार में अभिवृत्ति के महत्त्व को बताते हुए निष्कर्ष लिखिये।

    अभिवृत्ति किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, विचार या घटना के बारे में व्यक्तियों के विचारों, विश्वासों या मूल्यांकन को संदर्भित करता है। यह सकारात्मक, नकारात्मक अथवा तटस्थ हो सकती है। अभिवृत्ति का विकास अपने अनुभवों से सीखने, किसी विषय के प्रति अपनी भावनाओं तथा सामाजिक वातावरण से सीखने से होता है, जो कि व्यक्तियों के व्यवहार को गहनता से प्रभावित करता है। उदाहरणस्वरूप एक व्यक्ति का विश्वास है कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है, जब लोग धूम्रपान करते हैं तो उन्हें परेशानी होती है और वे उन स्थितियों से बचने का प्रयास करते है।

    अभिवृत्ति में परिवर्तन तब होता है जब किसी व्यक्ति की किसी अभिवृत्ति को संशोधित किया जाता है। अभिवृत्ति में परिवर्तन कई माध्यमों से किया जा सकता है। कुछ अभिवृत्तियों में परिवर्तन अन्य की तुलना में अधिक मात्रा में एवं तीव्रता से होता है। जो अभिवृत्तियाँ अभी भी शुरुआती दौर में हैं, जो अभी भी एक विचार/राय की भाँति हैं, उन्हें पुरानी एवं व्यक्तिगत मूल्य बन चुकी अभिवृत्तियों की तुलना में आसानी से बदला जा सकता है। उदाहरण के लिये लोगों ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों का निर्माण किया तथा खुले में शौच की आदत को त्याग दिया जो कि उनकी अभिवृत्ति परिवर्तन का एक महत्त्वपूर्ण उदाहरण है।

    अभिवृत्ति परिवर्तन को विभिन्न कारक प्रभावित करते हैं। जैसे कि-

    • अनुनयन (पर्सुवेशन): यह किसी व्यक्ति की अभिवृत्तियों, विश्वासों अथवा भावनाओं को बदलने का सक्रिय प्रयास है। भावनात्मक अपीलों तथा रेडियो, टेलीविज़न एवं सोशल मीडिया आदि के माध्यम से किसी की अभिवृत्ति में परिवर्तन किया जा सकता है। किसी प्रभावशाली व्यक्ति के माध्यम से इसे और प्रभावी तरीके से बदला जा सकता है। उदाहरणस्वरूप- स्वच्छ भारत मिशन की चेतना का प्रसार करने हेतु लोकप्रिय हस्तियों की सहायता लेना।
    • असंगति: जब व्यक्ति को किसी विषय पर अभिवृत्ति एवं व्यवहार के बीच संज्ञानात्मक असंगति का अनुभव हो तो उसे मानसिक तनाव से बचने हेतु अपनी अभिवृत्ति में परिवर्तन करना चाहिये।
    • अनुभव या परवरिश: माता-पिता की अभिवृत्ति, परिवार का विश्वासों एवं मूल्यों की सहायता से बच्चे की अभिवृत्ति में परिवर्तन किया जा सकता है।
    • सूचनाओं का प्रसार करने के तरीके: सूचना का प्रत्यक्ष प्रसारण सामान्य तौर पर अप्रत्यक्ष प्रसारण से अधिक प्रभावी होता है। उदाहरण के तौर पर बच्चों के लिये ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट्स (ओ.आर.एस.) के लाभों को बताने हेतु सामुदायिक एवं सामाजिक कार्यकर्त्ताओं के साथ-साथ चिकित्सकों की सहायता से लोगों के साथ प्रत्यक्ष संवाद कर तथा रेडियो के माध्यम से इसके लाभों की चर्चा कर ओ.आर.एस. के प्रति समाज में सकारात्मक अभिवृत्ति का विकास हुआ है।

    अभिवृत्तियाँ व्यक्ति के विचारों, व्यवहारों एवं भावनाओं का निर्माण करने हेतु महत्त्वपूर्ण होती हैं। यह व्यक्ति के अंतर्मन तथा बाह्य वातावरण के मध्य सेतु का कार्य करती है, यह जीवन के उतार-चढ़ावों को कम करने में मदद करती है तथा किसी व्यक्ति के व्यवहार को प्रभावित करने के साथ-साथ उसके लक्ष्य की प्राप्ति में सहायक होती है।

    To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.

    Print
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2