छत्तीसगढ़ Switch to English
राष्ट्रीय इनक्यूबेटर पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर की इनोवेशन और उद्यमिता फाउंडेशन (FIE) को 13 सितंबर, 2025 को नई दिल्ली के NDMC कन्वेंशन सेंटर में आयोजित चौथे भारत उद्यमिता शिखर सम्मेलन में राष्ट्रीय इनक्यूबेटर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
मुख्य बिंदु
- स्थापना:
- NIT रायपुर-FIE की स्थापना मार्च 2021 में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के नवाचारों के विकास एवं उपयोग के लिये राष्ट्रीय पहल (NIDHI) कार्यक्रम के तहत एक गैर-लाभकारी प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर के रूप में की गई थी।
- पुरस्कार का कारण:
- यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ में 35 से अधिक स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन देने और प्रभावी तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिये दिया जा रहा है।
- स्टार्टअप्स में गवर्नेंस, मेडिकल डिवाइस, एनालिटिक्स, डीप-टेक, क्लीन टेक और ICT शामिल हैं।
- आयोजक:
- शिखर सम्मेलन का आयोजन भारतीय उद्यमी संघ (EAI) और सरकार द्वारा वित्तपोषित, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त इनक्यूबेशन केंद्र, एंटरप्राइजिंग ज़ोन (EZ) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है।
- महत्त्व:
- छत्तीसगढ़ में युवाओं को मार्गदर्शन देकर भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को सुदृढ़ करना।
- छत्तीसगढ़ को नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित करने में सहायता।
- उद्यमिता को बढ़ावा देने और तकनीकी आधारित आर्थिक विकास में योगदान।
नवाचारों के विकास एवं उपयोग के लिये राष्ट्रीय पहल (NIDHI)
- परिचय:
- यह एक अभूतपूर्व पहल है जिसे नवाचार को बढ़ावा देने, स्टार्टअप का समर्थन करने और भारत में एक संपन्न उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने के लिये अभिकल्पित किया गया है।
- इसमें विभिन्न घटक शामिल हैं जो देश भर में नवाचार-संचालित उद्यमों को बढ़ावा देने तथा उनमें तेज़ी लाने के लिये एक व्यापक रूपरेखा प्रदान करते हैं
- निधि कार्यक्रम के घटक:
- निधि-प्रयास (युवा और महत्त्वाकांक्षी इनोवेटर्स और स्टार्टअप को बढ़ावा देना और उनमें तेज़ी लाना):
- यह नवीन विचारों को मूर्त प्रोटोटाइप में परिवर्तित करने पर केंद्रित है।
- यह प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट स्तर पर सलाह और वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
- निधि उद्यमी-इन-रेज़िडेंस (EIR) कार्यक्रम:
- यह उद्यमिता अपनाने वाले छात्रों को फेलोशिप/छात्रवृत्ति प्रदान करता है।
- इसका उद्देश्य युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है।
- निधि-प्रयास (युवा और महत्त्वाकांक्षी इनोवेटर्स और स्टार्टअप को बढ़ावा देना और उनमें तेज़ी लाना):
- प्रमुख अभिकर्त्ता और सहयोगी:
- वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR):
- NIDHI अत्याधुनिक इनक्यूबेशन सुविधाओं को आकार देने और विकसित करने के लिये CSIR के साथ मिलकर सहयोग करती है।
- यह उन्नत इनक्यूबेशन सुविधाओं की संकल्पना और विकास में सक्रिय भूमिका निभाती है।
- प्रौद्योगिकी और उत्पादों का समर्थन करना जिससे समाज, उद्योग और देश को लाभ होता है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY):
- टेक्नोलॉजी इनक्यूबेशन एंड डेवलपमेंट ऑफ एंटरप्रेन्योर्स (TIDE 2.0) योजना में MeitY के साथ NIDHI की साझेदारी तकनीक-संचालित स्टार्टअप को सशक्त बनाती है।
- साथ में वे प्रौद्योगिकी-आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिये वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करते हैं।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science and Technology- DST) की स्थापना 3 मई, 1971 को नेशनल साइंस फाउंडेशन (NSF), USA के मॉडल पर की गई थी।
- यह यह वित्तपोषण तथा नीतिगत सहयोग प्रदान करता है तथा अन्य देशों के साथ वैज्ञानिक कार्यों का समन्वय करता है।
- यह वैज्ञानिकों और वैज्ञानिक संस्थानों को सशक्त बनाता है तथा स्कूल कॉलेज, पी.एच.डी., पोस्टडॉक छात्रों, युवा वैज्ञानिकों, स्टार्टअप एवं विज्ञान व प्रौद्योगिकी में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों से जुड़े हितधारकों के साथ एक उच्च वितरित प्रणाली के तहत भी काम करता है।