रैपिड फायर
AH-64E अपाचे से भारत–अमेरिका रक्षा सहयोग मज़बूत
- 19 Dec 2025
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भारतीय सेना को अमेरिका से आखिरी तीन अपाचे AH-64E हेलीकॉप्टर मिल गए हैं, जिससे राजस्थान के जोधपुर में स्थित 451 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन के तहत छह हेलीकॉप्टरों वाला बेड़ा पूरा हो गया है।
- यह सेना के पहले समर्पित अपाचे स्क्वाड्रन के पूर्ण रूप से परिचालन में आने का संकेत है। ये हेलीकॉप्टर फरवरी 2020 में अमेरिका के साथ हुए 600 मिलियन डॉलर के समझौते के तहत खरीदे गए थे।
- AH-64E अपाचे के संबंध में: विश्व के सबसे उन्नत बहु-भूमिका अटैक हेलीकॉप्टरों में से एक माने जाने वाला यह हेलीकॉप्टर अत्याधुनिक एवियोनिक्स और सेंसर सिस्टम, सटीक मार्गदर्शित हथियार और मज़बूत नेटवर्क-केंद्रित युद्ध क्षमताओं से लैस है।
- उच्च परिचालन लचीलापन के लिये डिज़ाइन किया गया यह हेलीकॉप्टर दिन-रात, सभी मौसमों में और रेगिस्तान से लेकर ऊँचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों तक विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में मिशन को आसानी से संपन्न कर सकता है।
- पाकिस्तान से लगी पश्चिमी सीमा पर अपाचे हेलीकॉप्टरों की तैनाती से सटीक प्रहार, टैंक-रोधी युद्ध और निकट वायु सहायता क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, साथ ही यह अत्यधिक संघर्ष‑संभावित क्षेत्र में भारत की प्रतिरोधक क्षमता को भी मज़बूत करेगी।
- भारत–अमेरिका रक्षा सहयोग के प्रमुख पहलू: भारत और अमेरिका ने अक्तूबर 2025 में एक नया 10-वर्षीय रक्षा ढाँचा समझौता हस्ताक्षरित किया, जिसका उद्देश्य सैन्य अभ्यास, तकनीक और औद्योगिक सहयोग में साझेदारी को बढ़ाना है।
- यह संबंध ‘प्रमुख रक्षा भागीदार’ स्थिति और निम्नलिखित मौलिक समझौतों पर आधारित है:
- LEMOA – लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट: यह समझौता दोनों देशों को ईंधन, मरम्मत और आपूर्ति जैसी लॉजिस्टिक सहायता के लिये सैन्य ठिकानों तक आपसी पहुँच प्रदान करता है।
- COMCASA – कम्युनिकेशंस कंपैटिबिलिटी एंड सिक्योरिटी एग्रीमेंट: यह समझौता भारतीय और अमेरिकी सेनाओं के बीच सुरक्षित, एन्क्रिप्टेड संचार प्रणाली तथा वास्तविक समय में जानकारी साझा करने की अनुमति देता है।
- BECA – बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट: यह समझौता उन्नत भू-स्थानिक, सैटेलाइट और मानचित्र डेटा साझा करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे सैन्य नेविगेशन तथा लक्ष्यमान निशाना साधने की क्षमता बेहतर होती है।
- iCET (क्रिटिकल एंड इमरजिंग टेक्नोलॉजी पर पहल) और INDUS-X के तहत, दोनों देश भारत में GE F414 जेट इंजन के सह-उत्पादन और MQ-9B प्रिडेटर ड्रोन की खरीद जैसी परियोजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ा रहे हैं।
- यह संबंध ‘प्रमुख रक्षा भागीदार’ स्थिति और निम्नलिखित मौलिक समझौतों पर आधारित है: