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छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 16 Aug 2022
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मुख्यमंत्री ने प्रदेश के तीन उत्कृष्ट स्वावलंबी गौठानों को किया सम्मानित

चर्चा में क्यों?

15 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में आर्थिक गतिविधियों के कुशल संचालन एवं उत्कृष्ट कार्य के लिये प्रदेश के तीन स्वावलंबी गौठानों को सम्मानित किया।

प्रमुख बिंदु 

  • दुर्ग ज़िले के पाटन विकासखंड के केसरा गौठान, रायपुर ज़िले के आरंग विकासखंड के चटौद गौठान और कांकेर ज़िले के कोयलीबेड़ा के डोंडे, हरनगढ़ गौठान को सम्मानित किया गया।
  • मुख्यमंत्री ने इन तीनों गौठानों को 50-50 हज़ार रुपए की प्रोत्साहन राशि, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
  • इन तीनों गौठानों के गौठान समिति के अध्यक्ष क्रमश: कनक सोनी, तिलक वर्मा और विष्णु साहू ने अपने-अपने गौठानों की तरफ से यह सम्मान ग्रहण किया।
  • केसरा गौठान में स्वसहायता समूह के जरिये पशुपालकों से 4900 क्विंटल गोबर खरीदकर उससे 1700 क्विंटल कंपोस्ट तैयार कर विक्रय किया गया है। केसरा गौठान में आर्थिक गतिविधियों के अंतर्गत महिला स्वसहायता समूहों द्वारा मुर्गीपालन, बकरीपालन, मछलीपालन, बाड़ी विकास एवं तेल पेराई मशीन जैसी गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।
  • चटौद गौठान समिति में पशुपालकों से अब तक 5500 क्विंटल गोबर खरीदकर 2200 क्विंटल कंपोस्ट तैयार कर विक्रय किया गया है। गौठान में सीता महिला संगठन मुर्गीपालन, मछलीपालन, बकरीपालन, बाड़ी विकास के साथ मशरूम उत्पादन, पापड़, आचार, बड़ी, वाशिंग पावडर आदि का उत्पादन कर रही है। सीता महिला समूह गौमूत्र खरीदी कर कीटनाशक नीमास्त्र और ब्रम्हास्त्र बना रही है, जो जैविक खेती के लिये रसायनमुक्त कीटनाशक हैं।
  • डोंडे, हरनगढ़ गौठान में समूह के माध्यम से पशुपालकों से 6200 क्विंटल गोबर की खरीदी कर 2900 क्विंटल कंपोस्ट तैयार किया गया है। गौठान में स्वसहायता समूह की महिलाएँ मछलीपालन, बाड़ी विकास, मशरूम उत्पादन, दीया निर्माण जैसी आयमूलक गतिविधियाँ संचालित कर रही हैं। गौठान द्वारा वर्मी कंपोस्ट विक्रय और गोबर क्रय का कार्य भी किया जा रहा है।
  • कार्यक्रम में सुराजी गाँव के अंतर्गत राज्य स्तरीय गोधन न्याय सेल में योजना के संचालन, क्रियान्वयन और समन्वय में उत्कृष्ट कार्य के लिये चार अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।
  • इन अधिकारियों में कृषि विभाग के संयुक्त संचालक रामलखन खरे, ओएसडी डॉ. मौसम मेहरा, सहायक संचालक चंदन राय और चिप्स (CHIPS) के वरिष्ठ सलाहकार नीलेश सोनी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इन्हें प्रशस्ति-पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

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साहित्यकार लीलाधर मंडलोई को मिला वसुंधरा सम्मान

चर्चा में क्यों?

14 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में आयोजित 22वें वसुंधरा सम्मान समारोह में सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं पत्रकार लीलाधर मंडलोई को वसुंधरा सम्मान से सम्मानित किया।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मान समारोह कार्यक्रम में लीलाधर मंडलोई को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह तथा सम्मान निधि देकर सम्मानित किया।
  • उल्लेखनीय है कि वसुंधरा सम्मान स्वर्गीय देवी प्रसाद चौबे की स्मृति में प्रदान किया जाता है। स्वर्गीय देवी प्रसाद चौबे की 46वीं पुण्यतिथि पर आयोजित वसुंधरा सम्मान का यह निरंतर 22वाँ आयोजन है।
  • कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ लोक जागरण की मासिक पत्रिका कृति वसुंधरा एवं चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन के द्वारा संयुत्त रूप से किया गया।
  • मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय देवी प्रसाद चौबे को याद करते हुए कहा कि वे ग्रामीण पत्रकारिता के पुरोधा थे। उन्होंने समाज सुधार के क्षेत्र में बहुत कार्य किया। वे बलि प्रथा के घोर विरोधी थे। उन्होंने अपने गाँव के मंदिर में भी बलि प्रथा बंद करा दी थी।
  • गौरतलब है कि साहित्यकार लीलाधर मंडलोई का जन्म वर्ष 1954 में अविभाजित मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा ज़िला के गुढ़ी नामक गाँव में हुआ था। उनकी शिक्षा-दीक्षा भोपाल और रायपुर में हुई।
  • लीलाधर मंडलोई दूरदर्शन और आकाशवाणी के महानिदेशक के अलावा प्रसार भारती बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं।
  • मंडलोई मूलत: कवि हैं। उनकी कविताओं में छत्तीसगढ़ की बोली की मिठास और वहाँ के जनजीवन का सजीव चित्रण है। वह लोककथा, लोकगीत, यात्रावृत्तांत, डायरी, मीडिया, पत्रकारिता तथा आलोचना लेखन की ओर प्रवृत्त हैं।

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