रैपिड फायर
डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट
- 18 Dec 2025
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भारतीय नौसेना ने कोच्चि नौसेना बेस (दक्षिणी नौसेना कमान) में प्रथम स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट (DSC), DSC A20 को कमीशन किया, जो इसकी अंतर्जलीय संचालन क्षमताओं में एक महत्त्वपूर्ण वृद्धि का प्रतीक है।
- परिचय: एक डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट (DSC) एक विशेषीकृत पोत है जिसे मुख्य रूप से तटीय और बंदरगाह परिवेशों में अंतर्जलीय गोताखोरी संचालनों को सुविधाजनक बनाने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- प्राथमिक भूमिका: यह पोत अत्याधुनिक गोताखोरी उपकरणों से सुसज्जित है, जो तटीय जलक्षेत्रों में जल के भीतर मरम्मत एवं निरीक्षण, बंदरगाह की सफाई तथा अन्य महत्त्वपूर्ण गोताखोरी अभियानों में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
- तकनीकी विशेषताएँ: इस पोत का डिज़ाइन और निर्माण इंडियन रजिस्टर ऑफ शिपिंग (IRS) के वर्गीकरण नियमों के अनुरूप किया गया है, जो सुरक्षा और प्रदर्शन मानकों को सुनिश्चित करता है।
- यह लगभग 390 टन के विस्थापन वाला एक कैटामारन-ढाँचे वाला जहाज़ है, जो स्थिरता और अंतर्जलीय संचालनों के लिये अनुकूलित है।
- रणनीतिक महत्त्व: यह नौसेना की महत्त्वपूर्ण अंतर्जलीय और उद्धार मिशनों को संचालित करने में परिचालन लचीलेपन और आत्मनिर्भरता को महत्त्वपूर्ण रूप से बढ़ाता है।
- यह परियोजना राष्ट्रीय आत्मनिर्भर भारत दृष्टि के अनुरूप है, जिसका लक्ष्य रक्षा आयातों पर निर्भरता कम करना और घरेलू औद्योगिक विशेषज्ञता का निर्माण करना है।
- भारतीय नौसेना में अन्य हालिया समावेशन: INS निस्तार, INSV कौंडिन्य, फ्रिगेट हिमगिरी, INS सूरत, INS उदयगिरि आदि।
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