विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
AWS आउटेज और क्लाउड केंद्रीकरण के जोखिम
- 25 Oct 2025
- 76 min read
प्रिलिम्स के लिये: अमेज़न वेब सेवाएँ, क्लाउड कंप्यूटिंग, मेघराज, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क
मेन्स के लिये: भारत में डिजिटल शासन के लिये क्लाउड कंप्यूटिंग का महत्त्व, क्लाउड सेवाओं में केंद्रीकरण के जोखिम और प्रणालीगत सुभेद्यताएँ
चर्चा में क्यों?
हाल ही में अमेज़न वेब सर्विसेज़ (AWS) में हुए आउटेज (किसी सेवा/आपूर्ति का अस्थाई रूप से बाधित होना) के कारण मैसेजिंग ऐप्स और सरकारी पोर्टलों सहित 1,000 से अधिक वैश्विक ऑनलाइन सेवाएँ बाधित हुईं, जिससे केंद्रीकृत क्लाउड प्रदाताओं के जोखिम उजागर होते हैं।
अमेज़न वेब सर्विसेज़ (AWS) क्या है?
- परिचय: अमेज़न वेब सर्विसेज़ (AWS) अमेज़न का क्लाउड कंप्यूटिंग प्रभाग है, जिसे वर्ष 2006 में लॉन्च किया गया था। इसके अंतर्गत मांग पर उपलब्ध सूचना प्रद्योगिकी इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे कंप्यूटिंग पावर, डेटा स्टोरेज, डेटाबेस, एनालिटिक्स और नेटवर्किंग टूल्स प्रदान किये जाते हैं।
- कंपनियाँ अपने स्वयं के वस्तुगत सर्वर बनाए रखने के बजाय, समग्र विश्व में स्थित AWS डेटा केंद्रों से कंप्यूटिंग संसाधन किराए पर लेती हैं।
- इसमें उपयोगानुसार भुगतान अथवा पे-एज़-यू-गो मॉडल का अनुपालन किया जाता है, जो विस्तार और लागत दक्षता प्रदान करता है।
- AWS का महत्त्व: AWS विश्व का सबसे बड़ा क्लाउड प्रदाता है, जो Microsoft Azure और Google Cloud से अग्रणी है।
- कई महत्त्वपूर्ण एप्लीकेशन, वित्तीय प्रणालियाँ और डिजिटल सेवाएँ होस्टिंग और डेटा प्रबंधन के लिये AWS पर निर्भर हैं। AWS में किसी भी प्रकार की विफलता या बाधा से सेवा में व्यापक व्यवधान हो सकते हैं, जिससे संचार, वित्त, शासन और मनोरंजन क्षेत्र एक साथ प्रभावित होते हैं।
- AWS आउटेज के कारण: AWS ने अपने उत्तरी वर्जीनिया डेटा केंद्र में होस्ट किये गए DynamoDB सेवा एंडपॉइंट्स में डोमेन नेम सिस्टम (DNS) रिज़ॉल्यूशन निष्क्रियता को इसका प्राथमिक कारण बताया है।
- DNS इंटरनेट की एड्रेस बुक की तरह है, जो वेबसाइट के नामों को IP एड्रेस में परिवर्तित करता है, जिसका उपयोग कंप्यूटर सर्वर को खोजने और उस तक पहुँच प्राप्त करने के लिये करते हैं।
- यदि यह प्रणाली विफल हो जाती है तो ब्राउज़र सही सर्वर का पता नहीं लगा पाते, जिसके परिणामस्वरूप वेबसाइट या ऐप्स धीमे हो जाते हैं, पहुँच से बाहर हो जाते हैं या त्रुटि संदेश दिखाने लगते हैं।
- DynamoDB सर्विस एंडपॉइंट्स AWS के डेटाबेस से कनेक्शन बिंदु हैं।
- DNS समस्या के कारण इन एंडपॉइंट्स तक पहुँच अवरुद्ध हो गई, जिससे वैश्विक स्तर पर कई ऐप्स और सेवाएँ बाधित हुईं।
- DNS इंटरनेट की एड्रेस बुक की तरह है, जो वेबसाइट के नामों को IP एड्रेस में परिवर्तित करता है, जिसका उपयोग कंप्यूटर सर्वर को खोजने और उस तक पहुँच प्राप्त करने के लिये करते हैं।
क्या है क्लाऊड कंप्यूटिंग?
- परिभाषा: क्लाउड कंप्यूटिंग सूचना प्रौद्योगिकी सेवाएँ प्रदान करने का एक मॉडल है, जहाँ कंप्यूटिंग संसाधन जैसे भंडारण, प्रसंस्करण शक्ति, डेटाबेस और अनुप्रयोग स्थानीय सर्वर पर होस्ट किये जाने के बजाय इंटरनेट पर प्रदान किये जाते हैं।
- उपयोगकर्त्ता भौतिक अवसंरचना के स्वामित्व या प्रबंधन के बिना, मांग के आधार पर इन संसाधनों तक पहुँच सकते हैं।
- क्लाउड कंप्यूटिंग मॉडल:
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मॉडल |
परिभाषा |
उदाहरण |
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SaaS (सॉफ्टवेयर एज अ सर्विस) |
सॉफ्टवेयर इंटरनेट के माध्यम से वितरित किया जाता है; किसी स्थापना या रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती। |
गूगल डॉक्स, हॉटमेल, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 |
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PaaS (प्लेटफाॅर्म एज अ सर्विस) |
डेवलपर्स के लिये अंतर्निहित हार्डवेयर या OS को प्रबंधित किये बिना ऐप्स बनाने, तैनात करने और प्रबंधित करने के लिये प्लेटफाॅर्म। |
गूगल ऐप इंजन |
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IaaS (इन्फ्रास्ट्रक्चर एज अ सर्विस) |
वर्चुअलाइज्ड कंप्यूटिंग संसाधन (सर्वर, भंडारण, नेटवर्किंग) मांग पर उपलब्ध कराए जाते हैं। |
अमेज़न वेब सर्विसेज़, माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर |
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XaaS (एनीथिंग/एवरीथिंग एज अ सर्विस) |
सॉफ्टवेयर, प्लेटफॉर्म और बुनियादी ढाँचे सहित कई क्लाउड सेवाओं को संयोजित करने वाला व्यापक मॉडल। |
प्रमुख प्रदाताओं से क्लाउड सर्विस बंडल |
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FaaS (फंक्शन एज अ सर्विस) |
इवेंट-संचालित सर्वर रहित कंप्यूटिंग; कोड को केवल तभी चलाता है जब ट्रिगर किया जाता है, सर्वर प्रबंधन की आवश्यकता नहीं होती। |
गूगल क्लाउड फंक्शन |
भारत के लिये क्लाउड कंप्यूटिंग का क्या महत्त्व है?
- मजबूत डिजिटल अवसंरचना: क्लाउड कंप्यूटिंग राष्ट्रीय डेटा केंद्रों (NDC) और क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से भारत के IT आधार को मज़बूत करती है, जो बड़े पैमाने पर भंडारण, आपदा रिकवरी और उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग का समर्थन करती है।
- ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देना: मेघराज और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) क्लाउड सेवाएँ जैसे प्लेटफॉर्म सरकारी अनुप्रयोगों की तीव्र तैनाती और प्रबंधन को सक्षम बनाते हैं, जिससे सेवाएँ कुशल, मापनीय और विश्वसनीय बनती हैं।
- राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना के अंतर्गत गॉवड्राइव (GovDrive) और ई-ऑफिस जैसे क्लाउड प्लेटफॉर्म समन्वित कार्यप्रवाह, डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं और पेपरलेस प्रशासन को सक्षम बनाते हैं।
- वित्तीय और सामाजिक समावेशन: डिजिटल पहचान (आधार), भुगतान प्रणालियाँ (एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI)) और डिजिलॉकर जैसे प्लेटफॉर्म क्लाउड सेवाओं के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक समूहों में पहुँच, पारदर्शिता और समावेशन में सुधार करते हैं।
- कॉमन सर्विस सेंटर (CSCs) क्लाउड तकनीक का उपयोग करके ग्रामीण आबादी को 800+ सरकारी सेवाएँ प्रदान करते हैं, जिससे डिजिटल विभाजन कम होता है।
- सुलभ सार्वजनिक सेवाएँ: UMANG, इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर और DIKSHA जैसे नागरिक-केंद्रित प्लेटफॉर्म भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक सेवाओं की निर्बाध आपूर्ति को सक्षम बनाते हैं।
- आर्थिक विकास और नवाचार: यह बुनियादी ढाँचे की लागत को कम करता है, स्टार्टअप्स और SME का समर्थन करता है तथा स्केलेबल एवं ऑन-डिमांड IT संसाधनों के माध्यम से भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को तीव्र करता है।
- वैश्विक नेतृत्व: भारत की क्लाउड-सक्षम पहलें, जैसे नेशनल नॉलेज नेटवर्क (NKN) और इंडिया स्टैक, ऐसे डिजिटल समाधान प्रस्तुत करती हैं जिन्हें अन्य देशों, विशेषकर ग्लोबल साउथ द्वारा अपनाया जा सकता है, जिससे भारत स्केलेबल डिजिटल सेवाओं में अग्रणी के रूप में स्थापित होता है।
क्लाउड केंद्रीकरण कैसे डिजिटल संप्रभुता और अनुकूलन को जोखिम में डालता है?
- महत्त्वपूर्ण अवसंरचना पर प्रणालीगत जोखिम: केंद्रीकृत क्लाउड में बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवाएँ और सरकारी पोर्टल जैसी आवश्यक सेवाएँ होस्ट की जाती हैं। किसी भी विफलता से राष्ट्रीय संचालन और सार्वजनिक सेवाओं में व्यवधान आ सकता है।
- डिजिटल संप्रभुता संबंधी चिंताएँ: विदेशी क्लाउड प्रदाताओं पर अत्यधिक निर्भरता से संवेदनशील राष्ट्रीय डेटा पर नियंत्रण खतरे में पड़ सकता है, जो नीति स्वतंत्रता और रणनीतिक निर्णय लेने को प्रभावित करता है।
- छोटे व्यवसायों के लिये नवाचार में बाधा: कुछ प्रदाताओं का प्रभुत्व स्थानीय तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को रोक सकता है और स्टार्टअप्स या घरेलू क्लाउड विकल्पों के अवसर कम कर सकता है।
- भू-राजनीतिक कमज़ोरियाँ: वैश्विक प्रदाताओं द्वारा आउटेज या नीति में बदलाव विभिन्न देशों को अलग-अलग प्रभावित कर सकता है, जिससे वे बाह्य दबाव या प्रतिबंधों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं।
- अदृश्य आर्थिक निर्भरताएँ: क्लाउड प्रदाताओं की मूल्य निर्धारण क्षमता और बाज़ार नियंत्रण व्यवसायों एवं सरकारों के लिये संचालन लागत बढ़ा सकती है, जिससे अप्रत्यक्ष आर्थिक जोखिम उत्पन्न होता है।
भारत दृढ़ क्लाउड अवसंरचना बनाने के लिये कौन-से उपाय कर सकता है?
- मल्टी-क्लाउड अपनाना: सरकारी एजेंसियों को मल्टी-क्लाउड रणनीतियों को लागू करने का विस्तार करना चाहिये, ताकि किसी एक प्रदाता पर अत्यधिक निर्भरता से बचा जा सके और प्रणालीगत जोखिम कम हो।
- आउटेज के दौरान निरंतरता सुनिश्चित करने के लिये सभी सरकारी क्लाउड वर्कलोड के लिये प्रतिकृति, बैकअप और फेलओवर तंत्र को अनिवार्य करना।
- घरेलू डेटा केंद्र: क्षेत्रीय अतिरेक और स्थानीय नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिये टियर-II और टियर-III घरेलू डेटा केंद्रों के विस्तार को बढ़ावा देना।
- डेटा स्थानीयकरण और संप्रभुता: विदेशी क्षेत्राधिकार जोखिमों से बचने के लिये संवेदनशील सरकारी और नागरिक डेटा के लिये डेटा स्थानीयकरण मानदंडों को लागू करना।
- मेघराज और NIC क्लाउड को सुदृढ़ बनाना: महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक सेवाओं और DigiLocker, ई-ऑफिस और GovDrive जैसे ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म का समर्थन करने के लिये राष्ट्रीय क्लाउड क्षमता का विस्तार करना।
- कौशल विकास और क्षमता निर्माण: क्लाउड प्रशासकों को सुदृढ़ संरचना, खतरा न्यूनीकरण और आपदा पुनर्प्राप्ति योजना में प्रशिक्षित करना।
निष्कर्ष
क्लाउड कंप्यूटिंग भारत की डिजिटल सेवाओं को सशक्त बनाती है, लेकिन AWS जैसी व्यवधान स्थितियाँ केंद्रीकरण के जोखिम को उजागर करती हैं। मल्टी-क्लाउड रणनीतियाँ, घरेलू डेटा केंद्र और कुशल कार्यबल मज़बूत और सुरक्षित अवसंरचना के लिये महत्त्वपूर्ण हैं।
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दृष्टि मेन्स प्रश्न: प्रश्न: महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय अवसंरचना के लिये केंद्रीकृत क्लाउड प्रदाताओं से जुड़ी चुनौतियों और जोखिमों का मूल्यांकन कीजिये। |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है?
भौतिक सर्वरों का प्रबंधन किये बिना इंटरनेट पर आईटी संसाधनों (भंडारण, कंप्यूटिंग, एप्लिकेशन) की डिलीवरी।
2. मेघराज क्या है और भारत में इसका क्या महत्त्व है?
मेघराज भारत की राष्ट्रीय क्लाउड पहल है, जो सरकारी विभागों को स्केलेबल सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सेवाएँ प्रदान करती है, ई-गवर्नेंस और सेवा वितरण को अधिक कुशल बनाती है।
3. क्लाउड कंप्यूटिंग भारत में वित्तीय और सामाजिक समावेशन में कैसे योगदान देती है?
आधार, UPI और DigiLocker जैसे प्लेटफॉर्म क्लाउड सेवाओं का उपयोग करके सभी सामाजिक-आर्थिक वर्गों के लिये सुलभ, पारदर्शी और स्केलेबल सेवाएँ प्रदान करते हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न
प्रीलिम्स
प्रश्न. "सॉफ्टवेयर, सेवा के रूप में (Software as a Service (SaaS))" के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- SaaS क्रयकर्ता, प्रयोक्ता अंतरापृष्ठ को अपनी आवश्यकतानुसार निर्धारित कर ऑंकड़ों के क्षेत्र में बदलाव कर सकते हैं।
- SaaS प्रयोक्ता, अपनी चल युक्तियों (मोबाइल डिवाइसेज़) के माध्यम से अपने ऑंकड़ों तक पहुँच बना सकते हैं।
- आउटलुक, हॉटमेल और याहू! मेल SaaS के रूप हैं।
उपर्युक्त कथनों में कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1,2 और 3
उत्तर: D