छत्तीसगढ़ Switch to English
ऑपरेशन संकल्प
चर्चा में क्यों?
सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर आतंकवाद रोधी अभियान ऑपरेशन संकल्प के तहत छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों को मार गिराया।
प्रमुख बिंदु
- ऑपरेशन संकल्प के बारे में:
- सुरक्षा बलों ने माओवादी बटालियन नंबर 1, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZC) और माओवादियों की तेलंगाना राज्य समिति के वरिष्ठ कैडरों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर 21 अप्रैल को ऑपरेशन संकल्प शुरू किया था।
- इस अभियान का लक्ष्य छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कर्रेगुट्टा पहाड़ियों और आसपास के वन क्षेत्रों में माओवादियों का गढ़ है।
- सम्मिलित बल:
- इस अभियान में लगभग 28,000 सुरक्षाकर्मी भाग ले रहे हैं।
- इनमें ज़िला रिजर्व गार्ड (DRG), बस्तर फाइटर्स , विशेष कार्य बल (STF), छत्तीसगढ़ पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और इसकी विशिष्ट कोबरा यूनिट (दृढ़ कार्रवाई के लिये कमांडो बटालियन) की इकाइयाँ शामिल हैं।
- कार्य क्षेत्र:
- यह अभियान बीजापुर (छत्तीसगढ़) और मुलुगु तथा भद्राद्री-कोठागुडेम (तेलंगाना) तक विस्तृत लगभग 800 वर्ग किलोमीटर के जंगली और पहाड़ी क्षेत्रों में फैला हुआ है, जो रायपुर से 450 किलोमीटर दूर स्थित है।
- सेना द्वारा अधिकार क्षेत्र में:
- 400 से अधिक परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (IED)
- लगभग 2 टन विस्फोटक सामग्री
- 6 टन से अधिक राशन, दवाइयाँ, दैनिक उपयोग की वस्तुएँ और अन्य माओवादी सामान बरामद
ज़िला रिजर्व गार्ड (DRG)
- ज़िला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) छत्तीसगढ़ में एक विशेष पुलिस इकाई है, जिसे 2008 में माओवादी हिंसा से निपटने के लिये स्थापित किया गया था।
- इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित कार्मिक शामिल होते हैं जो प्रभावित ज़िलों में माओवाद-विरोधी अभियान चलाते हैं, तलाशी और जब्ती करते हैं तथा खुफिया जानकारी एकत्र करते हैं।
- माओवादी विद्रोह का मुकाबला करने के लिये DRG केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) जैसे अन्य सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करता है।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)
- सीआरपीएफ की स्थापना वर्ष 1939 में रियासतों में राजनीतिक उथल-पुथल और अशांति के जवाब में क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में की गई थी।
- वर्ष 1949 में इस बल का नाम बदलकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल कर दिया गया।
- तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने CRPF के लिये एक बहुमुखी भूमिका की कल्पना की थी, तथा इसके कार्यों को नव स्वतंत्र राष्ट्र की उभरती जरूरतों के साथ संरेखित किया था।
- कोबरा:
- यह भारत के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक विशेष ऑपरेशन इकाई है जो गुरिल्ला रणनीति और जंगल युद्ध में कुशल है। मूल रूप से नक्सलवादी आंदोलन का मुकाबला करने के लिये स्थापित किया गया था।
- कोबरा को विषम युद्ध में संलग्न विद्रोही समूहों से निपटने के लिये तैनात किया गया है।