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छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 03 Jul 2025
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छत्तीसगढ़ Switch to English

छत्तीसगढ़ ने वन-क्लिक सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 लॉन्च किया

चर्चा में क्यों?

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने रायपुर में “वन-क्लिक सिंगल विंडो सिस्टम 2.0” लॉन्च किया, इसे राज्य को सेमीकंडक्टर, AI, फार्मा, रक्षा और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे उभरते उद्योगों का केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम बताया।

मुख्य बिंदु

  • वन-क्लिक सिंगल विंडो सिस्टम 2.0:
    • यह ऑनलाइन आवेदन, विभागीय मंज़ूरी और सब्सिडी प्रसंस्करण को एकीकृत करता है।
    • यह प्रणाली उद्योग स्थापित करने के लिये पारदर्शी और वास्तविक समय पर अनुमोदन सुनिश्चित करती है।
  • नई औद्योगिक नीति: 
    • छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति में रोज़गार सृजन और आर्थिक समृद्धि को प्राथमिकता दी गई है।
    • 11 कंपनियों द्वारा प्रस्तुत 1.23 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों से 20,000 से अधिक युवा लाभान्वित होंगे।
    • एक सरकारी बयान के अनुसार, छत्तीसगढ़ को 5.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।
      • वित्त वर्ष 2025 में भारत के कुल निवेश प्रवाह में राज्य का योगदान 3.71% होगा , जो इसके बढ़ते औद्योगिक आकर्षण को दर्शाता है।
  • छत्तीसगढ़ राज्य लॉजिस्टिक्स नीति 2025:
    • मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य लॉजिस्टिक्स नीति 2025 को मंज़ूरी देने की भी घोषणा की, जिसका उद्देश्य राज्य को राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स हब बनाना है।
    • यह नीति वैश्विक और घरेलू लॉजिस्टिक्स कंपनियों को आकर्षित करेगी, निर्यात बुनियादी ढाँचे में सुधार करेगी और उद्योगों और किसानों के लिये किफायती भंडारण सुनिश्चित करेगी।
  • महत्त्व:
    • उन्नत औद्योगिक विकास: वन-क्लिक सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 निवेशकों को आकर्षित करना जारी रखेगा और औद्योगिक स्थापना प्रक्रिया में तेजी लाएगा, जिससे छत्तीसगढ़ की प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थिति मजबूत होगी।
    • उभरते क्षेत्रों में निवेश: प्रमुख क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने पर केंद्रित प्रयास राज्य को भविष्योन्मुख अर्थव्यवस्था में बदलने में मदद करेंगे।

    • लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे का विकास: लॉजिस्टिक्स नीति राज्य की निर्यात क्षमताओं को महत्त्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगी, जिससे छत्तीसगढ़ भारत के लॉजिस्टिक्स पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्त्वपूर्ण राज्य बन जाएगा।

    • रोज़गार सृजन और आर्थिक समृद्धि: बड़े निवेश और बढ़ते औद्योगिक आधार के साथ, राज्य हज़ारों रोज़गार अवसरों का सृजन करेगा, जिससे इसके निवासियों के लिये आर्थिक समृद्धि आएगी।

हरित हाइड्रोजन

  • हाइड्रोजन एक प्रमुख औद्योगिक ईंधन है, जिसका उपयोग अमोनिया (एक प्रमुख उर्वरक), इस्पात, रिफाइनरियों और विद्युत उत्पादन सहित विभिन्न प्रकार के कार्यों में किया जाता है।
  • हालाँकि, अब निर्मित सभी हाइड्रोजन को तथाकथित ब्लैक या ब्राउन हाइड्रोजन कहा जाता है, क्योंकि वे कोयले से उत्पादित होते हैं।
  • हाइड्रोजन ब्रह्मांड में सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है । लेकिन शुद्ध, या मौलिक हाइड्रोजन, बहुत दुर्लभ है।
    • यह लगभग हमेशा ही ऑक्सीजन के साथ मिलकर जल बनाने वाले यौगिकों में मौजूद रहता है।
  • लेकिन जब विद्युत धारा को पानी से गुजारा जाता है, तो यह इलेक्ट्रोलिसिस के माध्यम से इसे मौलिक ऑक्सीजन और हाइड्रोजन में विभाजित कर देता है।
    • और यदि इस प्रक्रिया के लिये उपयोग की जाने वाली बिजली पवन या सौर जैसे नवीकरणीय स्रोत से प्राप्त होती है तो इस प्रकार उत्पादित हाइड्रोजन को ग्रीन हाइड्रोजन कहा जाता है
  • हाइड्रोजन से जुड़े रंग हाइड्रोजन अणु को उत्पन्न करने के लिये प्रयुक्त विद्युत के स्रोत को इंगित करते हैं।
    • उदाहरण के लिये, यदि कोयले का उपयोग किया जाता है, तो इसे ब्राउन हाइड्रोजन कहा जाता है।


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