छत्तीसगढ़ Switch to English
दीपक किंगरानी ने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता
चर्चा में क्यों?
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाज़ार-भाटापारा ज़िले के रहने वाले दीपक किंगरानी को वर्ष 2023 के सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन के लिये राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
मुख्य बिंदु
- इंजीनियर दीपक किंगरानी सिनेमा के प्रति अपने शौक को पूरा करने के लिये मुंबई चले गए और अंततः फिल्म उद्योग में पहचान अर्जित की।
- उनकी लिखित फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' को राष्ट्रीय पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिये भी नामांकित किया गया था।
- 'स्पेशल ऑप्स' (2020) ने किंगरानी को उनके करियर में एक नई दिशा दी, जिससे उन्हें लगातार सफलता मिली।
- उन्हें 'मिशन रंजनगंज' (2023) और भैया जी' (2024) की पटकथा का भी श्रेय दिया जाता है।
- संवाद लेखक के रूप में उनकी पहली फिल्में वॉर छोड़ ना यार (2013) और पागलपंती (2019) थीं।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2023
- वर्ष 2023 के लिये भारत की सिनेमाई उत्कृष्टता को सम्मानित करने हेतु 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की आधिकारिक घोषणा की गई।
- राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का आयोजन भारत सरकार की ओर से सूचना और प्रसारण मंत्रालय के माध्यम से किया जाता है।
- वर्ष 2023 के संस्करण में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के नियमों के तहत क्षेत्र का विस्तार करते हुए कुल 31 फीचर फिल्में, 24 गैर-फीचर फिल्में, सिनेमा पर 27 पुस्तकें तथा 16 फिल्म समीक्षकों को सम्मिलित किया गया।
- पुरस्कार श्रेणियाँ: ये वार्षिक पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों में प्रदान किये जाते हैं— फीचर फिल्म, गैर-फीचर फिल्म, सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन तथा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार।
- शीर्ष राष्ट्रीय विजेता:
वर्ग |
विजेता |
सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म |
12वीं फेल |
सर्वश्रेष्ठ निर्देशन |
सुदीप्तो सेन - द केरल स्टोरी |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता |
शाहरुख खान (जवान), विक्रांत मैसी (12वीं फेल) |
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री |
रानी मुखर्जी - मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे |
राष्ट्रीय, सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ फिल्म |
सैम बहादुर |