रैपिड फायर
EARTH समिट 2025
- 08 Dec 2025
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गांधीनगर में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने EARTH समिट 2025 का उद्घाटन किया और ‘सहकार सारथी’ के तहत 13 से अधिक डिजिटल सेवाएँ शुरू कीं, जिनमें डिजिटल किसान क्रेडिट कार्ड (KCC), सहकारी शासन सूचकांक और विश्व का सबसे बड़ा अनाज भंडारण अनुप्रयोग शामिल हैं।
- EARTH समिट: EARTH समिट शृंखला का उद्देश्य अपने तीन संस्करणों पहला हैदराबाद में, दूसरा गांधीनगर में और बाद में दिल्ली में आयोजित से मिले अनुभवों को एकीकृत करके ग्रामीण विकास हेतु एक राष्ट्रीय नीतिगत ढाँचा तैयार करना है।
- राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) तथा इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यह समिट गांधीवादी ग्राम स्वराज के पुनरुद्धार पर विशेष ज़ोर देता है, ताकि भारत की विकास रणनीति में गाँव केंद्र में बने रहें।
- यह भी पुष्टि करता है कि सहकारी संस्थाओं को मज़बूत करना कृषि, डेयरी, पशुपालन एवं मत्स्य पालन में विकास को तीव्र करने हेतु आवश्यक है जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मुख्य स्तंभ हैं और समावेशी विकास के महत्त्वपूर्ण चालक हैं।
- सहकार सारथी: यह एक डिजिटल पहल है, जिसे सहकारिता मंत्रालय के तहत लॉन्च किया गया और NABARD द्वारा विकसित किया गया है, जिसका उद्देश्य भारत के सहकारी बैंकिंग तथा ग्रामीण वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को आधुनिक एवं सशक्त बनाना है।
- इसका लक्ष्य प्रत्येक ज़िला, केंद्रीय, राज्य, कृषि एवं शहरी सहकारी बैंक को एक एकीकृत तकनीकी प्लेटफॉर्म के तहत लाना है, जिससे छोटे सहकारी बैंकों के लिये लागत कम हो और दक्षता बढ़े।
- यह ग्रामीण बैंकों को अपनी स्वयं की अवसंरचना बनाने के वित्तीय बोझ के बिना आधुनिक बैंकिंग तकनीक तक पहुँच प्रदान करता है।
- सुनिश्चित करता है कि e-KCC वाले किसानों को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड के समान डिजिटल सुविधाएँ प्राप्त हों।
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