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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    क्या असंतुलित क्षेत्रीय विकास भारत के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक, आर्थिक एवं भौतिक अवसंरचनाओं के अपर्याप्त विकास का कारण रहा है? ग्रामीण विकास में श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन की भूमिका का परीक्षण करें। (250 शब्द)

    08 Mar, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था

    उत्तर :

    भूमिका:

    2011 की जनगणना के अनुसार हम पाते हैं कि 38.84 प्रतिशत जनसंख्या गाँवों में निवास करती है। माना जाता है कि भारत की आत्मा गाँवों में बसती है। साथ ही ऐसे में, सशक्त भारत का निर्माण ग्रामीण भारत के विकास द्वारा ही संभव है।

    विषय-वस्तु

    विषय-वस्तु के पहले भाग में भारत में असंतुलित क्षेत्रीय विकास पर चर्चा करेंगे-

    असंतुलित क्षेत्रीय विकास के कारण भारत के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक, आर्थिक एवं भौतिक अवसंरचनाओं का पर्याप्त विकास नहीं हो पाया है। इस असंतुलित विकास के कम-से-कम दो दुष्परिणाम चिह्नित किये जा सकते हैं-

    • ग्रामीण क्षेत्रों के लोग रोज़गार, बेहतर शिक्षा एवं स्वास्थ्य की चाह में शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं। फलस्वरूप शहरों में विद्यमान अवसंरचना की तुलना में जनसंख्या का दबाव लगातार बढता जा रहा है, जिससे यहाँ कई तरह की समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं।
    • अविकसित व्यावसायिक अवसंरचना के चलते अधिकांश ग्रामीण आबादी कृषि पर निर्भर है जिसको कारण ग्रामीण क्षेत्रों में प्रच्छन्न एवं मौसमी बेरोज़गारी की समस्या बनी रहती है।

    विषय-वस्तु के दूसरे भाग में श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के बारे में प्रकाश डालेंगे-

    गाँवों के विकास के लिये पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम आजाद द्वारा लाई गई ‘पुरा’ की असफलता और गाँव- शहर के बीच अंतर पाटने हेतु श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन लाया गया जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक, आर्थिक और बुनियादी ढाँचे के विकास को प्राथमिकता देना था। इस योजना के तहत 300 क्लस्टर्स का विकास करना था जिन्हें भौगोलिक रूप से नजदीक कई ग्राम पंचायतों को मिलाकर बनाया था। इनका चयन राज्य सरकारों द्वारा किया जाना था जो सहकारी संघवाद की भावना के अनुरूप है। इससे यह प्रक्रिया अधिक पारदर्शी एवं तर्कसंगत रहेगी और साथ ही निर्माण प्रक्रिया में केंद्र व राज्य दोनों की भागीदारी रहेगी। इस मिशन के अंतर्गत कौशल विकास का प्रशिक्षण, खाद्य प्रसंस्करण,भंडारण एवं गोदामों का निर्माण, डिजिटल शिक्षा, स्वच्छता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, ग्रामीण सड़क, जल निकासी, मोबाइल स्वास्थ्य यूनिट प्रबंधन, स्कूली एवं उच्च शिक्षा में सुधार, ई-ग्राम कनेक्टिविटी, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था, नागरिक सेवा केंद्र तथा एल.पी.जी. गैस आपूर्ति सेवा इत्यादि शामिल की गई है।

    मिशन से संबंधित चुनौतियाँ

    • मिशन के वित्तपोषण के लिये एक स्रोत सुनिश्चित नहीं है, बल्कि इसे विभिन्न योजनाओं से मिलने वाले संसाधनों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में समन्वय के अभाव में इस मिशन के लिये वित्त की कमी आ सकती है।
    • इसके अतिरिक्त, भूमि अधिग्रहण से आने वाली समस्या एक चुनौती है क्योंकि क्लस्टर में सड़क, ड्रेनेज, स्कूल, हॉस्पिटल, उद्योग आदि के निर्माण हेतु भूमि की आवश्यकता होगी।

    निष्कर्ष

    अंत में संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष लिखें-

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