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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    हाल ही में जारी संयुक्त राष्ट्र की सतत् विकास लक्ष्य रिपोर्ट के अनुसार देशों की समस्याएँ उत्तरोत्तर बढ़ती जा रही हैं विवेचना कीजिये।

    30 Jun, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • संयुक्त राष्ट्र संघ की सतत् विकास रिपोर्ट का उल्लेख करें।
    • एजेंडा 2030 के लक्ष्य बताएं।
    • इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालें।
    • आगे की राह

    संयुक्त राष्ट्र संघ की सतत् विकास रिपोर्ट द्वारा न सिर्फ भारत अपितु इससे संबंधित 44 राष्ट्रों की प्रगति को समझा जा सकता है। ट्रांसफॉर्मिंग अवर वर्ल्ड-द 2030 फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट का संकल्प, जिसे सतत् विकास लक्ष्य के नाम से भी जाना जाता है के तहत 17 लक्ष्य निर्धारित किये गए हैं और इन्हें 2016-2030 की अवधि में प्राप्त करना है। उल्लेखनीय है कि इसमें 8 लक्ष्य सहस्त्रब्दि विकास लक्ष्यों से लिये गए हैं।

    संयुक्त राष्ट्र एजेंडा 2030 के लिये कुल 17 लक्ष्यों का निर्धारिण किया गया था जिनमें से कुछ निम्न प्रकार से हैं -

    • गरीबी के सभी रूपों की पूरे विश्व से समाप्ति।
    • खाद्य सुरक्षा और बेहतर पोषण तथा टिकाऊ कृषि को बढ़ावा।
    • स्वास्थ्य सुरक्षा और जीवन प्रत्याशा में वृद्धि।
    • समावेशी व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा।
    • लैंगिक समानता।
    • सस्ती व टिकाऊ ऊर्जा तक पहुँच सुनिश्चित करना।
    • स्थायी खपत तथा उत्पादन प्रक्रिया में सुधार।
    • जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों से निपटने के लिये तत्काल कार्रवाई करना।
    • सतत् उपयोग को बढ़ावा देने वाले स्थलीय पारिस्थितिकी प्रणालियों, सुरक्षित जंगलों और जैव विविधता के बढ़ते नुकसान को रोकने का प्रयास करना।
    • सतत् विकास के लिये वैश्विक भागीदारी सुनिश्चित करना तथा कार्यान्वयन के साधनों को मजबूत करना।

    उपर्युक्त लक्ष्यों में से अब तक किसी एक भी लक्ष्य को पूर्णतः प्राप्त नहीं किया जा सका है और न ही विभिन्न देशों द्वारा कार्यान्वयन के विशेष प्रयास परिलक्षित हो रहे हैं। हाल ही में वैश्विक संस्थानों द्वारा जारी की गई वैश्विक भुखमरी, कुपोषण, अशिक्षा, लैंगिक असमानता, आतंकवाद, पर्यावरण संबंधी विभिन्न रिपोर्टस से पता चलता है कि इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये एक सुनिश्चित प्रणाली की अत्यधिक आवश्यकता है। इन आधारों पर भारत तथा अन्य देशों की प्रगति संतोषजनक नहीं कही जा सकती। 

    वर्तमान में इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये अनेक उन मोर्चो पर काम करना अभी बाकी है जिससे पर्यावरण और पृथ्वी को एक अनुकूल बेहतर जीवन जीने योग्य ग्रह बनाया जा सके।

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