इंदौर शाखा: IAS और MPPSC फाउंडेशन बैच-शुरुआत क्रमशः 6 मई और 13 मई   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    बौद्ध धर्म ने मानव दुखों के संबंध में न केवल नवीन अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक दृष्टिकोण दिया है बल्कि कला और स्थापत्य के क्षेत्र में एक संपन्न विरासत भी प्रदान की है। टिप्पणी करें।

    25 May, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 1 संस्कृति

    उत्तर :

    उत्तर की रूपरेखा :

    • वैदिकोत्तर काल में उत्पन्न समस्याओं का संक्षिप्त उल्लेख।
    • बौद्ध धर्म ने मानवीय समस्याओं के लिये क्या समाधान प्रस्तुत किये।
    • बौद्ध धर्म के द्वारा कला व स्थापत्य पर पड़ने वाले प्रभावों को सोदाहरण स्पष्ट करें।

    छठी शताब्दी ईसा पूर्व के सामाजिक तनाव के वातावरण,आर्थिक क्षेत्र में हुए व्यापक परिवर्तन एवं यज्ञ, बलि प्रधान आडम्बरयुक्त धार्मिक मान्यताओं ने बौद्ध धर्म के उदय की परिस्थितियां तैयार कर दीं। उपनिषदों के क्रंतिकारी उपदेशों और विवेचनशील धार्मिक नेता के अभ्युदय ने बौद्ध धर्म को मान्यता प्रदान की। 

    मानवीय समस्याओं का समाधान बौद्ध धर्म की निम्नलिखित मान्यताओं में देख सकते हैं :

    • तत्कालीन समय में उपस्थित सामाजिक असमानता को दूर करने हेतु बौद्ध धर्म में अपरिग्रह अर्थात् धन संचय न करने का उपदेश दिया गया जो व्यावहारिक समाधान था।
    • घृणा क्रूरता, हिंसा व दरिद्रता से अनुप्राणित होती है। इन बुराइयों को दूर करने के लिये किसानों को बीज और अन्य सुविधाएँ, व्यापारियों को धन व श्रमिकों के लिये मज़दूरी जैसे समाधान प्रस्तुत किये गए। इन उपायों की अनुशंसा सांसारिक दरिद्रता को दूर करने के लिये की गई।
    • बौद्ध धर्म ने अहिंसा और जीवमात्र के प्रति दयाभाव को जगाकर देश में पशुधन की वृद्धि की जो किसानों के लिये लाभप्रद था।
    • बौद्ध धर्म ने बौद्धिक और साहित्यिक जगत को तर्क आधारित गुण-दोष विवेचना की हेतु प्रेरित करके अंधविश्वास को कम करने का प्रयास किया।
    • बौद्ध धर्म ने स्त्रियों व शूद्रों के लिये अपने द्वार खोलकर समाज पर गहरा प्रभाव डाला। उपदेशात्मक प्रवृत्ति से इतर यह कदम अधिक व्यावहारिक व प्रभावी था।

    मानवीय समस्याओं के समाधान के अतिरिक्त बौद्ध धर्म ने कला व स्थापत्य कला को भी प्रभावित किया जो इस प्रकार हैः

    • बौद्ध धर्म के फलस्वरूप स्तूपों, विहारों, चैत्यों का निर्माण हुआ। इसमें सांची, भरहुत, सारनाथ का प्रमुख स्थान है।
    • बौद्ध धर्म का स्पष्ट प्रभाव अजंता, एलोरा के साथ-साथ गांधारमथुरा व अमरावती शैली पर देखा जा सकता है।
    • बौद्ध धर्म ने पालि भाषा में साहित्य को लिखकर इसे समृद्ध किया।

    इस प्रकार, बौद्ध धर्म ने तत्कालीन मानवीय समस्याओं के व्यावहारिक समाधान के साथ ही भारतीय कला व स्थापत्य को भी एक नई दिशा प्रदान की।

    To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.

    Print
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow