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छत्तीसगढ़ स्टेट पी.सी.एस.

  • 22 Mar 2025
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बस्तर में 30 माओवादी मारे गए

चर्चा में क्यों?

छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने दो अभियानों में 30 कथित माओवादियों को मार गिराया।

मुख्य बिंदु

  • मुठभेड़ के बारे में:
    • सुरक्षा बलों ने गंगालूर पुलिस थाना क्षेत्र में संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया।
    • गोलीबारी बंद होने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने 26 माओवादियों के शव तथा भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया।
    • कांकेर-नारायणपुर सीमा पर ज़िला रिजर्व गार्ड (DRG) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) की संयुक्त टीम और माओवादियों के बीच एक अलग मुठभेड़ हुई।
  • सरकार की प्रतिक्रिया:
    • केंद्रीय गृह मंत्री ने नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में इस अभियान को एक “बड़ी सफलता” बताया।
    • उन्होंने सरकार की शून्य सहनशीलता की नीति दोहराते हुए कहा कि भारत 31 मार्च,2026 तक नक्सल मुक्त हो जाएगा।

ज़िला रिजर्व गार्ड (DRG) 

  • ज़िला रिजर्व गार्ड (DRG) छत्तीसगढ़ में एक विशेष पुलिस इकाई है, जिसे 2008 में माओवादी हिंसा से निपटने के  लिये स्थापित किया गया था।
  • इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित कार्मिक शामिल होते हैं जो प्रभावित ज़िलों में माओवाद-विरोधी अभियान चलाते हैं, तलाशी और जब्ती करते हैं तथा खुफिया जानकारी एकत्र करते हैं। 
  • माओवादी विद्रोह का सामना करने के लिये DRG केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) जैसे अन्य सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करता है।

सीमा सुरक्षा बल (BSF)


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