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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    प्रश्न. समाज में नीतिशास्त्र (एथिक्स) और नैतिकता (मोरालिटी) के बीच क्या संबंध है और वे एक दूसरे से कैसे भिन्न हैं? (150 शब्द)

    09 Feb, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण

    • समाज में नीतिशास्त्र (Ethics) और नैतिकता (Morality) के बीच संबंधों की चर्चा के साथ अपना उत्तर प्रारंभ कीजिये।
    • चर्चा कीजिये कि वे एक दूसरे से कैसे भिन्न हैं।
    • तद्नुसार निष्कर्ष लिखिये।

    भूमिका

    • नीतिशास्त्र और नैतिकता दो प्रमुख अवधारणाएँ हैं, जो एक समाज और उसके मूल्यों को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालाँकि, वे अक्सर परस्पर विनिमय के लिये उपयोग किये जाते हैं, लेकिन कई पहलुओं में भिन्न होते हैं।
      • नीतिशास्त्र नैतिक सिद्धांतों, नियमों और दिशानिर्देशों के सम्मुचय को संदर्भित करती है जो एक विशिष्ट समुदाय के भीतर व्यवहार को नियंत्रित करती है।
      • दूसरी ओर, नैतिकता नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों की एक प्रणाली है जिसका उपयोग व्यक्ति अपने स्वयं के व्यवहार और दूसरों के सही एवं गलत व्यवहार का मूल्यांकन करने के लिये करता है।

    मुख्य भाग

    • नीतिशास्त्र और नैतिक के बीच संबंध:
      • नीतिशास्त्र और नैतिकता के बीच का संबंध जटिल और गतिशील है। नैतिकता एक व्यक्तिगत विश्वास प्रणाली है जो व्यक्तियों द्वारा लिये जाने वाले नैतिक निर्णयों को प्रभावित करती है।
      • इसके विपरीत, नीतिशास्त्र व्यक्तिगत नैतिक विश्वासों को आकार प्रदान करते हुए प्रभावित कर सकता है। एक समाज में, इसके सदस्यों के सामूहिक नैतिक विश्वास नीतिशास्त्र के सिद्धांतों और मूल्यों का निर्माण करते हैं जो व्यवहार को नियंत्रित करते हैं।
        • ये सिद्धांत और मूल्य व्यक्तियों के नैतिक विश्वासों को प्रभावित कर सकते हैं और परिणामस्वरूप उनके व्यवहार को आकार देते हैं।
    • नीतिशास्त्र और नैतिकता के बीच अंतर:
      • घनिष्ठ संबंध के बावजूद, नीतिशास्त्र और नैतिकता कई मायनों में एक दूसरे से अलग हैं।
        • सबसे पहले, नीतिशास्त्र नैतिक निर्णय लेने और व्यवहार के लिये एक व्यवस्थित और संगठित दृष्टिकोण है, जबकि नैतिकता निर्णय लेने के लिये एक व्यक्तिगत और व्यक्तिवादी दृष्टिकोण है।
        • दूसरा, नीतिशास्त्र का संबंध अन्य व्यक्तियों के अधिकारों और आवश्यकताओं से है, जबकि नैतिकता का संबंध व्यक्तिगत विश्वासों और मूल्यों से है।
        • तीसरा, नीतिशास्त्र सिद्धांतों और मूल्यों का एक सम्मुच्य है जिसे एक समुदाय द्वारा साझा करते हुए इस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाता है, जबकि नैतिकता व्यक्तिगत मान्यताओं और मूल्यों का एक सम्मुच्य है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकती है।
    • उदाहरण:
      • किसी समाज में नीतिशास्त्र और नैतिकता के बीच संबंध को बेहतर ढंग से समझने हेतु कुछ उदाहरण:
        • कॉर्पोरेट नीतिशास्त्र: कंपनियों और संगठनों के पास नीतिशास्त्र के सिद्धांतों और मूल्यों का एक सम्मुचय होता है जो उनके व्यवहार को निर्देशित करता है।
          • उदाहरण के लिये, कई कंपनियों के पास आचार संहिता होती है जो कर्मचारियों से अपेक्षित व्यवहार के मानकों को निर्धारित करती है।
          • यह आचार संहिता उन नीतिशास्त्र संबंधी सिद्धांतों और मूल्यों का प्रतिबिंब है जिन्हें कंपनी महत्त्वपूर्ण मानती है।
        • व्यक्तिगत नैतिकता: व्यक्तियों के अपने नैतिक मूल्य और विश्वास होते हैं जो उनके व्यवहार को प्रभावित करते हैं।
          • उदाहरण के लिये, कुछ व्यक्तियों का मानना है कि झूठ बोलना नैतिक रूप से गलत है, जबकि अन्य मानते हैं कि यह कुछ स्थितियों में स्वीकार्य है।
          • नैतिक मूल्यों में यह अंतर व्यक्तियों द्वारा लिये जाने वाले नीतिशास्त्र संबंधी निर्णयों को प्रभावित कर सकता है।
        • सामाजिक नीतिशास्त्र: समग्र रूप से समाज में नीतिशास्त्र संबंधी सिद्धांतों और मूल्यों का एक सम्मुचय विद्यमान है जो व्यवहार का मार्गदर्शन करता है।
          • उदाहरण के लिये, अधिकांश समाजों में कानून हैं जो हत्या, चोरी और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाते हैं।
          • ये कानून उन नीतिशास्त्र संबंधी सिद्धांतों और मूल्यों को दर्शाते हैं जिन्हें समाज महत्त्वपूर्ण मानता है।

    निष्कर्ष

    • नीतिशास्त्र और नैतिकता दो महत्त्वपूर्ण अवधारणाएँ हैं जो एक समाज और उसके मूल्यों को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। नीतिशास्त्र नैतिक निर्णय लेने और व्यवहार के लिये एक व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रदान करती है, जबकि नैतिकता विश्वासों और मूल्यों का एक व्यक्तिगत सम्मुचय है जिसका उपयोग व्यक्ति अपने व्यवहार को निर्देशित करने के लिये करता है।
    • नीतिशास्त्र और नैतिकता के बीच का संबंध जटिल और गतिशील है, जिसमें नीतिशास्त्र संबंधी सिद्धांत नैतिक विश्वासों को आकार देते हैं और नैतिक विश्वास नीतिशास्त्र के सिद्धांतों और मूल्यों को आकार देते हैं। समाज में नीतिशास्त्र और नैतिकता के उदाहरणों में कॉर्पोरेट नीतिशास्त्र, व्यक्तिगत नैतिकता और सामाजिक नीतिशास्त्र शामिल हैं।

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