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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 09 May, 2025
  • 14 min read
रैपिड फायर

अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती

स्रोत: द हिंदू

महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने मुंबई के बाहर चोंडी में अपनी पहली बैठक आयोजित की, ताकि मालवा की रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती (31 मई 2025) को चिह्नित किया जा सके और उनकी विरासत को सम्मानित किया जा सके।

  • जन्म और पृष्ठभूमि: अहिल्याबाई का जन्म 31 मई 1725 को चोंडी, अहमदनगर (महाराष्ट्र) में हुआ था। उनके पिता, मानकोजी राव शिंदे, गाँव के मुखिया थे।
  • विवाह और प्रारंभिक जीवन: उनका विवाह वर्ष 1733 में खांडेराव होलकर से हुआ था, जो मल्हार राव होलकर के पुत्र थे। मल्हार राव होलकर मालवा के शासक और होलकर वंश के संस्थापक थे।
    • वर्ष 1745 में कुम्हेर किले की घेराबंदी में खांडेराव की मृत्यु के बाद अहिल्याबाई विधवा हो गईं।
    • मल्हार राव होल्कर ने अहिल्याबाई को सती होने से रोका और उन्हें सैन्य एवं प्रशासनिक मामलों में प्रशिक्षित किया।
  • सत्ता पर आरोहण: वर्ष 1766 में मल्हार राव होलकर और वर्ष 1767 में उनके पुत्र मालेराव होलकर की मृत्यु के बाद, अहिल्याबाई होलकर ने मालवा की बागडोर संभाली और वर्ष 1767 में इंदौर की शासिका बनीं।
    • उन्होंने तुकोजी राव होल्कर को सेनापति नियुक्त किया और मध्य प्रदेश में महेश्वर को होल्कर राजवंश की राजधानी बनाया।
  • सामाजिक और आर्थिक योगदान: अहिल्याबाई होलकर ने सोमनाथ और काशी विश्वनाथ मंदिरों का पुनर्निर्माण कराया, जिससे भगवान शिव के प्रमुख ज्योतिर्लिंगों की पुनर्स्थापना हुई। उन्होंने खुशाली राम, मराठी कवि मोरोपंत और शाहीर अनंतफंदी जैसे विद्वानों को संरक्षण दिया।
    • उन्होंने महिला शिक्षा, विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा दिया और सती प्रथा जैसी प्रथाओं का विरोध किया, साथ ही भील, गोंड जनजातियों तथा निम्न जातियों का उत्थान किया।
    • उन्होंने महेश्वर और इंदौर को प्रमुख व्यापार केंद्र बनाया, माहेश्वरी बुनाई उद्योग को बढ़ावा दिया और माहेश्वरी साड़ियों को पूरे भारत में प्रसिद्ध बनाया तथा अब इसे भौगोलिक संकेतक (GI) टैग के साथ पंजीकृत किया गया है।


रैपिड फायर

रेबीज़

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

केरल में तीन टीकाकृत बच्चों की रेबीज़ से मृत्यु हो गई, जबकि उन्हें उचित मात्रा में टीका लगाया गया था, जिससे समय पर हस्तक्षेप को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं ।

  • पीड़ितों के सिर और हाथ में गहरी चोटें आईं , जहाँ घने तंत्रिका नेटवर्क थे, जिससे वायरस को तंत्रिका तंत्र तक तेज़ी से पहुँचने में मदद मिली।
    • रेबीज़ तंत्रिकाओं के माध्यम से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS) को संक्रमित करता है और संवेदनशील भाग पर काटने से उसके बाद हुए टीकाकरण की प्रभावशीलता कम हो जाती है।
  • प्राथमिक उपचार में विफलता (घावों को साबुन और पानी से न धोना) से वायरस के संचरण का जोखिम काफी बढ़ जाता है ।
  • रेबीज़: यह एक घातक पशुजन्य वायरल रोग है जो मनुष्यों सहित स्तनधारियों के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।
    • यह रेबीज़ वायरस के कारण होता है और लक्षण दिखने पर लगभग 100% घातक होता है।  
      • लक्षण प्रकट होने से पहले समय पर चिकित्सा देखभाल से रेबीज़ को 100% रोका जा सकता है ।
    • यह वायरस संक्रमित जानवरों ( कुत्तों, चमगादड़ों, रैकून, लोमड़ियों ) की लार में मौजूद होता है और काटने, खरोंचने या खुले घावों या श्लेष्म झिल्ली को चाटने के माध्यम से मानव शरीर में प्रवेश करता है।
    • वायरस तंत्रिकाओं के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुँचता है, मस्तिष्क में सूजन (एन्सेफेलाइटिस) उत्पन्न करता है, गंभीर तंत्रिका संबंधी समस्याएँ उत्पन्न करता है तथा इनके परिणामस्वरूप मृत्यु हो जाती है।
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में रेबीज़़ का प्रकोप सबसे अधिक है तथा वैश्विक रूप से रेबीज़़ से होने वाली मौतों में से 36% यहीं होती हैं।

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इनसाइडर ट्रेडिंग

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने आरोप लगाया है कि बिलियनेयर गौतम अदानी के भतीजे ने मूल्य संवेदनशील जानकारी साझा की और इनसाइडर ट्रेडिंग/आंतरिक व्यापार को रोकने के लिये बनाए गए नियमों का उल्लंघन किया।

  • परिचय: आंतरिक व्यापार (इंसाइडर ट्रेडिंग) उस अवैध अभ्यास को कहते हैं, जिसमें किसी सार्वजनिक रूप से व्यापारित कंपनी के स्टॉक या सुरक्षा को कंपनी के बारे में महत्त्वपूर्ण, अप्रकाशित जानकारी (Material, Non-Public Information - MNPI) के आधार पर खरीदा या बेचा जाता है।
    • यह व्यापारी को अन्य निवेशकों पर अनुचित लाभ प्रदान करता है और बाज़ार की निष्पक्षता को कमज़ोर करता है।
    • आंतरिक व्यक्ति में कंपनी के कार्यकारी, निदेशक, गोपनीय डेटा (जो स्टॉक कीमतों को प्रभावित करता है) तक पहुँच रखने वाले कर्मचारी, उनके संबंधी या सहयोगी, और कंपनी के साथ कार्य कर रहे पेशेवर जैसे वकील, बैंकर्स या ऑडिटर्स शामिल हो सकते हैं।
  • भारत में, इंसाइडर ट्रेडिंग सेबी अधिनियम, 1992 के तहत प्रतिबंधित है और सेबी (अंतरंग व्यापार का प्रतिषेध) विनियम, 2015 द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो इंसाइडर ट्रेडिंग को प्रतिबंधित करने और सीमित करने के लिये नियम निर्धारित करते हैं।
  • फ्रंट-रनिंग एक अवैध अभ्यास है, जिसमें व्यापारी या ब्रोकर अपने ग्राहकों के लंबित लेन-देन की पूर्व जानकारी का उपयोग करके अपेक्षित मूल्य परिवर्तनों से लाभ कमाने का प्रयास करते हैं।
    • आंतरिक व्यापार के विपरीत, यह बड़े आदेशों की जानकारी का लाभ उठाता है, न कि कंपनी की गैर-प्रकाशित जानकारी।
    • दोनों अभ्यास भारत में SEBI विनियमों के तहत प्रतिबंधित हैं।

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कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC)

स्रोत: द हिंदू

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) अपने खनिज-समृद्ध क्षेत्रों की सुरक्षा और राष्ट्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिये रवांडा तथा M23 मिलिशिया के साथ शांति वार्ता कर रहा है।

  • संयुक्त राज्य अमेरिका शांति स्थापित करने और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के साथ द्विपक्षीय महत्त्वपूर्ण खनिज समझौते करने के उद्देश्य से शांति वार्ताओं में सहायता कर रहा है।
  • फरवरी 2025 में, रवांडा समर्थित M23 मिलिशिया ने गोमा और बुकावु जैसे शहरों पर कब्जा कर लिया तथा विश्व के चौथे सबसे बड़े टिन उत्पादक बिसी टिन खदान को धमकी दी।
  • कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के उत्तर और दक्षिण किवु प्रांत टिन, टंगस्टन और टैंटेलम (कोल्टन अयस्क) (3T खनिज) में समृद्ध हैं।
    • DRC कोबाल्ट का सबसे बड़ा स्रोत है (वैश्विक आपूर्ति का 70%) और विश्व के 40% कोल्टन का स्रोत है, जिसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स के लिये टैंटेलम कैपेसिटर में किया जाता है, क्योंकि इसमें उच्च चार्ज प्रतिधारण क्षमता है।
  • M23 मिलिशिया पूर्वी DRC में एक तुत्सी नेतृत्व वाला विद्रोही समूह है जो तुत्सी समुदायों की रक्षा के लिये लड़ता है। वे DRC सरकार और एक हुतु-संबद्ध मिलिशिया से लड़ रहे हैं, जिसका संबंध वर्ष 1994 के रवांडा जनसंहार से है।  
    • ऐसा माना जाता है कि M23 को रवांडा का समर्थन प्राप्त है, जबकि हुतु को इस क्षेत्र के कुछ हुतु समूहों का समर्थन प्राप्त है।
  • DRC अफ्रीका का दूसरा सबसे बड़ा देश है, जिसमें खनिज (कोबाल्ट, तांबा, टिन, यूरेनियम, हीरे) से समृद्ध कटंगा पठार है।
    • इसकी राजधानी किंशासा कांगो नदी पर स्थित है, जो भूमध्य रेखा को दो बार पार करने वाली एकमात्र अफ्रीकी नदी है।

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क्लाउड सीडिंग

स्रोत: द हिंदू

दिल्ली मंत्रिमंडल ने वायु प्रदूषण और जल की कमी को दूर करने के उद्देश्य से क्लाउड सीडिंग परीक्षण करने की परियोजना को स्वीकृति दे दी है।

  • क्लाउड सीडिंग: यह एक मौसम परिवर्तन तकनीक है जो सिल्वर आयोडाइड, पोटेशियम आयोडाइड या सूखी बर्फ जैसे रसायनों को बादलों में विसरित करती है, जो जल की बूंदों के निर्माण के लिये नाभिक के रूप में कार्य करते हैं, जिससे वर्षा उत्पन्न होती है। 
  • यह वायु प्रदूषण से निपटने में मदद कर सकती है, विशेषकर उच्च वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रीडिंग की अवधि के दौरान।
    • क्लाउड सीडिंग से जल की उपलब्धता बढ़ सकती है तथा आर्थिक, पर्यावरणीय और मानव स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।
  • क्लाउड सीडिंग के प्रकार: स्थैतिक क्लाउड सीडिंग, जिसमें बर्फ के कणों को ठंडे बादलों में प्रविष्ट कराकर बर्फ के क्रिस्टल या हिमकण बनाए जाते हैं।
    • गतिशील क्लाउड सीडिंग, जो ऊर्ध्वाधर वायु धाराओं को बढ़ाकर और वर्षा बादलों के विकास को बढ़ावा देकर वर्षा को उत्तेजित करती है।
    • हाइग्रोस्कोपिक क्लाउड सीडिंग, जिसमें बादल की बूंदों के आकार को बढ़ाने के लिये लवण के बारीक कणों का उपयोग किया जाता है।
    • ग्लेशियोजेनिक क्लाउड सीडिंग, जो अतिशीतित बादलों में बर्फ के निर्माण को प्रेरित करती है, जिससे वर्षा होती है। इसका उपयोग बर्फबारी बढ़ाने, पर्वतीय हिमखंड को बढ़ाने, सूखा प्रभावित क्षेत्रों में वर्षा को प्रेरित करने और वायु प्रदूषण को कम करने के लिये किया जाता है।

चर्चित स्थान

वेम्बनाड झील

स्रोत: द हिंदू

वेम्बनाड झील भारत की सबसे लंबी झील है, जो अतिक्रमण, प्रदूषण और आक्रामक प्रजातियों के कारण गंभीर क्षरण का सामना कर रही है, जिसके कारण मछली पकड़ में 66% की गिरावट आई है और बाढ़ नियंत्रण क्षमता कम हो गई है।

वेम्बनाड झील:

  • केरल की सबसे लंबी वेम्बनाड झील, जिसे वेम्बनाड कायल और कोच्चि झील (कोच्चि में) के नाम से भी जाना जाता है, अलाप्पुझा, कोट्टायम और एर्नाकुलम में 96.5 किमी तक फैली हुई है।
  • यह वर्ष 2002 से रामसर वेटलैंड (सुंदरबन के बाद दूसरा सबसे बड़ा रामसर स्थल) रहा है और राष्ट्रीय आद्रभूमि संरक्षण कार्यक्रम का हिस्सा है।
  • यह चार नदियों मीनाचिल, अचनकोविल, पम्पा और मणिमाला से पोषित होता है तथा एक संकीर्ण अवरोधक द्वीप द्वारा अरब सागर से अलग होता है।
  • अगस्त में यहाँ वार्षिक वल्लम काली (नेहरू ट्रॉफी बोट रेस) का आयोजन किया जाता है।
  • कुमरकुम पक्षी अभयारण्य इसके पूर्वी तट पर स्थित है।
  • वर्ष 2019 में, कोच्चि का विलिंगडन द्वीप झील से बना था।
  • 1,252 मीटर लंबा थन्नीरमुकोम लवणीय जल का बैराज, भारत का सबसे बड़ा कीचड़ नियामक है जो वर्ष 1976 से चालू है और वेम्बनाड झील को स्वच्छ जल और लवणीय जल के खंडों में विभाजित करता है।


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